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 चुनावी रथ पहुंचा भोपाल, युवाओं ने खुलकर रखा अपना पक्ष, रोजगार के मुद्दे पर कही ये बात

चुनावी रथ पहुंचा भोपाल, युवाओं ने खुलकर रखा अपना पक्ष, रोजगार के मुद्दे पर कही ये बात

May 04, 2024 Add Comment
चुनावी रथ पहुंचा भोपाल, युवाओं ने खुलकर रखा अपना पक्ष, रोजगार के मुद्दे पर कही ये बात


चुनावी रथ 'सत्ता का संग्राम' आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में है। सुबह लोगों के साथ चाय पर चर्चा करने के बाद युवाओं से चुनावी मुद्दों पर बात की गई। पढ़िए, क्या बोले युवा मतदाता?





लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अमर उजाला का चुनावी रथ 'सत्ता का संग्राम' मतदाताओं का सियासी मूड जानने मप्र के सफर पर निकला है। आज यह चुनावी रथ भोपाल लोकसभा क्षेत्र में है। इस दौरान युवाओं से चर्चा की गई

इस दौरान एक युवक ने कहा कि इसबार मैं वोट तो करूंगा, लेकिन मैं नोटा को दूंगा। सवाल पूछे जाने पर युवक ने कहा कि अभी हमने कुछ सोचा नहीं है, इसलिए इस बार किसी पार्टी को वोट नहीं देंगे। युवक ने कहा कि मैं पहली बार मतदान करूंगा इसलिए ये सोचकर कि किसी गलत पार्टी को वोट नहीं देना है।

वहीं एक युवती ने कहा कि कहीं ना कहीं पीएम मोदी से प्रेरणा लेकर हम इस बार भी उन्हें प्रधानमंत्री पद पर फिर से देखना चाहते हैं, उनका एक प्रोग्राम है विकसित भारत जिसने कहीं ना कहीं यूथ को टच किया, इसलिए उनसे प्रभावित होकर हम उन्हें वोट करेंगे। वहीं एक और युवती ने कहा कि आज हमारे देश में जनसंख्या इतनी बढ़ गई है कि जिसकी वजह से नौकरियां मिलना मुश्किल हो गई, लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री ने संविदा भर्ती निकाली, इससे हमें अनुभव मिलता है।
 पीएम आवास शहरी : केंद्र के आदेश के बाद भी हितग्राही अनुदान की राशि 72 प्रतिशत जियो टैग सिस्टम से नहीं

पीएम आवास शहरी : केंद्र के आदेश के बाद भी हितग्राही अनुदान की राशि 72 प्रतिशत जियो टैग सिस्टम से नहीं

May 04, 2024 Add Comment

 पीएम आवास शहरी : केंद्र के आदेश के बाद भी हितग्राही अनुदान की राशि 72 प्रतिशत जियो टैग सिस्टम से नहीं




इस योजना के तहत हितग्रारियों को जियो टैग प्रणाली के माध्यम से देने के निर्देश हैं। छत्तीसगढ़ में 72 प्रतिशत हितग्राहियों को राशि का भुगतान एबीएस सिस्टम से किया गया है।

 


रायपुर। छत्तीसगढ़ में पीएम अवास योजना शहरी भी अब विवाद में घिरती नजर आ रही है। दरअसल इस योजना के तहत हितग्रारियों को जियो टैग प्रणाली (एबीपीएस) के माध्यम से देने के निर्देश हैं। इस संबंध में केंद्र सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में ही स्पष्ट निर्देश दिए थे। इसके बाद भी छत्तीसगढ़ में 72 प्रतिशत हितग्राहियों को राशि का भुगतान एबीएस सिस्टम से किया गया है। नगरीय निकायों की इस गड़बड़ी को केंद्र शासन एवं राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों की अवहेलना माना जा रहा है।

