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 बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

 बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि बच्चों को वन, वन्य जीव और जैव विविधता की महत्ता के बारे में बचपन से ही संस्कारित किया जाना चाहिए। माता-पिता उन्हें जैव संरक्षण की बहुलता और आवश्यकता के बारे में जागरूक और संवेदनशील बनाए। राज्यपाल श्री पटेल आज भोपाल में राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एक से 7 अक्टूबर 2024 तक आयोजित वन्य जीव सप्ताह की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत कर बधाई दी।  राज्यपाल श्री पटेल ने उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण की शपथ भी दिलाई।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि हमारा संविधान पर्यावरण के संरक्षण, वन और वन्य जीवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रदान करता है। मौलिक कर्तव्यों के तहत प्रत्येक नागरिक से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में योगदान की अपेक्षा करता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के हिसाब से देश के सबसे बड़े वन क्षेत्र होने गौरव प्राप्त है। बाघों के अलावा, तेंदुए, घड़ियाल, चीता, भेड़िये और गिद्धों की सर्वाधिक संख्या के लिये भी प्रदेश पहचाना जाता है। हर प्रदेशवासी की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे वन और वन्य जीव रूपी अमूल्य धरोहर की विरासत को सहेज कर भावी पीढ़ी को सौंपने में अपना योगदान दे।

कोविड ने दिया प्रकृति के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र का सबक

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोविड ने हम सबको यह सबक दिया है कि हमें सुरक्षित भविष्य के लिए प्रकृति की विविधता के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र के साथ रहना होगा। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी अपने तप त्याग और साधना से हजारों साल पहले ही इकोलॉजी तंत्र के संरक्षण के लिए प्राणियों में सद्भावना का संदेश दिया था। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वन और वन्यजीवों का विशिष्ट स्थान रहा है। विभिन्न देवी-देवताओं के वाहन वन्यजीव है। अनेक विधि-विधानों में भी पेड़-पौधों की आराधना होती है।

शपथ को अपने कार्य और व्यवहारों में शामिल करे

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन अवसर पर उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने कार्य, और व्यवहार में शपथ का 24 घंटे और 365 दिन पालन करे। आपका यह संकल्प वनों और वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा प्रयासों को जन आन्दोलन बनाने में योगदान देगा। इसे अपना कर्तव्य मानकर कार्य करे।

राज्य मंत्री वन, श्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण और कानूनों की जागरूकता में वन्य जीव सप्ताह की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा वन्य जीव संरक्षण, पुनर्वास, अपराध नियंत्रण आदि प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी।

राज्यपाल श्री पटेल का तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के पोस्टर, मध्यप्रदेश सामान्य तितलियाँ पोस्टर, कान्हा के पक्षी पुस्तक, मध्यप्रदेश टाईगर फान्डेशन की वार्षिक रिपोर्ट, वन्य जीव संरक्षण पर आधारित प्रकाशन का विमोचन किया। एक से 7 अक्टूबर तक आयोजित हुए वन्य जीव सप्ताह के आयोजन का प्रतिवेदन प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.के. अंबाडे ने प्रस्तुत किया। आभार संचालक वन विहार, श्री मीना अवधेश कुमार शिवकुमार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल, मुख्य वन संरक्षक, वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव और अधिकारी-कर्मचारी, वन्य जीव संरक्षण से जुड़े व्यक्ति, स्कूली बच्चें और उनके अभिभावक उपस्थित थे।

 सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल

सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल

 सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल


जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट में शिकायत की है कि, ACB चीफ ने उससे भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया है। जिसके बाद भूपेश बघेल जेल पहुंचे।


रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर पूर्व सीएम भूपेश बघेल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोल लेवी मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने ACB चीफ अमरेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहना है कि, एसीबी चीफ ने जेल अधीक्षक के चैंबर में बुलाकर धमकाया और दबाव बनाया कि, सौम्या चौरसिया के जरिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल को पैसा देने की बात कबूल करूं। उसके इस आरोप के बाद भूपेश बघेल सेंट्रल जेल पहुंचे।

मुलाकात के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, मैं विधायक देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल आया था। लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से नहीं मिलने दिया गया। रायपुर IG ने जेल में सूर्यकांत को धमकाने की कोशिश की है। मेरा नाम नहीं लेने पर उसे तबाह करने की धमकी दी गई है। इसलिए मैं सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल पहुंचा था। इस मामले को लेकर मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखूंगा। CM को भी पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी दूंगा।

