भारत का दिल से शुक्रिया...', बदले-बदले से दिख रहे मोहम्मद यूनुस; किस बात के लिए कहा थैंक्यू?
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने ढाका विमान हादसे के पीड़ितों के इलाज के लिए भारतीय चिकित्सकों नर्सों और अन्य देशों के मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्वास्थ्य पेशेवरों की त्वरित सेवाओं और प्रतिक्रिया की सराहना की। यूनुस ने चिकित्सा शिक्षा आदान-प्रदान और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में दीर्घकालिक संबंध बनाए रखने का आग्रह किया। नासिर उद्दीन ने कहा कि डॉक्टरों की कोई सीमा नहीं होती।

HIGHLIGHTSढाका विमान हादसे में पीड़ितों की मदद के लिए यूनुस ने खास अंदाज में कहा शुक्रिया।
12 चिकित्सकों के एक प्रतिनिधिमंडल से रविवार को यूनुस ने की मुलाकात।
बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने भारतीय चिकित्सकों और नर्सों को खास तरीके से शुक्रिया अदा किया है। दरअसल, मोहम्मद यूनुस ने पिछले दिनों ढाका में हुए विमान हादसे के पीड़ितों के इलाज के लिए भारतीय चिकित्सकों को शुक्रिया कहा है।
इतना ही नहीं उन्होंने भारत के अलावा चीन और सिंगापुर के मेडिकल स्टाफ के प्रति भी अपना आभार व्यक्त किया है। मोहम्मद यूनुन ने एक बयान में कहा कि उन्होंने बहुत दिल से घायलों की सेवा की है। दरअसल, ढाका में पिछले हफ्ते एक विमान हादसा हो गया था, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी।
प्रतिनिधिमंडल से यूनुस ने की मुलाकात
जानकारी दें कि गत दिनों बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने सिंगापुर, चीन और भारत के 21 चिकित्सकों और नर्सों के एक प्रतिनिधिमंडल से रविवार को मुलाकात की।
इस दौरान मोहम्मद यूनुस ने स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा दी गई त्वरित सेवाओं और प्रतिक्रिया तथा मदद के लिए आभार व्यक्त किया। इसके साथ मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में इस राष्ट्रीय संकट के समय उनके समर्पण के लिए एकजुटता की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये टीमें न केवल अपने कौशल के साथ बल्कि अपने दिल के साथ आई हैं।
घायलों के उपचार में लगी है कई देशों से पहुंची टीम
जानकारी दें कि ढाका में हुए विमान हादसे में कई लोग बुरी तरीके से घायल हो गए। इन सभी का उपचार अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सा दल स्थानीय स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के साथ मिलकर घायलों का उपचार एवं देखभाल कर रहे हैं।
आगे भी जुड़े रहने का किया आग्रह
जानकारी दें कि मोहम्मद यूनुस ने इस मुलाकात के दौरान चिकित्सकों से संस्थागत सहयोग, चिकित्सा शिक्षा आदान-प्रदान और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्षमता निर्माण एवं नवाचार में निंतर भागीदारी कि लिए बांग्लादेश के साथ एक दीर्घकालिक संबंध बनाए रखने का भी आग्रह किया।
इसके अलावा यूनुस ने इस बात पर विशेष बल दिया कि इस प्रकार की साझेदारियां जन स्वास्थ्य और आपातकालीन तैयारियों में स्थाई सहयोग की नींव रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।
सीमा के बंधन में नहीं रहते डॉक्टर
इस बैठक में बांग्लादेश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिर सर्जरी के निदेशक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद नासिर उद्दीन ने कहा कि यह एक बार फिर साबित हो गया है कि डॉक्टरों की कोई सीमा नहीं होती। ज्ञात हो कि बैठक में सिंगापुर से दस, चीन से आठ और भारत से चार सदस्य शामिल हुए।