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 बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

 बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि बच्चों को वन, वन्य जीव और जैव विविधता की महत्ता के बारे में बचपन से ही संस्कारित किया जाना चाहिए। माता-पिता उन्हें जैव संरक्षण की बहुलता और आवश्यकता के बारे में जागरूक और संवेदनशील बनाए। राज्यपाल श्री पटेल आज भोपाल में राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एक से 7 अक्टूबर 2024 तक आयोजित वन्य जीव सप्ताह की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत कर बधाई दी।  राज्यपाल श्री पटेल ने उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण की शपथ भी दिलाई।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि हमारा संविधान पर्यावरण के संरक्षण, वन और वन्य जीवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रदान करता है। मौलिक कर्तव्यों के तहत प्रत्येक नागरिक से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में योगदान की अपेक्षा करता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के हिसाब से देश के सबसे बड़े वन क्षेत्र होने गौरव प्राप्त है। बाघों के अलावा, तेंदुए, घड़ियाल, चीता, भेड़िये और गिद्धों की सर्वाधिक संख्या के लिये भी प्रदेश पहचाना जाता है। हर प्रदेशवासी की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे वन और वन्य जीव रूपी अमूल्य धरोहर की विरासत को सहेज कर भावी पीढ़ी को सौंपने में अपना योगदान दे।

कोविड ने दिया प्रकृति के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र का सबक

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोविड ने हम सबको यह सबक दिया है कि हमें सुरक्षित भविष्य के लिए प्रकृति की विविधता के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र के साथ रहना होगा। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी अपने तप त्याग और साधना से हजारों साल पहले ही इकोलॉजी तंत्र के संरक्षण के लिए प्राणियों में सद्भावना का संदेश दिया था। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वन और वन्यजीवों का विशिष्ट स्थान रहा है। विभिन्न देवी-देवताओं के वाहन वन्यजीव है। अनेक विधि-विधानों में भी पेड़-पौधों की आराधना होती है।

शपथ को अपने कार्य और व्यवहारों में शामिल करे

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन अवसर पर उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने कार्य, और व्यवहार में शपथ का 24 घंटे और 365 दिन पालन करे। आपका यह संकल्प वनों और वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा प्रयासों को जन आन्दोलन बनाने में योगदान देगा। इसे अपना कर्तव्य मानकर कार्य करे।

राज्य मंत्री वन, श्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण और कानूनों की जागरूकता में वन्य जीव सप्ताह की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा वन्य जीव संरक्षण, पुनर्वास, अपराध नियंत्रण आदि प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी।

राज्यपाल श्री पटेल का तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के पोस्टर, मध्यप्रदेश सामान्य तितलियाँ पोस्टर, कान्हा के पक्षी पुस्तक, मध्यप्रदेश टाईगर फान्डेशन की वार्षिक रिपोर्ट, वन्य जीव संरक्षण पर आधारित प्रकाशन का विमोचन किया। एक से 7 अक्टूबर तक आयोजित हुए वन्य जीव सप्ताह के आयोजन का प्रतिवेदन प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.के. अंबाडे ने प्रस्तुत किया। आभार संचालक वन विहार, श्री मीना अवधेश कुमार शिवकुमार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल, मुख्य वन संरक्षक, वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव और अधिकारी-कर्मचारी, वन्य जीव संरक्षण से जुड़े व्यक्ति, स्कूली बच्चें और उनके अभिभावक उपस्थित थे।

 सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल

सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल

 सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल


जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट में शिकायत की है कि, ACB चीफ ने उससे भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया है। जिसके बाद भूपेश बघेल जेल पहुंचे।


रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर पूर्व सीएम भूपेश बघेल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोल लेवी मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने ACB चीफ अमरेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहना है कि, एसीबी चीफ ने जेल अधीक्षक के चैंबर में बुलाकर धमकाया और दबाव बनाया कि, सौम्या चौरसिया के जरिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल को पैसा देने की बात कबूल करूं। उसके इस आरोप के बाद भूपेश बघेल सेंट्रल जेल पहुंचे।

मुलाकात के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, मैं विधायक देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल आया था। लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से नहीं मिलने दिया गया। रायपुर IG ने जेल में सूर्यकांत को धमकाने की कोशिश की है। मेरा नाम नहीं लेने पर उसे तबाह करने की धमकी दी गई है। इसलिए मैं सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल पहुंचा था। इस मामले को लेकर मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखूंगा। CM को भी पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी दूंगा।

वकील के माध्यम से न्यायालय में की शिकायत

आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने वकील के माध्यम से रायपुर सक्षम न्यायालय की विशेष न्यायधीश को लिखित शिकायत दी है कि, लेटर में लिखा है कि, जब वकील मुलाकात के लिए जेल गए थे तो आवेदक ने बताया कि, 8 सितंबर, रविवार को जेल अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया था। जब सूर्यकांत तिवारी पहुंचे तो वहां एसीबी चीफ अकेले बैठे हुए थे। एसीबी चीफ ने उसे देखते हुए बोला कि, 14 दिन की रिमांड में तुम मूर्ख बनाते रहे हो। तुम ये जान लो, कि सौम्या चौरसिया खत्म हो गई। भूपेश बघेल अब कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनने वाला है। भले ही अगली बार कांग्रेस सरकार आ जाए. लेकिन तुम्हें कोई बचाने वाला नहीं है। बेहतर यह है कि, तुम यह कह दो कि सौम्या चौरसिया के माध्यम से भूपेश बघेल को पैसा दिया है।

सूर्यकांत ने कहा- एसीबी चीफ के डर से चुप हैं कारोबारी

अपनी शिकायत में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि एसीबी चीफ पिछले 3-4 महीने से लगातार जेल परिसर समय-समय पर आते हैं। इस दौरान जिन कारोबारी और अफसरों पर घोटाले का आरोप लगा है, उन्हें बुलाकर पूछताछ करते हैं। पूछताछ के दौरान अपराधियों की तरह व्यवहार करते हैं।एसीबी चीफ के डर से ये कारोबारी और अफसर शिकायत नहीं कर रहे हैं। कारोबारी तिवारी को अपने और परिवार के अन्य सदस्यों को खतरा होने की शिकायत भी की है। पत्र में यह भी जिक्र है कि, अमरेश मिश्रा ने सूर्यकांत तिवारी से कहा कि, सौम्या को और भूपेश को सजा दिलाकर रहूंगा। तुम देख ही रहे हो कि दो साल से तुम सभी जेल में हो और तुम लोगों को कोई नहीं छुड़ा पाया। तुम्हारे दो भाई भी गिरफ्तार हो चुके हैं। परिवार में बचे सदस्यों का भी वही हाल करूंगा।

पहले भी लगा चुका है आरोप

तक़रीबन ढाई साल पहले सूर्यकांत के ठिकानों पर IT का छापा पड़ा था। इसके बाद सूर्यकांत ने कहा था कि उनके ठिकानों पर 30 जून को आयकर की रेड पड़ी। दावा किया कि कुछ अफसरों ने दबाव बनाया कि वो प्रदेश के 40-45 विधायकों की सूची बनाएं। विपक्ष के विधायकों के सहयोग से प्रदेश की सरकार बदल दी जाएगी। सूर्यकांत को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा। उसने दावा किया कि, मुझे छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने के लिए आयकर अफसरों ने साम-दाम दंड भेद अपनाया। वहीं उसने गिरफ्तारी के बाद जान का खतरा बताया था।
 एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

 एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

राज्यपाल श्री रमेन डेका

‘एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने दुर्ग प्रवास के दौरान आज तितुरडीह स्थित कृष्ण कुंज में ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत कचनार के पौधे का रोपण किया। विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने भी जामुन का पौधा लगाया। इस अवसर पर दुर्ग जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया


मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास में श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया है। 
         इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय श्री ठाकरे का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादयी है। अनुशासित जीवन और राष्ट्र प्रथम की भावना को उन्होंने आत्मसात किया था।  मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक है और समाज के लिए उनका योगदान अतुलनीय है।

 मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार मिले एक वर्ष में 15 वीरता पदक

मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार मिले एक वर्ष में 15 वीरता पदक

 मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार मिले एक वर्ष में 15 वीरता पदक