वकील के माध्यम से न्यायालय में की शिकायत

आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने वकील के माध्यम से रायपुर सक्षम न्यायालय की विशेष न्यायधीश को लिखित शिकायत दी है कि, लेटर में लिखा है कि, जब वकील मुलाकात के लिए जेल गए थे तो आवेदक ने बताया कि, 8 सितंबर, रविवार को जेल अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया था। जब सूर्यकांत तिवारी पहुंचे तो वहां एसीबी चीफ अकेले बैठे हुए थे। एसीबी चीफ ने उसे देखते हुए बोला कि, 14 दिन की रिमांड में तुम मूर्ख बनाते रहे हो। तुम ये जान लो, कि सौम्या चौरसिया खत्म हो गई। भूपेश बघेल अब कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनने वाला है। भले ही अगली बार कांग्रेस सरकार आ जाए. लेकिन तुम्हें कोई बचाने वाला नहीं है। बेहतर यह है कि, तुम यह कह दो कि सौम्या चौरसिया के माध्यम से भूपेश बघेल को पैसा दिया है।

सूर्यकांत ने कहा- एसीबी चीफ के डर से चुप हैं कारोबारी

अपनी शिकायत में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि एसीबी चीफ पिछले 3-4 महीने से लगातार जेल परिसर समय-समय पर आते हैं। इस दौरान जिन कारोबारी और अफसरों पर घोटाले का आरोप लगा है, उन्हें बुलाकर पूछताछ करते हैं। पूछताछ के दौरान अपराधियों की तरह व्यवहार करते हैं।एसीबी चीफ के डर से ये कारोबारी और अफसर शिकायत नहीं कर रहे हैं। कारोबारी तिवारी को अपने और परिवार के अन्य सदस्यों को खतरा होने की शिकायत भी की है। पत्र में यह भी जिक्र है कि, अमरेश मिश्रा ने सूर्यकांत तिवारी से कहा कि, सौम्या को और भूपेश को सजा दिलाकर रहूंगा। तुम देख ही रहे हो कि दो साल से तुम सभी जेल में हो और तुम लोगों को कोई नहीं छुड़ा पाया। तुम्हारे दो भाई भी गिरफ्तार हो चुके हैं। परिवार में बचे सदस्यों का भी वही हाल करूंगा।

पहले भी लगा चुका है आरोप

तक़रीबन ढाई साल पहले सूर्यकांत के ठिकानों पर IT का छापा पड़ा था। इसके बाद सूर्यकांत ने कहा था कि उनके ठिकानों पर 30 जून को आयकर की रेड पड़ी। दावा किया कि कुछ अफसरों ने दबाव बनाया कि वो प्रदेश के 40-45 विधायकों की सूची बनाएं। विपक्ष के विधायकों के सहयोग से प्रदेश की सरकार बदल दी जाएगी। सूर्यकांत को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा। उसने दावा किया कि, मुझे छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने के लिए आयकर अफसरों ने साम-दाम दंड भेद अपनाया। वहीं उसने गिरफ्तारी के बाद जान का खतरा बताया था।
 एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

 एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

राज्यपाल श्री रमेन डेका

‘एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने दुर्ग प्रवास के दौरान आज तितुरडीह स्थित कृष्ण कुंज में ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत कचनार के पौधे का रोपण किया। विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने भी जामुन का पौधा लगाया। इस अवसर पर दुर्ग जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया


मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास में श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया है। 
         इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय श्री ठाकरे का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादयी है। अनुशासित जीवन और राष्ट्र प्रथम की भावना को उन्होंने आत्मसात किया था।  मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक है और समाज के लिए उनका योगदान अतुलनीय है।

 मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार मिले एक वर्ष में 15 वीरता पदक

मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार मिले एक वर्ष में 15 वीरता पदक

 मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार मिले एक वर्ष में 15 वीरता पदक

मध्यप्रदेश में नक्‍सल गतिविधियों को समूल नष्ट करने के लिए संकल्पित मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश पुलिस निरंतर प्रभावी कार्रवाई कर रही है। भारत सरकार द्वारा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मध्यप्रदेश पुलिस के 12 अधिकारी व कर्मचारियों को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। नक्‍सल विरोधी अभियानों के दौरान 4 मुठभेड़ों में साहस तथा सूझबूझ का प्रदर्शन कर 6 हार्डकोर नक्‍सलियों को धराशायी करने के फलस्‍वरूप “वीरता पदक’’ से 11 अधिकारियों/कर्मचारियों को व एक अन्य प्रकरण में एक अन्य अधिकारी को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। तीन वीरता पदकों की घोषणा इसी वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या 25 जनवरी 2024 को की गई थी। इस तरह वर्ष 2024 में नक्‍सल विरोधी अभियानों में 14 वीरता पदक तथा एक अन्य प्रकरण में एक अन्य अधिकारी को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। इस प्रकार इस वर्ष कुल 15 वीरता पदक मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी प्राप्त करेंगे।

