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 मेरी वाइफ ये देखकर नाराज होगी', डोनाल्ड ट्रंप ने उतारी ट्रांसजेंडर एथलीट की नकल; ओलंपिक का भी किया जिक्र

मेरी वाइफ ये देखकर नाराज होगी', डोनाल्ड ट्रंप ने उतारी ट्रांसजेंडर एथलीट की नकल; ओलंपिक का भी किया जिक्र

 मेरी वाइफ ये देखकर नाराज होगी', डोनाल्ड ट्रंप ने उतारी ट्रांसजेंडर एथलीट की नकल; ओलंपिक का भी किया जिक्र


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलबामा विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के दौरान दिए भाषण से नए विवाद को जन्म दे दिया है। उन्होंने एक ट्रांसजेंडर एथलीट की नकल की और उन नीतियों की आलोचना की जो उन्हें महिलाओं के खेलों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देती हैं। ट्रंप ने कहा कि महिला एथलीट को प्रोटेक्ट करना होगा।

ट्रंप ने ये भी कहा कि उनकी वाइफ उन्हें ऐसा करने के लिए मना करती है (फोटो: रॉयटर्स)

 अमेरिकी राष्ट्र्पति डोनाल्ड ट्रंप अपने एक हालिया बयान के कारण फिर से विवादों में घिर गए हैं। ट्रंप ने गुरुवार को अलबामा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ट्रांसजेंडर एथलीट की नकल उतारी। ट्रंप ने ये भी कहा कि उनकी वाइफ उन्हें ऐसा करने के लिए मना करती है।


डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि महिला एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में ट्रांसजेंडर महिलाओं को शामिल किया जाता है और उसके इसका एक नाटकीय रुपांतरण भी करके दिखाया। ट्रंप ने वहां मौजूद लोगों से पूछा कि मेरी वाइफ ये करने से नाराज हो जाएगी, लेकिन क्या आप चाहते हैं कि मैं करके दिखाऊं।


ट्रांसजेंडर एथलीट की एक्टिंग कीट्रंप के पूछने पर वहां मौजूद भीड़ ने चिल्लाकर उनका समर्थन किया। इसके बाद ट्रंप ने एक्टिंग करनी शुरू की। ट्रंप ने कहा, 'क्या आपने वेटलिफ्टिंग देखी है। वहां एक रिकॉर्ड है, जो 18 साल से नहीं टूटा।' ट्रंप ने एक्टिंग करते हुए कह कि एक महिला आती है, काफी कोशिश के बाद भी वजन नहीं उठा पाती है।
ट्रंप ने कहा, 'तभी एक लड़का या लड़की, जो भी आता है, ट्रांस व्यक्ति आता है और तुरंत वजन उठा लेता है।' ट्रंप ने कहा कि मेरी वाइफ मुझे कहती है कि डार्लिंग राष्ट्रपति पद के व्यक्ति के लिए ये करना सही नहीं है, लेकिन मैं कहता हूं कि लोगों को ये पसंद आता है।


ओलंपिक मैच का भी किया जिक्रबता दें कि पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय ने ट्रांसजेंडर एथलीट को महिला खेलों में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमित दे दी है। ट्रंप प्रशासन ने इसे संघीय नागरिक कानूनों के खिलाफ बताया है। यूनिवर्सिटी को 10 दिनों का समय दिया गया अन्यथा उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
ट्रंप ने अपने संबोधन के दौरान ओलंपिक के उस बॉक्सिंग मैच का भी जिक्र किया, जिसमें महिला एथलीट के साथ एक ट्रांसजेंडर एथलीट को उतार दिया गया था और वह मैच हार गई थी। ट्रंप ने कहा कि महिला एथलीट काफी अच्छा खेलती हैं और हमें उन्हें प्रोटेक्ट करना होगा।
 ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री बने एंथनी अल्बनीज, 21 साल में लगातार दूसरी बार हासिल की जीत

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री बने एंथनी अल्बनीज, 21 साल में लगातार दूसरी बार हासिल की जीत

 ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री बने एंथनी अल्बनीज, 21 साल में लगातार दूसरी बार हासिल की जीत


ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ 21 वर्षों में लगातार दो बार तीन साल का कार्यकाल जीतने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। विपक्षी नेता पीटर डटन अपनी संसदीय सीट से हार गए हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के चुनाव में अल्बनीज ने यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जीत के बाद पोस्ट किया है।

लगातार जीतने वाले पहले पीएम बने अल्बनीज


ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ 21 वर्षों में लगातार दो बार तीन साल का कार्यकाल जीतने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। विपक्षी नेता पीटर डटन अपनी संसदीय सीट से हार गए हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के चुनाव में अल्बनीज ने यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जीत के बाद पोस्ट किया है।


इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है। हम अपने सभी पाठकों को पल-पल की खबरों से अपडेट करते हैं। हम लेटेस्ट और ब्रेकिंग न्यूज को तुरंत ही आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रारंभिक रूप से प्राप्त जानकारी के माध्यम से हम इस समाचार को निरंतर अपडेट कर रहे हैं। ताजा ब्रेकिंग न्यूज़ और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए जागरण के साथ।
 क्या श्रीलंका पहुंचे पहलगाम हमले के आतंकी? चेन्नई से कोलंबो एयरपोर्ट लैंड हुई फ्लाइट, घंटों चला सर्च ऑपरेशन

क्या श्रीलंका पहुंचे पहलगाम हमले के आतंकी? चेन्नई से कोलंबो एयरपोर्ट लैंड हुई फ्लाइट, घंटों चला सर्च ऑपरेशन

 क्या श्रीलंका पहुंचे पहलगाम हमले के आतंकी? चेन्नई से कोलंबो एयरपोर्ट लैंड हुई फ्लाइट, घंटों चला सर्च ऑपरेशन


भारतीय अधिकारियों ने कोलंबो के एयरपोर्ट अधिकारियों को जानकारी दी कि श्रीलंकन एयरलाइंस की फ्लाइट UL 122 में पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े संदिग्ध सवार हो सकते हैं। श्रीलंका की राष्ट्रीय श्रीलंकन एयरलाइंस के बयान के अनुसार एक फ्लाइट चेन्नई से कोलंबो के बंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह पहुंची। बता दें कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में चार आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी।

श्रीलंका से कोलंबो पहुंची फ्लाइट की हुई गहन जांच।(फाइल फोटो)

 पहलगाम हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत के पड़ोसी मुल्क अलर्ट पर हैं। इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाशी चल रही है। इसी बीच शनिवार को चेन्नई से कोलंबो पहुंची एक फ्लाइट की गहन तलाशी ली गई। दरअसल, भारतीय अधिकारियों ने कोलंबो के एयरपोर्ट अधिकारियों को जानकारी दी कि फ्लाइट UL 122 में पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े संदिग्ध उसमें सवार हो सकते हैं।


श्रीलंका की राष्ट्रीय श्रीलंकन एयरलाइंस के बयान के अनुसार, एक फ्लाइट चेन्नई से कोलंबो के बंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह 11:59 बजे पहुंची। फ्लाइट के आते ही बड़े पैमाने पर सुरक्षा जांच की गई।


एयरपोर्ट पर फ्लाइट की हुई गहन जांचएयरपोर्ट अधिकारी इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा, "चेन्नई एरिया कंट्रोल से अलर्ट मिला। जानकारी मिलने के तुरंत बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। विमान की अच्छी से चेकिंग की गई। इसके बाद विमान को ऑपरेशन के लिए क्लीयरेंस दी गई।" अधिकारियों ने जानकारी दी कि श्रीलंका एयरलाइंस सभी यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है


आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कीबता दें कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में चार आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन काफी बढ़ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों का सफाया करने के लिए सेना को खुली छूट दे दी है। वहीं, पाकिस्तान को डर है कि भारत उस पर कभी सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास धमाका, इजरायल ने हमला करने से पहले ही दे दी थी वॉर्निंग

सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास धमाका, इजरायल ने हमला करने से पहले ही दे दी थी वॉर्निंग

 सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास धमाका, इजरायल ने हमला करने से पहले ही दे दी थी वॉर्निंग


इजरायल की वायु सेना ने शुक्रवार को सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास हमला किया। इससे कुछ ही घंटे पहले सीरियाई अधिकारियों को चेतावनी दी गई थी कि वे दक्षिणी सीरिया में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के गांवों की ओर न जाएं। यह हमला राजधानी दमिश्क के पास सीरियाई सरकार समर्थक बंदूकधारियों और ड्रूज अल्पसंख्यक समुदाय के लड़ाकों के बीच कई दिनों तक चली झड़पों के बाद हुआ।

इजरायल ने सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास किया हमला (फाइल फोटो)

इजरायल की वायु सेना ने शुक्रवार को सीरिया के राष्ट्रपति भवन के पास हमला किया। इससे कुछ ही घंटे पहले सीरियाई अधिकारियों को चेतावनी दी गई थी कि वे दक्षिणी सीरिया में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के गांवों की ओर न जाएं।


यह हमला राजधानी दमिश्क के पास सीरियाई सरकार समर्थक बंदूकधारियों और ड्रूज अल्पसंख्यक समुदाय के लड़ाकों के बीच कई दिनों तक चली झड़पों के बाद हुआ। इन झड़पों में दर्जनों लोग मारे गए या घायल हुए।




