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  उपार्जन केंद्रों में प्रदेशभर में धान खरीदी सुचारू रूप से जारी

उपार्जन केंद्रों में प्रदेशभर में धान खरीदी सुचारू रूप से जारी

  उपार्जन केंद्रों में प्रदेशभर में धान खरीदी सुचारू रूप से जारी

जशपुर जिले में 2,628 किसानों से 1 लाख 67 हजार 246 क्विंटल धान की खरीदी

जशपुर जिले में 2,628 किसानों से 1 लाख 67 हजार 246 क्विंटल धान की खरीदी

जशपुर जिले में 2,628 किसानों से 1 लाख 67 हजार 246 क्विंटल धान की खरीदी

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य सुचारू, पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से जारी है। राज्य के सभी जिलों में खरीदी केंद्रों में किसानों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।

जशपुर जिले में 2,628 किसानों से 1 लाख 67 हजार 246 क्विंटल धान की खरीदी

प्रदेश के जशपुर जिले में भी धान खरीदी प्रक्रिया तेज गति से आगे बढ़ रही है। 3 दिसंबर तक जिले के 46 उपार्जन केंद्रों में कुल 2,628 किसानों से 1,67,246 क्विंटल धान उपार्जित किया जा चुका है। इसके एवज में 39.62 करोड़ रुपये से अधिक की राशि किसानों के बैंक खातों में निरंतर हस्तांतरित की जा रही है।

धान खरीदी कार्य को पारदर्शी और किसान हितैषी बनाने के लिए उपार्जन केंद्रों में टोकन प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक तौल उपकरण, नमी मापक यंत्र समेत सभी आवश्यक तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही पर्याप्त बारदाना, बैठने की व्यवस्था, पीने का पानी और अन्य आवश्यक प्रबंध भी सुनिश्चित किए गए हैं, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

जिला प्रशासन के निरंतर निरीक्षण और मॉनिटरिंग के कारण धान खरीदी कार्य निर्बाध रूप से संचालित हो रहा है। निर्धारित तिथि के अनुसार किसान केंद्रों में पहुंचकर अपना धान बेच रहे हैं और समर्थन मूल्य के माध्यम से उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है।

 छात्रवृत्ति स्वीकृति निर्धारित समयसीमा में हो संपन्न : आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर

छात्रवृत्ति स्वीकृति निर्धारित समयसीमा में हो संपन्न : आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर

 छात्रवृत्ति स्वीकृति निर्धारित समयसीमा में हो संपन्न : आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर

वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक  लेकर सहायक आयुक्तों को दिए  निर्देश

वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक  लेकर सहायक आयुक्तों को दिए  निर्देश
छात्रावास-आश्रम भवन निर्माण  गुणवत्ता के  साथ निर्धारित समय सीमा में पूरा  करने के निर्देश

आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त डॉ.सारांश मित्तर ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिलों में पदस्थ सहायक आयुक्तों की  बैठक लेकर काम काज की समीक्षा की। उन्होंने  बैठक में कहा कि सभी जिलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 में वर्गवार छात्रवृति स्वीकृति की प्रक्रिया निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कर ली जाए, ताकि किसी भी छात्र को शिक्षा प्राप्त करने में कोई आर्थिक समस्या ना आए।
उन्होंने पीएम जनमन योजना अंतर्गत स्वीकृत कार्यों - बहुउद्देशीय केन्द्रों के निर्माण की स्थिति, एवं उसमें होने वाले व्यय की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की। साथ ही सभी पूर्ण कार्यों को यथाशीघ्र वास्तविक फोटोग्राफ सहित जानकारी उपलब्ध कराने एवं सभी अपूर्ण कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। 
इसके साथ ही आदि आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत आने वाले बस्तर सभांग के 07 जिलों तथा प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत आने वाले जिलों में अपूर्ण कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा कर अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूर्ण कर राशि के नियमानुसार उपयोग के निर्देश दिए गए।
आयुक्त डॉ मित्तर ने कहा  कि भविष्य में किसी भी नवीन छात्रावास-आश्रम अथवा प्रयास या एकलव्य विद्यालय हेतु स्थल चयन से पूर्व यह देख लिया जाए कि वह स्थल वन भूमि अथवा छोटे-बड़े झाड़ के जंगल अंतर्गत ना आता हो और ना ही उस भूमि पर किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण हो, ताकि बाद में किसी प्रकार की विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो। इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पूर्व अनुरक्षण मद की राशि के उपयोग हेतु तत्काल एक ठोस योजना बनाते हुए मुख्यालय को अवगत कराएं एवं राशि का प्रासंगिक उपयोग समयसीमा में सुनिश्चित करें। साथ ही नवीन वित्तीय वर्ष से अनुरक्षण मद की राशि के उपयोग हेतु प्रारंभ से ही कार्ययोजना बनाते हुए उसपर अमल किया जाए, ताकि वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक राशि का समुचित उपयोग संभव हो सके।    
उन्होंने  इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्राप्त बजट के विरूद्ध व्यय, छात्रावास-आश्रम में स्वीकृत सीट के विरूद्ध प्रवेश की स्थिति, पीवीटीजी योजना अंतर्गत 2022-23 के अपूर्ण कार्यों की प्रगति, एफआरए सेल के गठन की स्थिति, संविधान के अनुच्छेद 275 (1) के वर्ष 2022-23, व 2023-24 और 2024-25 के स्वीकृत कार्यों की प्रगति एवं आगामी विधानसभा सत्र के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने इसके अलावा  छात्रावास-आश्रमों में सीटों के समायोजन के संबंध में  भी आवश्यक निर्देश दिए ।  
बैठक में अपर संचालक श्री संजय गौड़, श्री जितेन्द्र गुप्ता, श्री आर.एस.भोई, उपायुक्त श्री प्रज्ञान सेठ, श्री एल.आर.कुर्रे एवं श्रीमती मेनका चन्द्राकर उपस्थित थे।

 कृषक दिनेश ने आसानी से बेचा अपना धान, खरीदी केन्द्र की बेहतर व्यवस्था पर जताई खुशी

कृषक दिनेश ने आसानी से बेचा अपना धान, खरीदी केन्द्र की बेहतर व्यवस्था पर जताई खुशी

 कृषक दिनेश ने आसानी से बेचा अपना धान, खरीदी केन्द्र की बेहतर व्यवस्था पर जताई खुशी

कृषक दिनेश\

कृषक दिनेश

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में धान खरीदी प्रक्रिया सुचारू एवं पारदर्शी रूप से जारी है। इसी क्रम में जशपुर जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है। जशपुर विकासखंड के धान खरीदी केन्द्र गम्हरिया में पहुंचे कृषक दिनेश सिंह ने बताया कि उन्हें टोकन प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई और उन्होंने अपना 172 बोरी धान आसानी से बेच दिया। उन्होंने खरीदी केंद्र में उपलब्ध बेहतर सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताया और कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार खरीदी केंद्रों में किसानों के हित में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। समर्थन मूल्य पर सीधी खरीदी से किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है और उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिल रहा है।