सरकार ने जारी किया आदेश

इस मामले को लेकर राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने प्रदेश के सभी नगर निगम आयुक्त, सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत को एक पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि प्रधान मंत्री आवास योजना शहरी के हितग्राही द्वारा स्वयं का आवास निर्माण ( बीएलसी) घटक के अंतर्गत स्वीकृत हित ग्राहियों को जियो टैग अनुसार अनुदान, किस्त की राशि जारी किए जाने के लिए अनिवार्यतः एबीपीएस आधार पेमेंट ब्रिज सिस्टम का उपयोग करना है। इस संबंध में भारत सरकार आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने 9 नवंबर 2023 को निर्देश दिया था। इसके बाद राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 14 दिसंबर 2023 को सभी नगरीय निकायों को निर्देश जारी किया था।

तीन माह में केवल 28 प्रतिशत अनुदान सिस्टम से

इस पूरे मामले में यह गड़बड़ी सामने आई है कि जनवरी 2024 से मार्च 2024 तक हितग्राहियों को जारी कुल अनुदान, किस्त की राशि में से केवल 28 प्रतिशत राशि का भुगतान एपीबीएस सिस्टम से किया गया है। शेष 72 प्रतिशत राशि का भुगतान अकाउंट बेस्ड मोड से किया गया है। खास बात ये है कि यह जानकारी पीएफएमएस सिस्टम की रिपोर्ट से सामने आई है ।

सरकार ने माना-आदेश की अवहेलना

इस मामले को लेकर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नगरीय निकायों के प्रमुख अधिकारियों को भेजे गए पत्र में साफ कहा है कि नगरीय निकायों को शासन द्वारा जारी निर्देशों के बाद भी हितग्राहियों को किस्त अनुदान की राशि जारी किए जाने के लिए एपीबीएस सिस्टम का शत प्रतिशत उपयोग नहीं किया जा रहा है। शासन द्वारा जारी निर्देशों के बाद भी हितग्राहियों को अकाउंट बेस्ड मोड से भुगतान किया जाना केंद्र शासन एवं राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों की अवहेलना का परिचायक है। अब निकायों से कहा गया है कि पीएम आवास शहरी के स्वीकृत हितग्राहियों को जियो टैग अनुसाग अनुदान किस्त की राशि जारी करने के लिए अनिवार्यतः एपीबीएस का उपयोग करते हुए निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए।
 मोदी पर झूठ बोलने का आरोप : कांग्रेस के प्रवक्ता बोले- उनके बोलने पर नहीं लगती GST इसलिए लगातार बोल रहे झूठ

मोदी पर झूठ बोलने का आरोप : कांग्रेस के प्रवक्ता बोले- उनके बोलने पर नहीं लगती GST इसलिए लगातार बोल रहे झूठ

May 04, 2024 Add Comment

 मोदी पर झूठ बोलने का आरोप : कांग्रेस के प्रवक्ता बोले- उनके बोलने पर नहीं लगती GST इसलिए लगातार बोल रहे झूठ



लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में खासी ताकत झोंकी है। इसी कड़ी में शनिवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ले रहे हें।
 


रायपुर। कांग्रेस भवन में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा एक प्रेस कान्फ्रेंस ले रहे हैं। आलोक शर्मा ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि, पीएम मोदी के बोलने पर कोई जीएसटी तो लगती नहीं है, इसलिए वे लगातार झूठ बोल रहे हैं। BJP सरकार आने के बाद विकास, विश्वास, सुरक्षा गायब है। BJP जिस तरह से विद्वेष घोलने का काम कर रही, यह शर्मनाक है। उन्होंने और क्या कहा... सुनिए
 चुनावी संवाद : भाजपा में केवल वही कांग्रेसी जा रहे जिनके खिलाफ एफआईआर या ईडी, आईटी का मामला

चुनावी संवाद : भाजपा में केवल वही कांग्रेसी जा रहे जिनके खिलाफ एफआईआर या ईडी, आईटी का मामला