एक सप्ताह में किया दूसरा हमला

शुक्रवार की सुबह किया गया हमला, इस सप्ताह इजरायल द्वारा सीरिया पर किया गया दूसरा हमला था। इजरायल द्वारा राष्ट्रपति भवन के निकटवर्ती क्षेत्र पर किया गया हमला, सीरिया के नए नेतृत्व के लिए एक कड़ी चेतावनी प्रतीत होता है।

गुरुवार को सीरिया के ड्रूज़ आध्यात्मिक नेता शेख हिकमत अल-हिजरी ने अल्पसंख्यक समुदाय पर "अनुचित नरसंहारक हमला" कहकर सीरिया सरकार की कड़ी आलोचना की। इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि लड़ाकू विमानों ने दमिश्क में राष्ट्रपति हुसैन अल-शरा के महल के क्षेत्र के पास हमला किया।

पीपुल्स पैलेस के करीब हुआ हमाल

सरकार समर्थक सीरियाई मीडिया आउटलेट्स ने कहा कि हमला शहर के ऊपर एक पहाड़ी पर पीपुल्स पैलेस के करीब हुआ। सोमवार आधी रात के आसपास झड़पें तब शुरू हुईं जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप प्रसारित हुई जिसमें एक व्यक्ति इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद की आलोचना कर रहा था।

ऑडियो को ड्रूज़ मौलवी का बताया गया। लेकिन मौलवी मारवान कीवान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि वह ऑडियो के लिए ज़िम्मेदार नहीं है, जिससे कई सुन्नी मुसलमान नाराज़ हो गए।

सीरिया के सूचना मंत्रालय ने कहा कि दो अलग-अलग हमलों में देश के सुरक्षा बलों के 11 सदस्य मारे गए, जबकि ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि साहनाया और द्रुज बहुल दमिश्क उपनगर जरामाना में झड़पों में 56 लोग मारे गए, जिनमें स्थानीय बंदूकधारी और सुरक्षा बल के लोग शामिल हैं।



क्या है ड्रुज?

बता दें, ड्रूज़ धार्मिक संप्रदाय एक अल्पसंख्यक समूह है जो 10वीं शताब्दी में शिया इस्लाम की एक शाखा, इस्माइलिज़्म की शाखा के रूप में शुरू हुआ था। दुनिया भर में लगभग 1 मिलियन ड्रूज़ में से आधे से ज़्यादा सीरिया में रहते हैं, ज़्यादातर दक्षिणी स्वेदा प्रांत और दमिश्क के कुछ उपनगरों में रहते हैं।

अन्य अधिकांश ड्रूज़ लेबनान और इज़रायल में रहते हैं, जिनमें गोलान हाइट्स भी शामिल है, जिसे इज़रायल ने 1967 के मध्यपूर्व युद्ध में सीरिया से छीन लिया था और 1981 में अपने में मिला लिया था।
ऑस्ट्रेलिया के हाईवे पर भीषण हादसा, ट्रक पलटने से 30 किमी तक फैला 750 किलो मेटल; 300 से ज्यादा गाड़ियों को नुकसान

ऑस्ट्रेलिया के हाईवे पर भीषण हादसा, ट्रक पलटने से 30 किमी तक फैला 750 किलो मेटल; 300 से ज्यादा गाड़ियों को नुकसान

 ऑस्ट्रेलिया के हाईवे पर भीषण हादसा, ट्रक पलटने से 30 किमी तक फैला 750 किलो मेटल; 300 से ज्यादा गाड़ियों को नुकसान


एक ट्रक ने ऑस्ट्रेलिया के सबसे व्यस्त राजमार्गों में से एक M1 पर 750 किलोग्राम नुकीली धातु का मलबा फैला दिया। सड़क पर पड़े नुकीली धातु की वजह से सैकड़ों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। न्यू साउथ वेल्स राज्य पुलिस ने कहा कि यह घटना सुबह के समय एम1 पैसिफिक मोटरवे पर हुई और इस घटना में 300 से अधिक वाहनों के टायर क्षतिग्रस्त हो गए।

ऑस्ट्रेल्या के हाईवे पर फैला नुकीली धातु का मलबा (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

 शुक्रवार की सुबह एक ट्रक ने ऑस्ट्रेलिया के सबसे व्यस्त राजमार्गों में से एक पर 750 किलोग्राम (1,653 पाउंड) नुकीला धातु का मलबा फैला दिया, जिससे शहर की ओर जाने वाली लेन बंद करनी पड़ी। सड़क पर पड़े नुकीले धातु की वजह से सैकड़ों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।


न्यू साउथ वेल्स राज्य पुलिस ने कहा कि यह घटना सुबह के समय एम1 पैसिफिक मोटरवे पर हुई और इस घटना में 300 से अधिक वाहनों के टायर क्षतिग्रस्त हो गए।

बंद किया गया राजमार्ग


M1, एक मालवाहक और यात्री मार्ग है जो सिडनी के उत्तर में है। फिलहाल इस राजमार्ग को आंशिक रूप से बंद किया गया है क्योंकि आपातकालीन सेवाएं चुंबकों का उपयोग कर मलबे को साफ करने में जुटी है।
राज्य राजमार्ग गश्ती कमांडर हॉवर्ड कोलिन्स ने कहा कि मोटरवे को फिर से खोलने में अभी कई घंटे और लग सकते हैं। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "यह सिर्फ़ सड़क साफ करने वाले को बुलाने या झाड़ू लगाने का मामला नहीं है। हम कुछ चुंबकीय उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम राजमार्ग में फैले धातु को हटा रहे हैं। इसमें बहुत समय लग सकता है।"

उन्होंने कहा, "लगभग 300 वाहन प्रभावित हुए हैं, शायद इससे भी अधिक, अब तक हमें पता चला है कि एक ट्रक से 700 से अधिक, शायद 750 किलोग्राम धातु का मलबा गिरा, जिससे यह धातु का मलबा 30 किलोमीटर से अधिक दूरी तक फैल गया।"

मंत्री ने दिया बयान

राज्य सड़क मंत्री जेनी एचिसन ने कहा, "हम सफाई के लिए सरकार और निजी क्षेत्र के सभी संसाधनों के साथ काम कर रहे हैं। इसकी सफाई करना राजमार्ग पर होवर करने की कोशिश करने जैसा है। यह बहुत मुश्किल है।"



पुलिस ने कहा कि ट्रक चालक 46 वर्षीय व्यक्ति है और वो पूछताछ में सहयोग कर रहा है। जिस कंपनी का ट्रक था उसने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा, "जो कुछ भी हुआ है, हम उसकी पूरी जिम्मेदारी लेते हैं और इससे हुई किसी भी क्षति और व्यवधान के लिए हमें खेद है।"
खौफ के साए में पाक! PoK में होटल और गेस्टहाउस में सेना... मदरसों को किया गया बंद; भारत के डर से इमरजेंसी जैसे हालात

खौफ के साए में पाक! PoK में होटल और गेस्टहाउस में सेना... मदरसों को किया गया बंद; भारत के डर से इमरजेंसी जैसे हालात

 खौफ के साए में पाक! PoK में होटल और गेस्टहाउस में सेना... मदरसों को किया गया बंद; भारत के डर से इमरजेंसी जैसे हालात


पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है। पाक अधिकृत कश्मीर में भी हड़कंप मचा हुआ है और वहां के प्रधानमंत्री चौधरी अनवर-उल-हक ने संकेत दिए हैं कि यदि हालात बिगड़ते हैं तो क्षेत्र में आपातकाल लागू किया जा सकता है। नीलम घाटी और नियंत्रण रेखा के निकटवर्ती संवेदनशील इलाकों में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।


पहलगाम हमले के बाद भारत और पाक में बढ़ा तनाव (फाइल फोटो)

HIGHLIGHTSहोटलों और गेस्टहाउस को सेना को देने की पेशकश
पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री ने किया बड़ा एलान


पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया है। इस बीच पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में भी हड़कंप मचा हुआ है और वहां के प्रधानमंत्री चौधरी अनवर-उल-हक ने संकेत दिए हैं कि यदि हालात बिगड़ते हैं तो क्षेत्र में आपातकाल लागू किया जा सकता है।


पर्यटकों के प्रवेश पर लगी रोक

भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका के बीच सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर नीलम घाटी और नियंत्रण रेखा (LOC) के निकटवर्ती संवेदनशील इलाकों में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही धार्मिक मदरसों को 10 दिनों के लिए बंद करने का आदेश भी दिया गया है।




पीओके के प्रधानमंत्री ने दावा किया है कि भारत की आक्रमकता की स्थिति में भोजन, दवाएं और अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। आपातकालीन फंड में एक अरब रुपये ट्रांसफर कर दिए गए हैं और होटल, गेस्टहाउस तथा शादी हॉल के संचालकों ने अपनी संपत्तियां सेना को देने की पेशकश की है।

मदरसे किए गए बंद

अधिकारियों ने नीलम घाटी और एलओसी के आसपास के संवेदनशील इलाकों में स्थित मदरसों को 10 दिनों के लिए बंद करने का फैसला किया है। ऐसी आशंका है कि भारत इन संस्थानों को आतंकी प्रशिक्षण केंद्र बताकर निशाना बना सकता है।



कानून मंत्री मियां अब्दुल वाहिद ने कहा, "हम एक ऐसे चालाक, क्रूर और षड्यंत्रकारी दुश्मन से निपट रहे हैं, जिसके किसी भी नीच हरकत से इनकार नहीं किया जा सकता है।"