खरीदी केंद्रों में शासन के निर्देशानुसार वजन, मापक, बोरा, तराजू-बाट, बारदाना सहित सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। जिला प्रशासन पूरी प्रक्रिया की नियमित मॉनिटरिंग कर रहा है ताकि किसी भी किसान को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

 प्रेमचंद जैन ने सोलर प्लांट से घटाया बिजली बिल

प्रेमचंद जैन ने सोलर प्लांट से घटाया बिजली बिल

 प्रेमचंद जैन ने सोलर प्लांट से घटाया बिजली बिल

 प्रेमचंद जैन

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से आमजन को मिल रहा लाभ


प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ अब आम नागरिकों तक प्रभावी रूप से पहुँच रहा है। योजना के तहत लोग अपने घरों की छतों पर सोलर प्लांट स्थापित कर न केवल बिजली बिलों में उल्लेखनीय कमी ला रहे हैं, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सार्थक कदम बढ़ा रहे हैं।
    गोल बाजार, खैरागढ़ निवासी श्री प्रेमचंद जैन इसका एक बेहतर उदाहरण हैं। उन्होंने अपने घर की छत पर ऑन-ग्रिड सोलर प्लांट स्थापित किया है, जिसके माध्यम से नवंबर माह में लगभग 400 यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। इसी अवधि में उनकी वास्तविक खपत मात्र 290 यूनिट रही। इस प्रकार श्री जैन ने अपनी जरूरत से अधिक ऊर्जा उत्पन्न कर न केवल बिजली बिल लगभग शून्य कर लिया, बल्कि अतिरिक्त बिजली ग्रिड को प्रदान कर आर्थिक लाभ भी प्राप्त किया।
    श्री जैन ने बताया कि सोलर प्लांट स्थापना की पूरी प्रक्रिया सरल और पारदर्शी रही। उन्हें सरकारी सब्सिडी का लाभ भी समय पर मिला, जिससे स्थापना लागत में काफी कमी आई। उनके अनुसार सोलर ऊर्जा केवल बचत का साधन नहीं, बल्कि भविष्य और पर्यावरण के लिए एक सुरक्षित निवेश है, जो आने वाले वर्षों में हर घर की जरूरत बनेगा।
    योजना के तहत उपभोक्ता इच्छानुसार ऑनलाइन वेंडर का चयन कर सकते हैं और आवेदन प्रक्रिया पूर्णतः डिजिटल, सुगम एवं पारदर्शी है। इसके लिएhttps://pmsuryaghar.gov.in/#/ पीएम सूर्य घर ऐप, मोर बिजली ऐप, विभागीय वेबसाइट, टोल-फ्री नंबर 1912 तथा नजदीकी छत्तीसगढ राज्य विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड कार्यालयों के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है।

अवैध धान परिवहन पर प्रशासन की कार्रवाई जारी, अब तक पकड़ाया 64 लाख का अवैध धान

अवैध धान परिवहन पर प्रशासन की कार्रवाई जारी, अब तक पकड़ाया 64 लाख का अवैध धान

 अवैध धान परिवहन पर प्रशासन की कार्रवाई जारी, अब तक पकड़ाया 64 लाख का अवैध धान

4742 बोरियाँ धान जप्त, 14 वाहनों पर वैधानिक कार्रवाई

खरीफ विपणन वर्ष के तहत कबीरधाम जिले में चल रही धान खरीदी प्रक्रिया के बीच अवैध धान परिवहन की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन की लगातार कार्रवाई जारी है। अब तक संयुक्त टीमों द्वारा 34 विभिन्न प्रकरणों में 2091 क्विंटल से अधिक अवैध धान जप्त किया गया है, जिसकी कीमत 31 सौ रूपये की दर से लगभग 64 लाख 82 हजार रुपये होती है।
    जिला प्रशासन द्वारा अवैध धान परिवहन पर रोकथाम के लिए खरीदी से जुड़े सभी विभागों को निरंतर मॉनिटरिंग एवं त्वरित कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। जिले के सीमावर्ती चेकपोस्टों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जबकि उड़नदस्ता दल लगातार संवेदनशील क्षेत्रों पर निगरानी रखते हुए संदिग्ध वाहनों की जांच कर रहा है। इसके अलावा अवैध धान आवक की रोकथाम के लिए राजस्व एवं खाद्य विभाग की टीमें सीमावर्ती इलाकों में औचक निरीक्षण कर रही है।
4742 बोरियाँ धान जप्त, 14 वाहनों पर वैधानिक कार्रवाई

    खाद्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अब तक जिले में 34 अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन प्रकरणों में कुल 4742 बोरियों में 2091.20 क्विंटल अवैध धान जप्त किया गया है। जिसका बाजार मूल्य 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से 64 लाख 82 हजार रुपये बैठता है। कार्रवाई के दौरान अवैध परिवहन में संलग्न 14 छोटे एवं बड़े वाहनों को भी जब्त कर वैधानिक कार्रवाई की गई है।

अवैध धान पर हुई कार्रवाई, 264 क्विंटल से अधिक धान जप्त

अवैध धान पर हुई कार्रवाई, 264 क्विंटल से अधिक धान जप्त

 

अवैध धान पर हुई कार्रवाई, 264 क्विंटल से अधिक धान जप्त

खरीफ विपणन वर्ष 2025-26

खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में अवैध धान के क्रय-विक्रय और भंडारण पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन मुगेली द्वारा कड़ी कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में राजस्व विभाग, खाद्य विभाग एवं मण्डी की संयुक्त टीम द्वारा आविदा फूड ग्रेन्स सारधा में दबिश दी गई। लोरमी एसडीएम श्री अजीत पुजारी ने बताया कि फर्म का ताला तोड़ कर अवैध रूप से संग्रहित धान की जप्ती की कार्यवाही की गई, जिसमें परिसर से एक पिकअप एवं एक माजदा गाड़ी में भरे 661 बारदानों सहित कुल 264 क्विंटल से अधिक धान जप्त कर कृषि उपज मंडी, लोरमी के सुपुर्द किया गया है।

       जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशन में जिले में अवैध धान भंडारण एवं परिवहन को रोकने जिले की सीमाओं एवं चेक पोस्ट पर चौकसी को और मजबूत करते हुए 24 घंटे निगरानी की जा रही है। इसके तहत संदिग्ध वाहनों परिवहन गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पारदर्शी एवं निष्पक्ष धान खरीदी करने प्रशासन की टीम द्वारा सतत निगरानी रखी जा रही है। सभी आंतरिक चेक पोस्ट पर भी टीमों को तैनात किया गया है। गठित निगरानी दल द्वारा रात्रिकालीन गश्त के साथ ही संदिग्ध वाहनों की सघन जांच की जा रही है और मंडी अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जा रही है। 

 राज्य में अवैध धान भंडारण पर सख्त कार्रवाई जारी

राज्य में अवैध धान भंडारण पर सख्त कार्रवाई जारी

 राज्य में अवैध धान भंडारण पर सख्त कार्रवाई जारी

 सरगुजा जिले के मडगांव में किराना दुकान से 200 बोरी धान जब्त

 सरगुजा जिले के मडगांव में किराना दुकान से 200 बोरी धान जब्त

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी सीजन के दौरान अवैध भंडारण और परिवहन पर रोक लगाने के लिए प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा अभियान लगातार तेज होता जा रहा है। इसी कड़ी में सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड के मडगांव में बड़ी कार्रवाई करते हुए चेतन सिंह के किराना दुकान से अवैध रूप से रखा गया 200 बोरी धान, यानी लगभग 80 क्विंटल, जब्त किया गया है। जांच के दौरान दुकान में रखे गए धान के संबंध में कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जा सके, जिसके बाद कृषि उपज मंडी अधिनियम के प्रावधानों के तहत तत्काल जब्ती की प्रक्रिया पूरी की गई।