May 04, 2024 Add Comment

 चुनावी संवाद : भाजपा में केवल वही कांग्रेसी जा रहे जिनके खिलाफ एफआईआर या ईडी, आईटी का मामला



Exclusive : पीसीसी चीफ दीपक बैज से हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने 'सार्थक संवाद' शो में ख़ास बातचीत ।



रायपुर। इस समय पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ एंटी इंकमबेंसी है। भाजपा के लोग महंगाई, बेरोजगारी, काले धन की कोई बात नहीं करते। मंदिर मस्जिद और भगवान तथा मंगलसूत्र तक पहुंच गए हैं। और तो और अब पाकिस्तान की एंट्री भी हो गई है। देश की जनता समझ चुकी है, अब वह भारतीय जनता पार्टी के झांसे में आने वाली नहीं है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने यह बात हरिभूमि आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी से चुनावी संवाद कार्यक्रम में कही।

■ अतीत के इतने कड़वे अनुभव से लेकर भविष्य तक क्या उम्मीद देख पा रहे हैं। 2004 से लेकर 2019 तक दो सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2024 में कोई उम्मीद रख रही है।

■ हम अतीत की बात करें तो निश्चित रूप से कांग्रेस को एक या दो सीट मिली है, लेकिन इस समय पर परिस्थिति बदली हुई है। छत्तीसगढ़ में सभी रिकार्ड टूटेंगे। इतिहास बदलेगा और 2019 की तुलना में इस समय ज्यादा सीटें जीतेंगे।

■ 2018 के विधानसभा चुनाव में 68 सीटें जीते, उसके चार महीने बाद में जब लोकसमा चुनाव हुए तो दो सीटें जीत पाए और आप आत्म विश्वास से इतने लबरेज हैं। क्या मुस्कान दिखती थी आपके चेहरे पर जब विधानसभा की बात होती थी और आप 75 पार सीटें जीतने की बात किया करते थे। नतीजा आया तो क्या 46 भी नहीं आई और सरकार भी चली गई। जब सरकार चली गई, सरकार जाने के बाद क्या ऐसा करने जा रहे हैं जो लोकसभा में जो विधानसभा में नहीं कर पा रहे थे।

■ चेहरे पर अभी भी मुस्कुराहट है। चुनाव आते जाते रहते हैं, राजनीति में। विधानसभा के मुद्दे अलग हैं, लोकसभा के अलग। इस समय पूरे देश में मोदी-भारतीय जनता पार्टी की एंटी इंकमबेंसी है। छत्तीसगढ़ में चार माह की रिमोट कंट्रोल सरकार है। इससे भी छत्तीसगढ़ की जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है। इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के पूरे मंत्रि मंडल न बेरोजगारी की बात करते न महंगाई की बात करते है। नौकरी की बात, काले धन की बात नहीं करते। सिर्फ मंदिर मस्जिद भगवान और मंगल सूत्र तक पहुंच गए और कल तो पाकिस्तान की भी एंट्री हो गई। 7 तारीख का मतदान होने के बाद भारतीय जनता पार्टी की सभाओं में प्रधानमंत्री आपको रोते हुए दिखेंगे। घडियासी आंसू बहाते दिखेंगे देश की जनता के सामने। ताकि एक इमोशनल कार्ड खेल सकें। पहला चुनाव महंगाई को लेकर लड़े, दूसरा चुनाव पुलवामा को लेकर लड़े। तीसरा चुनाव में उनके पास कुछ नहीं है। राम मंदिर भी ढंडे बस्ते में है। मंदिर अपनी जगह भगवान अपनी जगह पर है। आप अपने दस साल के काम पर चुनाव लड़ो न। आप क्यों नहीं बोल रहे हैं कि हमने महंगाई कम किया। क्यों नहीं बोल रहे कि 20 करोड़ लोगों को रोजगार दिया 10 साल में। क्यों नहीं बोल रहे रहे हैं कि हम काला धन वापस लाए। क्यों नहीं बोल रहे है कि हम युवाओं के लिए क्या किया।

