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अत्याधुनिक और आत्मनिर्भर गौ-अभयारण्य है बसामन मामा गौवंश वन्य विहार : उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

अत्याधुनिक और आत्मनिर्भर गौ-अभयारण्य है बसामन मामा गौवंश वन्य विहार : उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

 अत्याधुनिक और आत्मनिर्भर गौ-अभयारण्य है बसामन मामा गौवंश वन्य विहार : उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

बसामन मामा गौवंश वन्य विहार एवं हिनौती गौधाम के संचालन एवं अधोसंरचना निर्माण कार्यों की समीक्षा की

उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि रीवा का बसामन मामा गौवंश वन्य विहार अत्याधुनिक गौ-अभयारण्य है। शीघ्र ही यहां 5 टन क्षमता का गैस उत्पादन संयंत्र आईओसीएल द्वारा स्थापित किया जायेगा। साथ ही पशु आहार निर्माण इकाई भी शुरू की जायेगी। बसामन मामा गौवंश वन्य विहार के विश्राम गृह में रात्रि विश्राम के उपरांत प्रशासनिक भवन में उप मुख्यमंत्री ने बसामन मामा गौवंश वन्य विहार एवं हिनौती गौधाम में अधोसंरचना निर्माण कार्यों की समीक्षा की।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि दुधारू गौवंश की 25-25 यूनिट के चार समूह बनाकर दुग्ध उत्पादन प्रारंभ करें तथा चिन्हित चरनाई भूमि की फेंसिंग कराकर चारा उत्पादन करें। उन्होंने सामुदायिक भोजशाला के निर्माण में गोबर की र्इंट का उपयोग करने के भी निर्देश दिये। उप मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति स्थापित करने तथा मंच के सामने समतलीकरण कार्य को शीघ्र करने के निर्देश निर्माण विभाग को दिये। उन्होंने मृत पशु निष्पादन संयंत्र की स्थापना शीघ्र करायें तथा गौवंश वन्य विहार में बाउंड्रीबाल का निर्माण प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि गौवंश वन्य विहार में धन की कमी नहीं है इसमें सभी आवश्यक उपकरण व व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें। उन्होंने प्रोड्क्शन मैनेजर व मार्केटिंग मैनेजर की नियुक्ति किये जाने की भी बात कही। उप मुख्यमंत्री ने हिनौती गौधाम में पशु शेड व प्रशासनिक भवन का निर्माण 15 जून तक करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कार्ययोजना के अनुसार हिनौती गौधाम में पशु शेड, सड़कों का निर्माण करायें ताकि सड़कों के किनारे वर्षाकाल में वृक्षारोपण कराया जा सके।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में 34 लाख रूपये की लागत से बनाये जाने वाले चेकडैम का भूमिपूजन किया। कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में पशु चिकित्सक की उपस्थिति व सभी आवश्यक उपचार उपकरण की सुनिश्चितता के निर्देश दिये। उन्होंने प्रशासनिक भवन के समीप एक सुलभ कॉम्पलेक्स तथा एक अन्य सार्वजनिक सुलभ कॉम्पलेक्स निर्माण कराने के निर्देश निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिये। जिला गौसंवर्धन बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष श्री राजेश पाण्डेय ने बहुमूल्य सुझाव दिये जिन पर उप मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्यवाही करने के लिए संबंधितों को निर्देशित किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, सीईओ जिला पंचायत श्री मेहताब सिंह गुर्जर, जनपद अध्यक्ष श्री गंगेव विकास तिवारी, अभयराम जी महराज सहित विभागीय अधिकारी एवं स्थानीजन उपस्थित रहे।

 बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

 बच्चों को वन्य जीवन और जैव विविधता की महत्ता से बचपन में ही करें संस्कारित : श्री मंगुभाई पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि बच्चों को वन, वन्य जीव और जैव विविधता की महत्ता के बारे में बचपन से ही संस्कारित किया जाना चाहिए। माता-पिता उन्हें जैव संरक्षण की बहुलता और आवश्यकता के बारे में जागरूक और संवेदनशील बनाए। राज्यपाल श्री पटेल आज भोपाल में राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एक से 7 अक्टूबर 2024 तक आयोजित वन्य जीव सप्ताह की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत कर बधाई दी।  राज्यपाल श्री पटेल ने उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण की शपथ भी दिलाई।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि हमारा संविधान पर्यावरण के संरक्षण, वन और वन्य जीवों की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रदान करता है। मौलिक कर्तव्यों के तहत प्रत्येक नागरिक से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में योगदान की अपेक्षा करता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के हिसाब से देश के सबसे बड़े वन क्षेत्र होने गौरव प्राप्त है। बाघों के अलावा, तेंदुए, घड़ियाल, चीता, भेड़िये और गिद्धों की सर्वाधिक संख्या के लिये भी प्रदेश पहचाना जाता है। हर प्रदेशवासी की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे वन और वन्य जीव रूपी अमूल्य धरोहर की विरासत को सहेज कर भावी पीढ़ी को सौंपने में अपना योगदान दे।

कोविड ने दिया प्रकृति के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र का सबक

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोविड ने हम सबको यह सबक दिया है कि हमें सुरक्षित भविष्य के लिए प्रकृति की विविधता के प्रति श्रद्धा और सौहार्द्र के साथ रहना होगा। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी अपने तप त्याग और साधना से हजारों साल पहले ही इकोलॉजी तंत्र के संरक्षण के लिए प्राणियों में सद्भावना का संदेश दिया था। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में वन और वन्यजीवों का विशिष्ट स्थान रहा है। विभिन्न देवी-देवताओं के वाहन वन्यजीव है। अनेक विधि-विधानों में भी पेड़-पौधों की आराधना होती है।