मध्यप्रदेश में नक्‍सल गतिविधियों को समूल नष्ट करने के लिए संकल्पित मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश पुलिस निरंतर प्रभावी कार्रवाई कर रही है। भारत सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मध्यप्रदेश पुलिस के 12 अधिकारी व कर्मचारियों को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। नक्‍सल विरोधी अभियानों के दौरान 4 मुठभेड़ों में साहस तथा सूझबूझ का प्रदर्शन कर 6 हार्डकोर नक्‍सलियों को धराशायी करने के फलस्‍वरूप “वीरता पदक’’ से 11 अधिकारियों/कर्मचारियों को व एक अन्य प्रकरण में एक अन्य अधिकारी को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। तीन वीरता पदकों की घोषणा इसी वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या 25 जनवरी 2024 को की गई थी। इस तरह वर्ष 2024 में नक्‍सल विरोधी अभियानों में 14 वीरता पदक तथा एक अन्य प्रकरण में एक अन्य अधिकारी को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। इस प्रकार इस वर्ष कुल 15 वीरता पदक मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी प्राप्त करेंगे।

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश के 4 पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक और 14 को सराहनीय सेवा पदक देने की घोषणा की गई है। इन पुरस्कारों की घोषणा किए जाने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव एवं डीजीपी श्री सुधीर सक्सेना ने पदक से सम्मानित होने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। पदकों का वितरण अगले वर्ष स्‍वतंत्रता दिवस समारोह यानी 15 अगस्‍त 2025 को किया जाएगा। मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में यह पहला अवसर है जब एक ही वर्ष में 15 वीरता पदक से पुलिस के बहादुर जवानों को सम्मानित किया जा रहा है। यह पदक न सिर्फ विजेताओं के साहस, धैर्य और उत्साह का प्रतीक है, अपितु यह मध्यप्रदेश पुलिस के प्रभावी नेतृत्व को भी दर्शाता है।

इन्हें मिलेगा वीरता पदक

एडीजी (गुप्त वार्ता) श्री जयदीप प्रसाद ने बताया कि वीरता पदक पुलिस अधीक्षक श्री समीर सौरभ, सेनानी श्री मोतीउर्रहमान, सेनानी श्री पुनीत गेहलोद, निरीक्षक श्री आशीष शर्मा, उप निरीक्षक श्री मोहम्‍मद अयूब खान, उप निरीक्षक श्री आशीष शर्मा, उप निरीक्षक श्री मोहनलाल मरावी, उप निरीक्षक श्री नामदेव शर्मा, सहायक उप निरीक्षक श्री राजेश धुर्वे, सहायक उप निरीक्षक श्री अरुण मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक श्री अतुल कुमार शुक्‍ला तथा प्रधान आरक्षक श्री हनुमंत टेकाम को देने की घोषणा की गई है। वहीं इसी वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मध्यप्रदेश पुलिस के तीन जवानों को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई थी, जिनमें निरीक्षक श्री अंशुमान सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक श्री अतुल कुमार शुक्ला एवं प्रधान आरक्षक श्री मनोज कुमार कापसे शामिल थे। उल्‍लेखनीय है कि सहायक उप निरीक्षक अतुल कुमार शुक्‍ला को पूर्व में 2 बार वीरता पदक प्राप्‍त हुआ है तथा निरीक्षक आशीष शर्मा को भी दो वीरता पदकों की घोषणा हुई है।

इन्हें मिलेगा राष्ट्रपति विशिष्‍ट सेवा पदक

राष्ट्रपति विशिष्‍ट सेवा पदक अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक श्री चंचल शेखर, पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविंद कुमार सक्‍सेना, पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेश कुमार हिंगणकर तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामाधार भारद्वाज को देने की घोषणा की गई है।

इन्हें मिलेगा सराहनीय सेवा पदक

सराहनीय सेवा पदक उप पुलिस महानिरीक्षक श्री पंकज श्रीवास्‍तव, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेश सिंह, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री विनीत कपूर, उप सेनानी सुश्री अंजना तिवारी, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश्‍वर शर्मा, अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक श्री महा‍वीर सिंह मुजाल्‍दे, सहायक पु‍लिस महानिरीक्षक श्रीमती इरमीन शाह, उप पुलिस अधीक्षक श्री संजय कुमार दुबे, निरीक्षक श्री सुरेश कुमार बजानघाटे, उप पुलिस अधीक्षक श्री मानवेन्‍द्र सिंह कुशवाह, उप पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार द्विवेदी, उप पु‍लिस अधीक्षक श्री प्रवीण नारायण बघेल, उप पुलिस अधीक्षक श्री सुरेन्‍द्र सिंह सिकरवार तथा उप निरीक्षक श्री शैलेन्‍द्र सिंह राजपूत को दिया जाएगा।

मुठभेड़ में नक्सलियों को किया था धराशायी

प्रदेश में हॉक-फोर्स के जांबाज कमाण्‍डों ने विगत 5 वर्षों में 3.17 करोड़ के ईनामी 20 हार्डकोर नक्‍सलियों को विभिन्‍न मुठभेड़ों में धराशायी किया है।

1) दिनांक 14.12.2023 को जिला बालाघाट के कमकोदादर जंगल क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान नक्‍सली एसीएम चैतू उर्फ हिडमा मड़काम को धराशायी करने में उनि नामदेव शर्मा, सउनि अरूण मिश्रा, सउनि अतुल कुमार शुक्‍ला को

2) दिनांक 22.04.2023 को कदला जंगल क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में नक्‍सली एसीएम सरिता तथा एसीएम सुनीता को मार गिराने वाले पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री समीर सौरभ, सेनानी हॉकफोर्स मोती उर रहमान, निरीक्षक आशीष शर्मा, उनि मोहनलाल मरावी, सउनि राजेश धुर्वे को

3) दिनांक 18.12.2022 को हर्राटोला जंगल में हुई मुठभेड़ में नक्‍सली एसीएम रूपेश उर्फ हुंगा को धराशायी करने में उनि आशीष शर्मा तथा प्र.आर. हनुमंत टेकाम को

4) दिनांक 30.11.2022 को जामसेहरा जंगल में हुई मुठभेड़ में नक्‍सली डीव्‍हीसीएम गणेश तथा एसीएम कमांडर राजेश बंजाम को धराशायी करने में तत्‍कालीन सेनानी हॉकफोर्स (पुलिस अधीक्षक बड़वानी) पुनीत गेहलोद सहित उपरोक्‍त सभी को मुठभेड़ों में प्रदर्शित साहस तथा सूझबूझ के फलस्‍वरूप वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। मुठभेड़ों में मारे गये नक्‍सलियों पर 99 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। इन मुठभेड़ों में उल्‍लेखनीय भूमिका निभाने वाले 101 शासकीय सेवकों को क्रम पूर्व पदोन्‍नति प्रदान की गई है।

5) निरीक्षक श्री मो. अयूब खान ने जान की बाजी लगाकर रतलाम में 30 हजार रुपए के इनामी तिहरे हत्याकांड के दुर्दांत अपराधी को एनकाउंटर में धराशायी किया था। श्री खान को उनकी इस बहादुरी के लिए वीरता पदक प्रदान किया जाएगा।

तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से पूरे देश को देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना में ओत-प्रोत होने का अवसर प्रदान किया है। तिरंगे में विद्यमान चक्र देश की गति को दर्शाता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हमने देश को विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था में शामिल किया है। देश की शक्ति और विशेष कर युवा सामर्थ्य के माध्यम से हम जल्द ही विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था होंगे। स्वतंत्रता दिवस का महत्व हमारे सभी प्रमुख त्यौहार होली, दिवाली से अधिक है, अत: हर घर में तिरंगा लहराना चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत कर्मश्री संस्था द्वारा कोलार रोड स्थित मदर टेरेसा स्कूल से निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के शुभारंभ अवसर पर तिरंगा यात्रा के सहभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जन-गण-मन के राष्ट्र गान के साथ यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जीप में सवार होकर तिरंगा लहराते हुए यात्रा की अगुवाई की। इस अवसर पर विधायक श्री रामेश्वर शर्मा सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

युवाओं के लिए सृजित किए जा रहे हैं रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी बौद्धिक क्षमता, परिश्रम और दक्षता के आधार पर विकास के पथ पर अग्रसर हैं। प्रदेश ने खेती-किसानों में लगातार प्रगति की है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से औद्योगिक गतिविधियों और सूचना प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