■ जब मोदी जी के खिलाफ एंटी इंकमबेंसी के बारे में बता रहे हैं, पूरा का पूरा वातावरण मोदी जी, भाजपा के खिलाफ है। ऐसे में प्यादे भी वजीर बनने की उम्मीद करते हैं। जब ऐसी बात है तो आपकी पार्टी के केंद्र राहुल गांधी अपनी पंरपरागत सीट अमेठी की जगह रायबरेली भागकर क्यों चले गए। क्या स्मृति ईरानी से डरकर आपका नेता रायबरेली पहुंच गया।

■ देश में क्या कही भी किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है क्या। लेकिन मैंने कहा इस समय भारतीय जनता पार्टी की स्थिति ठीक नहीं है। भाजपा के लिए राहुल गांधी ही सबसे बड़ा मुद्दा है। आप राहुल गांधी को चाहे कितनी गालियां दे दो कोस लो। कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। देश की जनता समझ चुकी है। जो राहुल गांधी कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक चार हजार किलोमीटर पैदल चल सकते हैं। लोगों के बीच जा सकते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मणिपुर का म नहीं बोल सकते वहां से राहुल गांधी वहां से निकलकर मुंबई तक यात्रा करते हैं। पूरे देश को नाप चुके राहुल गांधी देश की नब्ज टटोल चुके हैं। प्रधानमंत्री जहां हवाई जहाज से घूम रहे हैं राहुल वहां पैदल जा चुके हैं।

■ यानी राहुल गांधी को समझ में आ गया कि अमेठी में कुछ नहीं होने वाला है, इसलिए रायबरेली चले गए।

■आप एक सीट की बात मत करिए, हम देश की बात कर रहे हैं।

■ तो अमेठी की बात नहीं करनी चाहिए, अमेठी देश का हिस्सा नहीं है।

■ राहुल गांधी रायपुर से नहीं लड़ सकते क्या। राहुल गांधी लड़ रहे उत्तर प्रदेश से. इससे कांग्रेस को फायदा होगा। इस समय भारतीय जनता पार्टी राहुल जी से डरी हुई है। उनके लिए तो राहुल गांधी ही सबसे बड़ा मुद्दा है। भारतीय जनता पार्टी की जो भाषा है, मोदी जी की जो भाषा है भाषणों में। उनकी भाषा, मनोस्थिति पूरी तरह से बदल गई है।

■ आप बता रहे हो राहुल गांधी से डरी हुई है भाजपा, हिली हुई है भाजपा। एक तरफ डरी हुई भाजपा अपना लक्ष्य 370 सीटों का दिखा रहा है। डरा हुआ एनडीए अपना लक्ष्य 400 पार का दिखा रहा है। और राहुल गांधी के नेतृत्व में सत्ता में आती कांग्रेस 272 सीटों का भी दावा नहीं कर रही है। ये कैसे डरे हुए लोग है जो 370 बोलते हैं और ये कैसे जीतते हुए लोग है जो 272 भी नहीं बोल पाते हैं।

■देश की जनता तय करेगी 4 तारीख को चार सौ पार का नारा, या फिर सरकार में कौन आएगा। इस समय देश की जनता मूड बना चुकी है। दस साल देश चलाने के बाद मोदी जी ने देश को कुछ नहीं दिया। सिर्फ देश को ठगने और झूठ बोलने के अलावा कुछ नहीं किया। सिर्फ भाषणों से देश चलाया है। इसी का नतीजा है कि इस समय देश के किसान सड़कों पर हैं, युवा सड़कों पर हैं। माता बहनें सुरक्षित नहीं है। मणिपुर में क्या हुआ हमारी आदिवासी बहनों के साथ पूरे देश ने देख लिया है। उसके लिए एक शब्द नहीं बोलते।