मौके पर पहुंची कृषि उपज मंडी समिति, राजस्व विभाग और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम ने पंचनामा तैयार कर धान को राजकीय अभिरक्षा में लिया। अधिकारियों ने बताया कि जिले में अवैध भंडारण, अवैध खरीदी–बिक्री और अंतरराज्यीय धान परिवहन पर निरंतर एवं सख्त निगरानी रखी जा रही है। चेकपोस्टों, ग्रामीण मार्गों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर विशेष निगरानी के साथ नियमित जांच अभियान चलाया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि धान खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी एवं नियंत्रित रखने के लिए अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर कठोरतम कार्रवाई जारी रहेगी।

 धान उपार्जन केन्द्र में खरीदी व्यवस्था सुचारू और सुव्यवस्थित किसानों को मिल रहा लाभ

धान उपार्जन केन्द्र में खरीदी व्यवस्था सुचारू और सुव्यवस्थित किसानों को मिल रहा लाभ

 धान उपार्जन केन्द्र में खरीदी व्यवस्था सुचारू और सुव्यवस्थित किसानों को मिल रहा लाभ

धान उपार्जन केन्द्र में खरीदी

टोकन से धान तौल तक पूरी प्रक्रिया बिना समस्या के संपन्न-किसान देवाल सिंह पावले

छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में धान खरीदी व्यवस्था को सुचारू, पारदर्शी और व्यवस्थित ढंग से संचालित किए जा रहे हैं, जिसका लाभ किसानों को सीधे मिल रहा है। सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत खोटिया निवासी किसान देवाल सिंह पावले ने धान उपार्जन केंद्र में अपने अनुभव साझा करते हुए खरीदी व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया।

श्री पावले ने बताया कि उनकी 4.5 एकड़ भूमि से 41 क्विंटल का रकबा निकला है। उन्होंने समिति में 41 क्विंटल का टोकन आसानी से कटाया, जिसमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आई। धान उपार्जन केंद्र पहुंचते ही नियम अनुसार नमी परीक्षण, बारदाना उपलब्धता और धान की तौल प्रक्रिया बिना किसी परेशानी के पूरी हो गई।

उन्होंने कहा कि समिति के कर्मचारी पूर्ण सहयोग कर रहे हैं जिससे किसानों को समस्या नहीं हो रही है। श्री पावले ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार ने किसानों के हित में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी और 3100 रुपए प्रति क्विंटल का सर्वाधिक समर्थन मूल्य देकर किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान की है।

धान खरीदी व्यवस्था से संतुष्ट किसान देवाल सिंह पावले ने मुख्यमंत्री तथा जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वर्ष की खरीदी व्यवस्था किसान हित में उत्कृष्ट रूप से संचालित की जा रही है।

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर राज्यपाल ने किया नमन

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर राज्यपाल ने किया नमन

 डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर राज्यपाल ने किया नमन

डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर राज्यपाल ने किया नमन

डॉ. राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की जयंती पर राज्यपाल ने किया नमन

भारत के प्रथम राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर आज राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लोकभवन में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया। 

इस अवसर पर लोकभवन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी डॉ. प्रसाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों एवं मूल्यों का स्मरण किया।

 मंत्रिपरिषद के निर्णय : दिनांक - 03 दिसम्बर 2025

मंत्रिपरिषद के निर्णय : दिनांक - 03 दिसम्बर 2025

 मंत्रिपरिषद के निर्णय : दिनांक - 03 दिसम्बर 2025

मंत्रिपरिषद के निर्णय

 मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में राज्य के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली बिल में रियायत देने के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए - 

    मुख्यमंत्री ऊर्जा राहत जन अभियान (M-URJA) - राज्य के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत देने के लिए मुख्यमंत्री ऊर्जा राहत जन अभियान राज्य में 01 दिसम्बर 2025 से लागू है, जिसके तहत घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को 100 यूनिट से बढ़ाकर अब 200 यूनिट प्रति माह तक बिजली बिल में 50 प्रतिशत छूट का लाभ मिलेगा। यह लाभ 400 यूनिट तक खपत वाले उपभोक्ताओं को भी मिलेगा। 

राज्य में 200 से 400 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को अगले एक वर्ष तक 200 यूनिट तक, बिजली बिल में 50 प्रतिशत छूट का लाभ मिलेगा, इससे 6 लाख उपभोक्ता लाभान्वित होंगे, ताकि इस अवधि में वे अपने घरों में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर प्लांट स्थापित करा सके।

इस तरह मुख्यमंत्री ऊर्जा राहत जन अभियान से प्रदेश के 42 लाख उपभोक्ता लाभान्वित होंगे, वहीं प्रधानमंत्री सूर्य घर मुक्त बिजली योजना का लाभ प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को मिलेगा। 

गौरतलब है कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत राज्य शासन की ओर से सब्सिडी दी जा रही है, जिसके तहत 1 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट पर 15,000 रुपये तथा 2 किलोवॉट या उससे अधिक क्षमता के प्लांट पर 30,000 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है। यह व्यवस्था राज्य में सौर ऊर्जा अपनाने को प्रोत्साहित करेगी और आने वाले समय में उपभोक्ताओं को हाफ बिजली से फ्री बिजली की ओर ले जाएगी।

    छत्तीसगढ़ भण्डार क्रय नियम, 2002 में स्थानीय लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों से क्रय को प्रोत्साहन देने तथा जेम पोर्टल में क्रय की स्पष्टता के लिए संशोधन किए जाने का निर्णय लिया गया। इन संशोधन से क्रय प्रक्रिया का सरलीकरण होगा, पारदर्शिता में वृद्धि होगी, प्रतिस्पर्धा को बढा़वा मिलेगा तथा समय और संसाधनों की बचत होगी। 

    मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) (संशोधन) विधेयक, 2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। 

    मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना (नियोजन एवं सेवा की शर्तों का विनियमन) अधिनियम, 2017 (क्र. 21 सन् 2018) में संशोधन हेतु छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना संशोधन विधेयक, 2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। जिससे ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के रिफॉर्म्स और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। 

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 के टॉप 10 अभ्यर्थियों ने की सौजन्य भेंट

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 के टॉप 10 अभ्यर्थियों ने की सौजन्य भेंट

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 के टॉप 10 अभ्यर्थियों ने की सौजन्य भेंट

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 के टॉप 10 अभ्यर्थियों ने की सौजन्य भेंट

मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं, लोकहित में कार्य करने की दी सीख

