छत्तीसगढ़ में मेडिकल जांच सामग्री के खरीद घोटाले में ईडी का छापा, पांच लाख की मशीन 17 लाख रुपये में खरीदी गई
छत्तीसगढ़ में 650 करोड़ की मेडिकल जांच सामग्री व उपकरण के खरीद घोटाले में मोक्षित कार्पोरेशन से जुड़े दुर्ग स्थित 18 ठिकानों पर ईडी ने बुधवार को छापेमारी की। इसके साथ ही टीम ने रायपुर और बिलासपुर में जेल में बंद छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) के तकनीकी महाप्रबंधक कमलकांत पाटनवार के आवास पर भी छापे मारे। छह महीने पहले ईओडब्ल्यू-एसीबी ने इस मामले में संयुक्त छापेमारी की थी।

छत्तीसगढ़ में 650 करोड़ की मेडिकल जांच सामग्री व उपकरण के खरीद घोटाले में मोक्षित कार्पोरेशन से जुड़े दुर्ग स्थित 18 ठिकानों पर ईडी ने बुधवार को छापेमारी की।
इसके साथ ही टीम ने रायपुर और बिलासपुर में जेल में बंद छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) के तकनीकी महाप्रबंधक कमलकांत पाटनवार के आवास पर भी छापे मारे। छह महीने पहले ईओडब्ल्यू-एसीबी ने इस मामले में संयुक्त छापेमारी की थी।
घोटाले का मामला विधानसभा में उठा था
हाल ही में ईडी ने मोक्षित कॉर्पोरेशन से संबंधित दस्तावेज ईओडब्ल्यू से प्राप्त किए थे, जिनकी जांच में मनी लांड्रिंग का पता चला। इसी के बाद ईडी ने यह कार्रवाई की है। घोटाले का मामला विधानसभा में उठा था।
इसके बाद ईओडब्ल्यू-एसीबी ने 22 जनवरी को केस दर्ज किया था और सीजीएमएससी के पांच अधिकारियों व मोक्षित कार्पोरेशन के निदेशक शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
पांच लाख की मशीन 17 लाख रुपये में खरीदी
जांच में सामने आया कि सीजीएमएससी ने 2020-24 तक मोक्षित कार्पोरेशन से आठ रुपये की ब्लड कलेक्शन ट्यूब 2,352 रुपये और पांच लाख की मशीन 17 लाख रुपये में खरीदी। खरीद प्रक्रिया कई महीनों की होती है, लेकिन इसे 26 दिनों में पूरा किया गया।