कोलार क्षेत्र का संपूर्ण वातावरण देशभक्ति की भावना से हुआ ओत-प्रोत

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मोटर साइकिलों पर सवार युवा तिरंगा लहराते हुए यात्रा में आगे बढ़ रहे थे। सड़क के दोनों ओर खड़े स्कूली बच्चे तिरंगा लहराकर वंदे-मातरम तथा भारत माता की जय के नारों के साथ तिरंगा यात्रा का अभिवादन कर रहे थे। कोलार रोड पर जगह-जगह बने सामाजिक संस्थाओं, व्यापारी संगठनों, समाजसेवियों, महिला संगठनों के मंचों से तिरंगा यात्रा का हार्दिक स्वागत किया गया। यात्रा में ड्यूटी कर रहे पुलिस कांस्टेबल भी अपनी मोटरसाइकिल पर तिरंगा लहराते हुए दायित्व निर्वहन कर रहे थे। यात्रा के मार्ग पर दुकानों, मकानों के अतिरिक्त वाहनों को भी तिरंगे से सजाया गया था। परिणामस्वरूप तिरंगा यात्रा से क्षेत्र का संपूर्ण वातावरण देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत था।

 राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राजभवन में किया ध्वजारोहण

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राजभवन में किया ध्वजारोहण

 राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राजभवन में किया ध्वजारोहण

राष्ट्रीय उत्सव स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में गरिमामय समारोह आयोजित हुआ। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने समारोह में ध्वजारोहण किया। खुले आकाश में तिरंगे गुब्बारे उड़ाकर स्वतंत्रता का जश्न मनाया। समारोह में पुलिस बैंड ने राष्ट्र धुन का वादन किया। राज्यपाल श्री पटेल ने राजभवन सचिवालय के अधिकारी-कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ तिरंगे गुब्बारे खुले आकाश में मुक्त किये। बच्चों एवं कर्मचारियों को मिष्ठान का वितरण किया। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल आज मध्यप्रदेश की सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प कला "चंदेरी के बने हुए वस्त्र का साफा" धारण कर राजभवन के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल हुए।

राजभवन के स्वतंत्रता दिवस समारोह में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री मुकेश चंद गुप्ता, सदस्य सचिव जनजातीय प्रकोष्ठ श्री अमरपाल सिंह, राज्यपाल के अपर सचिव श्री उमाशंकर भार्गव, परिसहाय द्वय श्री शशांक, श्री अतुल शर्मा, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री अरविन्द पुरोहित, विशेष सहायक श्री विपुल पटेल, नियंत्रक हाउस होल्ड श्रीमती शिल्पी दिवाकर, सुरक्षा अधिकारी श्री इंद्रजीत सिंह चावड़ा, जनजातीय प्रकोष्ठ के सदस्य सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

 मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया बना उम्मीदों का नया आशियाना

मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया बना उम्मीदों का नया आशियाना

 मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया बना उम्मीदों का नया आशियाना

श्री महिन्दर और सुश्री मंदाकिनी को मिला श्रवण यंत्र

दोनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का किया आभार व्यक्त

रायपुर

जशपुर अंचल के लोगों की उम्मीदों का नया आशियाना बनते जा रहा है ग्राम बगिया का मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय। दूर-दूर से लोग यहां बहुत उम्मीद के साथ आम लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचते हैं। यहां पहुंचने वाले लोगों की समस्याओं को न केवल गंभीरतापूर्वक सुना जा रहा है, बल्कि उनका यथोचित सामाधान भी किया जा रहा है।

    60 वर्षीय ग्राम दोकड़ा, विकासखंड कांसाबेल निवासी श्री महिन्दर कश्यप विगत कई वर्षों से कान से न सुनने की समस्या से पीड़ित थे। इस समस्या की वजह से उन्हें अपने दैनिक जीवन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में उनकी समस्या का तत्काल संज्ञान लेते हुए उन्हें श्रवण यंत्र प्रदान किया गया। श्रवण यंत्र मिलने से अपनी खुशी जाहिर करते हुए श्री कश्यप बताते हैं कि उन्हें अब सुनने में कोई परेशानी नहीं होती है। अपने दैनिक जीवन के कार्याकलापों में भी उन्हें आसानी हो रही हैं। उन्होंने बताया सबसे बड़ी खुशी की बात यह है की उनका साढ़े 3 साल का पोता है। अब उनकी मीठी जुबान को भी वह आसानी से सुन सकता है और उनसे ढेर सारी बातें कर सकता हैं।

    इसी तरह श्रवणबाधित की समस्या से परेशान ग्राम मृखोल पंचायत सुण्डरू पोस्ट जामबहार तहसील फरसाबार निवासी सुश्री मंदाकिनी यादव भी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में श्रवण यंत्र मिलने से काफी खुश हैं। वे बताती हैं कि उनकी ना सुनने की समस्या के इलाज के लिए बहुत से अस्पतालों में गई। लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया। जिससे वह काफी निराश हो गई थी। उन्हें जब पता चला कि कैंप कार्यालय से उनकी समस्या का सामाधान हो सकता है तो उन्होंने आवेदन किया। कैंप कार्यालय में उनकी समस्या को संज्ञान लेते हुए श्रवण यंत्र दिया गया है। श्रवण यंत्र मिलने से वह काफी खुश है। वे बताती है कि अब उन्हें सुनने में कोई परेशानी नहीं होती है। इसके लिए सुश्री मंदाकिनी ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है।

 चिकित्सक सेवा भाव से मरीजों का इलाज करें: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

चिकित्सक सेवा भाव से मरीजों का इलाज करें: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

 चिकित्सक सेवा भाव से मरीजों का इलाज करें: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री ने बीरगांव में एन.के.डी. हॉस्पिटल का किया शुभारंभ

रायपुररायपुररायपुर

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बीरगांव में एन.के.डी. हास्पिटल का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अस्पताल के संचालकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। डॉक्टर गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को नया जीवन देने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इलाज की आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस अस्पताल के चिकित्सक सेवा भाव से मरीजों का इलाज पुण्य का काम समझ कर करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के 24 वर्षाें में प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला अस्पताल तक स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ हुई हैं, लेकिन अभी भी इस क्षेत्र में काफी कुछ करने की जरूरत है। मेेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। राज्य सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र को भी लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में हरेली का त्यौहार उमंग और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर आज राजधानी में दो अस्पतालों का शुभारंभ हुआ है। इससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
इस अवसर पर रायपुर ग्रामीण क्षेत्र के विधायक श्री मोती लाल साहू, बीरगांव नगर निगम के महापौर श्री नंद लाल देवांगन, अस्पताल के संचालक डॉ. नंद किशोर देवांगन, डॉ. वेद प्रकाश देवांगन, डॉ. देव प्रकाश देवांगन सहित अनेक चिकित्सक, जनप्रतिनिधि, प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

 मलखंभ हमारी परंपरा है। यह शारीरिक फुर्ती के साथ मनोरंजन का भी अनोखा खेल है

मलखंभ हमारी परंपरा है। यह शारीरिक फुर्ती के साथ मनोरंजन का भी अनोखा खेल है

 मलखंभ हमारी परंपरा है। यह शारीरिक फुर्ती के साथ मनोरंजन का भी अनोखा खेल है

मलखंभ हमारी परंपरा है। यह शारीरिक फुर्ती के साथ मनोरंजन का भी अनोखा खेल है

मलखंभ हमारी परंपरा है। यह शारीरिक फुर्ती के साथ मनोरंजन का भी अनोखा खेल है।
नारायणपुर के मलखंभ खिलाड़ियों का लोहा पूरे देश ने माना है और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार इसे आगे बढ़ाने के लिए काफी कार्य कर रही है।
आज मुख्यमंत्री निवास में जब इन खिलाड़ियों ने अपना जौहर दिखाया तो लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली।

 मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री बैस को दी जन्मदिवस की बधाई

मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री बैस को दी जन्मदिवस की बधाई

 मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री बैस को दी जन्मदिवस की बधाई

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस के जन्मदिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर स्थित उनके निवास पहुंचकर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री बैस को पुष्पगुच्छ भेंट किया और उनके स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन की कामना की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी उपस्थित थे।

 उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण उद्यमी उत्पादन को 5 साल में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित कर करें कार्य- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण उद्यमी उत्पादन को 5 साल में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित कर करें कार्य- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण उद्यमी उत्पादन को 5 साल में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित कर करें कार्य- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि खाद्य प्र-संस्करण और उद्यानिकी में लगे उद्यमी तथा किसान अपनी गतिविधियों और उत्पादन क्षमता को अगले 5 साल में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें। राज्य सरकार उन्हें हर संभव वित्तीय और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि देश के मध्य में स्थित हमारे प्रदेश पर ईश्वर की विशेष कृपा है। प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा के साथ सभी ऋतुओं का लाभ उपलब्ध होने से प्रदेश खाद्य प्र-संस्करण के लिए आवश्यक उद्यानिकी तथा अन्य गतिविधियों के लिए मध्यप्रदेश उपयुक्त है। प्रदेश में आवागमन के साधन, बिजली, पानी, सड़क और भंडारण संबंधी आवश्यक अधोसंरचना भी विद्यमान है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप निवेश और उद्यमिता के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में प्रदेश के खाद्य प्र-संस्करण उत्पादकों के एक दिवसीय राज्य स्तरीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन को दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ के बाद संबोधित कर रहे थे।

मिलेट से बनी आइसक्रीम रही आकर्षण का केन्द्र

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में लगी उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया और विक्रेता व उत्पादकों से चर्चा की। प्रदर्शनी में मिलेट से बनी आइसक्रीम आकर्षण का केन्द्र रही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को "एक पेड़ मां के नाम" अभियान में "सुंदरजा" आम का पौधा भेंट किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सिंगल क्लिक से पीएमएफएमई योजना के 881 हितग्राहियों के खातों में 28 करोड़ 35 लाख रूपए की राशि अंतरित की। इस अवसर पर उद्यमियों की सफलता की कहानियों पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाहा, अपर मुख्य सचिव तथा कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एस.एन. मिश्रा उपस्थित थे।

प्रदेश की युवा पीढ़ी द्वारा किए जा रहे नवाचार सराहनीय

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच के परिणामस्वरूप वर्तमान परिस्थितियों में देश आर्थिक समृद्धि और विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। प्रदेश में निवेश और औद्योगिक गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण बना है तथा इन गतिविधियों के विस्तार के लिए निरंतर रीजनल इंडस्ट्री समिट का क्रम जारी है। इन समिट में कृषि सहित खाद्य प्र-संस्करण गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस क्षेत्र में इकाइयों की स्थापना में आने वाली कठिनाइयों को प्राथमिकता से दूर किया जा रहा है। प्रदेश की युवा पीढ़ी द्वारा इस दिशा में किए जा रहे नवाचार सराहनीय हैं।

ग्वालियर की सुश्री श्रद्धा खरे और विदिशा की श्रीमती रेखा शर्मा ने साझा किए अपने अनुभव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से चर्चा में ग्वालियर की उद्यमी सुश्री श्रद्धा खरे और कुरवाई (विदिशा) की उद्यमी श्रीमती रेखा शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा संचालित खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। वे प्रदेश के प्र-संस्कृत उत्पाद अमेरिका के शहरों में भी उपलब्ध करवा रही हैं। श्रीमती शर्मा ने बताया कि कुरवई विदिशा में उनके द्वारा टिश्यू कल्चर से भी कृषि व उद्यानिकी संबंधी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।

प्रदेश में हाइटेक नर्सरी पर कार्य जारी : भोपाल संभाग में स्थापित होगी टेस्टिंग लैब

जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने क्षेत्रीय स्तर पर औद्योगिक समिट कर बड़े उद्योगपतियों के साथ परम्परागत रूप से व्यापार, व्यवसाय और औद्योगिक गतिविधियों में लगे व्यक्तियों को प्रोत्साहन प्रदान करने की पहल की है। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश में ऐसी योजनाओं का प्राथमिकता पर क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिनसे खाद्य प्र-संस्करण और उद्यानिकी के क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर सृजित होते हैं। इस संबंध में अन्य प्रदेशों में किए गए नवाचारों का भी अनुसरण किया जाएगा। उन्होंने नई दिल्ली में हाल ही में प्रदेश को खाद्य प्र-संस्करण में प्राप्त पुरस्कार का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में हाइटेक नर्सरी पर कार्य जारी है। इसके साथ ही भोपाल संभाग में टेस्टिंग लैब की स्थापना भी की जाएगी। प्राय: टमाटर व अन्य फसलों की अधिक उपज के कारण किसानों को नुकसान होता है। हमारा प्रयास है ऐसी फसलों के प्र-संस्करण की स्थानीय स्तर पर व्यवस्था विकसित की जाए, जिससे किसानों को उनकी मेहनत और लागत की हानि से बचाया जा सकेगा। अपर मुख्य सचिव तथा कृषि उत्पादन आयुक्त श्री एस.एन. मिश्रा ने भी सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त किए।

सम्मेलन में उत्पादों की ब्रांडिंग, मार्केटिंग और निर्यात की संभावनाओं पर दी गई जानकारी

उल्लेखनीय है कि यह सम्मेलन प्रदेश के सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों में निर्मित उत्पादों और उद्यानिकी सामग्री को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने तथा क्रेता-विक्रता को सांझा मंच उपलब्ध कराने, इच्छुक कृषकों को उन्नत तकनीक, प्रसंस्करण क्षेत्र में संभावनाओं, बाजार के लिंकेज, शासकीय योजनाओं के संबंध में मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। सम्मेलन में उन्नत मशीनों के प्रदर्शन के साथ ही उत्पादों की ब्रांडिंग, मार्केटिंग और निर्यात की संभावनाओं संबंधी जानकारी भी उपलब्ध कराई गई।

 प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा एवं सुरक्षा बीमा योजना के बीमा कवर का लाभ देने मंत्रि-परिषद की स्वीकृति

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा एवं सुरक्षा बीमा योजना के बीमा कवर का लाभ देने मंत्रि-परिषद की स्वीकृति

 प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा एवं सुरक्षा बीमा योजना के बीमा कवर का लाभ देने मंत्रि-परिषद की स्वीकृति

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आज मंत्रि-परिषद की बैठक मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा सक्षम आंगनवाड़ी एवं पोषण 2.0 योजना अंतर्गत प्रदेश की निर्धारित आयु वर्ग की पात्रता अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बीमा कवर का लाभ देने के सम्बन्ध में स्वीकृति दी गई। स्वीकृति अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को सुरक्षा कवर प्रदान करने के उद्देश्य से योजनाओं के संचालन के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-2026 में प्रतिवर्ष क्रमशः राशि रूपये 3 करोड़ 63 लाख केंद्रांश एवं 2 करोड़ 42 लाख रूपये राज्यांश के होंगे। इस प्रकार 2 वित्तीय वर्ष के लिये कुल राशि 12 करोड़ 10 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई।

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आंगनवाड़ी सहायिका को राशि 436 रुपये प्रति हितग्राही वार्षिक प्रीमियम के भुगतान से, किसी कारण से मृत्यु की दशा में 2 लाख रुपये का जीवन जोखिम कवर किया जाएगा।

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) 18-59 वर्ष की आयु वर्ग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आंगनवाड़ी सहायिका को राशि 20 रुपये प्रति हितग्राही वार्षिक प्रीमियम के भुगतान से दुर्घटना में मृत्यु एवं स्थाई पूर्ण अपंगता की स्थिति में 2 लाख रुपये तथा आंशिक किन्तु स्थाई की स्थिति में 1 लाख रुपये दिए जाने का प्रावधान है। नि:शक्तता उक्त दोनों बीमा योजनाओं का क्रियान्वयन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आंगनवाड़ी सहायिका के मानदेय जमा किये जाने वाले बैंक खाते से संबंधित बैंक शाखा द्वारा किया जाएगा। इसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आंगनवाड़ी सहायिका की सहमति से बैंक खाते से बीमा योजना के प्रीमियम की राशि का कटोत्रा किया जाएगा। इसकी प्रतिपूर्ति विभाग द्वारा भारत सरकार द्वारा निर्धारित 60:40 (भारत सरकार 60 प्रतिशत तथा राज्य सरकार 40 प्रतिशत) वित्तीय व्यय भार अनुसार की जाएगी।

