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 1 लाख रुपयों की रिश्वत से रंग गए उसके हाथ : तहसील आफिस के आरआई को ACB की टीम ने किया गिरफ्तार

1 लाख रुपयों की रिश्वत से रंग गए उसके हाथ : तहसील आफिस के आरआई को ACB की टीम ने किया गिरफ्तार

May 18, 2024 Add Comment

 1 लाख रुपयों की रिश्वत से रंग गए उसके हाथ : तहसील आफिस के आरआई को ACB की टीम ने किया गिरफ्तार



जमीन का काम कराने के बदले रिश्वत मांगना तहसील आफिस के आरआई को महंगा पड़ गया। पीड़ित ने एसीबी से शिकायत कर दी थी, जिस पर आज रिश्वतखोर पकड़ा गया।



RI संतोष देवांगन और तहसील कार्यालय

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने घूसखोर रेवेन्यू इंस्पेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। तहसील कार्यालय में पोस्टेड RI संतोष देवांगन को पीड़ित से 1 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।

उल्लेखनीय है कि, एक पीड़ित ने ACB की टीम से RI संतोष देवांगन की शिकायत की थी। पीड़ित ने कहा था कि, जमीन से संबंधित काम कराने के लिए RI ने एक लाख रुपयों की मांग की। आरआरई ने पैसे लेकर आज शुक्रवार को बुलाया था।
  

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम

माफ करने की गुहार लगाता रहा रिश्वतखोर RI

ACB की प्लानिंग के मुताबिक शुक्रवार को 1 लाख नकद लेकर पीड़ित तहसील कार्यालय पहुंचा था। जैसे ही पीड़ित ने RI संतोष देवांगन को एक लाख दिये वैसे ही एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम को देखकर आरआई हैरान रह गया और माफ करने की गुहार करता रहा।

हाईकोर्ट ने लगाई थी फटकार, बदले गए थे कर्मचारी

इससे पहले भी तहसील कार्यालय बिलासपुर में लेन-देन की शिकायतों पर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने फटकार लगाई थी। समय पर काम नहीं होने और रिश्वत की मांग को लेकर घुमाए जाने को लेकर हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी। हाई कोर्ट की फटकार के बाद सभी क्लर्कों, पटवारियों और आरआई का तबादला कर दिया गया था। फिर भी रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। आज की कार्यवाही के बाद यह स्पष्ट हो गया कि रिश्वतखोरी का खेल जारी है।
 चुनाव 2024 : साय बोले- ओडिशा में बनेगी भाजपा की सरकार, बताए घोषणापत्र के वादे

चुनाव 2024 : साय बोले- ओडिशा में बनेगी भाजपा की सरकार, बताए घोषणापत्र के वादे

May 18, 2024 Add Comment

 चुनाव 2024 : साय बोले- ओडिशा में बनेगी भाजपा की सरकार, बताए घोषणापत्र के वादे



मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ओडिशा की जनता को डबल इंजन सरकार के फायदे गिनाएं और कहा, मात्र 4 महीने में छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार ने मोदी की गारंटी के बड़े-बड़े वादे पूरे किए हैं।



मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ओडिशा में शुक्रवार को तीन सभाएं लीं। यहां पर उन्होंने बताया, ओडिशा में भाजपा ने जो घोषणापत्र बनाया है, उसमें प्रदेशवासियों के हित के लिए बहुत कुछ है। भाजपा सरकार बनने पर यहां किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान की कीमत मिलेगी, हमारी माताओं को पचास हजार रुपए का वाउचर मिलेगा। बुजुर्ग, दिव्यांग और बुनकरों को तीन हजार रुपए भत्ता मिलेगा। छोटा-मोटा काम करके अपना जीवन-यापन करने वाले लोगों को हमारी सरकार पचास हजार रुपए का लोन देगी। ओडिशा की पच्चीस लाख दीदियों को लखपति दीदी बनाया जाएगा। यहां के पांच लाख बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा। यहां पंद्रह लाख प्रधानमंत्री आवास बनाए जाएंगे। इसीलिए आने वाले चार जून को बीजेडी सरकार की एक्सपायरी डेट है और दस जून को यहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ओडिशा की जनता को डबल इंजन सरकार के फायदे गिनाएं और कहा, मात्र 4 महीने में छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार ने मोदी की गारंटी के बड़े-बड़े वादे पूरे किए हैं। बीजेडी सरकार को घेरते हुए सीएम साथ ने कहा, यहां चौबीस वर्षों से नवीन पटनायक की सरकार है, मगर दुर्भाग्य कि चौबीस वर्षों में वे ओड़‌या नहीं सीख पाए, तो वो ओडिशा के लोगों की तकलीफ को कैसे समझेंगे। लोग कहते हैं कि ओडिशा की सरकार को नातील बाबू नहीं कोई दूसरा आद‌मी चला रहा है। यह बड़ी विचित्र बात है। उन्होंने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ आम आदमी को व मिलने का आरोप लगाया और कहा बीजेडी सरकार ने केंद्र की योजना का नाम बदलकर बीजू स्वास्थ्य योजना कर दिया। लेकिन राज्य के प्राइवेट हॉस्पिटल में इसका लाभ ठगरीब को नहीं मिलता है। यह दुर्भाग्यजनक है।

मोदी का कोई विकल्प नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, यह लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश की बागडोर सौंपने का चुनाव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मरीच परिवार से आते हैं. इसलिए गरीबों की पीड़ा उन्हें अच्छे से पता है। नरेंद्र मोदी देश के गांव गरीब, किसान, मजदूर सबकी चिंता करते हैं। प्रतिदिन 18 घंटे काम करते हैं। 140 करोड़ भारतवासियों को अपना परिवार मानते हैं। उन्होंने गरीबों को तगैस सिलेंडर देने, पक्के घर देने, स्वच्छ पानी, मुफ्त उपचार की सुविधा, बैंक खाता खुलवाने से लेकर शौचालय हालवाने का काम किया। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाने, जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करने के साथ देश को आतंकवाद से मुक्ति दिलाने का काम पिछले दस साल में मोदी जी के नेतृत्व में हुआ है। उनका कोई विकल्प ही नहीं है।
 रेलवे का फैसला : 19 एक्सप्रेस में अब फिर जुड़ेंगे 38 जनरल कोच

रेलवे का फैसला : 19 एक्सप्रेस में अब फिर जुड़ेंगे 38 जनरल कोच

May 18, 2024 Add Comment

 रेलवे का फैसला : 19 एक्सप्रेस में अब फिर जुड़ेंगे 38 जनरल कोच



वर्तमान में 19 ट्रेनों में जरनल कोच की संख्या किसी ट्रेन में एक तो किसी में दो थी। इस वजह से स्लीपर के साथ जनरल कोच में भी भारी भीड़ देखने को मिल रही थी।



रायपुर। यात्रियों की भारी भीड़ के मद्देनजर रेलवे ने 19 एक्सप्रेस ट्रेनों में 38 जनरल बोगियां जोड़ने का फैसला किया है, यहां बताना लाजिमी हैं कि रेलवे ने स्लीपर में कटौती कर जनरल कोच घटा दिए अब हर बोगी में दोगुने यात्री के शीर्षक से हरिभूमि ने 17 दिसंबर के अंक में प्रमुखता से खबर को प्रकाशित किया था। हरिभूमि ने बताया था कि रेलवे ट्रेनों में एसी कोच लगाने लगातार जरनल कोच की संख्या घटा रहा है। इसके साथ ही ट्रेनों में भारी भीड़ से लगातार यात्रियों की तबीयत बिगड़ी रही है, खबर भी प्रकाशित की थी, जिस पर अब रेलवे ने पूरे मामले में संज्ञान में लेते हुए ट्रेनों में फिर से जनरल कोच बढ़ाने का फैसला लिया है।