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश के 4 पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक और 14 को सराहनीय सेवा पदक देने की घोषणा की गई है। इन पुरस्कारों की घोषणा किए जाने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव एवं डीजीपी श्री सुधीर सक्सेना ने पदक से सम्मानित होने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। पदकों का वितरण अगले वर्ष स्‍वतंत्रता दिवस समारोह यानी 15 अगस्‍त 2025 को किया जाएगा। मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में यह पहला अवसर है जब एक ही वर्ष में 15 वीरता पदक से पुलिस के बहादुर जवानों को सम्मानित किया जा रहा है। यह पदक न सिर्फ विजेताओं के साहस, धैर्य और उत्साह का प्रतीक है, अपितु यह मध्यप्रदेश पुलिस के प्रभावी नेतृत्व को भी दर्शाता है।

इन्हें मिलेगा वीरता पदक

एडीजी (गुप्त वार्ता) श्री जयदीप प्रसाद ने बताया कि वीरता पदक पुलिस अधीक्षक श्री समीर सौरभ, सेनानी श्री मोतीउर्रहमान, सेनानी श्री पुनीत गेहलोद, निरीक्षक श्री आशीष शर्मा, उप निरीक्षक श्री मोहम्‍मद अयूब खान, उप निरीक्षक श्री आशीष शर्मा, उप निरीक्षक श्री मोहनलाल मरावी, उप निरीक्षक श्री नामदेव शर्मा, सहायक उप निरीक्षक श्री राजेश धुर्वे, सहायक उप निरीक्षक श्री अरुण मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक श्री अतुल कुमार शुक्‍ला तथा प्रधान आरक्षक श्री हनुमंत टेकाम को देने की घोषणा की गई है। वहीं इसी वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मध्यप्रदेश पुलिस के तीन जवानों को वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई थी, जिनमें निरीक्षक श्री अंशुमान सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक श्री अतुल कुमार शुक्ला एवं प्रधान आरक्षक श्री मनोज कुमार कापसे शामिल थे। उल्‍लेखनीय है कि सहायक उप निरीक्षक अतुल कुमार शुक्‍ला को पूर्व में 2 बार वीरता पदक प्राप्‍त हुआ है तथा निरीक्षक आशीष शर्मा को भी दो वीरता पदकों की घोषणा हुई है।

इन्हें मिलेगा राष्ट्रपति विशिष्‍ट सेवा पदक

राष्ट्रपति विशिष्‍ट सेवा पदक अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक श्री चंचल शेखर, पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविंद कुमार सक्‍सेना, पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेश कुमार हिंगणकर तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामाधार भारद्वाज को देने की घोषणा की गई है।

इन्हें मिलेगा सराहनीय सेवा पदक

सराहनीय सेवा पदक उप पुलिस महानिरीक्षक श्री पंकज श्रीवास्‍तव, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेश सिंह, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री विनीत कपूर, उप सेनानी सुश्री अंजना तिवारी, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश्‍वर शर्मा, अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक श्री महा‍वीर सिंह मुजाल्‍दे, सहायक पु‍लिस महानिरीक्षक श्रीमती इरमीन शाह, उप पुलिस अधीक्षक श्री संजय कुमार दुबे, निरीक्षक श्री सुरेश कुमार बजानघाटे, उप पुलिस अधीक्षक श्री मानवेन्‍द्र सिंह कुशवाह, उप पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार द्विवेदी, उप पु‍लिस अधीक्षक श्री प्रवीण नारायण बघेल, उप पुलिस अधीक्षक श्री सुरेन्‍द्र सिंह सिकरवार तथा उप निरीक्षक श्री शैलेन्‍द्र सिंह राजपूत को दिया जाएगा।

मुठभेड़ में नक्सलियों को किया था धराशायी

प्रदेश में हॉक-फोर्स के जांबाज कमाण्‍डों ने विगत 5 वर्षों में 3.17 करोड़ के ईनामी 20 हार्डकोर नक्‍सलियों को विभिन्‍न मुठभेड़ों में धराशायी किया है।