लाड़ली बहनों को 450 रूपये में गैस रिफिल भुगतान योजनाओं का अनुमोदन

मंत्रि-परिषद द्वारा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के समस्त गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं और गैर PMUY अंतर्गत गैस कनेक्शनधारी लाड़ली बहनों को गैस सिलेंडर रिफिल पर अनुदान राशि के भुगतान के लिये दो योजनाओं का अनुमोदन किया गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये योजना क्रमांक 1370 रसोई गैस सहायता योजना (उज्ज्वला) एवं योजना क्र. 1387 रसोई गैस सहायता योजना (गैर उज्ज्वला) की स्वीकृति दी गई है। अब वित्तीय वर्ष 2024-25 से इस योजनांतर्गत हितग्राहियों को राशि का भुगतान इन योजनाओं से किए जाने का प्रावधान किया गया।

 22 जिलो में आयुष चिकित्सा उपलब्ध कराने 213 पदों के सृजन का निर्णय

मंत्रि-परिषद ने प्रदेश के 22 जिला अलीराजपुर, आगर मालवा, रीवा, अनुपपूर, ग्वालियर, अशोक नगर, भिण्ड, कटनी, उमरिया, बैतूल, भोपाल, बुरहानपुर, खण्डवा, खरगौन, धार, मुरैना, सतना, शहडोल, सिंगरौली, उज्जैन, सागर एवं निवाड़ी एलोपैथी चिकित्सालय में आयुष चिकित्सा उपलब्ध कराने के उददेश्य से आयुष विंग की स्थापना एवं संचालन के लिए आवश्यक 213 पदों के सृजन की स्वीकृति दी। साथ ही 19 करोड़ रूपये बजट आवंटन की सहमति दिये जाने का निर्णय लिया गया।

विशेष अनुग्रह राशि रूपये 90 लाख की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा दिवंगत स्व. नरेश कुमार शर्मा सहायक उप निरीक्षक, जिला छिंदवाडा के माता-पिता तथा पत्नी को क्रमशः 45-45 लाख रूपये की शेष विशेष अनुग्रह राशि की अतिरिक्त स्वीकृति प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया है। दिवंगत श्री शर्मा ने तेज गति से आ रहे वाहन को रोकने हेतु भरसक एवं साहसपूर्ण हर संभव प्रयास किया। उन्होंने अपनी प्राणरक्षा करते हुये भागने के स्थान पर अंतिम होशो-हवाश की स्थिति में आरोपी को पकड़ने हेतु अदम्य वीरता और उत्कृष्ट कर्त्तव्यनिष्ठा का प्रदर्शन किया। दिवंगत स्व. श्री शर्मा सहायक उप निरीक्षक, जिला छिंदवाडा की पुलिस विभाग में 28 फरवरी 1986 की नियुक्ति है। इन्हें असाधारण परिवार पेंशन एवं विशेष अनुग्रह राशि 10 लाख रूपये की स्वीकृति 19 जनवरी 2024 को प्रदान की गई थी।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद् द्वारा म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण अंतर्गत 31 मार्च 2024 के बाद की स्थिति में प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना-1 एवं 2 के अपूर्ण कार्यों को पूर्ण किये जाने के लिए आवश्यक राशि की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।

मंत्रि-परिषद् ने ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण की म.प्र. ग्रामीण संपर्कता बाह्रय वित्त पोषित योजना (MPRCP) अंतर्गत लंबित दायित्वों के भुगतान एवं अपूर्ण कार्यों को पूर्ण किये जाने के लिए आवश्यक राशि की व्यवस्था करने का निर्णय लिया।

 विज्ञान को मातृभाषा में समझना सरल : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

विज्ञान को मातृभाषा में समझना सरल : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 विज्ञान को मातृभाषा में समझना सरल : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विज्ञान को समझना सरल है। इस दिशा में कार्य करते हुए ही मध्यप्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में आरंभ की गई। हिंदी में विज्ञान संप्रेषण को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक स्तर पर वातावरण निर्मित करना आवश्यक है। विज्ञान भारती द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयास सराहनीय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सीएसआईआर-प्रगत पदार्थ तथा प्रक्रम अनुसंधान संस्थान द्वारा आयोजित राष्ट्रीय हिंदी विज्ञान सम्मेलन-2024 के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा एम्प्री के अर्धवार्षिक प्रकाशन "अनुसंधान संदेश" तथा राष्ट्रीय हिंदी विज्ञान सम्मेलन-2024 की स्मारिका का विमोचन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय योग खिलाड़ी श्री शुभम शर्मा ने योग के विभिन्न आसनों का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कवि, साहित्यकार तथा शिक्षाविद् डॉ. संतोष चौबे को आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे विज्ञान संवर्धन सम्मान से सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विज्ञान से संबंधित तकनीकी शब्दों के हिंदी में अनुवाद से विज्ञान का जन-सामान्य में सम्प्रेषण बढ़ेगा और विज्ञान संबंधित जिज्ञासाएं बढ़ेंगी और विषय को समझना सरल होगा। उन्होंने कहा कि व्यवहारिक ज्ञान के आधार पर किए गए नवाचार को भी सम्मानित किया जाना चाहिए। पराधिनता ने देशवासियों को अपने गुणों को पहचानने में ही असमर्थ बना दिया था, लेकिन अब बदलते परिवेश के साथ हिंदी की महत्ता न केवल देश अपितु दुनिया में स्थापित हो रही है। अपने संस्कार और परम्पराओं के सम्मान स्वरूप ही विश्वविद्यालयों के कुलपति को कुलगुरू का नाम देकर युवा पीढ़ी को गुरूओं से भावनात्मक रूप से जोड़ने का प्रयास किया गया है। इसी प्रकार शिक्षक दिवस के साथ ही गुरू पूर्णिमा पर गुरू को सम्मानित करने की हमारी सांस्कृतिक परम्परा को निरंतरता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय हिंदी विज्ञान का यह चौथा सम्मेलन निश्चित रूप से विज्ञान के क्षेत्र में हिंदी के उपयोग को प्रोत्साहित करेगा और हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी विज्ञान सम्मेलन के आयोजन की ओर अग्रसर होंगे।

हिंदी भाषा के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से सीएसआईआर-प्रगत पदार्थ तथा प्रक्रम अनुसंधान संस्थान (एम्प्री) भोपाल द्वारा विज्ञान भारती मध्य भारत प्रांत, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल और सीएसआईआर-राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान संस्थान निस्पर नई दिल्ली के सहयोग से अमृतकाल में राष्ट्रीय वैज्ञानिक चेतना के उन्नयन के लक्ष्य के साथ 2 दिवसीय राष्ट्रीय हिन्दी विज्ञान सम्मेलन आयोजित किया गया है। सम्मेलन में 30 समानांतर सत्रों में विज्ञान एवं तकनीक पर 300 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जा रहे हैं।

 मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल ने की भेंट

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल ने की भेंट

 मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल ने की भेंट

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सलाहकार श्री गुरदीप सिंह भाटिया के नेतृत्व में सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मंत्रालय में भेंट कर शॉल, श्रीफल तथा पुष्प-गुच्छ से उनका अभिवादन किया। प्रतिनिधि मंडल ने ओंकारेश्वर में ऐतिहासिक गुरूद्वारा, सराय और लंगर हॉल आदि के निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। इस अवसर पर सर्वश्री मन्नी सिंह भाटिया, त्रिलोचन सिंह और अमरजीत सिंह उपस्थित थे।

 शोध एवं अनुसंधान पर व्यापक कार्ययोजना के साथ हो क्रियान्वयन : आयुष मंत्री श्री परमार

शोध एवं अनुसंधान पर व्यापक कार्ययोजना के साथ हो क्रियान्वयन : आयुष मंत्री श्री परमार

 शोध एवं अनुसंधान पर व्यापक कार्ययोजना के साथ हो क्रियान्वयन : आयुष मंत्री श्री परमार

आयुष विभाग अंतर्गत कार्यों एवं गतिविधियों की समीक्षा की

उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने सोमवार को मंत्रालय में आयुष विभाग की बैठक लेकर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। श्री परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के ध्येय की पूर्ति के लिए आयुष पद्धतियों में शोध एवं अनुसंधान पर व्यापक कार्ययोजना के साथ क्रियान्वयन हो। श्री परमार ने कहा कि अकादमिक, शैक्षणिक एवं शोध कार्यों के लिए प्रकोष्ठ बनाकर क्रियान्वयन किया जाए।