रेलवे ने आदेश जारी कर बताया कि, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से एलएचबी कोच के साथ चलने वाली सभी ट्रेनों में दोनों तरफ सामान्य कोच की सुविधा मिलेगी। 19 एक्सप्रेस ट्रेनों में 38 जनरल जुड़ेंगे। गर्मियों की छुट्टी में 58 समर स्पेशल चलाने के बाद भी रेगुलर एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि सफर करना मुश्किल हो गया था। जरनल कोच में कोई अटककर तो कोई लटककर सफर करने को मजबूर था। हरिभूमि में खबर प्रकाशित होने के बाद रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है।

एक्सप्रेस के दोनों तरफ लगेगा कोच

वर्तमान में 19 ट्रेनों में जरनल कोच की संख्या किसी ट्रेन में एक तो किसी में दो थी। इस वजह से स्लीपर के साथ जनरल कोच में भी भारी भीड़ देखने को मिल रही थी। रेलवे ने बताया कि ट्रेन के दोनों तरफ कोच लगाया जाएगा। ऐसे में अब यात्रियों को पहले की तरह ट्रेनों में जनरल कोच की सुविधा मिलेगी। भीड़ 50 फीसदी कम हो जाएगी। रेलवे लगातार नए कोच से जनरल कोच को कम कर रहा था, जिससे यात्री काफी परेशान थे।

कोच घटने से कम नहीं हो रही थी वेटिंग लिस्ट

रायपुर से गुजरने वाली दुरंतो, गीतांजलि, छत्तीसगढ़, सूरत एक्सप्रेस, एलटीटी एक्सप्रेस में अब स्लीपर से अधिक एसी कोच हो गए हैं। इन ट्रेनों से 2 जनरल कोच कम कर दिया था। कोच घटाए जाने के बाद भी ट्रेनों की वेटिंग सूची कम नहीं हो रही थी। रेलवे ने स्लीपर की 200 से अधिक सीटें घटाकर एसी में 150 सीटें बढ़ा दी थीं। इसका सीधा असर यात्रियों की जेब पर पड़ रहा था। 300 किलोमीटर तक यात्रा के लिए स्लीपर कोच के यात्री को जहां 600 रुपए देना पड़ रहा था, तो अब थर्ड एसी में सफर करने पर उन्हें 800 से हजार रुपए तक देना पड़ रहा था। एक कोच में 80 सीटें होती हैं। कंपार्टमेंट में 6 बर्थ होते हैं। दो लोअर, दो मिडिल और दो अपर।