■ ऐसे नाकाम लोगों के साथ जुड़ने में कांग्रेसी इतने लालयित क्यों है। धड़ाधड़ कांग्रेस पार्टी के नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। पूरब से लेकर पश्चिम तक ये खबर आती है कि ये कांग्रेस भाजपाई हो गए।

■ भाजपा वाले भी कांग्रेस में आ रहे हैं। कई सांसद कांग्रेस में आ गए हैं। हम एक ही पक्ष क्यों देख रहे हैं, दूसरा पक्ष भी देखें। कौन लोग जा रहे है, जिनके खिलाफ एफआईआर हुई जिनको डराने के का काम किया गया। जिनको ईडी, आईटी, सीबीआई का धौंस दिखाकर अपने पक्ष में ले जाने का काम किया गया। आप देखेंगे कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट नेता भारतीय जनता पार्टी में है। अभी तो मोदी वाशिंग मशीन मोदी पाउडर आ गया है। एक बार मोदी जी बोल दिए भ्रष्ट है। दूसरे दिन बीजेपी ज्वाईन कर लिए। वाशिंग मशीन से क्लीन होकर बाहर निकल गए। यही तो चल रहा है देश में। डराने-धमकाने का काम चल रहा है।

■ दीपक जी तो आप कितने आभारी है कि कांग्रेस को ये लोग भ्रष्ट लोगों से मुक्त कर रहे हैं। जितने भी दागदार लोग है वे भाजपा में चले गए हैं। वो कैसे लोग है।

■ भारतीय जनता पार्टी तो आरोप लगा रही है। साबित तो उनको करना चाहिए। भाजपा जिस पर आरोप लगा रही है. उसे बीजेपी में ले जा रही है।

■मैंने यही तो आपसे सवाल किया कि आप कितने आभारी हैं बीजेपी के। जितने भी भ्रष्ट लोग हैं आपकी पार्टी से जा रहे हैं। मोदी जी का वाशिंग पाउडर आपके भी बड़ा काम आ रहा है।

■ मोदी जी का वाशिंग पाउडर कहीं काम नहीं आ रहा है। इस समय वाशिंग पाउडर से मुक्ति चाहती है देश की जनता। 4 तारीख को पता लग जाएगा। मोदी पाउडर से मुक्त होगी देश की जनता।

■ प्रदेश पर आते हैं. 11 सीटें है जिन पर भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज जी के नेतृत्व में ऐसे लोगों को मैदान में उतारा जो जनता से चार महीना पहले ही खारिज हुए थे। शिव डहरिया, ताम्रध्वज भूपेश बघेल, ये लोग मंत्री और मुख्यमंत्री के स्तर पर जनता से खारिज हुए। ऐसे लोगों को आपने मैदान में उत्तार दिया। कोई खास रणनीति। भारतीय जनता पार्टी से कोई अंदरूनी समझौता। भारतीय जनता पार्टी से अंडरस्टैंडिंग आपकी मदद करेंगे। आप जो कहेंगे वो प्रत्याशी देंगे। ऐसा कोई मामला है क्या।

■ क्या 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने नेता चुनाव नहीं हार गाए थे। 14 सीटों पर सिमट गए थे। आप नाम गिना दिए। में भी नाम गिना देता हूं। राजेश मूणत, केदार कश्यप, चुनाव नहीं हारे थे, और ऐसे कई नेता है जो चुनाव हारे थे। पार्टी ने फिर टिकट दिया।

■ थोड़ा रुकिए... ये जितने भी लोग चुनाव हारे थे। 2018 में। बड़ी हसरत रही थी कि 2019 में लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन भाजपा ने एक की भी हसरत पूरी नहीं की।

■चुनाव 2018 का हो या 2019 का हार तो हार है। 2018 में हारते है, 2023 में फिर उन्हें टिकट देते हैं। हमारे कांग्रेस के प्रत्याशी 2023 में हार गए उन्हें फिर अभी टिकट दी इसमें क्या गलत है। हमारे प्रत्याशी मजूबत है, और मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं।