हवाई सेवाओं पर प्रतिबंध

कराची और लाहौर के हवाई क्षेत्रों में पूरे महीने के दौरान हर दिन 8 घंटे (सुबह 8 से शाम 4 बजे तक) उड़ानें बंद रखने की घोषणा की गई है। गिलगित-बाल्टिस्तान में भी उड़ानों पर असर पड़ रहा है।

पीओके के प्रधानमंत्री ने विधानसभा में कहा कि हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय सेना द्वारा गोलीबारी की जा रही है, जिससे नुकसान भी हुआ है।



एक आपात बैठक में होटल संघों ने सेना के साथ एकजुटता व्यक्त की और जरूरत पड़ने पर अपने प्रतिष्ठानों को सौंपने की बात कही।
खौफ के साए में पाकिस्तान, ISI चीफ असीम मलिक को सौंपी NSA की कमान

खौफ के साए में पाकिस्तान, ISI चीफ असीम मलिक को सौंपी NSA की कमान

 खौफ के साए में पाकिस्तान, ISI चीफ असीम मलिक को सौंपी NSA की कमान


पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया गया है। मलिक को सितंबर 2024 में आईएसआई का प्रमुख बनाया गया था और अब उन्हें एनएसए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। आईएसआई का प्रमुख बनने से पहले असीम मलिक ने पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय में एडजुटेंट जनरल के रूप में भी कार्य किया है।

असीम मलिक को पाक ने बनाया एनएसए (फाइल फोटो)

 पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगातार कोई न कोई कदम उठा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) में नए सदस्यों को जोड़ा है और आलोक जोशी को अध्यक्ष बनाया है। इस बीच पाकिस्तान ने भी अपने नए एनएसए की नियुक्ति की है।


एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया गया है। मलिक को सितंबर 2024 में आईएसआई का प्रमुख बनाया गया था और अब उन्हें एनएसए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।




मलिक ने एडजुटेंट जनरल के रूप में भी किया है कार्य

आईएसआई का प्रमुख बनने से पहले असीम मलिक ने पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय में एडजुटेंट जनरल के रूप में भी कार्य किया है, जहां उन्होंने कानूनी और अनुशासनात्मक मामलों सहित सैन्य प्रशासनिक मामलों की देखरेख की थी।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, एडजुटेंट जनरल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान कुछ प्रमुख घटनाएं भी पाकिस्तान में घटी थी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और फिर उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन करना शामिल है।



बलूचिस्तान में संभाली थी डिवीजन की कमाल

असीम मलिक ने अपने करियर के दौरान बलूचिस्तान और दक्षिण वजीरिस्तान में भी डिवीजनों की कमान संभाली है। यह दोनों ही क्षेत्र पाकिस्तान को भारी सुरक्षा चुनौतियां पेश करते रहे हैं।

पाकिस्तान सरकार ने मलिक की नियुक्ति ऐसे समय में की है जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।

भारत ने फिर लिया पाक पर एक्शन

इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त एक्शन लिए हैं। हालिया कठोर कदमों की बात करें तो भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। साथ ही पाकिस्तान के कई जाने-माने कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट और चैनलों को निलंबत कर दिया है।

पाकिस्तान के कलाकार हानिया आमिर, माहिरा खान और अली जफर भारत में भी काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं। अब सरकार ने इनके सोशल मीडिया अकाउंट और चैनलों को भारत में निलंबित कर दिया है।



इसके साथ ही, पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है और शुक्रवार को सातनें दिन भी संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रहा। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई थी।

पीएम मोदी ने सेना को दी 'खुली छूट'

जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा था कि भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और फिर उन्हें सजा देगा। पीएम मोदी ने मंगलवार को शीर्ष रक्षा अधिकारियों से कहा कि पहलगाम हमले पर भारत की प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने के लिए सशस्त्र बलों को 'खुली छूट' है।

पाकिस्तान की गीदड़ भभकी

वहीं, पाकिस्तान की तरफ से गीदड़ भभकी लगातार जारी है। हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि पहलगाम हमले में उसका कोई लेना-देना नहीं है और धमकी दी कि अगर उसे उकसाया गया तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा।

पाक आर्मी चीफ हुए लापता?

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर ने भड़काऊ बयान दिए थे। इसके बाद से लगातार मुनीर की आलोचना हो रही थी। इस बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि मुनीर 'पाकिस्तान छोड़कर भाग गए हैं'।



पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर के बारे में सोशल मीडिया पर हैशटैग और मीम्स की बाढ़ आ गई है। ऐसी खबरें आ रही है कि भारत द्वारा एक्शन लिए जाने के बाद मुनीर 'मीसिंग इन एक्शन' (कार्रवाई में लापता) हो गए हैं।

सोशल मीडिया पर किया जा रहा है दावा

सोशल मीडिया पर छाए दावों में कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख या तो अपने परिवार के साथ देश छोड़कर भाग गए हैं या फिर रावलपिंडी में एक बंकर में छिपे हुए हैं। वहीं पाकिस्तान के तमाम बड़े नेताओं ने भारत के खिलाफ अपनी बयानबाजी दोगुनी कर दी है।
भारत-पाक में तनाव के बीच US विदेश मंत्री ने जयशंकर और शहबाज शरीफ को किया फोन, क्या हुई बातचीत?

भारत-पाक में तनाव के बीच US विदेश मंत्री ने जयशंकर और शहबाज शरीफ को किया फोन, क्या हुई बातचीत?

 भारत-पाक में तनाव के बीच US विदेश मंत्री ने जयशंकर और शहबाज शरीफ को किया फोन, क्या हुई बातचीत?


अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पहलगाम हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की। रुबियो ने जहां आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने का वादा किया। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारत के साथ मिलकर तनाव कम करने सीधा संवाद स्थापित करने के लिए सुझाव दिया है।

US विदेश मंत्री ने जयशंकर और शहबाज शरीफ से की बात

HIGHLIGHTSशहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर से फोन पर बात।
अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान दोनों से तनाव कम करने का आग्रह किया।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिशों में जुट गया है। इसके मद्देनजर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर से फोन पर बात की।


अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत और पाकिस्तान दोनों से तनाव कम करने का आग्रह किया है। शहबाज और जयशंकर से अलग-अलग बातचीत के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है।


क्या है अमेरिका का रुख?इसमें कहा गया है कि अमेरिका आतंकवाद से लड़ाई में भारत का समर्थन करता है और पाकिस्तान से पहलगाम हमले की जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है। उधर, इस्लामाबाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी विदेश मंत्री को दक्षिण एशिया के हालिया घटनाक्रमों पर पाकिस्तानी दृष्टिकोण से अवगत कराया।


पाकिस्तान ने भारत की ओर से सिंधु जल समझौता रद करने का मुद्दा उठाया और कहा कि यह 24 करोड़ लोगों की जीवनरेखा है और इसमें एकतरफा रूप से पीछे हटने का कोई प्रावधान नहीं है।


अमेरिका ने की जांच की मांगवहीं दूसरी तरफ अमेरिका विदेश मंत्री ने बातचीत के दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में पाकिस्तान के उल्लेखनीय योगदान को रेखांकित किया। रुबियो ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से कहा कि वे तनाव कम करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करें।


इससे पहले की थी पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री से बात

बुधवार को ही अमेरिकी प्रतिनिधि नटाली बेकर ने भी दोनों देशों के बीच तनाव घटाने के प्रयासों के तहत पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की थी। इस बीच, रिपब्लिकन पार्टी के अमेरिकी सांसद रिच मैक्कार्मिक ने वाशिंगटन में पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाया है।


कश्मीर फाइल्स देखने की सलाहरिच मैक्कार्मिक ने कहा कि अमेरिका निर्दोष लोगों के विरुद्ध इस तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं कर सकता। कश्मीर का इतिहास समझने के लिए उन्होंने फिल्म कश्मीर फाइल्स देखने की सलाह भी दी।

रूबियो ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से कहा कि वे तनाव कम करने, सीधे संवाद बहाल करने और दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करें।
रूस के लिए बुरी खबर, ऐतिहासिक खनिज संसाधन समझौता के लिए यूक्रेन और अमेरिका तैयार

रूस के लिए बुरी खबर, ऐतिहासिक खनिज संसाधन समझौता के लिए यूक्रेन और अमेरिका तैयार

 रूस के लिए बुरी खबर, ऐतिहासिक खनिज संसाधन समझौता के लिए यूक्रेन और अमेरिका तैयार


यूक्रेन और अमेरिका के बीच दुर्लभ खनिजों के सौदे पर हस्ताक्षर होने वाले हैं। यह सौदा यूक्रेन को रूस के साथ युद्ध में निरंतर अमेरिकी समर्थन सुनिश्चित करेगा। यूक्रेनी प्रधानमंत्री डेनिस श्म्यहाल ने कहा कि यह एक निवेश भागीदार निधि के निर्माण के लिए एक रणनीतिक सौदा है। आर्थिक विकास मंत्री यूलिया स्विरीडेंको समझौते के तकनीकी विवरणों को अंतिम रूप देने के लिए वाशिंगटन में हैं।

अमेरिका से बहुप्रतीक्षित खनिज संसाधन समझौता करने को यूक्रेन तैयार। (फाइल फोटो)