इन ट्रेनों में मिलेगी सुविधा

■ 18237/18238 कोरबा-अमृतसर-बिलासपुर, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में कोरबा से दिनांक 22 मई 2024 से एवं अमृतसर से 24 मई 2024 से मिलेगी।
■ 18239/18240 कोरबा-नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी- कोरबा, शिवनाथ एक्सप्रेस में कोरबा से दिनाँक 23 मई 2024 से एवं नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी से 22 मई 2024 से मिलेगी।
■ 12855/12556 बिलासपुर-नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी-बिलासपुर, इंटरसिटी एक्सप्रेस में बिलासपुर से दिनाँक 22 मई 2024 से एवं नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी से 24 मई 2024 से मिलेगी।
■ 20845/20846 बिलासपुर-बीकानेर-बिलासपुर. एक्सप्रेस में बिलासपुर से दिनाँक 25 मई 2024 से एवं बीकानेर से 28 मई 2024 से मिलेगी।
■18205/18206 दुर्ग-नौतनवा-दुर्ग, एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 23 मई 2024 से एवं नौतनवा से 25 मई 2024 से मिलेगी।
■18207/18208 दुर्ग-अजमेर-दुर्ग, एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 27 मई 2024 से एवं अजमेर से 28 मई 2024 से मिलेगी।
■20847/20848 दुर्ग-शहीद कप्तान तुषार महाजन (ऊधमपुर)- दुर्ग, एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 22 मई 2024 से एवं शहीद कप्तान तुषार महाजन (ऊधमपुर) से 24 मई 2024 से मिलेगी।
■ 18213/18214 दुर्ग-अजमेर-दुर्ग, एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 26 मई 2024 से एवं अजमेर से 27 मई 2024 से मिलेगी।
■12823/12824 दुर्ग-निजामुद्दीन-दुर्ग, संपर्कक्रांति एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 23 मई 2024 से एवं निजामुद्दीन से 24 मई 2024 से मिलेगी।
■ 18249/18250 रायपुर-कोरबा-रायपुर, हसदेव एक्सप्रेस में रायपुर से दिनाँक 22 मई 2024 से एवं कोरबा से 23 मई 2024 से मिलेगी।
■18201/18202 दुर्ग-नौतनवा-दुर्ग, एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 22 मई 2024 से एवं नौतनवा से 24 मई 2024 से मिलेगी।
■ 18203/18204 दुर्ग-कानपुर-दुर्ग, बेतवा एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 26 मई 2024 से एवं कानपुर से 27 मई 2024 से मिलेगी।
■ 12549/12550 दुर्ग-शहीद कप्तान तुषार महाजन (ऊधमपुर)-दुर्ग, एक्सप्रेस में दुर्ग से दिनाँक 28 मई 2024 से एवं शहीद कप्तान तुषार महाजन (ऊधमपुर) से 30 मई 2024 से मिलेगी
 प्राइवेट छात्र भी दो बार दिलाएंगे पर्चे : वार्षिक प्रणाली पूरी तरह समाप्त, सेमेस्टर पद्धति होगी लागू

प्राइवेट छात्र भी दो बार दिलाएंगे पर्चे : वार्षिक प्रणाली पूरी तरह समाप्त, सेमेस्टर पद्धति होगी लागू

May 18, 2024 Add Comment

 प्राइवेट छात्र भी दो बार दिलाएंगे पर्चे : वार्षिक प्रणाली पूरी तरह समाप्त, सेमेस्टर पद्धति होगी लागू



राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में से एक वार्षिक पद्धति से होने वाली परीक्षाओं को बंद कर उसके स्थान पर सेमेस्टर पद्धति से परीक्षा कराया जाना है।



रायपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर मसौदा लगभग तैयार हो चुका है। कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। उच्च स्तर पर मंजूरी मिलने के साथ ही इससे जुड़े बिंदु और दिशा-निर्देशों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में से एक वार्षिक पद्धति से होने वाली परीक्षाओं को बंद कर उसके स्थान पर सेमेस्टर पद्धति से परीक्षा कराया जाना है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह व्यवस्था केवल नियमित छात्रों के लिए ना होकर प्राइवेट छात्रों के लिए भी होगी, अर्थात प्राइवेट परीक्षा दिलाने वाले छात्रों को भी साल में दो बार परीक्षा दिलानी होगी।

वार्षिक परीक्षा पद्धति को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। किसी भी स्तर पर वार्षिक पद्धति से परीक्षा नहीं होगी। शैक्षणिक सत्र 2024-25 से ही नया नियम लागू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू किए जाने की घोषणा के बाद उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सिलेबस तथा अन्य नियमों के निर्धारण के लिए पृथक-पृथक कमेटियां बनाई गई थी। इन कमेटियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मसौदों के अनुरूप छग के संदर्भ में प्रस्ताव तैयार करने निर्देश दिए गए थे।

यह आखिरी बैच

शैक्षणिक सत्र 2023-24 में जिन प्राइवेट छात्रों ने परीक्षा दिलाई है. उनकी आगे की परीक्षाएं भी वार्षिक पद्धति से ही होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति संबंधित प्र्त्येक नियम सत्र 2024 -25 में केवल प्रथम वर्ष के छात्रों पर लागू होगी। जैसे-जैसे यह बैच आगे बढ़ता जाएगा, वैसे-वैसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रमशः द्वितीय और तृतीय वर्ष में लागू होगी। इस तरह से आगे आने वाले दो वर्षों तक विश्वविद्यालयों को सेमेस्टर और वार्षिक दोनों ही पद्धतियों से परीक्षाएं लेनी होगी। महाविद्यालयों में भी आने वाले दो सत्रों तक वार्षिक और सेमेस्टर दोनों पद्धति से कक्षाएं संचालित होंगी।

