Pregnancy में आ रही है मुश्किल? न हों परेशान; आपके मां बनने का सपना पूरा करेंगे 3 योगासन
योग न केवल हमारी मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं बल्कि ये हमारी सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का हल भी करते हैं। गर्भधारण एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और मन दोनों का संतुलन जरूरी है। योग एक ऐसा माध्यम है जो आपको सेहत भी रखता है। ये कंसीव करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
कंसीव करने में मदद करेंगे ये योगासन। (Image Credit- Freepik)
मां बनने का सपना भला किसका नहीं होता है। ये एक ऐसी एहसास है जिसकी खुशी को बयां करने के लिए शब्द नहीं पूरे पड़ते हैं। हालांकि गलत खानपान और सही लाइफस्टाइल न होने से महिलाओं में फर्टिलिटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिसके कई कारण हो सकते हैं।
आजकल महिलाओं को बेबी प्लानिंग के बाद भी कंसीव करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। कई महिलाएं कंसीव करने के लिए दवाओं का सहारा लेती हैं जिसमें आपको लाखों खर्च करने पड़ते हैं। वहीं कुछ महिलाएं प्राकृतिक चीजों पर निर्भर रहती हैं। ऐसे में सभी दिक्कतों का समाधान योग के पास होता है।
योग Fertility सुधारने और कंसीव करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसे कई आसन हैं जो कंसीव करने में मददगार साबित हो सकते हैं। ये एग्स की क्वालिटी को सुधारते हैं। साथ ही Ovary को भी हेल्दी बनाते हैं। दरअसल, गर्भधारण के लिए ओवरी का स्वस्थ हाेना बेहद जरूरी होता है। आइए उन योगासनों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
बद्धकोणासन (Butterfly Pose)
यह बेहद आसान योगासन है लेकिन इसे कंसीव करने के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। ये पेल्विक एरिया (जांघों और प्रजनन अंगों के पास की मांसपेशियों) में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। यह पीरियड्स को नियमित करने में मदद करता है और Womb या Uterus को भी मजबूत बनाता है।
कैसे करेंदोनों पैरों के तलवे मिलाकर बैठें।
घुटनों को बाहर की ओर फैलाएं और तितली जैसे पंख फड़फड़ाएं।
ये आसन रोजाना 5 से 10 मिनट के लिए करें।
सेतु बंधासन (Bridge Pose)यह योगासन थायरॉइड ग्लैंड को एक्टिव करने में मददगार है। इससे हार्मोन संतुलित रहते हैं। यह गर्भाशय और अंडाशय में ब्लड फ्लो बढ़ाता है। इससे कंसीव करने में मदद मिलती है।
कैसे करेंइसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
अब घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर रखें।
सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं और हाथों को नीचे से जोड़ लें।
कुछ सेकंड रोकें और फिर धीरे-धीरे नीचे आएं।
ये प्रक्रिया चार से पांच बार दोहराएं।
बालासन (Child Pose)यह आसन तनाव कम करने में मददगार है। इसे करने से मानसिक शांति मिलती है। ये कंसीव करने में बहुत जरूरी है।
कैसे करेंघुटनों के बल बैठें और माथे को जमीन पर टिकाएं।
दोनों हाथ आगे फैलाएं और आराम से सांस लें।
कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें।
इन बातों का भी रखें ध्यानअगर आप कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं तो बिल्कुल भी तनाव न लें। तनाव हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ देता है। योग और मेडिटेशन से राहत मिलती है।
इसके अलावा सात से आठ घंटे की नींद भी जरूरी है। कम नींद से हार्मोनल गड़बड़ी हो सकती है।
आयरन, फोलिक एसिड, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर डाइट लें।
कैफीन और जंक फूड से दूरी बनाना ही बेहतर है।
योग न केवल हमारी मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं बल्कि ये हमारी सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का हल भी करते हैं। गर्भधारण एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और मन दोनों का संतुलन जरूरी है। योग एक ऐसा माध्यम है जो आपको सेहत भी रखता है। ये कंसीव करने में भी मददगार साबित हो सकता है।

मां बनने का सपना भला किसका नहीं होता है। ये एक ऐसी एहसास है जिसकी खुशी को बयां करने के लिए शब्द नहीं पूरे पड़ते हैं। हालांकि गलत खानपान और सही लाइफस्टाइल न होने से महिलाओं में फर्टिलिटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जिसके कई कारण हो सकते हैं।
आजकल महिलाओं को बेबी प्लानिंग के बाद भी कंसीव करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। कई महिलाएं कंसीव करने के लिए दवाओं का सहारा लेती हैं जिसमें आपको लाखों खर्च करने पड़ते हैं। वहीं कुछ महिलाएं प्राकृतिक चीजों पर निर्भर रहती हैं। ऐसे में सभी दिक्कतों का समाधान योग के पास होता है।
योग Fertility सुधारने और कंसीव करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसे कई आसन हैं जो कंसीव करने में मददगार साबित हो सकते हैं। ये एग्स की क्वालिटी को सुधारते हैं। साथ ही Ovary को भी हेल्दी बनाते हैं। दरअसल, गर्भधारण के लिए ओवरी का स्वस्थ हाेना बेहद जरूरी होता है। आइए उन योगासनों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
बद्धकोणासन (Butterfly Pose)
यह बेहद आसान योगासन है लेकिन इसे कंसीव करने के लिए बेहद प्रभावी माना जाता है। ये पेल्विक एरिया (जांघों और प्रजनन अंगों के पास की मांसपेशियों) में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। यह पीरियड्स को नियमित करने में मदद करता है और Womb या Uterus को भी मजबूत बनाता है।
कैसे करेंदोनों पैरों के तलवे मिलाकर बैठें।
घुटनों को बाहर की ओर फैलाएं और तितली जैसे पंख फड़फड़ाएं।
ये आसन रोजाना 5 से 10 मिनट के लिए करें।
सेतु बंधासन (Bridge Pose)यह योगासन थायरॉइड ग्लैंड को एक्टिव करने में मददगार है। इससे हार्मोन संतुलित रहते हैं। यह गर्भाशय और अंडाशय में ब्लड फ्लो बढ़ाता है। इससे कंसीव करने में मदद मिलती है।
कैसे करेंइसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
अब घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर रखें।
सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं और हाथों को नीचे से जोड़ लें।
कुछ सेकंड रोकें और फिर धीरे-धीरे नीचे आएं।
ये प्रक्रिया चार से पांच बार दोहराएं।
बालासन (Child Pose)यह आसन तनाव कम करने में मददगार है। इसे करने से मानसिक शांति मिलती है। ये कंसीव करने में बहुत जरूरी है।
कैसे करेंघुटनों के बल बैठें और माथे को जमीन पर टिकाएं।
दोनों हाथ आगे फैलाएं और आराम से सांस लें।
कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें।
इन बातों का भी रखें ध्यानअगर आप कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं तो बिल्कुल भी तनाव न लें। तनाव हार्मोन बैलेंस को बिगाड़ देता है। योग और मेडिटेशन से राहत मिलती है।
इसके अलावा सात से आठ घंटे की नींद भी जरूरी है। कम नींद से हार्मोनल गड़बड़ी हो सकती है।
आयरन, फोलिक एसिड, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर डाइट लें।
कैफीन और जंक फूड से दूरी बनाना ही बेहतर है।