यूक्रेन के प्रधानमंत्री ने बुधवार को कहा कि अंतिम विवरण तैयार होने के बाद यूक्रेन और अमेरिका अगले 24 घंटों के भीतर रेयर मिनरल डील पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इससे रूस के साथ युद्ध में कीव के लिए निरंतर अमेरिकी समर्थन सुनिश्चित किया जा सकेगा।


यूक्रेनी प्रधानमंत्री डेनिस श्म्यहाल ने कहा कि वास्तव में, यह एक निवेश भागीदार निधि के निर्माण के लिए एक रणनीतिक सौदा है। आर्थिक विकास मंत्री यूलिया स्विरीडेंको समझौते के तकनीकी विवरणों को अंतिम रूप देने के लिए वाशिंगटन में हैं। यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप प्रशासन भी समझौते पर हस्ताक्षर के लिए तैयार है या नहीं।


जानिए क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?ट्रंप ने कहा है कि वह रूस के साथ अपने तीन साल से अधिक के युद्ध में आगे के समर्थन की शर्त के रूप में यूक्रेन के रेयर अर्थ एलिमेंट चाहते हैं। बैठक से पहले यूक्रेनी कैबिनेट से समझौते के पाठ को मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद इस पर अधिकृत सरकारी प्रतिनिधि द्वारा हस्ताक्षर किए जाएंगे। समझौते को प्रभावी होने से पहले यूक्रेनी संसद में अनुसमर्थन की आवश्यकता होगी।


युद्ध खत्म करने को ठोस कदम नहीं उठाया तो अमेरिका पीछे हटेगाअमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए मॉस्को और कीव की ओर से ठोस प्रस्ताव लाने का समय आ गया है। अगर कोई प्रगति नहीं हुई तो अमेरिका मध्यस्थ की भूमिका से पीछे हट जाएगा।
वहीं, क्रेमलिन ने कहा कि हम समझते हैं कि वाशिंगटन शीघ्र प्रगति हासिल करना चाहता है, लेकिन हम यह समझने की उम्मीद करते हैं कि यूक्रेनी संकट का समाधान इतना जटिल है कि इसे शीघ्रता से नहीं किया जा सकता।
वहीं, अमेरिकी सांसदों ने रूबियो से यूक्रेन में रूस द्वारा चीनी लड़ाकों के इस्तेमाल के बारे में जानकारी मांगी है। यूक्रेन ने दावा किया था कि सैनिकों ने पूर्वी यूक्रेन में दो चीनी को पकड़ा है और 155 चीनी नागरिक रूस की ओर से लड़ रहे हैं। चीन ने अपने नागरिकों के लड़ने के बारे में गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों की निंदा की है।
यूक्रेन में नागरिकों की मौत की संख्या बढ़ रही

संयुक्त राष्ट्र संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल हर दिन हमलों में यूक्रेनी नागरिक मारे गए या घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा है कि पहले तीन महीनों में यूक्रेन में 2,641 नागरिकों के हताहत होने की पुष्टि की है। वहीं, रूसी ड्रोनों के झुंड ने मंगलवार देर रात यूक्रेन के खार्कीव और निप्रो पर हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 46 घायल हो गए।
भारत हमला करने वाला है...', पीएम मोदी की हाई लेवल बैठक के बाद UN के सामने गिड़गिड़ाए शहबाज शरीफ

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आतंकवाद पर लगाम लगाने में अपनी विफलता से ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान के संघीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार ने एक बयान जारी कर नया दावा किया है। अताउल्लाह तरार ने दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है जो बताती है कि भारत अगले 24-36 घंटे के भीतर पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की योजना बना रहा है।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यूएन से लगाई गुहार (फाइल फोटो)


पहलगाम हमले के बाद चौतरफा घिरे पाकिस्तान ने अब भारत पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है। आतंकवाद पर लगाम लगाने में अपनी विफलता से ध्यान हटाने के लिए, पाकिस्तान के संघीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार ने एक बयान जारी कर नया दावा किया है।


अताउल्लाह तरार ने दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान के पास 'विश्वसनीय खुफिया जानकारी' है, जो बताती है कि भारत अगले 24-36 घंटे के भीतर पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की योजना बना रहा है।




तरार ने एक्स पर किया पोस्ट


एक्स पर एक पोस्ट में तरार ने लिखा, "पाकिस्तान के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत पहलगाम घटना में संलिप्तता के निराधार और मनगढ़ंत आरोपों के बहाने अगले 24-36 घंटों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का इरादा बना लिया है।"

पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा, "पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और इस संकट के दर्द को सही मायने में समझता है। हमने दुनिया में कहीं भी इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में इसकी हमेशा निंदा की है।"


तरार ने लिखा, "एक जिम्मेदार देश होने के नाते, पाकिस्तान ने विशेषज्ञों के एक तटस्थ आयोग द्वारा एक विश्वसनीय, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की पेशकश की, जिसका दिल से स्वागत किया गया। दुर्भाग्य से तर्क के मार्ग पर चलने के बजाय भारत ने स्पष्ट रूप से तर्कहीनता और टकराव के खतरनाक रास्ते पर चलने का फैसला किया है, जिसके विनाशकारी परिणाम होंगे।"पाकिस्तानी विदेश मंत्री का कुबूलनामा

वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने नेशनल असेंबली में कहा कि यह पाकिस्तान के दबाव की वजह से लश्कर की शाखा, द रेजिस्टेंट फ्रंट (TRF) का नाम पहलगाम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान से हटाया गया। उनके इस बयान से एक बार फिर आतंकवादी गुर्गों को पाकिस्तान का मौन समर्थन प्राप्त होने की बात साबित होती है।



इस बीच, मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से टेलीफोन पर बातचीत की और पहलगाम घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की।

शहबाज शरीफ ने क्या लिखा?

शरीफ ने मंगलवार को एक्स पर लिखा, "संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई। मैंने आतंकवाद के सभी रूपों की पाकिस्तान की निंदा की पुष्टि की, निराधार भारतीय आरोपों को खारिज किया और पहलगाम घटना की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच का आह्वान किया। पाकिस्तान शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन चुनौती मिलने पर वह पूरी ताकत से अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा।"
बेशर्म पाकिस्तान! संसद में विदेश मंत्री ने कबूल की TRF को बचाने की बात, कहा- हमने UNSC के बयान से हटवाया नाम

बेशर्म पाकिस्तान! संसद में विदेश मंत्री ने कबूल की TRF को बचाने की बात, कहा- हमने UNSC के बयान से हटवाया नाम

 बेशर्म पाकिस्तान! संसद में विदेश मंत्री ने कबूल की TRF को बचाने की बात, कहा- हमने UNSC के बयान से हटवाया नाम


पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी संसद में इस बात को बेशर्मी के साथ कुबूल किया है कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) प्रस्ताव से पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकी संगठन TRF का नाम हटवाया था। टीआरएफ लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक आतंकी संगठन है जिसने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री (फाइल फोटो)


पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया हुआ है और पाकिस्तान में बैठे नेता और मंत्री इससे बौखला कर बेवजह के बयान दे रहे हैं, जिससे खुद उनकी किरकिरी हर जगह हो रही है।


इस बीच पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी संसद में इस बात को बेशर्मी के साथ कुबूल किया है कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) प्रस्ताव से पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकी संगठन TRF का नाम हटवाया था।




संसद में इशाक डार का बयान

टीआरएफ, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक आतंकी संगठन है जिसने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। सबसे बड़ी बात यह है कि भारत ने पहलगाम हमले के लिए टीआरएफ को जिम्मेदार नहीं ठहराया था, बल्कि खुद टीआरएफ ने हमले के जिम्मेदारी ली थी।

इसके बावजूद पाकिस्तान ने UNSC की ओर से भेजे गए प्रस्ताव से टीआरएफ का नाम हटवाया है। पाकिस्तान फिलहाल UNSC के 10 सदस्यों में शामिल है, जो दो-दो साल के लिए चुने जाते हैं।



संसद में बोलते हुए इशाक डार ने कहा कि UNSC की ओर से पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़ा एक निंदा प्रस्ताव आया था और उसमे सिर्फ पहलगाम का जिक्र था, जम्मू-कश्मीर का नहीं। इस पर पाकिस्तान की ओर से आपत्ति जताई गई।

पाक विदेश मंत्री ने कहा, "प्रस्ताव में TRF को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। पाकिस्तान को यह प्रस्ताव मंजूर नहीं था और हमने बदलाव किए बगैर प्रस्ताव पर साइन करने से इनकार कर दिया।"

'प्रस्ताव में करवाया बदलाव'

इशाक डार ने कहा कि हमने यूएन में अपने स्थाई प्रतिनिधि से कहा कि आप इस प्रस्ताव का विरोध करें और पहलगाम के साथ जम्मू-कश्मीर का नाम लिखवाएं, साथ ही टीआरएफ का नाम प्रस्ताव से हटवाएं।

इशाक डार ने दावा करते हुए कहा कि इसके बाद कई देशों से उनके पास फोन आए और कहा गया कि आप प्रस्ताव को क्यों बदलवा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान अड़ा रहा और प्रस्ताव को बदलवाया।



पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने क्या-क्या कहा?

पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि अगर टीआरएफ इस हमले में शामिल है तो उसके क्या सबूत हैं। बगैर सबूत को संगठन का नाम प्रस्ताव में नहीं आना चाहिए था।
इशाक डार ने दावा किया टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। मंत्री अपने बयान में आतंकी संगठन को बचाने की पूरी कोशिश करते दिखे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से कोई प्रस्ताव जारी होने पर सदस्य देशों की सहमति जरूरी होती है और इस नियम का इस्तेमाल पाकिस्तान ने आतंकियों को बचाने के लिए किया है।

क्या है 'द रेजिस्टेंट फ्रेंट'

पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेजिस्टेंट फ्रेंट (TRF) ने ली है। यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। टीआरएफ ने इस हमले के लिए अपने खास टेरर मॉड्यूल्स फॉल्कन स्क्वाड की मदद ली थी, जिसे बेहद खूंखार माना जाता है।

फाल्कन स्क्वाड कोई सीधा ग्रुप नहीं, बल्कि टैक्निकल टैरर मॉड्यूल है। इसका मतलब है कि छोटे-छोटे ग्रुप किसी खास मिशन के लिए तैयार होते हैं और फिर खत्म हो जाते हैं या चेहरा बदल लेते हैं।
दुनियाभर में कौन-सा देश अपनी आर्मी पर करता है सबसे ज्यादा खर्च? रिपोर्ट देख सदमे में चला जाएगा पाकिस्तान

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स्वीडिश थिंक टैंक सिपरी ने एक रिपोर्ट जारी कर एक बड़ा खुलासा किया है जिससे पाकिस्तान की नींद उड़ सकती है। 2024 में भारत का सैन्य खर्च पाकिस्तान से करीब नौ गुना ज्यादा रहा। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार सैन्य खर्च के लिहाज से विश्व में पांचवें सबसे बड़े देश भारत का सैन्य व्यय 1.6 फीसदी से बढ़कर 86.1 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है।

सिपरी की रिपोर्ट में सैन्य व्यय का हुआ खुलासा (फाइल फोटो)

HIGHLIGHTSदुनियाभर में सैन्य खर्चे में 5वें स्था पर है भारत
सिपरी की रिपोर्ट के अनुसार 9वें स्थान पर है पाक


पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रमुख स्वीडिश थिंक टैंक सिपरी ने एक रिपोर्ट जारी कर एक बड़ा खुलासा किया है, जिससे पाकिस्तान की नींद उड़ सकती है। इस अध्ययन के मुताबिक, 2024 में भारत का सैन्य खर्च पाकिस्तान से करीब नौ गुना ज्यादा रहा।


स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, सैन्य खर्च के लिहाज से विश्व में पांचवें सबसे बड़े देश भारत का सैन्य व्यय 1.6 फीसदी से बढ़कर 86.1 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है। वहीं पाकिस्तान का सैन्य व्यय 10.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा




इन प्रमुख देशों का वैश्विक सैन्य व्यय में है 60 प्रतिशत योगदान

सिपरी की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में शीर्ष पांच सैन्य खर्च वाले देशों में अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी और भारत का वैश्विक सैन्य व्यय 60 प्रतिशत योगदान है। इन देशों का संयुक्त व्यय 1635 अरब डॉलर है।

रिपोर्ट के अनुसार, चीन का सैन्य व्यय 7.0 प्रतिशत बढ़कर अनुमानत: 314 अरब डॉलर हो गया है। वहीं यूरोपीय सैन्य खर्च की बात करे तो ये शीत युद्ध के स्तर से पार कर यूरोप (रूस सहित) सैन्य खर्च 17 प्रतिशत बढ़कर 693 अमेरिकी डॉलर हो गया है।



यूक्रेन युद्ध के चलते सैन्य खर्च में बढ़ोतरी है जारी

रूस और यूक्रेन में चल रहे जंग के तीसरे वर्ष में पहुंचने के चलते पूरे महाद्वीप में सैन्य खर्च में बढ़ोतरी जारी रही। यही वजह है कि यूरोपीय सैन्य खर्च शीत युद्ध के अंत में दर्ज स्तर को भी पार कर चुका है।

मध्य और पश्चिमी यूरोप में जर्मनी ने किया सर्वाधिक खर्च

सिपरी की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य और पश्चिमी यूरोप के कई देशों ने 2024 में अपने सैन्य व्यय में अभूतपूर्व वृद्धि देखी। जर्मनी का सैन्य खर्च 28 प्रतिशत से बढ़कर 88.5 अरब डॉलर हो गया है। जर्मनी अब मध्य और पश्चिमी यूरोप में सबसे अधिक खर्च करने वाला और विश्व में चौथा सबसे अधिक व्यय करने वाला देश बन गया है।



पोलैंड ने 31% बढ़ाया सैन्य खर्च

सिपरी की अध्ययन में यह भी पाया गया है कि पोलैंड ने अपने सैन्य व्यय में 31% की वृद्धि की है। पोलैंड का सैन्य खर्च 2024 में 31 प्रतिशत बढ़कर 38.0 बिलियन डॉलर हो गया है, जो पोलैंड के सकल घरेलू उत्पाद का 4.2 प्रतिशत है।
कोई लिफ्ट में फंसा तो कोई ट्रेन में... स्पेन और पुर्तगाल में ब्लैकआउट से हड़कंप; अब धीरे-धीरे बिजली वापस आना शुरू

कोई लिफ्ट में फंसा तो कोई ट्रेन में... स्पेन और पुर्तगाल में ब्लैकआउट से हड़कंप; अब धीरे-धीरे बिजली वापस आना शुरू

 


कोई लिफ्ट में फंसा तो कोई ट्रेन में... स्पेन और पुर्तगाल में ब्लैकआउट से हड़कंप; अब धीरे-धीरे बिजली वापस आना शुरू

स्पेन और पुर्तगाल के कुछ हिस्सों में बिजल ठप होने के बाद अब हालात ठीक होने लगे हैं। हालांकि इन दोनों देशों के सरकार ने इमेरजेंसी लागू कर दी है। स्पेन और पुर्तगाल के कुछ हिस्सों में बिजली की भारी कटौती के कारण विमान उड़ान नहीं भर पाए सार्वजनिक परिवहन बंद हो गया और कुछ अस्पतालों को नियमित ऑपरेशन स्थगित करने पड़े।

स्पेन और पुर्तगाल के कुछ हिस्सों में बिजल ठप होने के बाद अब हालात ठीक होने लगे हैं (फोटो- रॉयटर)

 स्पेन और पुर्तगाल के कुछ हिस्सों में बिजल ठप होने के बाद अब हालात ठीक होने लगे हैं। हालांकि इन दोनों देशों के सरकार ने इमेरजेंसी लागू कर दी है। स्पेन और पुर्तगाल के कुछ हिस्सों में बिजली की भारी कटौती के कारण विमान उड़ान नहीं भर पाए, सार्वजनिक परिवहन बंद हो गया और कुछ अस्पतालों को नियमित ऑपरेशन स्थगित करने पड़े।





मैड्रिड में लिफ्टों के अंदर फंसे लोग
अचानक हुए राष्ट्रव्यापी ब्लैकआउट के दौरान स्पेन के मैड्रिड क्षेत्र में लिफ्टों के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए सोमवार को 286 बचाव अभियान चलाए। इसकी जानकारी क्षेत्रीय सरकार के प्रमुख ने दी।


11 ट्रेनों के लिए अभी भी मदद की जरूरत


सोमवार को स्पेन और पुर्तगाल में बिजली चली गई, जिससे रेल यातायात बाधित हो गया, सड़कें जाम हो गईं, मेट्रो ट्रेनें रुक गईं और लोग लिफ्टों में फंस गए। सोमवार को इबेरियन प्रायद्वीप में बिजली गुल होने के करीब नौ घंटे बाद स्पेन के परिवहन मंत्री ने कहा कि 11 ट्रेनें यात्रियों सहित फंसी हुई हैं।

परिवहन मंत्री ऑस्कर पुएंते ने एक्स पर लिखा कि 11 ट्रेनों के लिए अभी भी मदद की जरूरत है। एटोचा (स्टेशन) के नियंत्रण केंद्र में बिजली बहाल कर दी गई है।


स्पेन और पुर्तगाल में अधिकांश सुविधाएं ठप पड़ गईं

ब्लैकआउट के कारण सोमवार को स्पेन और पुर्तगाल में अधिकांश सुविधाएं ठप पड़ गईं। मेट्रो और रेलवे ट्रेनें रुक गईं, टेलीफोन सेवाएं बाधित हो गईं, ट्रैफिक लाइटें और एटीएम बंद हो गईं। इससे लाखों लोगों पर प्रभाव पड़ा। इसके कारण मैड्रिड ओपन टेनिस टूर्नामेंट में खेल स्थगित करना पड़ा।


स्पेन के हवाई अड्डे बंद पड़े
स्पेन के हवाई अड्डे बैकअप पर चल रहे थे और कुछ उड़ानों में देरी हुई। यूरो न्यूज की एक रिपोर्ट में यूरोपीय इलेक्टि्रक ग्रिड में समस्या का संकेत दिया गया। इस बीच, लगभग आठ घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहने के बाद मध्य मैड्रिड के विभिन्न भागों में आपूर्ति बहाल कर दी गई। स्पेन की बिजली वितरक कंपनी रेड इलेक्टि्रका ने ब्लैकआउट के कारणों के बारे में अटकलें लगाने से इन्कार कर दिया।