प्राइवेट छात्रों को भी सर्टिफिकेट और डिप्लोमा

नियमित छात्रों को बीच में पढ़ाई छोड़े जाने की स्थिति में उनकी अध्ययन अवधि के आधार पर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा तथा डिग्री देने का प्रावधान राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किया गया है। बड़ी संख्या में ऐसे प्राइवेट छात्र होते हैं, जो एक-दो वर्षों की परीक्षा दिलाकर पढ़ाई छोड़ देते हैं। ऐसे में प्राइवेट छात्रों को भी उनकी अध्ययन अवधि के आधार पर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा तथा डिग्री देने के संबंध में विचार किया जा रहा है।
 कुमारी सैलजा के खिलाफ BJP की रणनीति : भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी नेताओं को भेजा सिरसा

कुमारी सैलजा के खिलाफ BJP की रणनीति : भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी नेताओं को भेजा सिरसा

May 17, 2024 Add Comment

 कुमारी सैलजा के खिलाफ BJP की रणनीति : भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेसी नेताओं को भेजा सिरसा



पूर्व PCC प्रभारी कुमारी शैलजा के खिलाफ चुनाव प्रचार की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व कांग्रेसी नेताओं को प्रचार के लिए हरियाणा भेजा गया है।
 


पूर्व कांग्रेसी नेताओं को प्रचार के लिए हरियाणा भेजा गया
रायपुर- छत्तीसगढ़ में तीन चरणों का मतदान तो पूरा हो गया है। लेकिन अभी 4 जून को रिजल्ट आना बाकी है। वोटिंग होने से पहले कई कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल होते हुए नजर आए थे। इन्हीं नेताओं के जरिए भाजपा आगे की रणनिति को तय करने का समीकरण बना रही है। दरअसल, पूर्व PCC प्रभारी कुमारी शैलजा के खिलाफ चुनाव प्रचार की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व कांग्रेसी नेताओं को प्रचार के लिए हरियाणा भेजा गया है।

सिरसा से किसे बनाया प्रत्याशी

सिरसा से BJP ने अशोक तंवर को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा यहां पर 11 पूर्व कांग्रेसी नेताओं को भाजपा ने जिम्मेदारी सौंपी है। इन जिम्मदारियों को निभाने के लिए शिशुपाल सोरी, प्रमोद शर्मा, चौलेश्वर चंद्राकर, चंद्रशेखर शुक्ला, अरुण सिंह, आलोक सिंह, उषा पटेल, वाणी राव, अजय बंसल, अनिता रावटे, तुलसी साहू सिरसा में प्रचार करेंगे।

पूर्व कांग्रेसी नेता सिरसा के लिए हुए रवाना

छत्तीसगढ़ के पूर्व कांग्रेसी नेता सिरसा के लिए रवाना हो गए हैं। ये सभी पूर्व कांग्रेसी हैं, जो भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इन्हें अब कांग्रेस की पूर्व प्रभारी कुमारी शैलजा के खिलाफ प्रचार के लिए सिरसा भेजा गया है।
 छत्तीसगढ़ की 11 सीटों का लेखा-जोखा : इस बार आधी आबादी वोटिंग में पुरुषों से पीछे

छत्तीसगढ़ की 11 सीटों का लेखा-जोखा : इस बार आधी आबादी वोटिंग में पुरुषों से पीछे

May 17, 2024 Add Comment

 छत्तीसगढ़ की 11 सीटों का लेखा-जोखा : इस बार आधी आबादी वोटिंग में पुरुषों से पीछे



छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के सभी चरण के मतदान में कुल 7280 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें 73.40 प्रतिशत पुरुष 72.23 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाला।




