गोपाल किरण समाजसेवी संस्था द्वारा ग्लोबल-कॉन्क्लेव, राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी अवार्ड-समारोह दिनांक 13 अप्रैल 2022 को भोपाल में होगा...

March 21, 2022


भोपाल@ गोपाल किरन समाजसेवी संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे के नेतृत्व मै श्री कैलाश चन्द्र मीणा (वन मंडलाधिकारी व संरक्षक),श्रीमती शशि आर. एस.कुरील, (जबलपुर),श्री आर.एस. वर्मा (पूर्णे),श्रीमती संगीता शाक्य (डिवीजनल कमांडेन्ड व मुख्य संरक्षक ) के  संरक्षत्व मैं डॉ. प्रवीण गौतम ,एस. एल.अटेरिया, शिवचरण मंडराई के मार्गदर्शन मैं 

झीलों की नगरी व  मध्यप्रदेश की राजधानी में संस्था द्वारा एक  दिवसीय ग्लोबल कॉनक्लेव राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं अचीवर्स अवार्ड कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्बंध में  एच.निशा खान ने बताया है कि 

प्रदेश में दो दशक से अधिक समय से प्रदेश मैं सघनता के साथ सशक्त समता मूलक समाज की परिकल्पना को लेकर जरूरतमंद लोगों के लिये जमीनी स्तर पर  गोपाल किरन समाजसेवी संस्था की स्थापना  ग्वालियर मैं की गई जो कि एक गैर राजनीतिक अलाभकारी,  स्वेच्छिक 

संस्था है।  वर्तमान  में अध्यक्ष के रूप  श्रीप्रकाश सिंह निमराजे,अध्यक्ष के रुप मैं कार्यरत है।  संस्था अपनी पहचान राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर बनाई है। यहॉ तक कि एसडीजी गोल पर साप्ताहिक कार्यक्रमका आयोजन का कॉन्सेप्ट यूएनओ को दिया जिसको अब प्रति वर्ष मनाया जाने लगा है। प्रशासन ने गणतंत्र दिवस,स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित भी किया गया है इसके साथ अन्य संस्था ने भी। संस्था भारत सरकार के गृह मंत्रालय, व आयकर अधिनियम के तहत छूट प्राप्त संस्था है।  कई नवाचार और अपने अभिनव के अभियान की वजह से संस्था ने अपनी  गतिविधियों के माध्यम से जरूरत मंद लोगों के बीच नामुकिन कार्य को भी मुमकिन बना दिया है। यहाँआज न जाने कितने महिला,बच्चे उनके परिवार ओर वृद्जनों को प्रेरित किया बल्कि हर स्तर पर हर प्रकार का सहयोग उनके लिये डे केयर सेंटर  के माध्यम से आजीविका का विकास तथा चिकित्सा सुविधा प्राथमिक रूप से उपलब्ध कराई  जिसने जो मांगा किया और उनको  मार्गदर्शित हर क्षेत्र मे किया है। उनके साथ हमारा रक्त संबंध  नहीं रहा किंतु सामाजिक संबंध बन गए। अपने काम का आरंभ एक शहरी स्लम एरिया मैं बच्चों के लिये शिक्षा केन्द्र से प्रारंभ कर इससे प्राप्त अनुभवों पर प्रदेश मैं पंचायती राज लागू होने के बाद सघनता के पंचायत प्रतिनिधियों को हर स्तर पर प्रशिक्षण , ग्रामीण विकास ,प्राकृतिक संसाधनों के विकास पर केंद्रित कर दिया।लोगों की आजीविका के लिये महिलाओं के समूहों का निर्माण कराकर उनकी बचत , साहूकारों से मुक्ति, उनको निर्णय प्रक्रिया मैं। भागीदारी बनाकर सहभागिता के तालाबों, कुओं का पुनरूद्धार,चेक डेम, खेती योग्य भूमि बनाने के लिये मेढ़ मेढबन्दी,  उन्नत तकनीक की फसलों की बीज, मशरूम की खेती, खाली जगहों पर किचिन गार्डन, वृक्षारोपण,नर्सरी, आर्टीफीशियल ज्वेलरी, आंवला के जीन बैक में भूमिका उनके प्रोडक्ट बाजार की लाये और उसका डिमोस्टेशन भी कराया जो महिलाओं कभी मार्केटिंग नही करती वह गांव से निकलकर शहर मैं बिक्री की। जल की कमी होने पर बोरिग का खनन, शिक्षा, स्वास्थ, मातृत्व व शिशु दर की कम करने के लिये सेव मदर अभियान,  टीकाकरण,  सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिये नशामुक्ति अभियान, बच्चों को निःशुल्क स्टेशनरी वितरण, कपड़ों का वितरण, गरीब लड़कियों की शादी, महिला व बाल सरक्षंण, बाल विवाह,बाल श्रम से मुक्ति,बाल पंचायत, बाल संसद ,पर्यावरण आदि क्षेत्र म उल्लेखनीय कार्य है । इसके साथ ही सविंधान के  प्रति लोगों की आस्था व उसके प्रति  संवेदनशील  हो उसके लिये जागृति मैं लगे है। कड़ाके की ठंड ,स्कूलों की छुट्टी लगी हो वही कोरोना का भय वहां रन फॉर कॉन्स्टयूशन का आयोजन किया  ।  गणतंत्र दिवस पर मेरी शान भारत का सविंधान थीम का चयन कर आयोजन सम्पादित किया  ।  संस्था के द्वारा किये गये कार्य आज नींव के पत्थर साबित हो रहे है।  जिनका वर्णित करना सूरज के आगे दिया दिखाना है लेकिन उसी से प्रकाश लेकर आगे बढ़ता है। जिसको लोगों ने सराहा है यहीं नहीं अपने अध्ययन का विषय भी बनाया है। कई उभरती हुई प्रतिभाओं को उभारा है। देश मे ही नहीं विदेश में अपना लोहा मनवाया है। ग्वालियर मैं ही नहीं दूसरे देश  नेपाल की राजधानी  काठमांडू की जमी पर जाकर ग्लोबल कान्क्लेव आयोजित किया है।  कोविड  कॉल  में इंसानियत को बचाने के  लिये खुद बड़े घरो के न होते हुए भी अपने समर्पण हिम्मत को बनाये रखते हुए लोग घरो की चार दीवारी  से  बाहर नहीं निकल रहे लोकडॉउन लगे होने पर पर खुद पर पयार्प्त  फण्ड नहीँ  होते हुए भी आपस मैं सहयोग कर एकत्रित कर  लोगों को राहत एवं जरूरी सामग्री  का वितरण  गोपाल किरन समाज सेवी संस्था  के माध्यम से आपने 125 दिन तक लोगों को भोजन के पैकेट, दवाई या, उनके गंतव्य तक पहुचाने मैं अपनी जान को जोखिम मैं डालकर  मानवता का परिचय दिया। इसके साथ ही बाढ़ ,अग्नि पीड़ितों,बाढ़ पीड़ितों  को भी मदद करने में आगे रहे हैं।