पुर्तगाली राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा केंद्र ने कहा कि इस बात का कोई संकेत नहीं है कि यह कटौती साइबर हमले के कारण हुई थी। रेड इलेक्टि्रका के संचालन प्रमुख एडुआर्डो प्रीतो ने घटना को असाधारण बताया।


पुर्तगाली कैबिनेट ने प्रधानमंत्री आवास पर आपातकालीन बैठक बुलाई
पुर्तगाली कैबिनेट ने प्रधानमंत्री आवास पर आपातकालीन बैठक बुलाई और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने ग्रिड परिचालन को बहाल करने के प्रयासों का जायजा लेने के लिए बिजली वितरक कंपनी रेड इलेक्टि्रका का दौरा किया। स्पेन के सार्वजनिक प्रसारक आरटीवीई ने कहा कि स्थानीय समयानुसार दोपहर के बाद देश के कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई, जिससे समाचार कक्ष, मैड्रिड स्थित स्पेन की संसद और देश भर के मेट्रो स्टेशन अंधेरे में डूब गए।


बार्सिलोना में स्टेशनों पर खाली ट्रेनें नजर आ रही हैं

स्पेनिश टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो में मैड्रिड में मेट्रो स्टेशनों से निकलते लोग और बार्सिलोना में स्टेशनों पर खाली ट्रेनें नजर आ रही हैं। स्पेन की सरकारी विमान सेवा आइबिरिया एयरलाइंस ने कहा कि उसे 23 उड़ानें रद करनी पड़ीं। स्पेन के आंतरिक मंत्रालय ने सोमवार को आइबिरियन प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों में बिजली कटौती के बाद आपातकाल की घोषणा कर दी।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को जमकर लताड़ा, कहा- पूरी दुनिया ने सुना आतंकवाद पर पाक के रक्षा मंत्री का कबूलनामा

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को जमकर लताड़ा, कहा- पूरी दुनिया ने सुना आतंकवाद पर पाक के रक्षा मंत्री का कबूलनामा

 भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को जमकर लताड़ा, कहा- पूरी दुनिया ने सुना आतंकवाद पर पाक के रक्षा मंत्री का कबूलनामा


भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने और उन्हें धन मुहैया कराने की बात स्वीकार की है। बिना नाम लिए अपने संबोधन में भारत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने इस मंच का दुरुपयोग करने और उसे कमजोर करने दुष्प्रचार करने और भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाने का विकल्प चुना है।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है (फोटो- एक्स)

 पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। वहीं, भारत लगातार पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस कड़ी में भारत ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में जमकर सुनाया और उसके कृत्यों की आलोचना की।


पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कही थी आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने की बात

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने और उन्हें धन मुहैया कराने की बात स्वीकार की है। बिना नाम लिए अपने संबोधन में भारत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने इस मंच का दुरुपयोग करने और उसे कमजोर करने, दुष्प्रचार करने और भारत के खिलाफ निराधार आरोप लगाने का विकल्प चुना है।

आगे कहा कि पूरी दुनिया ने हाल ही में एक टेलीविजन साक्षात्कार में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और धन मुहैया कराने के पाकिस्तान के इतिहास को स्वीकार करते हुए सुना है।


दुनिया अब और आँखें नहीं मूंद सकती- भारत


यह खुला कबूलनामा किसी को भी आश्चर्यचकित नहीं करता है और पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले और क्षेत्र को अस्थिर करने वाले एक दुष्ट देश के रूप में उजागर करता है। राजदूत उप स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने कहा कि दुनिया अब और आँखें नहीं मूंद सकती।


सैन्य कार्रवाई से पहले दुनिया को भरोसे में ले रहा भारत
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच भारत सक्रिय रूप से वैश्विक समर्थन जुटाने में लगा है। स्थिति को शांत करने के लिए नहीं, बल्कि संभावित सैन्य कार्रवाई के लिए अपने औचित्य को मजबूत करने के लिए। पिछले सप्ताह हुए नृशंस हमले के बाद एक दर्जन से ज्यादा वैश्विक नेताओं से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातचीत हुई है।

100 से ज्यादा देशों के राजनयिकों को बुलाया

इस बीच, 100 विदेशी मिशनों में तैनात राजनयिकों को तुरंत विदेश मंत्रालय बुलाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि भारत अपने पड़ोसी और कट्टर दुश्मन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए मामला तैयार कर रहा है। पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने दोषियों को कड़ी सजा और आतंक के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने का संकल्प जताया है।
कनाडा में खालिस्तानियों का गेम ओवर! आम चुनाव में समर्थक जगमीत सिंह को मिली करारी हार; कैसे ट्रुडो का भी पलटा गेम?

कनाडा में खालिस्तानियों का गेम ओवर! आम चुनाव में समर्थक जगमीत सिंह को मिली करारी हार; कैसे ट्रुडो का भी पलटा गेम?

 कनाडा में खालिस्तानियों का गेम ओवर! आम चुनाव में समर्थक जगमीत सिंह को मिली करारी हार; कैसे ट्रुडो का भी पलटा गेम?


कनाडा के आम चुनाव में भारत विरोधी जगमीत सिंह की एनडीपी पार्टी को करारी शिकस्त मिली है जिससे जगमीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कनाडा चुनाव 2025 के नतीजे आने के साथ ही जगमीत सिंह की नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) 12 सीटें भी नहीं जीत पाई है। इस हार के साथ ही पार्टी ने अपना राष्ट्रीय दर्जा खो दिया है।


कनाडा में खालिस्तानियों को मिली हार (फोटो-सोशल मीडिया)

 कनाडा में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के प्रमुख जगमीत सिंह को आम चुनाव में करारी हार मिली है। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जगमीत सिंह अपनी तीसरी जीत की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन ब्रिटिश कोलंबिया में बर्नबी सेंट्रल सीट से हार गए।


उनकी टक्कर में लिबरल उम्मीदवार वेड चांग थे। सिंह को जहां करीब 27 प्रतिशत वोट मिले, वहीं चांग को 40 प्रतिशत से अधिक वोट मिले।


NDP ने खो दिया राष्ट्रीय दर्जाजगमीत सिंह की पार्टी में बड़ी गिरावट देखी गई और वह अपना राष्ट्रीय दर्जा खोने जा रही है, जिसके लिए पार्टियों को कम से कम 12 सीटें हासिल करनी होती हैं। इसमें एनडीपी को सफलता नहीं मिल पाई। एनडीपी को केवल 7 सीटों पर जीत मिली है। रुझानों में लिबरल पार्टी 165 सीटों पर आगे है जबकि खालिस्तानी नेता जगमीत सिंह चुनाव हार गए हैं।

इसके बाद जगमीत सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट भी लिखा,

जगमीत सिंह ने लिखा, 'मैं जानता हूं कि यह रात न्यू डेमोक्रेट्स के लिए निराशाजनक है। लेकिन हम तभी हारते हैं जब हम उन लोगों पर विश्वास करते हैं जो हमें बताते हैं कि हम कभी भी बेहतर कनाडा का सपना नहीं देख सकते हैं। 46 साल के सिंह ने कहा कि वह 'निराश' हैं कि एनडीपी अधिक सीटें नहीं जीत सकी।उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं अपने आंदोलन से निराश नहीं हूं, मुझे अपनी पार्टी के लिए थोड़ी उम्मीद हैं।'

जस्टिन ट्रूडो को भी मिली हार

जगमीत सिंह के साथ ही पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो को भी करारी हार मिली है। साथ ही लिबरल पार्टी सत्ता में आने का मौका मिला है। पिछले चुनाव में एनडीपी को 24 सीटें मिली थीं। इसके समर्थन से ही जस्टिन ट्रूडो ने काफी समय तक अपनी सरकार चलाई। अपनी सरकार चलाने के लिए ट्रूडो जगमीत का समर्थन लेते रहे थे।

अब खबर आ रही है कि कनाडा में हुए आम चुनाव में मार्क कार्नी प्रधानमंत्री चुने गए है। कनाडा में लिबरल पार्टी ने लगातार चौथी बार सरकार बनाने में सफलता दिलाई है। इससे पहले जनवरी में जस्टिन ट्रूडो ने अपनी लिबरल पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और मार्क कार्नी पीएम बन गए थे। अब खालिस्तानी समर्थक माने जाने वाले न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के प्रमुख जगमीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।


कौन है जगमीत सिंह?सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जगमीत सिंह भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक है। उनका जन्म पंजाब के बरनाला जिले के ठीकरिवाल गांव में हुआ था। उनका परिवार 1970 के दशक में कनाडा जाकर शिफ्ट हो गया। जगमीत सिंह भारत खिलाफ जहर उगलते रहे हैं। चाहे 1984 के सिख विरोधी दंगा हो या नागरिकता कानून। उन्होंने कनाडा में भी खालिस्तानियों का मनोबल बढ़ाया। राजनीति में आने से पहले जगमीत वकालत करते थे।
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन, पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की मांग

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन, पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की मांग

 पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन, पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की मांग


पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन किया गया। लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत और पाकिस्तान समर्थकों ने प्रदर्शन किया। फ्रांस में भारतीय प्रवासियों ने रविवार को एफिल टावर के पास प्लेस डू ट्रोकाडेरो में प्रदर्शन किया। टोरंटो में कनाडा के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम में आतंकियों द्वारा हिंदुओं के नरसंहार की निंदा की।