रायपुर। संसदीय चुनाव में मतदान के अंतिम आंकड़े आ गए हैं। 11 लोकसभा सीट में पर 72.80 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह वर्ष 2019 की तुलना में 1.31 प्रतिशत अधिक है। कुल 2 करोड़ 6 लाख 58 हजार वोटरों में से 1 करोड़ 50 लाख 40 हजार 444 ने वोट डाले। आधी आबादी पर अधिक फोकस वाले इस चुनाव में महिलाएं मताधिकार का प्रयोग करने में इस बार पीछे रह गईं। पुरुष मतदाताओं की तुलना में 1.17 प्रतिशत कम महिलाओं ने वोट डाले, इस कारण भाजपा और कांग्रेस ही नहीं बल्कि राजनीति के जानकारों का भी समीकरण उलझ गया है। हालांकि दोनों दल इसे लेकर अपने-अपने पक्ष में दावे भी कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के सभी चरण के मतदान में कुल 7280 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें 73.40 प्रतिशत पुरुष 72.23 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोट डाला। प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले लगभग 1 लाख 80 हजार अधिक है। निर्वाचन कार्यालय के अनुसार 75 लाख 15 हजार 102 पुरुष व 75 लाख 25 हजार 123 महिलाओं के अलावा पांच अन्य मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। यहां पर आंकड़े देखें तो महिलाओं के वोट केवल 10 हजार अधिक हैं। चुनाव महिलाओं को निर्णायक माना जा रहा था। मतदान के बाद अब जीत-हार के आकलन का आधार भी बदलता दिख रहा है।

पांच विधानसभा में महिलाओं ने दिखाया दम

जांजगीर लोकसभा के छह विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोटिंग किया। यहां के कसडोल, पामगढ़, बिलाईगढ़,जैजपुर, सक्ती और अकलतरा विधानसभा में महिलाओं का वोट प्रतिशत अधिक रहा। यहां की चंद्रपुर और जांजगीर-चांपा विधानसभा में पुरुष मतदाता से महिलाएं पीछे रहीं।

सीएम के क्षेत्र कुनकुरी में महिला वोटर आगे

रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी में महिला वोटरों ने पुरुषों के मुकाबले लगभग 2 प्रतिशत अधिक वोट किया। यहां के खरसिया और सारंगढ़ विधानसभा में भी महिलाओं का वोट प्रतिशत अधिक रहा। शेष विधानसभा में पुरुष मतदाता आगे रहे।

9 लोकसभा में एक या दो विस में महिलाएं रहीं आगे

निर्वाचन द्वारा जारी आंकड़ों को देखा जाए तो अधिकतर लोकसभा क्षेत्रों में महिलाओं का वोट प्रतिशत घटा है। बस्तर लोकसभा के 8 विधानसभा क्षेत्र में नारायणपुर को छोड़‌कर सभी जगह महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले कम रहा। कांकेर लोकसभा में डौंडीलोहारा विधानसभा को छोड़कर सभी विधानसभा में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से कम रहा। राजनांदगांव में खुज्जी और मोहला मानपुर में महिलाओं ने ज्यादा वोट किया, शेष विधानसभा में वे पुरुषों से पीछे रहीं। दुर्ग लोकसभा में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत कम रहा। कई विधानसभा क्षेत्रों में 2 से 4 प्रतिशत तक का अंतर देखा गया। महासमुंद लोकसभा में बिंदानवागढ़ विधानसभा को छोड़कर सभी जगहों पर महिलाओं ने कम मतदान किया। बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में मस्तुरी विधानसभा को छोड़कर सभी जगहों पर महिलाएं पुरुषों से पीछे रहीं। कोरबा लोकसभा जहां पर कांग्रेस और भाजपा से महिला प्रत्याशी उतारे गाए वहां पर महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से कम रहा। सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में प्रतापपुर और सामनुजगंज को छोड़ कर अन्य विधानसभा में पुरुष मतदाता महिलाओं से आगे रहे।