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से विगत दिवस राजधानी रायपुर स्थित उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 के टॉप 10 अभ्यर्थियों ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिजनों को सफलता के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी। इस अवसर पर विधायक श्री ललित चंद्राकर और राजभाषा अधिकारी श्री छगन लाल नागवंशी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों से उनकी तैयारी के अनुभव, परीक्षा के दौरान आने वाली चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मेहनत, अनुशासन और सकारात्मक सोच के कारण विद्यार्थियों ने यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 में प्रदेश के युवाओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन हम सबके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, बेहतर प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आपको हमेशा यह भी याद रखना होगा कि आगे आपकी भूमिका लोकसेवक की होगी। आपको अपने दायित्वों के निर्वहन में धैर्य, विनम्रता और लोक सेवक की सीमाओं का हमेशा ध्यान रखना होगा। आम जनमानस में प्रशासन का विश्वास कायम रखने की दिशा में आप सभी को संवेदनशीलता से प्रयास करना है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि  हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित परीक्षा को पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित करने का निर्णय लिया है और वह परीक्षा परिणामों में  साफ नजर आ रहा है। 

टॉपर विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यह उपलब्धि उनके लिए जिम्मेदारी का नया अध्याय है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण के साथ जनता की सेवा करेंगे और प्रदेश के विकास में योगदान देंगे।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग 2024 के टॉप 10 चयनित अभ्यर्थी श्री देवेश प्रसाद साहू, श्री स्वप्निल वर्मा, श्री यशवंत कुमार देवांगन, श्री पोलेश्वर साहू, श्री पारस शर्मा, सुश्री शताक्षी पाण्डेय, श्री अंकुश बैनर्जी, सुश्री सृष्टि गुप्ता, श्री प्रशांत वर्मा और श्री सागर वर्मा सपरिवार उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बलौदाबाजार को 194 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की देंगे सौगात

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बलौदाबाजार को 194 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की देंगे सौगात

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बलौदाबाजार को 194 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की देंगे सौगात

बलौदाबाजार को 194 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की देंगे सौगात

41 करोड़ रुपये के 94 कार्यों का लोकार्पण एवं 152 करोड़ रुपये के 80 कार्यों का करेंगे भूमिपूजन

16013 हितग्राहियों को 5 करोड़ से अधिक राशि का सामग्री एवं चेक का होग़ा वितरण

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सुहेला में आयोजित लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में होंगे शामिल

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 4 दिसम्बर 2025 को बलौदाबाजार के तहसील मुख्यालय सुहेला के दुर्गाेत्सव मैदान में  आयोजित लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय जिलेवासियों को 194 करोड़ 79 लाख  रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे। इसमें 41 करोड़ 91लाख रुपये के 94 कार्यों का लोकार्पण एवं 152 करोड़ 87 लाख रुपये के 80 कार्यों का  भूमिपूजन कार्य शामिल है। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। जिले के प्रभारी एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल तथा राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा अतिविशिष्ट अतिथि होंगे। रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, जांजगीर-चम्पा सांसद कमलेश जांगड़े, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि विशिष्ट अतिथि होंगे।

कार्यक्रम में 16013 हितग्राहियों को 5 करोड़ से अधिक राशि का सामग्री एवं चेक  वितरण किया जाएगा। जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत आवास पूर्ण करने वाले 1073 हितग्राहियों को आवास की चॉबी सौंपी जायेगी। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना अंतर्गत 5000 किसानों को उनके अधिकार अभिलेख  का वितरण, सायबर फ्रॉड प्रकरण के राशि वापसी का 27 लाख रुपये के चेक वितरण, श्रम विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को 83 लाख रुपये का चेक वितरण, आदिवासी विकास विभाग द्वारा 8333 छात्रों को 4 करोड़ 25 लाख  पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति, छत्तीसगढ़ महिला कोष अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों एवं सक्षम योजना अंतर्गत 16 हितग्राहियों को 25 लाख रूपए का चेक वितरण, खादी ग्रामोद्योग द्वारा मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत 10 हितग्राहियों को 9 लाख 69 हजार रुपये, हम होंगे कामयाब अंतर्गत 60 हितग्राहियों को 6 लाख 81 हजार रूपए का चेक वितरण शामिल हैं।

प्रमुख लोकार्पण कार्य- पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत 12 करोड़ 87 लाख रुपये की लागत के 1073 आवास निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 1करोड़ 74 लाख रुपये की लागत के एकल नल जल योजना अमाकोनी,1 करोड़ 61 लाख रुपये की लागत के रिट्रोफिटिंग नल जल प्रदाय योजना हथबंद, 1 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत के एकल नल जल योजना पौसरी , 1 करोड़ 44 लाख रुपये की लागत के एकल नल जल योजना सेम्हराडीह, 1 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत के नल जल प्रदाय योजना खपराडीह शामिल है।

प्रमुख भूमिपूजन कार्य- लोक निर्माण विभाग द्वारा 49 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत के बलौदाबाजार-रिसदा-हथबंद मार्ग मजबूतीकरण कार्य, 20 करोड़ 98 लाख रुपये की लागत के बलौदाबाजार के रिसदा बायपास मार्ग निर्माण, 15 करोड़ 59 लाख रुपये की लागत के बलौदाबाजार में इंडोर स्टेडियम काम्प्लेक्स निर्माण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 8 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत के प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत 717 आवासों का निर्माण, जल संसाधन विभाग द्वारा 8 करोड़ 4 लाख रुपये की लागत के विकासखंड तिल्दा की कोल्हान नाले के पार सुंगेरा एनिकट निर्माण शामिल है।

 धान उपार्जन समितियों की पारदर्शी और सुचारू व्यवस्था से किसान संतुष्ट

धान उपार्जन समितियों की पारदर्शी और सुचारू व्यवस्था से किसान संतुष्ट

 धान उपार्जन समितियों की पारदर्शी और सुचारू व्यवस्था से किसान संतुष्ट

धान उपार्जन समितियों की पारदर्शी और सुचारू व्यवस्था से किसान संतुष्ट

टोकन, बारदाना और तुलाई–हर चरण में मिल रही सहज सुविधा


छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशों के अनुरूप सरगुजा जिले में धान खरीदी व्यवस्था को किसानों के लिए सरल, सहज और पारदर्शी बनाया गया है। टोकन कटाने से लेकर समिति में धान बिक्री तक पूरी प्रक्रिया किसान हित में सुव्यवस्थित की गई है।

पुहपुटरा धान उपार्जन समिति में धान बेचने पहुंचे कृषक श्री राजेश कुमार राजवाड़े ने खरीदी केंद्र की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उनका कुल रकबा 160 क्विंटल का है और उन्होंने 59 क्विंटल 80 किलो धान बेचने के लिए पहला टोकन कटाया है।

कृषक राजवाड़े ने कहा कि टोकन कटाने की प्रक्रिया पूरी तरह सरल रही और किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। उपार्जन केंद्र पहुंचते ही समिति द्वारा तुरंत बारदाना और सूजा-सुतरी उपलब्ध करा दी गई, जिससे तुलाई प्रक्रिया बिना किसी देरी के संपन्न हो गई।
उन्होंने बताया कि समिति में धान खरीदी की व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी, व्यवस्थित और किसान हितैषी है। कर्मचारी और अधिकारी लगातार सहयोग कर रहे हैं, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रति एकड़ 21 क्विंटल की खरीदी एवं 3100 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य से किसानों को प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ मिल रहा है। इससे किसानों में धान विक्रय के प्रति उत्साह बढ़ा है।
उन्होंने खरीदी व्यवस्था पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि वर्तमान व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी तथा सरल है, जिससे किसानों का भरोसा और मनोबल बढ़ा है।
जिले की सभी उपार्जन समितियों में सुव्यवस्थित व्यवस्थाओं के चलते धान खरीदी कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और किसान बिना किसी परेशानी के अपना धान बेच पा रहे हैं।

 अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस : मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के मुख्य आतिथ्य में सूरजपुर में भव्य राज्यस्तरीय समारोह

अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस : मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के मुख्य आतिथ्य में सूरजपुर में भव्य राज्यस्तरीय समारोह

 अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस : मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के मुख्य आतिथ्य में सूरजपुर में भव्य राज्यस्तरीय समारोह

अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस


अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर 03 दिसंबर को सूरजपुर जिले में भव्य राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े शामिल होंगी। सुरजपुर नगर पालिका परिषद कार्यालय के समीप स्थित रंगमंच में आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम दिव्यांगजनों के अधिकारों, सम्मान, समान अवसर और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता खाद्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री दयाल दास बघेल करेंगे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री रामसेवक पैकरा, सरगुजा सांसद श्री चिन्तामणि महाराज, प्रेमनगर विधायक श्री भूलन सिंह मराबी, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शकुंतला पोर्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चंद्रमणी पैकरा, जनपद अध्यक्ष सूरजपुर श्रीमती स्वाति सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेंगे।

राज्यस्तरीय इस समारोह में दिव्यांगजनों के लिए विशेष सहायता कार्यक्रम, जानकारीपरक गतिविधियाँ, जागरूकता सत्र और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल की जाएंगी। कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों की सामाजिक भागीदारी को सुदृढ़ करना और उनके लिए संवेदनशील तथा समावेशी वातावरण को बढ़ावा देना है।

 प्राथमिक शाला सागबाड़ी में दो शिक्षकों की पदस्थापना से शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार

प्राथमिक शाला सागबाड़ी में दो शिक्षकों की पदस्थापना से शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार

 प्राथमिक शाला सागबाड़ी में दो शिक्षकों की पदस्थापना से शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार

प्राथमिक शाला सागबाड़ी

प्राथमिक शाला सागबाड़ी

वर्षों तक केवल एक शिक्षक के भरोसे संचालित होने वाले इस विद्यालय में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशों के अनुरूप स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया लागू की गई, जिसके तहत यहां दूसरे शिक्षक की पदस्थापना की गई।  इस पहल ने विद्यालय की व्यवस्था को मजबूत किया है और विद्यार्थियों के सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में सकारात्मक बदलाव लाया है। वनांचल क्षेत्र के ग्राम सागबाड़ी स्थित प्राथमिक शाला में शिक्षा की गुणवत्ता अब नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है। 

एक शिक्षक के भरोसे चल रहा था पूरा विद्यालय

          सालों से इस विद्यालय में मात्र एक शिक्षक, प्रधान पाठक श्री राम सिंह, ही कार्यरत थे। अकेले सभी कक्षाओं को संभालना उनके लिए चुनौतीपूर्ण था। सभी विद्यार्थियों को एक ही कक्ष में बैठकर पढ़ना पड़ता था और अलग-अलग कक्षाओं के लिए बच्चों को शिक्षक की उपलब्धता का इंतजार करना पड़ता था। इससे शिक्षा की गति प्रभावित होती थी।

युक्तियुक्तकरण से मिली राहत-दूसरे शिक्षक की नियुक्ति

          अतिशेष शिक्षकों को रिक्त पदों वाले विद्यालयों में भेजने की राज्य स्तरीय पहल के तहत 5 जून 2025 को श्री मनोज चंद्रा को सागबाड़ी प्राथमिक शाला में सहायक शिक्षक के रूप में पदस्थ किया गया। उनकी नियमित उपस्थिति और समर्पित शिक्षण से विद्यालय की गतिविधियों में नई ऊर्जा आई है। विद्यार्थियों ने महसूस किया बदलाव महसूस किया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी इस सुधार को खुलकर सराहा है। कक्षा पाँचवीं के छात्र बुधवार सिंह ने बताया कि पहले एक शिक्षक होने से पढ़ाई में कई कठिनाइयाँ आती थीं, लेकिन अब दो शिक्षक होने से पढ़ाई सुचारू रूप से चल रही है। 

 गाँव में शिक्षा सुदृढ़ीकरण की मिसाल

        दो शिक्षकों की उपलब्धता से सागबाड़ी प्राथमिक शाला में शैक्षणिक गतिविधियों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। वनांचल क्षेत्र के इस छोटे से विद्यालय में आया यह बदलाव शिक्षा सुदृढ़ीकरण की एक प्रेरक मिसाल बन गया है। कक्षा चौथी की प्रिया, दूसरी की रोशनी और तीसरी के सतीश यादव ने भी खुशी जताते हुए कहा कि अब कोई भी कक्षा खाली नहीं रहती और गुरुजी समय पर पहुंचते हैं। विद्यार्थियों ने यह भी बताया कि उन्हें नियमित रूप से सुबह का नाश्ता और मध्यान्ह भोजन मिलता है।

 राज्यों की विविधताओं को राष्ट्रीय एकता एक सूत्र में पिरोती है - राज्यपाल श्री डेका

राज्यों की विविधताओं को राष्ट्रीय एकता एक सूत्र में पिरोती है - राज्यपाल श्री डेका

 राज्यों की विविधताओं को राष्ट्रीय एकता एक सूत्र में पिरोती है - राज्यपाल श्री डेका

राज्यपाल श्री रमेन डेका

राजभवन में मनाया गया 6 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों का स्थापना दिवस

राजभवन में मनाया गया 6 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों का स्थापना दिवस

राज्यपाल श्री रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में  राजभवन में 6 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर श्री डेका ने कहा कि राज्यों की विविधताओं को राष्ट्रीय एकता एक सूत्र में पिरोती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रारंभ हुआ ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान इसी एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का सशक्त प्रतीक है। 

 राजभवन में 6 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का स्थापना दिवस मनाया गया

विविधता भारत को विश्व में अद्वितीय बनाती है

             राजभवन के छत्तीसगढ़ मण्डपम् में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, उत्तराखण्ड, लक्षद्वीप, और पुडुचेरी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि भाषाओं, वेशभूषा, खान-पान, कला और परंपराओं में भिन्नता होने के बावजूद हमारी आत्मा एक है। यही विविधता भारत को विश्व में अद्वितीय बनाती है।  केन्द्र सरकार के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के तहत विविधता में एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्य एक दूसरे का स्थापना दिवस मनाते है। इसी कड़ी में आज राजभवन के छत्तीसगढ़ मण्डपम में इन राज्यों का स्थापना दिवस हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। 

राजभवन में मनाया गया 6 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों का स्थापना दिवस

