भोपाल / बारिश का मौसम चल रहा है देश के हर हिस्से में धुँआधार बारिश हो रही है उत्तर-भारत मे जान-माल का काफी मात्रा में नुकसान हुआ है ये तो है कुदरती आपदा जिस पर हमारा बस नही चलता। इसके साथ ही एक और चीज़ जिस पर हमारा ध्यान नही जाता हम अपनी और अपने परिवार की बारिश के मौसम में घूमने के लिए पिकनिक-स्पॉट पर जाकर जान जोखिम में डाल देते है। हर साल बारिश में पिकनिक-स्पॉट पर अलग-अलग शहरों में बने पिकनिक-स्पॉट पर हज़ारो लोग जमा होते है और अचानक पानी का जलस्तर बढ़ने से लोग पानी के तेज बहाव में फंस जाते हैं और प्रशासन के नाकाफी बन्दोबस्त की वजह से कई लोगो की डूबने से जान चली जाती है
और डूबने वाली वीडियो और खबरे आती रहती है फिर भी हम उन वीडियो और खबरों से सबक नही लेते और मौत को निमंत्रण देने खुद मौत के पास पहुँच जाते है। और लापरवाही की वजह से मौत का शिकार हो जाते है प्रशासन बार-बार ऐसे खतरनाक पिकनिक-स्पॉट पर सतर्कता और सावधानी की नसीहत देता है लेकिन लोग प्रशासन की नसीहत को सुनकर अनसुना कर देते है और ज़रा सी मस्ती के चक्कर मे नहाने के लिए गहरे पानी मे चले जाते है जिसकी वजह से 100% पानी मे डूबने की स्थिति निर्मित हो जाती है। ऐसी जगहों पर थोड़ी एहतियात, समझदारी के काम लेना चाहिए और पिकनिक-स्पॉट के किनारों पर ही इन्जॉय करना चाहिए ना की गहरे पानी मे उतरकर। इस तरह की लापरवाही अक्सर खुशियो को मातम में बदल देती है और इसके ताज़े उदाहरण अभी भोपाल के कुछ पिकनिक-स्पॉट पर देखने को मिले है।
अभी 4 दिन पहले भोपाल से कुछ युवकों का ग्रुप शाहगंज क्षेत्र के अमरगढ़ झरने पर घूमने गया था जहाँ झरने के गहरे पानी मे डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी। इस हादसे के दो दिन बाद राजधानी भोपाल से 20 किलोमीटर दूर सेहतगंज में स्थित महादेव पानी मे दो युवक और एक महिला डूब गई थी जिसे वहाँ मौजूद लोगों ने एक युवक एवं महिला को डूबने से बचा लिया था लेकिन एक युवक को डूबने से नही बचा पाए और उसकी मौत हो गई थी। इसी तरह मध्यप्रदेश के नेमावर थाने के टीआई एक डेड-बॉडी को पानी के तेज बहाव से निकालने की कोशिशों में डूबने से मौत के काल मे समा गए। टीआई साहब तो अपनी ड्यूटी और फ़र्ज़ के खातिर शहीद हुए पर ये लापरवाह लोग क्यों अपनी जान को जोखिम में डाल रहे है। इसमें लोगो के साथ प्रशासन की भी गलती है नगर-निगम के गोताखोर पिकनिक-स्पॉट पर हर वक्त मौजूद नही रहते है और कोई अधिकारी और कर्मचारी लोगो को गहरे पानी की तरफ जाने से रोकने के लिए मौजूद नही होता है प्रशासन अपनी तरफ से ऐसी जगहों पर पूरा बन्दोबस्त रखे जहाँ घूमने के लिए सैंकड़ो लोग एक जगह जमा हो। गोताखोर, नाव, रस्सी, एवं कुछ कर्मचारी और कम से कम दो पुलिस वाले वहाँ मौजूद होना चाहिए जो लोगो को गहरे पानी मे जाने से रोके। वरना प्रशासन और लोगो की लापरवाही की वजह से ऐसी खबरें और वीडियो देखने मे आते रहेंगे और लोग मौत के आगोश में समाते रहेंगे।