श्री परमार ने विभिन्न बिंदुगत विषयों पर व्यापक चर्चा कर आवश्यक सभी कार्यों का तीव्रगामी क्रियान्वयन करने को कहा। उन्होंने आयुष महाविद्यालयों की साधारण सभा/ कार्यकारिणी की नियमित बैठक करने के निर्देश दिए। श्री परमार ने आयुष महाविद्यालयों की मान्यताओं के नवीन एवं नवीनीकरण के लिए व्यापक ऑनलाइन पारदर्शी पद्धति विकसित करने को कहा।

आयुष मंत्री श्री परमार ने नवीन आयुर्वेद महाविद्यालय खोले जाने के लिए भूमि, औषधालय, अधोसंरचना एवं पदों के सृजन आदि की स्थिति और विभिन्न औषधालयों/महाविद्यालयों आदि स्थलों में विभिन्न निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। श्री परमार ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए नवीन निजी आयुष महाविद्यालयों के प्रस्तावों की स्थिति, लोकसेवा आयोग के माध्यम से व्याख्याताओं की भर्ती प्रक्रिया की अद्यतन स्थिति, आयुष क्लिनिक रजिस्ट्रेशन, विभाग में शोध, प्रोजेक्ट, पेटेंट, प्रकाशन एवं भविष्य की कार्ययोजना, शासकीय फार्मेसी एवं ड्रग टेस्टिंग लैब की स्थिति एवं यूनानी पाठ्यक्रम को हिंदी में अध्ययन प्रारम्भ करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

बैठक में प्रमुख सचिव आयुष श्री अनिरुद्ध मुखर्जी,आयुक्त आयुष श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर एवं अपर सचिव आयुष श्री संजय मिश्र सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रदेश में किया जा रहा है विज्ञान का लोकव्यापीकरण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश में किया जा रहा है विज्ञान का लोकव्यापीकरण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 प्रदेश में किया जा रहा है विज्ञान का लोकव्यापीकरण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में विज्ञान का लोकव्यापीकरण किया जा रहा है। सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है। मध्यप्रदेश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से कई वैज्ञानिक कार्य क्रियान्वित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर 23 अगस्त, 2024 को उज्जैन में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत अनुसंधान एवं विकासीय गतिविधियां संचालित हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रमुख वैज्ञानिकों को संभाग स्तरीय मेलों में आमंत्रित किया जाए। विज्ञान से जुड़े प्रतिभाशाली बच्चों को भी मेलों से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में उज्जैन में संभाग स्तरीय विज्ञान मेला एवं नेशनल स्पेस डे के आयोजन के संबंध में समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा तथा विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

आईटी पार्कों की संख्या बढ़ायें, आय बढ़ाने के भी प्रयास हों

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी विभागों के लिए ई-सर्विस पार्टल बनाया गया है। विभिन्न योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को दिलाने के लिए आईटी की महती भूमिका हो। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए साइबर अपराध को रोकने के प्रयास हों। आईटी पार्कों की संख्या बढ़ायें, आय बढ़ाने के लिए भी प्रयास हों। उन्होंने कहा कि नीमच में मसाला उद्योग का बड़ा स्कोप है, जिसके विकास के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि विज्ञान मेलों में प्रदर्शनी लगाएं, प्रदेश में विज्ञान का माहोल बनाएं। रिसर्च की गतिविधियों को बढ़ाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर के उतरने और प्रज्ञान रोवर के परिनियोजन से चंद्रयान-3 की सफलता के साथ भारत चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया है। साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के समीप उतरने वाला अंतरिक्ष अग्रणी राष्ट्रों के विशिष्ट समूह में शामिल हो गया है। इस ऐतिहासिक मिशन के परिणाम से आने वाले वर्षों में मानव जाति को लाभ होगा।

 उज्जैन का वैज्ञानिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के कार्य धरातल पर दिखें और नवाचारों पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उज्जैन का वैज्ञानिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। उज्जैन को अनुसंधान केंद्र बनाने की कोशिश करना चाहिए। साईंस दूरिज्म को बढ़ावा दिया जाए। डोंगला का रिसर्च सेन्टर संचालन के लिए विभिन्न पदों की पूर्ति कर ली जाए। डिफेंस के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को बड़ा रिसर्च का केंद्र बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे इंजीनियरिंग कॉलेज, आईआईटी की तर्ज पर हों। उज्जैन में प्रस्तावित विज्ञान सिटी के कार्य शीघ्रता से किए जाएं।

उज्जैन में किया गया तारा मंडल का अपग्रेडेशन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने का माहौल बनाएं। संभागीय केन्द्रों पर विज्ञान की गतिविधियां बढ़नी चाहिए। उज्जैन में विज्ञान केंद्र का भवन तैयार कर लिया गया है। उज्जैन में तारा मंडल का अपग्रेडेशन हो चुका है। जनप्रतिनिधियों को इसका अवलोकन कराया जाए। खगोलीय वेधशाला डोंगला के ऑटोमेशन का कार्य अंतिम चरण में है। ग्रामीण प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग केंद्र औबेदुल्लागंज में तैयार किया गया है।

बच्चों में रूचि जागृत करने स्पेस ऑन व्हील्स बस का निरीक्षण कराया जाए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में आयोजित हो रही इन्वेस्टर्स समिट के साथ आरोग्य एक्सपो का आयोजन किया जाए। बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए स्पेस ऑन व्हील्स बस का निरीक्षण कराया जाए। ड्रोन तकनीकी का उपयोग कानून व्यवस्था बनाए रखने में भी किया जाए। रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए कॉन्फ्रेंस आयोजित करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश के अनुक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभाग के साथ संयुक्त रूप से संभागीय स्तर पर विज्ञान मेला आयोजित किए जाएंगे। इसमें खगोल विज्ञान, नवीन विज्ञान, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं के लिए संभावनाएं एवं अवसर प्राप्त होंगे। इसरो और अन्य वैज्ञानिक संगठनों के समन्वय के साथ संभागीय स्तर पर विज्ञान मेला का आयोजन प्रस्तावित है। नवीन एवं प्राचीन वैज्ञानिक पद्धतियों, खगोल, अंतरिक्ष एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी आदि विषयों पर 10 संभागीय मुख्यालयों में आयोजन किए जाएंगे, जिससे जनमानस में वैज्ञानिक चेतना का संचार एवं विकास हो सके। इस मेले के माध्यम से वैज्ञानिकों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, नवाचारों एवं जनमानस को वैज्ञानिक लाभ होगा एवं विज्ञान के नवीन क्षेत्रों में रोजगार का सृजन हो सकेगा। एमपीसीएटी द्वारा उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभाग, आईआईटी, इंदौर, आईआईटी एवं गांधीनगर के सहयोग से अंतरिक्ष दिवस के अंतर्गत 20-21 अगस्त 2024 को कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

 गोपाल भार्गव के लिए ब्राह्मण समाज एकजुट: भाजपा नेतृत्व से करेंगे मंत्री बनाए जाने की मांग, सागर में 35 जिलों से पहुंचे पदाधिकारी

गोपाल भार्गव के लिए ब्राह्मण समाज एकजुट: भाजपा नेतृत्व से करेंगे मंत्री बनाए जाने की मांग, सागर में 35 जिलों से पहुंचे पदाधिकारी

 गोपाल भार्गव के लिए ब्राह्मण समाज एकजुट: भाजपा नेतृत्व से करेंगे मंत्री बनाए जाने की मांग, सागर में 35 जिलों से पहुंचे पदाधिकारी



MP Politics: मध्य प्रदेश विधानसभा में गोपाल भार्गव सबसे सीनियर विधायक हैं। सागर की रहली सीट से वह 9वीं बार MLA निर्वाचित हुए हैं, लेकिन मोहन मंत्रिमंडल में जगह न मिलन से ब्राह्मण समाज में नाराजगी है। रविवार को महासभा कर भाजपा नेतृत्व से मुलाकात का निर्णय लिया है।