कला और स्थापत्य को ऊंचाई दी विजय नगर साम्राज्य ने

            राज्यपाल ने कहा कि भारत केवल एक भौगोलिक ईकाई नहीं है बल्कि हजारों वर्षाे की सभ्यता संस्कृति, परंपरा और मूल्यों का जीवंत संगम है। श्री डेका ने विभिन्न राज्यों की विशेषताओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक राज्य प्राचीन विरासत और आधुनिक तकनीक का संगम है। बीते युग में विजय नगर साम्राज्य ने कला और स्थापत्य को ऊंचाई दी, वैसे ही आज बैंगलुरू भारत का आईटी हब बन गया है। कर्नाटक अपने प्राकृतिक सौंदर्य और संस्कृति के साथ-साथ भाषा और साहित्य में समृद्ध है।  

भारतीय ज्ञान को समृद्ध किया संगम साहित्य ने

            राज्यपाल ने कहा कि तमिलनाडु भारत की द्रविड़ सभ्यता का केंद्र है। भारत की सबसे प्राचीन भाषाओं में एक तमिल भाषा की यह भूमि, महान मंदिर स्थापत्य, भरतनाट्यम नृत्य, संगीत और समृद्ध साहित्य परंपरा के लिए विश्व प्रसिद्ध है।  संगम साहित्य और तिरूक्कुरल जैसे ग्रंथों ने भारतीय ज्ञान को समृद्ध किया है। तमिलनाडु देश की प्रगति में अग्रणी भूमिका निभाता है। इस राज्य ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कर्नाटक के बाद तमिलनाडु देश का सबसे बड़ा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विकास क्षेत्र है। 

हमारे राष्ट्र के गौरव के प्रतीक हमारी इमारतें

          राज्यपाल ने कहा कि दिल्ली हमारी राजधानी ही नहीं बल्कि देश का दिल भी है। यह वह भूमि है जहां इतिहास ने करवट ली है। यहां की गलियों में भारत का इतिहास सांस लेता है, चाहे वह प्राचीन इन्द्रप्रस्थ की कहानी हो या आधुनिक भारत का स्वतंत्रता संग्राम हो। लाल किला, कुतुब मीनार, संसद भवन, इंडिया गेट- ये केवल इमारतें नहीं बल्कि हमारे राष्ट्र के गौरव के प्रतीक हैं। यहां सांस्कृतिक विविधता हर गली और मोहल्ले में देखने मिलती है। 

प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य में उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ 

          श्री डेका ने कहा कि उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना एक साथ हुई थी। दोनों राज्यों में कई समानताएं है जैसे इन राज्यों में आबादी का बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में रहता है और कृषि उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है। उत्तराखंड की हिमालय की चोटियां, नदियां और घने जंगल इसकी पहचान है वहीं छत्तीसगढ़ भी जंगल, नदियां, पहाड़ और प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य है। सतत् विकास और पारिस्थितिक संतुलन के लिए दोनों राज्यों में समान चुनौतियां हैं।

खूबसूरत समुद्र तटों और उस समय की सभ्यता की झलक पुडुचेरी में एवं जैव विविधता से समृद्ध लक्षद्वीप

        राज्यपाल ने कहा कि पुडुचेरी अपने फ्रांसीसी स्थापत्य, आध्यात्मिक वातावरण और सांस्कृतिक समन्वय के लिए प्रसिद्ध है। प्राचीन काल में पुडुचेरी फ्रांस के साथ व्यापार का मुख्य केंद्र था। आज कई पर्यटक यहां के खूबसूरत समुद्र तटों और उस समय की सभ्यता की झलक पाने के लिए आते हैं। हिन्द महासागर में स्थित अनमोल द्वीप समूह लक्षद्वीप अपने नीले पानी, स्वच्छ समुद्र तट और समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है। आज जब पूरा विश्व पर्यावरण संकट की चुनौती से जुझ रहा है, तब लक्षद्वीप की जीवनशैली हमें प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीवन की प्रेरणा देती है।  

विविधता ही भारत की असली शक्ति

          राज्यपाल ने कहा कि इन सभी प्रदेशों की विविधता ही भारत की असली शक्ति है। एक भारत श्रेष्ठ कार्यक्रम इसी भावना को मजबूत करने का एक सशक्त माध्यम है। आज जब देश आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, तब हमें इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के योगदान को और अधिक मजबूती देनी होगी। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि एक कार्य ऐसा जरूर करें, जिसमें मानवीय सेवा निहित हो। पर्यावरण और स्वच्छता का संदेश भी उन्होंने दिया।

विभिन्न राज्यों की संस्कृति एवं लोक परंपरा आधारित संास्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति दी विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने

         समारोह में विभिन्न राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने अपने राज्यों की विशेषताओं, परंपरा, संस्कृति पर प्रकाश डाला। राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर.प्रसन्ना ने भी तमिलनाडु राज्य की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न राज्यों की  संस्कृति एवं लोक परंपरा आधारित संास्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति दी। कर्नाटक के यक्षगान (यक्षगणना), तमिलनाडु के लोक नृत्य, दिल्ली के पंजाब फोक नृत्य सहित उत्तराखंड के लोक नृत्य गौपति, लक्षद्वीप के छड़ी नृत्य एवं पुडुचेरी के गरडी नृत्यों ने अतिथियों का मन मोह लिया। 

राज्यपाल ने राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट किया राज्यों के प्रतिनिधियों को

         विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों को राज्यपाल ने राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट किया। उन्होंने भी राज्यपाल को अपने राज्य की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, महापौर श्रीमती मीनल चौबे, राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर. प्रसन्ना सहित अन्य अधिकारी एवं इन सभी राज्यों के युवा, महिलाएं एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

 अंतरराष्ट्रीय पोलो में छत्तीसगढ़ ने रचा इतिहास : इंफाल में आयोजित 15वें मणिपुर अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट में मिली ऐतिहासिक उपलब्धि

अंतरराष्ट्रीय पोलो में छत्तीसगढ़ ने रचा इतिहास : इंफाल में आयोजित 15वें मणिपुर अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट में मिली ऐतिहासिक उपलब्धि

 अंतरराष्ट्रीय पोलो में छत्तीसगढ़ ने रचा इतिहास : इंफाल में आयोजित 15वें मणिपुर अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट में मिली ऐतिहासिक उपलब्धि

अंतरराष्ट्रीय पोलो में छत्तीसगढ़ ने रचा इतिहास

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दी बधाई

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री  निवास कार्यालय में अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट में शामिल छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने सौजन्य भेंट की। 

मुख्यमंत्री श्री साय ने टीम के सदस्यों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने खिलाड़ियों को भविष्य में भी इसी उत्साह और मेहनत के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी युवाओं में खेल की अपार प्रतिभा है और राज्य सरकार के सहयोग से घुड़सवारी एवं पोलो खेल को नई दिशा मिली है।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ ने पहली बार इतिहास रचते हुए 22 से 29 नवम्बर 2025 तक इंफाल में आयोजित 15वें मणिपुर अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। यह अवसर इसलिए भी विशेष रहा क्योंकि देश के इतिहास में पहली बार किसी राज्य को अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आमंत्रित किया गया।

छत्तीसगढ़ टीम ने अमेरिका, कोलंबिया, इंडियन पोलो एसोसिएशन और अन्य अंतरराष्ट्रीय टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा कर यह गौरव अर्जित किया। यह उपलब्धि आदिवासी युवाओं की खेल जगत में बढ़ती भागीदारी का महत्वपूर्ण उदाहरण है।