■ आप कह रहे हैं मजबूत प्रत्याशी, हमारे साथ जो बैठे हैं दीपक बैज जो 2019 में मोदी जी की लहर चल रही थी पूरे देश में। ऐसे समय भी वो चुनाव जीते थे। हम ये बात समझ नहीं पाए कि जो दीपक बैज 2019 में मोदी लहर में भी चुनाव जीत गया था, वह 2024 में प्रत्याशी क्यों नहीं बना। अपने ही अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस इतना डर क्यों गई। इतना सहम क्यों गई।

■में सिर्फ सासंद ही नहीं में प्रदेश का अध्यक्ष भी हूं। मेरी जवाबदारी खुद के चुनाव लड़ने से ज्यादा चुनाव लड़ाने में है। इसमें पार्टी को भी फायदा है मेरे लिए भी फायदा है। इसलिए पार्टी ने जो निर्णय लिया है, सोच समझकर लिया है। इसके लिए में पार्टी का आभारी हूं। इस समय हम पूरी ताकत से 11 सीटों पर प्रत्याशी लड़ रहे हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है। इसी का नतीजा है। इस समय पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा पूरी मजबूती से चुनाव लड़ रही है।

■ तो प्रदेश अध्यक्ष विधानसभा चुनाव में भी थे थे, उस समय 90 सीटों पर चुनाव भी लड़‌ना था, तब दीपक बैज विधानसभा का चुनाव लड़ लिए। 2019 में मोदी लहर में जीते फिर 2024 में चुनाव से गायब हो गए। गायब खुद हुए या पार्टी ने कर दिया।

■कौन कहता है में गायब हो गया। दीपक बैज आज पूरे प्रदेश में दौरा कर रहे हैं। 11 लोकसभा सीटों पर प्रदेश की जनता के बीच हैं। मेरे चुनाव लड़ने से ज्यादा प्रदेश की जवाबदारी मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है।

■ क्या कवासी लखमा की जगह दीपक बैज मैदान में होते तो मुकाबला ज्यादा बेहतर होता।

■ कवासी लखमा 6 बार के विधायक हैं मंत्री भी रहे। बस्तर में उनकी खासी अच्छी पहचान भी है। क्षेत्र को जानते हैं, अच्छे प्रत्याशी है हमारे।
 महंत भूले अपना संकल्प : हाथ जोड़कर बोले थे, मोदी पर कुछ नहीं बोलूंगा, फिर ये क्या कह दिया...

महंत भूले अपना संकल्प : हाथ जोड़कर बोले थे, मोदी पर कुछ नहीं बोलूंगा, फिर ये क्या कह दिया...

May 04, 2024 Add Comment

 महंत भूले अपना संकल्प : हाथ जोड़कर बोले थे, मोदी पर कुछ नहीं बोलूंगा, फिर ये क्या कह दिया...


नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने मोदी-शाह के लिए एक बार फिर विवादित बयान दिया है। क्या कुछ कहा.





गौरेला-पेंड्रा-मरवारी- छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवारी जिले में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने मोदी-शाह के लिए एक बार फिर विवादित बयान दिया है। वैसे तो कुछ समय पहले उन्होंने संकल्प लिया था कि, पीएम मोदी के लिए कुछ नहीं कहूंगा। लेकिन इस बार फिर से मोदी-शाह के लिए कहा कि, 10वीं पास...हमें क्या संविधान सिखाएंगे। पीएम मोदी हमारे लिए जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। यह उन्हें शोभा नहीं देता।

ये लोग बौरा गए हैं

दरअसल, लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के लिए भाजपा ने घोषणा की है कि, अबकी बार 400 पार, इसी मामले को लेकर डॉ. महंत ने पीएम मोदी के दिमाग खराब होने की बात कह दी, इनके 200 पार भी नहीं होने वाले। लगता है ये लोग बौरा गए हैं।