Gopal Bhargava

MP Politics: मध्य प्रदेश के सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव को मंत्री न बनाए जाने से ब्राह्मण समाज में नाराजगी है। रविवार को सागर में इसके लिए हुई महासभा में 35 जिलों के पदाधिकारी शामिल हुए। जिसमें एकजुटता का परिचय देते हुए सभी ने समाज को सशक्त करने का संकल्प लिया। कहा, गोपाल भार्गव की उपेक्षा ठीक नहीं है। इसके लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलकात की जाएगी।

गोपाल भार्गव सागर जिले की रहली सीट से 9 बार के विधायक हैं। मप्र विधानसभा में इस समय वह मोस्ट सीनियर विधायक हैं। मध्य प्रदेश की विभिन्न सरकारों में वह मंत्री और कमलनाथ सरकार में नेता प्रतिपक्ष जैसी अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, लेकिन पहला मौका है, जब उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया।

  सागर में आयोजित ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम को संबोधित करते पूर्व मंत्री गोपल भार्गव।

श्री भृगु भार्गव ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि भाजपा आलाकामन से मिलकर ब्राह्मण समाज से मनमुटाव की वजह पूछेंगे। बताया, ब्राह्मणों ने हमेशा सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना से काम किया है, पिछले कुछ समय से उनके साथ द्वेष भावना रखी जा रही है। जिसे लेकर ब्राह्मण समाज खुद को उपेक्षित महसूस करता है।

भार्गव बोले-संगठित हैं तभी होगी पूछ परख कार्यक्रम में पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव भी मौजूद रहे। उन्होंने समाज को एकता का पाठ पढ़ाते हुए कहा, संगठन में ही शक्ति है। आज जो समाज संगठित है, उसी की पूछ-परख है।
गोपाल भार्गव ने समाज के युवाओं से राजनीति में आने आह्वान किया। कहा, कुछ लोग कहते हैं कि राजनीति में अच्छे लोग नहीं बचे, इसके लिए युवाओं को आगे आना चाहिए। नई पीढ़ी आगे नहीं आई तो राजनीति सच में दूषित हो जाएगी।
गोपाल भार्गव ने ब्राह्मण समाज के लोगों से आह्वान किया परिपर में दो संतानें हैं तो एक को नौकरी में भेजो और दूसरे से राजनीति कराओ। जरूर नहीं कि राजनीति पूर्णकालिक हो, लेकिन उसमें दखल जरूर होना चाहिए। पूर्व मंत्री भार्गव ने कहा, परमार्थ के काम में व्यस्त रहेंगे तो आप सफल होंगे। सदमार्ग पर चलेंगे तो प्रभाव बढ़ेगा।
 पूर्व मंत्री आरिफ अकील का निधन: भोपाल की उत्तर सीट से 28 साल रहे विधायक, लगातार जीत से MP की सियासत में बनाया रिकॉर्ड

पूर्व मंत्री आरिफ अकील का निधन: भोपाल की उत्तर सीट से 28 साल रहे विधायक, लगातार जीत से MP की सियासत में बनाया रिकॉर्ड

 पूर्व मंत्री आरिफ अकील का निधन: भोपाल की उत्तर सीट से 28 साल रहे विधायक, लगातार जीत से MP की सियासत में बनाया रिकॉर्ड



अरिफ अकील भोपाल उत्तर सीट से 6 बार MLA रहे। 1990 में पहली बार वह विधायक निर्वाचित हुए थे। 2018 तक लगातार जीतते रहे। 2023 उनके बेटे अतिफ अकील ने जीत दर्ज की है। सोमवार 29 जुलाई को आरिफ अकील का निधन हो गया।



पूर्व मंत्री आरिफ अकील का निधन
Arif Aqeel passed away: मध्यप्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता और भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से 6 बार MLA रहे अरिफ अकील का इंतकाल हो गया। सोमवार सुबह भोपाल की निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बेटे आतिफ अकील ने बताया किसी सीने में दर्द के चलते अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन बचा नहीं सके। आरिफ अकील के निधन से कांग्रेस नेताओं में शोक की लहर है। उनके समर्थक घर पहुंच रहे हैं।

28 साल रहे विधायक, हर बार मिली जीत
अरिफ अकील 1990 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके बाद 2018 तक वह लगातार भोपाल की उत्तर सीट से जीतते रहे। स्वास्थ्य कारणों के चलते 2023 का विधानसभा का चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा, पार्टी ने आरिफ के बेटे अतिफ अकील को प्रत्याशी बनाया। उन्होंने भी जीत दर्ज कर पहली बार विधानसभा पहुंचे।

भोपाल से दिल्ली तक थे आरिफ के चर्चे
आरिफ अकील जमीन से जुड़े नेता थे। जरूरतमंदों की मदद के लिए वह सदैव तत्पर रहते थे। यही कारण है कि उनकी सियासत के चर्चे भोपाल से लेकर दिल्ली तक रहे थे। एक तरफ लगातार जीत का रिकार्ड तो दूसरी तरफ नजता से सीधा जुड़ाव उनकी खासियत रही है।
पिछले कुछ दिन से आरिफ अकील बीमार थे, खराब स्वास्थ से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद सोमवार को 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।

दो बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे
आरिफ अकील प्रदेश कांग्रेस सरकार में दो बार मंत्री रहे। कमलनाथ सरकार में वह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे। इसके पहले दिग्विजय सरकर में भी वह जेल खाद विभाग का मंत्रालय संभाल चुके हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जताया शोक
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरिफ अकील के निधन पर शोक जताया। आरिफ अकील को अपना पारिवारिक मित्र बताते हुए कहा, हमारा उनका संबंध 40 सालों का था। अल्लाह ताला से हम दुआ करते हैं उन्हें जन्नत अता फ़रमाएं।

गंगा-जमुनी तहज़ीब के वाहक थे आरिफ अकील
कांग्रेस के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने बताया कि पूर्व मंत्री आरिफ अकील गंगा-जमुनी तहज़ीब के प्रणेता थे। वह नेक इंसान और असली धर्मनिरपेक्ष नेता थे। शिवराज सरकार में गौ-वंश की रक्षा और गौ-हत्या रोकने संबंधी सामयिक प्रस्ताव पर आरिफ़ भाई के व्यक्त विचार आज भी मेरी स्मृतियों में हैं। उनका इस दुनिया से जाना हम सबके लिए दुखद है।
 मध्यप्रदेश में सरकार का सहयोग और जनता का साथ औद्योगिक विकास का है आधार: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मध्यप्रदेश में सरकार का सहयोग और जनता का साथ औद्योगिक विकास का है आधार: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 मध्यप्रदेश में सरकार का सहयोग और जनता का साथ औद्योगिक विकास का है आधार: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए कोयम्बटूर तमिलनाडु में मध्यप्रदेश का एक उद्योग कार्यालय खोला जाएगा। यह कार्यालय मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के बीच व्यापार और व्यवसाय बढ़ाने के लिए सेतु का काम करेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कोयम्बटूर में इन्वेस्ट एमपी- इंटरेक्टिव सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट का एक उद्देश्य यह भी है कि व्यापार और व्यवसाय के आधार पर विभिन्न प्रदेश परस्पर नजदीक आएं और हम मिलकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाने की दिशा में संकल्पित होकर कार्य करें। यहाँ के उद्योगपतियों ने कोयम्बटूर और त्रिपुर को अपने बलबूते पर इंडस्ट्रियल हब के रूप में स्थापित किया है, अब मध्यप्रदेश आपको बुला रहा है, हम आपको व्यापार व्यवसाय बढ़ाने के नए अवसर देने और प्रेम बांटते हुए मध्यप्रदेश एवं तमिलनाडु के संबंधों को अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से यहां आए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दक्षिण भारत के प्रमुख औद्योगिक केंद्र कोयम्बटूर में आयोजित "इन्वेस्ट एमपी-इंटरेक्टिव सत्र" का दीप प्रज्ज्वलित कर तथा तुलसी के पौधे में जल अर्पित कर शुभारंभ किया।

कोयम्बटूर टैक्सटाइल एवं गारमेंट, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे औद्योगिक सेक्टर के लिए जाना जाता है। प्रदेश में निवेश और औद्योगिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में तमिलनाडु के उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से कोयम्बटूर में रोड शो और निवेशकों व उद्योगपतियों के साथ इंटरेक्टिव सत्र आयोजित किया गया। सत्र में 1200 से अधिक प्रतिनिधियों ने भागीदारी की तथा मध्यप्रदेश में निवेश के लिए 3500 करोड़ रुपए से अधिक निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए।