1) दिनांक 14.12.2023 को जिला बालाघाट के कमकोदादर जंगल क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान नक्‍सली एसीएम चैतू उर्फ हिडमा मड़काम को धराशायी करने में उनि नामदेव शर्मा, सउनि अरूण मिश्रा, सउनि अतुल कुमार शुक्‍ला को

2) दिनांक 22.04.2023 को कदला जंगल क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में नक्‍सली एसीएम सरिता तथा एसीएम सुनीता को मार गिराने वाले पुलिस अधीक्षक बालाघाट श्री समीर सौरभ, सेनानी हॉकफोर्स मोती उर रहमान, निरीक्षक आशीष शर्मा, उनि मोहनलाल मरावी, सउनि राजेश धुर्वे को

3) दिनांक 18.12.2022 को हर्राटोला जंगल में हुई मुठभेड़ में नक्‍सली एसीएम रूपेश उर्फ हुंगा को धराशायी करने में उनि आशीष शर्मा तथा प्र.आर. हनुमंत टेकाम को

4) दिनांक 30.11.2022 को जामसेहरा जंगल में हुई मुठभेड़ में नक्‍सली डीव्‍हीसीएम गणेश तथा एसीएम कमांडर राजेश बंजाम को धराशायी करने में तत्‍कालीन सेनानी हॉकफोर्स (पुलिस अधीक्षक बड़वानी) पुनीत गेहलोद सहित उपरोक्‍त सभी को मुठभेड़ों में प्रदर्शित साहस तथा सूझबूझ के फलस्‍वरूप वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की गई है। मुठभेड़ों में मारे गये नक्‍सलियों पर 99 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। इन मुठभेड़ों में उल्‍लेखनीय भूमिका निभाने वाले 101 शासकीय सेवकों को क्रम पूर्व पदोन्‍नति प्रदान की गई है।

5) निरीक्षक श्री मो. अयूब खान ने जान की बाजी लगाकर रतलाम में 30 हजार रुपए के इनामी तिहरे हत्याकांड के दुर्दांत अपराधी को एनकाउंटर में धराशायी किया था। श्री खान को उनकी इस बहादुरी के लिए वीरता पदक प्रदान किया जाएगा।

तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि तिरंगा हमारी आन-बान-शान का प्रतीक है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से पूरे देश को देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना में ओत-प्रोत होने का अवसर प्रदान किया है। तिरंगे में विद्यमान चक्र देश की गति को दर्शाता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हमने देश को विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था में शामिल किया है। देश की शक्ति और विशेष कर युवा सामर्थ्य के माध्यम से हम जल्द ही विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था होंगे। स्वतंत्रता दिवस का महत्व हमारे सभी प्रमुख त्यौहार होली, दिवाली से अधिक है, अत: हर घर में तिरंगा लहराना चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत कर्मश्री संस्था द्वारा कोलार रोड स्थित मदर टेरेसा स्कूल से निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के शुभारंभ अवसर पर तिरंगा यात्रा के सहभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जन-गण-मन के राष्ट्र गान के साथ यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जीप में सवार होकर तिरंगा लहराते हुए यात्रा की अगुवाई की। इस अवसर पर विधायक श्री रामेश्वर शर्मा सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

युवाओं के लिए सृजित किए जा रहे हैं रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी बौद्धिक क्षमता, परिश्रम और दक्षता के आधार पर विकास के पथ पर अग्रसर हैं। प्रदेश ने खेती-किसानों में लगातार प्रगति की है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से औद्योगिक गतिविधियों और सूचना प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

कोलार क्षेत्र का संपूर्ण वातावरण देशभक्ति की भावना से हुआ ओत-प्रोत

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मोटर साइकिलों पर सवार युवा तिरंगा लहराते हुए यात्रा में आगे बढ़ रहे थे। सड़क के दोनों ओर खड़े स्कूली बच्चे तिरंगा लहराकर वंदे-मातरम तथा भारत माता की जय के नारों के साथ तिरंगा यात्रा का अभिवादन कर रहे थे। कोलार रोड पर जगह-जगह बने सामाजिक संस्थाओं, व्यापारी संगठनों, समाजसेवियों, महिला संगठनों के मंचों से तिरंगा यात्रा का हार्दिक स्वागत किया गया। यात्रा में ड्यूटी कर रहे पुलिस कांस्टेबल भी अपनी मोटरसाइकिल पर तिरंगा लहराते हुए दायित्व निर्वहन कर रहे थे। यात्रा के मार्ग पर दुकानों, मकानों के अतिरिक्त वाहनों को भी तिरंगे से सजाया गया था। परिणामस्वरूप तिरंगा यात्रा से क्षेत्र का संपूर्ण वातावरण देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत था।