पहलगाम आतंकी हमले के लेकर दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन (फोटो- एक्स)

 लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर भारत और पाकिस्तान समर्थकों ने प्रदर्शन किया। भारतवंशियों ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर शुक्रवार को पाकिस्तान दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया था। इसके जवाब में पाकिस्तानी भारतीय उच्चायोग के बाहर पहुंच गए।


पाकिस्तानियों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

सूचना मिलने पर भारतीयों ने भी वहां पहुंचकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।एक भारतीय प्रवासी ने बताया, पाकिस्तानियों ने भारतीय उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। हम उनके विरोध का मुकाबला करने के लिए एकजुटता के साथ यहां जुटे हैं। हम सभी शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं।


भारतवंशियों ने शांतिपूर्ण विरोध जताया
भारतीय समुदाय के एक अन्य सदस्य ने कहा, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भारतीय उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन की घोषणा के बाद भारतवंशियों ने शांतिपूर्ण विरोध जताया। हमें उम्मीद है कि भारत सरकार पाकिस्तान को उसकी समझ में आने वाली भाषा में जवाब देगी।


पहलगाम आतंकी हमले के लेकर दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन


पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए दुनिया के कई शहरों में प्रदर्शन किया गया। फ्रांस में भारतीय प्रवासियों ने रविवार को एफिल टावर के पास प्लेस डू ट्रोकाडेरो में प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लिए भारतीय समुदाय के सदस्यों ने तिरंगा लहराते हुए उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश दिया।

प्रदर्शनकारियों ने आतंकी गतिविधियों को पनाह देने और उनका समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया। प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र से आतंकवाद को सहायता और बढ़ावा देने वाले देशों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आग्रह किया।


फ्रैंकफर्ट में भारतीय प्रवासियों ने निकाला विरोध मार्च

भारतीय प्रवासियों ने रविवार को फ्रैंकफर्ट में एक रैली का आयोजन किया। 300 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने सेंट्रल रेलवे स्टेशन से डोम रोमर तक विरोध मार्च निकाला, जो फ्रैंकफर्ट के प्रमुख मार्गों से गुजरा तथा आतंकवाद के शिकार परिवारों के साथ एकजुटता जताई। पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले 26 लोगों की स्मृति में, श्री गणेश हिन्दू मंदिर, बर्लिन ने रविवार को शांति होम का आयोजन किया गया।


टोरंटो में लोगों ने की पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की मांग
टोरंटो में कनाडा के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम में आतंकियों द्वारा हिंदुओं के नरसंहार की निंदा की। हिंदू फोरम कनाडा और कई अन्य हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में शनिवार को 500 से अधिक हिंदू, यहूदी, बलूच, ईरानी और अन्य कनाडाई लोग एकत्रित हुए।


टोरंटो की सड़कों पर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे
प्रदर्शनकारियों ने टोरंटो की सड़कों पर ''पाकिस्तान मुर्दाबाद'' के नारे लगाते हुए मार्च भी निकाला और कनाडा सरकार से पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने का आह्वान किया।


आतंकी हमले के पीड़ितों को ह्यूस्टन में दी गई श्रद्धांजलि
पहलगाम आतंकी हमले के पीडि़तों को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों भारतीय-अमेरिकी ह्यूस्टन में एकत्र हुए। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर लिखा था, ''आतंक का एक ही धर्म होता है। मासूमों को मारना बंद करो। वहीं, न्यूयार्क के क्वींस में दाऊदी बोहरा समुदाय के लोग पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए और हमले की निंदा की।
फैसलों ने मचाई दुनिया में हलचल, टैरिफ वार से अपने हुए खफा; अमेरिका ने यूक्रेन का छोड़ा साथ

फैसलों ने मचाई दुनिया में हलचल, टैरिफ वार से अपने हुए खफा; अमेरिका ने यूक्रेन का छोड़ा साथ

 फैसलों ने मचाई दुनिया में हलचल, टैरिफ वार से अपने हुए खफा; अमेरिका ने यूक्रेन का छोड़ा साथ


राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में 100 दिन पूरे हो गए हैं। वह अमेरिका के ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अभूतपूर्व टैरिफ वार शुरू किया अमेरिका की विदेशी सहायता में कटौती की नाटो सहयोगियों की निंदा की और यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस के दृष्टिकोण से सहमति जताई। उनके इन फैसलों से दुनिया में हलचल पैदा हो गई।

राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप के 100 दिन पूरे हो गए हैं (फोटो- रॉयटर)

राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में 100 दिन पूरे हो गए हैं। वह अमेरिका के ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अभूतपूर्व टैरिफ वार शुरू किया, अमेरिका की विदेशी सहायता में कटौती की, नाटो सहयोगियों की निंदा की, यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस के दृष्टिकोण से सहमति जताई और ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाने, पनामा नहर को वापस लेने व कनाडा को 51वां राज्य बनाने का इरादा जताया।


इन 'अराजक' सौ दिनों में उन्होंने नियम-आधारित विश्व व्यवस्था के कुछ हिस्सों को उलट दिया है जिसे अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बनाने में मदद की।


ट्रंप अब आठ वर्ष पहले की तुलना में कहीं अधिक कट्टरपंथी
ट्रंप के पहले कार्यकाल में ईरान और वेनेजुएला पर विशेष अमेरिकी दूत नियुक्त किए जाने से पहले राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और जार्ज डब्ल्यू. बुश के अधीन काम कर चुके इलियट अब्राम्स ने कहा, ''ट्रंप अब आठ वर्ष पहले की तुलना में कहीं अधिक कट्टरपंथी हैं। मैं हैरान हूं।''


ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के ''अमेरिका फ‌र्स्ट'' एजेंडे ने दोस्तों को अलग-थलग कर दिया है और विरोधियों को प्रोत्साहित किया है। साथ ही सवाल उठे हैं कि वह कहां तक जाने को तैयार हैं।


ट्रंप के फैसलों ने दुनिया को कर दिया बेचैन
उनके कार्यों और अनिश्चितता ने कुछ सरकारों को इतना बेचैन कर दिया है कि वे ऐसे कदम उठा रहे हैं जिन्हें पूर्व स्थिति में लाना मुश्किल हो सकता है, भले ही 2028 में अमेरिका में अधिक पारंपरिक राष्ट्रपति चुना जाए।

डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन प्रशासन के लिए पश्चिम एशिया के पूर्व वार्ताकार डेनिस रास ने कहा, ''हम जो देख रहे हैं, वह विश्व मामलों में एक बहुत बड़ा व्यवधान है। इस समय कोई भी निश्चित नहीं है कि जो हो रहा है उसका क्या मतलब निकाला जाए या आगे क्या होगा।''


ट्रंप ने कई अधिकारियों को निकाला
वैश्विक प्रणाली में ट्रंप के बदलाव का यह आकलन रॉयटर द्वारा वाशिंगटन और दुनियाभर की राजधानियों में एक दर्जन से अधिक वर्तमान और पूर्व सरकारी अधिकारियों, विदेशी राजनयिकों और स्वतंत्र विश्लेषकों के साथ साक्षात्कार से निकाला है।


ट्रंप के बदलने की संभावना काफी कम
कई लोगों का कहना है कि पहले हो चुके कुछ नुकसान लंबे समय तक बने रह सकते हैं। दरअसल, ट्रंप के बदलने की संभावना काफी कम है और वह उम्मीद करते हैं कि कई देश अमेरिका के साथ अपने संबंधों में स्थायी बदलाव करें। इसका असर पहले ही शुरू हो चुका है।


कुछ यूरोपीय सहयोगी अमेरिका से रूठे
उदाहरण के लिए, कुछ यूरोपीय सहयोगी अमेरिकी हथियारों पर निर्भरता कम करने के लिए अपने स्वयं के रक्षा उद्योगों को बढ़ावा देने की सोच रहे हैं। दक्षिण कोरिया में अपने परमाणु शस्त्रागार को विकसित करने की बहस तेज हो गई है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि बिगड़ते संबंध अमेरिकी भागीदारों को कम से कम आर्थिक रूप से चीन के करीब जाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
लंदन में पहलगाम हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के लोग आमने-सामने, उच्चायोग के बाहर जमकर हुई नारेबाजी

लंदन में पहलगाम हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के लोग आमने-सामने, उच्चायोग के बाहर जमकर हुई नारेबाजी

 लंदन में पहलगाम हमले को लेकर भारत-पाकिस्तान के लोग आमने-सामने, उच्चायोग के बाहर जमकर हुई नारेबाजी


पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में लंदन में भारतीय प्रवासी समुदाय ने भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान पर आतंक को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और 26 लोगों की मौत पर आक्रोश जताया। भारत माता की जय और वंदे मातरम का नारा लगाते हुए और भारतीय तिरंगा लहराते हुए प्रदर्शकारियों ने जमकर विरोध किया।

लंदन में पाकिस्तानियों को भारतीयों का जवाब (फोटो-एएनआई)

 लंदन में पहलगाम हमले को लेकर विरोध जारी है। लंदन में भारतीय समुदाय और प्रवासी प्रतिनिधियों की एक बड़ी संख्या पाकिस्तानी प्रदर्शन का मुकाबला करने के लिए भारतीय उच्चायोग में उतरी, जिसे पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर 'भारतीय दुष्प्रचार' के रूप में ब्रांडेड किया गया था।


भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' का नारा लगाते हुए और भारतीय तिरंगा लहराते हुए, भारत समर्थक प्रदर्शनकारियों की संख्या रविवार शाम को इंडिया हाउस के सामने सड़क के पार ब्रिटिश पाकिस्तानियों के छोटे समूह से अधिक थी।


पुलिस भी थी मौजूदभारत समर्थक प्रदर्शनकारियों की संख्या रविवार शाम को इंडिया हाउस के सामने सड़क के पार ब्रिटिश पाकिस्तानियों के छोटे समूह से अधिक थी। वहां मेट्रोपॉलिटन पुलिस भी मौजूद थी, जो यह सुनिश्चित करने के लिए पहरे पर थे कि दोनों समूह एक-दूसरे पर अपमानजनक टिप्पणियां करते समय एक-दूसरे से दूर रहें।





जलाई गई मोमबत्तीबाद में, ब्रिटिश भारतीय समूहों द्वारा 22 अप्रैल के आतंकी हमले के पीड़ितों को याद करने के लिए पिकाडिली सर्कस में मोमबत्ती जलाई गई, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। मैनचेस्टर, स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग और उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट सहित ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों में भारतीय प्रवासी समूहों द्वारा इसी तरह के 'पहलगाम पर सभी की निगाहें' विरोध और जागरण का आयोजन किया गया है, ताकि पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी संगठनों को कथित समर्थन की निंदा की जा सके।




'आतंकवाद के खिलाफ एकजुट मोर्चा पेश करना'सामुदायिक समूह इनसाइट यूके ने कहा, 'इसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ एकजुट मोर्चा पेश करना है।' रविवार का विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को ब्रिटेन की राजधानी में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारतीय प्रवासी संगठनों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद हुआ है, जिसमें मिशन के अधिकारियों द्वारा समर्थित ब्रिटिश पाकिस्तानियों द्वारा जवाबी विरोध प्रदर्शन किया गया था।


पाकिस्तानी अधिकारी को लेकर वायरल वीडियोसोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित एक वीडियो में, एक पाकिस्तानी अधिकारी को इमारत के बाहर भारतीय प्रदर्शनकारियों की ओर गला काटने की धमकी देते हुए कैमरे पर पकड़ा गया।
 ईरान के बंदरगाह पर विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़ी, अब तक 18 लोगों की मौत और 750 घायल

ईरान के बंदरगाह पर विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़ी, अब तक 18 लोगों की मौत और 750 घायल

 ईरान के बंदरगाह पर विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़ी, अब तक 18 लोगों की मौत और 750 घायल


दक्षिणी ईरान के होर्मोजगन प्रांत के बंदर अब्बास शहर में शाहिद राजाई बंदरगाह पर शनिवार को हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 750 से अधिक घायल हो गए। इसके साथ ही विस्फोट से आसमान में धुएं का एक बड़ा गुबार फैल गया और आसपास की इमारतों और कारों को भारी नुकसान पहुंचा।


ईरान के प्रमुख बंदरगाह पर विस्फोट में 14 लोगों की मौत और 750 अन्य घायल (फोटो- रॉयटर)


दक्षिणी ईरान के होर्मोजगन प्रांत के बंदर अब्बास शहर में शाहिद राजाई बंदरगाह पर शनिवार को हुए भीषण विस्फोट में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 750 से अधिक घायल हो गए।


आखिर कैसे हुआ विस्फोट, पता लगाया जा रहा है

माना जा रहा है कि यह विस्फोट कथित तौर पर मिसाइल प्रोपेलेंट बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रासायनिक पदार्थ की शिपमेंट से जुड़ा हुआ है। लेकिन, ईरान में किसी ने भी सीधे तौर पर यह नहीं कहा है कि क्या यह विस्फोट किसी हमले की वजह से हुआ।


विस्फोट से आसपास की इमारतों और कारों को भारी नुकसान
विस्फोट से आसमान में धुएं का एक बड़ा गुबार फैल गया और आसपास की इमारतों और कारों को भारी नुकसान पहुंचा। विस्फोट शनिवार को उस समय हुआ जब ईरान और अमेरिका के अधिकारी तेहरान के तेजी से आगे बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर तीसरे दौर की वार्ता के लिए ओमान में मिले।


हालांकि, वार्ता का नेतृत्व कर रहे ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने भी बुधवार को स्वीकार किया था कि ''पिछले उदाहरणों को देखते हुए हमारी सुरक्षा सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं।''

बहरहाल, घायलों को पास के चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। पड़ोसी फार्स प्रांत की राजधानी शिराज में 90 बिस्तरों वाले अस्पताल को भी इस घटना में संभावित रूप से घायलों के भर्ती होने के लिए तैयार रखा गया है।


विस्फोट में तीन चीनी नागरिकों को मामूली चोटें आईं

बंदर अब्बास में चीन के महावाणिज्य दूतावास के अनुसार, विस्फोट में तीन चीनी नागरिकों को मामूली चोटें आईं। चिकित्सा उपचार मिलने के बाद अब वे अच्छी स्थिति में हैं।
 भारत की कार्रवाई से सहम गया पाकिस्तान, सभी रेलवे स्टेशन पाक आर्मी को सौंपे गए

भारत की कार्रवाई से सहम गया पाकिस्तान, सभी रेलवे स्टेशन पाक आर्मी को सौंपे गए

 भारत की कार्रवाई से सहम गया पाकिस्तान, सभी रेलवे स्टेशन पाक आर्मी को सौंपे गए


पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने शनिवार को बताया कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों का नियंत्रण पाकिस्तानी सशस्त्र बलों को सौंप दिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर सैन्य उपकरणों के परिवहन की व्यवस्था भी पूरी कर ली गई है और इसके साथ ही पाकिस्तान ने दवा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

पाकिस्तान में सभी रेलवे स्टेशन सेना को सौंपे गए (फाइल फोटो)

HIGHLIGHTSरेल मंत्री अब्बासी ने कहा, रेलवे का सारा सामान सशस्त्र बलों के अधीन
पाक ने दवा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन कदम उठाए
पाकिस्तान दवा के कच्चे माल के लिए भारत पर निर्भर


पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई की आशंका से सहमे पाकिस्तान ने देशभर के रेलवे स्टेशनों को सेना को सौंप दिया है और सभी स्टेशनों पर सैनिक डेस्क स्थापित किए गए हैं।


देश के सभी रेलवे स्टेशनों का नियंत्रण पाकिस्तानी सशस्त्र बलों को सौंप दिया

पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने शनिवार को बताया कि देश के सभी रेलवे स्टेशनों का नियंत्रण पाकिस्तानी सशस्त्र बलों को सौंप दिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर सैन्य उपकरणों के परिवहन की व्यवस्था भी पूरी कर ली गई है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने दवा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।


सभी रेलवे स्टेशनों पर सैनिक डेस्क स्थापित
हनीफ अब्बासी ने कहा कि सभी रेलवे स्टेशनों पर सैनिक डेस्क स्थापित कर दिए गए हैं। पाकिस्तान रेलवे का सारा सामान अब पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के अधीन है।


अब हमारी रसद पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के नियंत्रण में है। अब वे टैंक, भारी हथियार और तोपें ले जाने के लिए रेलवे का उपयोग कर सकते हैं। पाकिस्तान रेलवे के हमारे सभी अधिकारी, सभी स्टेशन और हर परिसर जरूरत पड़ने पर सशस्त्र बलों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।


पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित
प्रेट्र के अनुसार, पाकिस्तानी स्वास्थ्य अधिकारियों ने भारत के साथ व्यापार संबंधों के निलंबन को देखते हुए दवा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन उपाय शुरू किए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले के जवाब में इस्लामाबाद ने गुरुवार को नई दिल्ली के साथ सभी व्यापार स्थगित कर दिया।


पाकिस्तान दवा के कच्चे माल के लिए भारत पर निर्भर


जियो न्यूज ने बताया कि भारत के साथ व्यापार रुकने से पाकिस्तान में दवा की जरूरतों को पूरा करने के लिए आपातकालीन तैयारी शुरू हो गई है। वर्तमान में पाकिस्तान दवा निर्माण में उपयोग किए जाने वाले 30 से 40 प्रतिशत कच्चे माल के लिए भारत पर निर्भर है। इसमें सक्रिय फार्मास्यूटिकल सामग्री (एपीआइ) और उन्नत चिकित्सीय उत्पाद शामिल हैं।


पाक ने चीन के सामने हाथ फैलाया
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने कहा कि पाकिस्तान ने चीन से अपनी मौजूदा स्वैप लाइन को 10 बिलियन युआन तक बढ़ाने का अनुरोध किया है। हमें उम्मीद है कि हम साल के अंत से पहले पांडा बांड लांच करेंगे।

वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की बैठकों से इतर रायटर को दिए साक्षात्कार में औरंगजेब ने बताया कि पाकिस्तान के पास पहले से ही 30 बिलियन युआन की स्वैप लाइन है। हमारे दृष्टिकोण से 40 बिलियन युआन तक पहुंचना एक अच्छी स्थिति होगी।

बताते चलें, केंद्रीय बैंकों के बीच अपने-अपने देशों की मुद्राओं की अदला-बदली करने के लिए किए गए समझौते को स्वैप लाइन कहा जाता है। वहीं, पांडा बांड चीन में विदेशी संस्थाओं की ओर से युआन में ऋण हासिल करने का जरिया है।