निवेश प्रोत्साहन को प्रथामिकता देने के लिए वर्ष 2025 उद्योग वर्ष के रूप मनाया जाएगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में भी टैक्सटाइल एवं गारमेंट इंडस्ट्री, ऑटोमोबाइल एवं इंजीनियरिंग उद्योग तेजी से विकसित हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में इन क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। उद्योगपतियों के लिए मध्यप्रदेश में निवेश कर अपने व्यापार-व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का यह सबसे उपयुक्त समय है। मध्यप्रदेश में निवेश के हर पहलू का ध्यान रखा गया है। मध्यप्रदेश फ्यूचर रेडी प्रदेश है, यहाँ संभावनाओं के साथ सरकार का सहयोग एवं जनता का साथ है। आजादी के अमृतकाल को मध्यप्रदेश का भाग्योदयकाल बनाने के लिए हम प्रदेश के उद्योग धंधों को वैश्विक सप्लाई चेन का हिस्सा बनाने के विजन पर काम कर रहे हैं। प्रदेश में उद्योगों की स्थापना और विकास के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत है। इस दिशा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के जरिये प्रदेश के हर क्षेत्र में निवेश प्रोत्साहन की नई पहल शुरू की गई है।

प्रदेश में चल रही निवेश क्रांति का हिस्सा बनें तमिलनाडु के उद्योगपति

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल में 7-8 फरवरी 2025 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा। मैं आपको प्रदेश में चल रही निवेश क्रांति का हिस्सा बनने का निमंत्रण देने आया हूँ। मुझे विश्वास है कि मध्यप्रदेश में उपलब्ध अपार अवसरों का लाभ उठाते हुए विकसित भारत के साथ ही विकसित मध्यप्रदेश के विजन को साकार करने में आप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

टैक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए राज्य का इको-सिस्टम अत्यंत अनुकूल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि टैक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए राज्य का इको-सिस्टम अत्यंत अनुकूल है। वृहद श्रेणी के गारमेंट उद्योगों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश में लागू विशेष रेडीमेड गारमेंट पॉलिसी में स्थाई पूंजी निवेश के 200 प्रतिशत तक की वित्तीय सहायता का प्रावधान है। टैक्सटाइल इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों के अनुरूप मानव संसाधन तैयार करने के लिए जबलपुर शहर में अति आधुनिक स्किल डेवलपमेंट सेंटर की शुरुआत की जा रही है और स्किल एवं क्लस्टर डेवलपमेंट में सहायता के लिए तिरूपुर एक्सपोर्ट एसोसिएशन के साथ भी एमओयू किया गया है। मध्यप्रदेश, देश में टैक्सटाइल और गारमेंट उद्योग को सर्वोत्तम वित्तीय लाभ का पैकेज दे रहा है। उन्होंने कहा कि कॉटन की उपलब्धता, सस्ती भूमि और आकर्षक वित्तीय लाभों के कारण देश की बड़ी टेक्सटाइल कंपनियाँ मध्य प्रदेश की तरफ आकर्षित हो रही हैं। यह गर्व का विषय है कि प्रदेश के धार जिले में पीएम मित्र इंटीग्रेटेट मेगा टैक्सटाइल पार्क को स्वीकृति मिली है।

ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स तथा इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपोनेंट्स' राज्य सरकार के फोकसड् सेक्टर्स में शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऑटो इंडस्ट्रीज के 10 से अधिक ओईएम तथा 200 से अधिक ऑटो कंपोनेंट निर्माताओं की उपस्थिति मध्यप्रदेश में है। कमर्शियल व्हीकल्स निर्माण के लिए जरूरी ओईएम तथा एनसीलरीस की भी कई बढ़ी छोटी इकाइयां कार्यरत हैं। प्रदेश में ऑटो सेक्टर के लिए आवश्यक सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे 'इंडो जर्मन टूल रूम, इंदौर', 'द सेंट्रल फार्म मशीनरी ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट, बुदनी में और पीथमपुर में ऑटो क्लस्टर ट्रेनिंग सेंटर एवं 'ऑटो टेस्टिंग ट्रैक नैट्रैक्स' इत्यादि भी उपलब्ध है। ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स तथा इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपोनेंट्स' राज्य सरकार के फोकस सेक्टर्स में सम्मिलित हैं तथा शीघ्र ही इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए फोकस्ड नीति भी लाई जा रही है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य शासन द्वारा इंदौर के निकट ई-वी डेडिकेटेड औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किया जा रहा है तथा प्रदेश में भी ई-वी कमर्शियल व्हीकल एवं टू व्हीलर, थ्री व्हीलर का निर्माण किया जा रहा है।

उद्योग स्थापना के लिए मध्यप्रदेश है पीपुल्स फ्रेंडली, डेवलपमेंट फेंडली और एनवायरनमेंट फ्रेंडली डेस्टीनेशन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य को खनिज-वन-जल और पर्यटन सम्पदा का भरपूर उपहार मिला है। उद्योगों की स्थापना और निवेश के लिए मध्यप्रदेश पीपुल्स फ्रेंडली, डेवलपमेंट फ्रेंडली और एनवायरनमेंट फ्रेंडली डेस्टीनेशन है। प्रदेश की अन्य राज्यों से कनेक्टिविटी अच्छी है, प्रदेश के इंडस्ट्रियल कोरिडोर्स से विभिन्न एक्सप्रेस-वे गुजर रहे हैं। प्रदेश विद्युत सरप्लस स्टेट है, 'उद्योगों के लिए पर्याप्त लैंड बैंक की भी उपलब्धता है और यहाँ क्लीन व ग्रीन एनर्जी का भंडार है। राज्य में 320 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र, 10 फूड पार्क्स 5 आईटी एसईजेड, 2 स्पाइस पार्क्स, 2 मल्टी प्रोडक्ट SEZ , तथा 2 प्लास्टिक पार्क्स हैं। नए औद्योगिक पार्कों एवं एस.ई.जेड. की स्थापना की जा रही है।

चार विभागों द्वारा दिए गए प्रजेन्टेशन

इंटरेक्टिव सत्र में हुए प्रस्तुतीकरण में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन और औद्योगिक गतिविधियों के लिए उपलब्ध संरचना, शासन की ओर से सुविधाओं व औद्योगिक नीति के संबंध में चर्चा की। सचिव, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग डॉ. नवनीत कोठारी ने प्रदेश में एमएसएमई के लिए बन रहे क्लस्टर और विकास संभावनाओं की जानकारी दी। प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम श्री टी. इलैया राजा ने प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में गतिविधियों के विस्तार विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रजेन्टेशन दिया गया। सत्र में मध्यप्रदेश में रूचि रखने वाले कोयम्बटूर सहित चैन्नई व तिरूपुर के निवेशकों ने सहभागीता की। कार्यक्रम में तिरुपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन, द सदर्न इंडियन मिल्स एसोसिएशन, द साउथ इंडिया स्पिनर्स एसोसिएशन, इंडियन कॉटन फेडरेशन, द सदर्न इंडिया इंजीनियरिंग मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन, अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल, इंडियन टेक्सप्रेनर्स फेडरेशन सहित 20 से अधिक स्थानीय औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

तीन एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

इंटरेक्टिव सत्र में 25 से अधिक उद्योगपतियों तथा 4 प्रमुख उद्योग संगठनों के साथ वन-टू-वन बैठक की गई साथ ही राज्य के "एक जिला-एक उत्पाद" के संबंध में भी जानकारी का प्रसार किया गया। इसके साथ ही इंडियन कॉटन कारपोरेशन के साथ प्रदेश में इएलएस कॉटन के उत्पादन और रकबे को बढ़ावा देने के लिए नॉलेज शेयरिंग और प्रदेश में स्क्लिड मैन पॉवर की उपलब्धता को बढ़ाने तथा टैक्सटाइल क्लस्टर स्थापित करने के लिए तिरुपुर एक्सपोर्ट एसोसिएशन के साथ नॉलेज शेयरिंग संबंधी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मध्यप्रदेश में कपास की खेती को बढ़ावा देने और रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट शेयरिंग के लिए साउथ इंडिया मिल्स एसोसिएशन के साथ भी एमओयू हुआ।