राधिका के साथ मारपीट नहीं हुई है

डॉ. चरणदास महंत ने राधिका खेड़ा के मामले को लेकर कहाकि, उनके साथ मारपीट नहीं हुई है। किसी बात को लेकर गलतफहमी हुई है। हालांकि इन विवादों की वजह से प्रत्याशियों पर चुनाव को लेकर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

हमें नरेंद्र मोदी का सिर फोड़ने वाला आदमी चाहिए

आपकी जानकारी के लिए बता दे, कुछ समय पहले राजनांदगांव में जनसभा के दौरान डॉ. चरणदास महंत ने पीएम मोदी को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा था कि, हमें नरेंद्र मोदी का सिर फोड़ने वाला आदमी चाहिए। इसके अलावा उद्दयोगपति नवीन जिंदल के लिए तो जूता मारने वाली बात कही थी। इसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज हुई, जैसे ही केस दर्ज हुई, उन्होंने पीएम मोदी के बारे आगे से कुछ भी नहीं बोलने का संकल्प लिया था।
 भारत-मालदीव ने भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की समीक्षा की, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

भारत-मालदीव ने भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की समीक्षा की, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

May 04, 2024 Add Comment

 भारत-मालदीव ने भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की समीक्षा की, इन मुद्दों पर हुई चर्चा


भारत और मालदीव ने शुक्रवार को द्वीप देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को बदलने की चल रही प्रक्रिया की समीक्षा की। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा तय की है। भारत हिंद महासागर में स्थित द्वीपसमूह में तीन विमानन प्लेटफॉर्मों का संचालन कर रहे कुछ सैन्यकर्मियों को पहले ही वापस बुला चुका है।

भारत और मालदीव ने शुक्रवार को द्वीप देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को बदलने की चल रही प्रक्रिया की समीक्षा की। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की समय सीमा तय की है। भारत हिंद महासागर में स्थित द्वीपसमूह में तीन विमानन प्लेटफॉर्मों का संचालन कर रहे कुछ सैन्यकर्मियों को पहले ही वापस बुला चुका है।

सैन्यकर्मियों का स्थान तकनीकी विशेषज्ञों ने ले लिया है। नई दिल्ली में शुक्रवार को दोनों पक्षों की द्विपक्षीय उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की चौथी बैठक हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि बैठक में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित व्यापक मुद्दों पर अपनी चर्चा जारी रखी।

द्विपक्षीय व्यापार व निवेश को बढ़ाने पर चर्चा

इसमें रक्षा क्षेत्र, द्विपक्षीय व्यापार व निवेश को बढ़ाने का प्रयास और विकास सहयोग परियोजनाएं प्रमुख रहीं। विदेश मंत्रालय ने मालदीव में भारतीय सैन्य कर्मियों की बदलने की चल रही प्रक्रिया की समीक्षा किए जाने की भी पुष्टि की।
दोनों पक्षों की उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की पांचवीं बैठक जून में

मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में दोनों पक्षों ने मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की भी समीक्षा की। बैठक में दोनों पक्ष उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की पांचवीं बैठक जून या जुलाई माह में आपसी सहमति वाली तारीख पर माले में आयोजित करने पर सहमत हुए।
 राहुलयान' की 21वीं लॉचिंग भी रहेगी विफल, शाह ने राहुल गांधी के नामांकन पर कसा तंज

राहुलयान' की 21वीं लॉचिंग भी रहेगी विफल, शाह ने राहुल गांधी के नामांकन पर कसा तंज

May 04, 2024 Add Comment

 राहुलयान' की 21वीं लॉचिंग भी रहेगी विफल, शाह ने राहुल गांधी के नामांकन पर कसा तंज