गौरतलब है कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे कई संस्थानों का संयुक्त योगदान रहा जिसमे छत्तीसगढ़ शासन,भारतीय सेना (एनसीसी),दंतेवाड़ा जिला प्रशासन,कांकेर जिला प्रशासन,ब्रीगो एंड हेक्टर इक्वेस्ट्रियन मैनेजमेंट कंपनी, रायपुर मुख्य रूप से शामिल रहे। इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम के सदस्यों में लेफ्टिनेंट कर्नल अमन सिंह, एनसीसी,लांस नदिम अली (सेवानिवृत्त),वेदिका शरण,चित्रभानु सिंह,सैमुअल विश्वकर्मा,गोलू राम कश्यप,सुभाष लेकामि,देवकी कड़ती शामिल रहे। इससे पूर्व भी कु. वेदिका शरण ने सितंबर 2025 में बेंगलुरु में आयोजित घुड़सवारी की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने आयु वर्ग में भारत में दूसरा तथा विश्व स्तर पर 15 वा स्थान प्राप्त कर प्रदेश व देश का नाम रोशन किया है l

उल्लेखनीय है कि "खेल से शक्ति" पहल के अंतर्गत दंतेवाड़ा और कांकेर जिले के प्रतिभाशाली छात्रों को घुड़सवारी और पोलो का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण ब्रीगो एंड हेक्टर इक्वेस्ट्रियन मैनेजमेंट कंपनी द्वारा भारतीय सेना के अनुभवी पोलो खिलाड़ियों के सहयोग से संचालित किया गया।

यह पहल आदिवासी युवाओं को खेल, शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। इसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आवश्यक संसाधन और अवसर उपलब्ध कराना है। इस अवसर पर आयुक्त छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल श्री अवनीश शरण और घुड़सवारी प्रशिक्षक सुश्री गीता दहिया उपस्थित रहे।

 अगले महीने रायपुर में होगा साहित्य उत्सव, देश भर के 100 से अधिक साहित्यकार जुटेंगे : मुख्यमंत्री श्री साय ने किया उत्सव के लोगो का अनावरण

अगले महीने रायपुर में होगा साहित्य उत्सव, देश भर के 100 से अधिक साहित्यकार जुटेंगे : मुख्यमंत्री श्री साय ने किया उत्सव के लोगो का अनावरण

 अगले महीने रायपुर में होगा साहित्य उत्सव, देश भर के 100 से अधिक साहित्यकार जुटेंगे : मुख्यमंत्री श्री साय ने किया उत्सव के लोगो का अनावरण

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

“साहित्य उत्सव से छत्तीसगढ़ को मिलेगी नई पहचान” - मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय


मुख्यमंत्री श्री साय ने किया उत्सव के लोगो का अनावरण

नए वर्ष की शुरुआत के साथ छत्तीसगढ़ एक बार फिर साहित्यिक ऊर्जा से सराबोर होने को तैयार है। आगामी महीने रायपुर साहित्य उत्सव का आयोजन नवा रायपुर में 23 से 25 जनवरी तक होगा, जिसमें देश भर से 100 से अधिक प्रतिष्ठित साहित्यकार शामिल होंगे। राज्य स्थापना के रजत वर्ष पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा इस आयोजन की परिकल्पना की गई थी। उनकी यह परिकल्पना अब साकार रूप लेने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में रायपुर साहित्य उत्सव के लोगो का अनावरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री पंकज झा, छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री शंशाक शर्मा, जनसंपर्क विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव, वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुशील त्रिवेदी, डॉ. चितरंजन कर, श्री गिरीश पंकज, डॉ. संजीव बक्शी, श्री प्रदीप श्रीवास्तव और श्रीमती शकुंतला तरार उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

लोगो अनावरण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर पूरा प्रदेश रजत महोत्सव मना रहा है, और रायपुर साहित्य उत्सव उसी श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव न केवल छत्तीसगढ़ को, बल्कि पूरे देश के मूर्धन्य साहित्यकारों को एक साझा मंच प्रदान करेगा, जहाँ उनके अनुभव, विचार और रचनात्मक धारा से अवगत होने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ को साहित्यिक जगत में एक नई पहचान प्रदान करेगा तथा जनसमुदाय को साहित्य, लेखन और पठन-पाठन की ओर प्रेरित करेगा। साथ ही यह उत्सव राज्य की विकास योजनाओं के लिए भी सकारात्मक सामाजिक चेतना और विमर्श का मंच बनेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने किया उत्सव के लोगो का अनावरण
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की संकल्पना पर आधारित इस आयोजन की व्यापक कार्ययोजना मात्र दो माह में तैयार की गई है। यह तीन दिवसीय महोत्सव 23, 24 एवं 25 जनवरी 2026 को जनजातीय संग्रहालय के समीप आयोजित होगा।

इस उत्सव में कुल 11 सत्र शामिल होंगे। इनमें 5 समानांतर सत्र, 4 सामूहिक सत्र, और 3 संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें साहित्यकारों एवं प्रतिभागियों के बीच सीधा संवाद और विचार-विमर्श होगा। 

छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक-साहित्यिक विरासत का प्रतीक उत्सव का लोगो 


अगले महीने आयोजित होने जा रहे रायपुर साहित्य उत्सव के लोगो में छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को एक प्रभावशाली प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया है। यह लोगो न सिर्फ राज्य की पहचान को दर्शाता है, बल्कि बस्तर की जैव-विविधता, जनजातीय परंपराओं, और छत्तीसगढ़ की आत्मा माने जाने वाले सल्फी पेड़ की सांस्कृतिक महत्ता को भी सशक्त रूप में उजागर करता है।

लोगो में सल्फी के पेड़ को छत्तीसगढ़ राज्य के नक्शे का रूप देकर यह संदेश दिया गया है कि राज्य की सभ्यता, संस्कृति और साहित्य सदियों से इसी भूमि की जड़ों से पोषित होते आए हैं। सल्फी का यह पेड़ आदिकाल से चली आ रही पौराणिक परंपराओं, भाईचारे और एकजुटता का प्रतीक माना जाता है। जनजातीय समाज के जीवन में गहराई से रचे-बसे इस पेड़ को साहित्य उत्सव के लोगो में शामिल करने से यह संदेश भी मिलता है कि छत्तीसगढ़ का जनजातीय साहित्य, लोकविश्वास और पारंपरिक ज्ञान-धारा आज भी समकालीन साहित्यिक प्रवाह के केंद्र में है।

लोगो में अंकित ‘आदि से अनादि तक’ वाक्य साहित्य की उस अटूट यात्रा को दर्शाता है, जिसमें आदिकालीन रचनाओं से लेकर निरंतर विकसित हो रहे आधुनिक साहित्य तक सभी रूप समाहित हैं। यह संदेश स्पष्ट रूप से प्रकट होता है कि साहित्य कालातीत है, वह समय, समाज, भाषा और पीढ़ियों को जोड़कर चलने वाली निरंतर धारा है। इसी प्रकार लोगो में शामिल ‘सुरसरि सम सबके हित होई’ वाक्य साहित्य को गंगा की तरह मुक्त, समावेशी और सर्वहितकारी शक्ति के रूप में स्थापित करता है। साहित्य सभी जाति, वर्ग, परंपरा और जीवन-रीतियों को अपनी व्यापकता में समाहित कर समाज को दिशा देता है और सबके हित का मार्ग प्रशस्त करता है।

