आव्रजन बना डोनाल्ड ट्रंप का अहम चुनावी मद्दा, सत्ता में आए तो फिर से लागू हो सकती है 'जीरो टॉलरेंस' नीति

November 27, 2023

 आव्रजन बना डोनाल्ड ट्रंप का अहम चुनावी मद्दा, सत्ता में आए तो फिर से लागू हो सकती है 'जीरो टॉलरेंस' नीति


रिपब्लिकन पार्टी के 2024 राष्ट्रपति पद के अहम उम्मीदवार ट्रंप ने सीमा सुरक्षा को अपने चुनाव अभियान का सबसे अहम मुद्दा बनाया हुआ है। वह अपने 2017-2021 के राष्ट्रपति पद से कट्टरपंथी नीतियों को बहाल करने और नई नीतियों को लागू करने की कसम खा रहे हैं जो कानूनी और अवैध आप्रवासन दोनों पर और अधिक रोक लगाएंगे। ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल 2018 में जीरो टॉलरेंस नीति लागू की थी।
आव्रजन बना डोनाल्ड ट्रंप का अहम चुनावी मद्दा (Image: AP)

HIGHLIGHTSअगले साल अमेरिका में राष्ट्र्पति चुनाव होने है
आप्रवासन पर अपनी कार्रवाई तेज करेंगे ट्रंप
2018 की 'जीरो टॉलरेंस' नीति फिर से होगी लागू

रॉयटर्स, वाशिंगटन। 2024 US Election: अगले साल अमेरिका में राष्ट्र्पति चुनाव होने है और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी व्हाइट हाउस में वापसी की पूरी तैयारी में जुट गए है। ट्रंप ने दावा किया है कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति चुने जाते है तो वह आप्रवासन पर अपनी कार्रवाई और भी तेज कर देंगे।

बता दें कि ट्रंप की सबसे विवादास्पद नीति 'अमेरिकी-मेक्सिको सीमा पर पारिवारिक अलगाव' के कारण कई अप्रवासी परिवारों को अलग होने पर मजबूर होना पड़ा था। यही एक वजह है कि ट्रंप अप्रवासियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात कर रहे हैं। हालांकि, प्रमुख सहयोगी इसको लेकर अभी भी अलर्ट मोड पर नजर आ रहे हैं।

2018 की 'जीरो टॉलरेंस' नीति फिर करेंगे लागू

ट्रम्प के पांच पूर्व अधिकारियों और रूढ़िवादी सहयोगियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि भले ही ट्रम्प प्रवासी विरोधी कठोर कदम उठा रहे हैं, वे 2018 की 'जीरो टॉलरेंस' नीति के नए संस्करण को लागू करने को लेकर चिंतित हैं। बता दें कि यह ट्रंप की वहीं नीति है, जिसके कारण दक्षिण पश्चिम सीमा पर हजारों बच्चों को उनके माता-पिता से अलग होना पड़ा था। उन्होंने कहा कि उन्हें मूल नीति से पैदा होने वाली समस्याओं की चिंता है।
अभियान चुनाव में आव्रजन बना अहम मुद्दा

रिपब्लिकन पार्टी के 2024 राष्ट्रपति पद के अहम उम्मीदवार ट्रंप ने सीमा सुरक्षा को अपने चुनाव अभियान का सबसे अहम मुद्दा बनाया हुआ है। वह अपने 2017-2021 के राष्ट्रपति पद से कट्टरपंथी नीतियों को बहाल करने और नई नीतियों को लागू करने की कसम खा रहे हैं, जो कानूनी और अवैध आप्रवासन दोनों पर और अधिक रोक लगाएंगे। ट्रंप ने मई में सीएनएन टाउन हॉल के दौरान पारिवारिक अलगाव की प्रभावशीलता के बारे में बात की और उन्हें बहाल करने से इंकार कर दिया।
क्या थी ट्रंप की जीरो टॉलरेंस' नीति

दक्षिण पश्चिम सीमा को अवैध रूप से पार करने वाले हजारों परिवारों को कैसे संभाला जाए, यह सवाल लगातार रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक प्रशासनों को परेशान कर रहा है। बाइडन ने पदभार संभालने के बाद से रिकॉर्ड संख्या में अवैध रूप से सीमा पार करने वाले प्रवासियों से संघर्ष किया है, जिसमें हाल ही में परिवारों में वृद्धि भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि, ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल 2018 में 'जीरो टॉलरेंस' नीति लागू की थी, जिसके तहत माता-पिता पर आव्रजन अपराधों का आरोप लगाया गया और जेल भेज दिया गया, जबकि बच्चों को आश्रय में रखा गया।
अगर ट्रंप फिर से सत्ता में आए तो...

अगर ट्रम्प ने पारिवारिक अलगाव नीति लागू की, तो उन्हें संभवतः कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। 2018 में 'जीरो टॉलरेंस' समाप्त करने के कुछ दिनों बाद, एक संघीय न्यायाधीश ने अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन (एसीएलयू) द्वारा लाए गए मुकदमे के जवाब में प्रशासन को परिवारों को फिर से एकजुट करने का आदेश दिया था। रिकॉर्ड-कीपिंग की कमी के कारण प्रयास अभी भी जारी है।

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