नामांकन के आखिरी दिन शुक्रवार को राहुल गांधी द्वारा रायबरेली से अपना पर्चा दाखिल करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता पर तंज कसा कि सोनिया गांधी ने लगभग 20 बार राहुलयान लॉच करने की कोशिश की लेकिन वह विफल रहीं। इस बार भी राहुल उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट से चुनाव हार जाएंगे। रायबरेली से भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह भारी अंतर से जीतेंगे।


नामांकन के आखिरी दिन शुक्रवार को राहुल गांधी द्वारा रायबरेली से अपना पर्चा दाखिल करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता पर तंज कसा कि सोनिया गांधी ने लगभग 20 बार 'राहुलयान' लॉच करने की कोशिश की लेकिन वह विफल रहीं। इस बार भी राहुल उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट से चुनाव हार जाएंगे। रायबरेली से भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह भारी अंतर से जीतेंगे।

शाह ने शुक्रवार को कर्नाटक के बेलगावी, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और सांगली में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रैलियां कीं। उन्होंने कहा, "हमने चंद्रयान-3 लॉच किया और यह सफल रहा। दूसरी ओर सोनिया गांधी हैं जोकि राहुलयान को लगभग 20 बार लॉच करने की कोशिश कर चुकीं और हर बार असफल रहीं। अब राहुल अमेठी से भाग गए हैं और रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। मैं आपको यहीं से नतीजा बताना चाहता हूं कि राहुल बाबा रायबरेली में भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से भारी अंतर से हारेंगे।"

केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे राहुल

बता दें कि राहुल गांधी केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं और वहां 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी लगातार छुट्टियों पर जाते हैं और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 23 साल से एक भी छुट्टी नहीं ली है। उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस पार्टी है जिसने 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले किए हैं तो दूसरी तरफ हमारे पास पीएम मोदी हैं जिन्होंने पिछले 23 वर्षों से एक भी आरोप के बिना सीएम और पीएम के रूप में देश की सेवा की है।
जन कल्याणकारी और विकास कार्यों की सराहना की

महाराष्ट्र में जनसभाओं के दौरान शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा शासन में पिछले 10 सालों में हुए जन कल्याणकारी और विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने कांग्रेस और शरद पवार की तुष्टीकरण की राजनीति पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से देश को विकसित बनाने के लिए मोदी को तीसरी बार देश की बागडोर सौंपने की अपील की। शाह ने कहा कि मोदी को तीसरी बार चुनने का अर्थ है देश को सुरक्षित और समृद्ध करना। अब विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का समय आ गया है।
शाह ने यह भी कहा

उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे नकली शिवसेना के अध्यक्ष हैं, उन्हें वीर सावरकर का नाम लेने में शर्म आती है। वह जय शिवाजी और जय भवानी का नारा लगाते हुए भी डरते हैं। सीएम बनने के लालच में उद्धव ठाकरे जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करने वाली कांग्रेस और शरद पवार के साथ मिल गए। इंडी गठबंधन अब औरंगजेब का फैन क्लब बन चुका है, ये चुनाव वोट फार जिहाद और वोट फार विकास के बीच का है। मोदी के दृढ़ निश्चय और साहसी कदम के चलते ही कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा लहराने का संकल्प पूरा हुआ।
मोदी राज में आतंकियों को घर में घुसकर मारा

शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आए दिन देश में आतंकवादी हमले होते थे, मोदी राज में आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा जाता है। मोदी ने अनुच्छेद 370 को समाप्त किया, राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त किया, तीन तलाक समाप्त किया और आतंकी संगठन पीएफआइ पर प्रतिबंध लगाया।
पिछले 10 वर्षों में गरीब कल्याण के कई कार्य किए

उन्होंने आगे कहा कि पिछले 10 वर्षों में केंद्र ने गरीब कल्याण के कई कार्य किए हैं। 60 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह पांच किलो अनाज निशुल्क देने का काम किया है। 14 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया, 11 करोड़ महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए गए, पीएम आवास योजना के तहत चार करोड़ घरों का निर्माण करवाया।