रायपुर साहित्य उत्सव का यह लोगो पूरे छत्तीसगढ़ के लिए सांस्कृतिक गर्व का विषय है, क्योंकि इसमें राज्य की हजारों वर्षों पुरानी साहित्यिक जड़ें, जनजातीय परंपराएँ, सामाजिक समरसता और आधुनिक रचनात्मक दृष्टि-सभी का सुंदर, सार्थक और कलात्मक संगम दिखाई देता है। यह लोगो जनमानस तक यह सशक्त संदेश पहुँचाता है कि छत्तीसगढ़ की साहित्यिक यात्रा ‘आदि से अनादि’ तक अविचल, जीवंत और समृद्ध रही है और आगे भी इसी धारा में निरंतर विकास की नई कहानियाँ लिखती रहेगी। रायपुर साहित्य उत्सव के लोगो से छत्तीसगढ़ में आदि-अनादि काल से मजबूत साहित्य की जड़ों और उनसे जुड़ाव का सशक्त संदेश जनमानस तक पहुंचेगा।

 संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

 संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” कार्यक्रम में हुए शामिल

संविधान की प्रस्तावना का किया गया सामूहिक वाचन

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय  आज 75वें संविधान दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर स्थित टाउन हॉल में आयोजित “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने उपस्थित जनसमूह के साथ संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया और संविधान के प्रति अपनी निष्ठा  व्यक्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने संविधान पर आधारित लघु फिल्म भी देखी और जनप्रतिनिधियों के साथ इस अवसर को यादगार बनाने के लिए सेल्फी ली।

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत सदैव संविधान में आस्था रखते हुए आगे बढ़ रहा है। संविधान प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्रता के साथ अपनी बात रखने का अधिकार देता है और  अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि विधायक और सांसद जैसे पदों पर आम नागरिकों का पहुँचना संविधान की ही उदार, समावेशी और लोकतांत्रिक व्यवस्था का परिणाम है।

संविधान में आस्था रखकर आगे बढ़ रहा है विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत : मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री ने संविधान निर्मात्री सभा में देश के सभी क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के  संविधान निर्माण अमूल्य योगदान दिया को स्मरण किया। उन्होंने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ से भारत के संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठजनों का स्मरण करते हुए कहा कि  छत्तीसगढ़ की यह ऐतिहासिक भागीदारी आज भी गर्व का विषय है और इन महान जनप्रतिनिधियों की विचारशीलता, लोकतांत्रिक मूल्य और राष्ट्रनिर्माण की दृष्टि सदैव प्रेरणा देती रहेगी।

इस अवसर पर विधायक श्री राजेश मूणत, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, विधायक श्री सुनील सोनी, संस्कृति विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

 मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय बसना सलखण्ड में मां महालक्ष्मी पूजन कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय बसना सलखण्ड में मां महालक्ष्मी पूजन कार्यक्रम में हुए शामिल

 मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय बसना सलखण्ड में मां महालक्ष्मी पूजन कार्यक्रम में हुए शामिल

बसना सलखण्ड में मां महालक्ष्मी पूजन कार्यक्रम में हुए शामिल

मुख्यमंत्री ने की ग्राम सलखंड में महतारी सदन बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को संविधान दिवस की दी बधाई

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज महासमुंद जिले के बसना तहसील अंतर्गत ग्राम सलखण्ड में ग्रामीणों द्वारा आयोजित महालक्ष्मी देवी पूजन कार्यक्रम में  शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने मां लक्ष्मी से प्रार्थना करते हुए प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। पूजन कार्यक्रम के दौरान पुजारियों द्वारा पारंपरिक मंत्रोच्चार किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया। इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों से आत्मीय मुलाकात कर उनकी समस्याओं और स्थानीय विकास कार्यों की जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय एवं रायपुर उत्तर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा भी साथ थे। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्राम सलखंड में महतारी सदन की बनाने की घोषणा की। साथ ही यहां एनीकेट निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग को आवश्यक जानकारी जुटाकर प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पवित्र अगहन मास के अवसर पर मां महालक्ष्मी की पूजा में शामिल होकर हृदय से अत्यंत आनंद और सौभाग्य की अनुभूति हो रही है। बसना और सलखंड के ग्रामवासियों ने वर्षों से जिस भक्ति और परंपरा को जीवित रखा है, वह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का गौरवपूर्ण उदाहरण है।अगहन मास हमारे अंचल के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह मास अन्न, धन और समृद्धि का प्रतीक है। इसी समय नई फसल खेतों में लहलहाती है, और घर-परिवार में सम्पन्नता के द्वार खुलते हैं। मां महालक्ष्मी जीवन में केवल धन ही नहीं, बल्कि सुख, शांति, उत्तम स्वास्थ्य और सदभाव का आशीर्वाद भी प्रदान करती हैं। इसी भावना के साथ हम सभी इस पूजन में शामिल होते हैं। उन्होंने मां लक्ष्मी से राज्य के प्रत्येक नागरिक के लिए सुख-समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षित वातावरण और उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गांव, गरीब, किसान, महिला और युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हम जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए संकल्पित हैं। सलखंड गांव की यह 25 वर्षों से चल रही परंपरा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता, भाईचारे और सामुदायिक जागरूकता का भी उदाहरण है। यहां आयोजित मेला ग्रामीण संस्कृति, लोकाचार और पारंपरिक विरासत को आगे बढ़ाने का माध्यम बन चुका है। 

मुख्यमंत्री श्री साय ने संविधान की गरिमा, लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्रनिर्माण में जनभागीदारी के महत्व को बताते हुए कहा कि संविधान हमारे अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों की भी याद दिलाता है और यही दस्तावेज भारत को एक सशक्त, एकजुट और प्रगतिशील राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ने की दिशा देता है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ निर्माण समिति के सदस्यों के ऐतिहासिक योगदान का सम्मानपूर्वक उल्लेख किया और कहा कि समिति की दूरदृष्टि एवं प्रयासों ने आज के मजबूत और विकसित होते छत्तीसगढ़ की नींव रखी है। 

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकसित भारत के अग्रसर लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से अधोसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और आवास निर्माण जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ को 18 लाख आवासों की स्वीकृति इसी संकल्प की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महतारी वंदन योजना के तहत छत्तीसगढ़ की लगभग 70 लाख महिलाओं को लाभ प्रदान किया जा रहा है, जो महिलाओं के सम्मान और आर्थिक मजबूती की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री श्री साय ने संविधान के प्रति निष्ठा, समरसता, समानता और राष्ट्रीय विकास के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की अपील की और कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की संयुक्त प्रतिबद्धता से छत्तीसगढ़ भी विकसित भारत के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाएगा। 

कार्यक्रम में बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल, महिला आयोग की सदस्य श्रीमती सरला कोसरिया, छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।