13 अप्रैल 2022 को झीलों की नगरी भोपाल  में एक ग्लोबल कॉन्क्लेव व एक राष्ट्रीय  शोध  संगोष्ठी  का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर विचार विमर्श के साथ उभरती हुई प्रतिभाओं को ग्लोबल अचीवर्स अवार्ड  2022 से सम्मानित किया जाएगा ।  इसके लिए  विभिन्न क्षेत्रों जैसे नवाचार, समाजसेवा,महिला सक्तीकरण,बच्चों के अधिकार व विकास, शिक्षा,स्वास्थय, प्राकृतिक संरक्षण, नदी संरक्षण,

 स्वच्छता, सामाजिक समरसता, आयुर्वेद ,पर्यावरण,

 एंटरप्रेन्योर,उद्यमिता ,साहित्य,कृषि, सूचना तकनीक, चिकित्सा ,सड़क सुरक्षा, विधि क्षेत्र आदि में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्वत जन से दिनांक 31 मार्च 2022 तक अपना नामांकन सह पत्रों सहित उपरोक्त मेल  ईमेल-gksss85_org@rediffmail. com पर  व्यक्तिगत या संस्थागत रूप से प्रेषित करें आवेदन  निःशुल्क है। साथ ही शोध पत्र भेजने  का अनुरोध किया है। 

** अवार्ड हर क्षेत्र के लिये अलग नाम से होगा। एंटरप्रेन्योर,उद्यमिता स्व आर. सी कुरील व सामाजिक समरसता 3 राजेश के नाम होगा 

*** प्राप्त नामांकन पर निर्णय लेने का अधिकार संस्था द्वारा गठित चयन समिति को होगा।

*** उपरोक्त कार्यक्रम में जो भी संस्था  सहयोगी के रूप मे शामिल होना चाहते है वो संपर्क करें- मो. 9425118370, कर सकता है। आयोजन के लिए एक टीम गठित की गई है जिससे श्रीमती एडवोकेट अनीता छावई, एच. निशा खान, (सामाजिक कार्यकर्ता ,जांजगीर ) वर्षा मौर्य ,(मीडिया) आदि को शामिल किया गया है। यह कार्यक्रम डॉ. बी. आर. अम्बेकडकर जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जा रहा है।  जिससे देश के विभिन्न जगहों के साथ ही देश के बाहर के लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए किसी संस्था द्वारा मदद या फंड प्राप्त नही हुआ है।  पे बेक सोसायटी को प्रोत्साहित करने वाले व सहभागिता के साथ कार्य करने वाले साथियों के सहयोग से करने का एक प्रयास है।

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