शपथ को अपने कार्य और व्यवहारों में शामिल करे

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह के समापन अवसर पर उपस्थित जनों को वन्य जीव संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने कार्य, और व्यवहार में शपथ का 24 घंटे और 365 दिन पालन करे। आपका यह संकल्प वनों और वन्यजीवों के संरक्षण, संवर्धन और सुरक्षा प्रयासों को जन आन्दोलन बनाने में योगदान देगा। इसे अपना कर्तव्य मानकर कार्य करे।

राज्य मंत्री वन, श्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण और कानूनों की जागरूकता में वन्य जीव सप्ताह की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा वन्य जीव संरक्षण, पुनर्वास, अपराध नियंत्रण आदि प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी।

राज्यपाल श्री पटेल का तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के पोस्टर, मध्यप्रदेश सामान्य तितलियाँ पोस्टर, कान्हा के पक्षी पुस्तक, मध्यप्रदेश टाईगर फान्डेशन की वार्षिक रिपोर्ट, वन्य जीव संरक्षण पर आधारित प्रकाशन का विमोचन किया। एक से 7 अक्टूबर तक आयोजित हुए वन्य जीव सप्ताह के आयोजन का प्रतिवेदन प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.के. अंबाडे ने प्रस्तुत किया। आभार संचालक वन विहार, श्री मीना अवधेश कुमार शिवकुमार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल, मुख्य वन संरक्षक, वन बल प्रमुख श्री असीम श्रीवास्तव और अधिकारी-कर्मचारी, वन्य जीव संरक्षण से जुड़े व्यक्ति, स्कूली बच्चें और उनके अभिभावक उपस्थित थे।

 सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल

सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल

 सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट भेजा लेटर : लिखा- ACB चीफ ने भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया, पूर्व सीएम मिलने पहुंचे जेल


जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट में शिकायत की है कि, ACB चीफ ने उससे भूपेश बघेल का नाम लेने का दबाव बनाया है। जिसके बाद भूपेश बघेल जेल पहुंचे।


रायपुर सेंट्रल जेल के बाहर पूर्व सीएम भूपेश बघेल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोल लेवी मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने ACB चीफ अमरेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहना है कि, एसीबी चीफ ने जेल अधीक्षक के चैंबर में बुलाकर धमकाया और दबाव बनाया कि, सौम्या चौरसिया के जरिए पूर्व सीएम भूपेश बघेल को पैसा देने की बात कबूल करूं। उसके इस आरोप के बाद भूपेश बघेल सेंट्रल जेल पहुंचे।

मुलाकात के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, मैं विधायक देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल आया था। लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से नहीं मिलने दिया गया। रायपुर IG ने जेल में सूर्यकांत को धमकाने की कोशिश की है। मेरा नाम नहीं लेने पर उसे तबाह करने की धमकी दी गई है। इसलिए मैं सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल पहुंचा था। इस मामले को लेकर मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखूंगा। CM को भी पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी दूंगा।

वकील के माध्यम से न्यायालय में की शिकायत

आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने वकील के माध्यम से रायपुर सक्षम न्यायालय की विशेष न्यायधीश को लिखित शिकायत दी है कि, लेटर में लिखा है कि, जब वकील मुलाकात के लिए जेल गए थे तो आवेदक ने बताया कि, 8 सितंबर, रविवार को जेल अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया था। जब सूर्यकांत तिवारी पहुंचे तो वहां एसीबी चीफ अकेले बैठे हुए थे। एसीबी चीफ ने उसे देखते हुए बोला कि, 14 दिन की रिमांड में तुम मूर्ख बनाते रहे हो। तुम ये जान लो, कि सौम्या चौरसिया खत्म हो गई। भूपेश बघेल अब कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनने वाला है। भले ही अगली बार कांग्रेस सरकार आ जाए. लेकिन तुम्हें कोई बचाने वाला नहीं है। बेहतर यह है कि, तुम यह कह दो कि सौम्या चौरसिया के माध्यम से भूपेश बघेल को पैसा दिया है।

सूर्यकांत ने कहा- एसीबी चीफ के डर से चुप हैं कारोबारी

अपनी शिकायत में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि एसीबी चीफ पिछले 3-4 महीने से लगातार जेल परिसर समय-समय पर आते हैं। इस दौरान जिन कारोबारी और अफसरों पर घोटाले का आरोप लगा है, उन्हें बुलाकर पूछताछ करते हैं। पूछताछ के दौरान अपराधियों की तरह व्यवहार करते हैं।एसीबी चीफ के डर से ये कारोबारी और अफसर शिकायत नहीं कर रहे हैं। कारोबारी तिवारी को अपने और परिवार के अन्य सदस्यों को खतरा होने की शिकायत भी की है। पत्र में यह भी जिक्र है कि, अमरेश मिश्रा ने सूर्यकांत तिवारी से कहा कि, सौम्या को और भूपेश को सजा दिलाकर रहूंगा। तुम देख ही रहे हो कि दो साल से तुम सभी जेल में हो और तुम लोगों को कोई नहीं छुड़ा पाया। तुम्हारे दो भाई भी गिरफ्तार हो चुके हैं। परिवार में बचे सदस्यों का भी वही हाल करूंगा।

पहले भी लगा चुका है आरोप

तक़रीबन ढाई साल पहले सूर्यकांत के ठिकानों पर IT का छापा पड़ा था। इसके बाद सूर्यकांत ने कहा था कि उनके ठिकानों पर 30 जून को आयकर की रेड पड़ी। दावा किया कि कुछ अफसरों ने दबाव बनाया कि वो प्रदेश के 40-45 विधायकों की सूची बनाएं। विपक्ष के विधायकों के सहयोग से प्रदेश की सरकार बदल दी जाएगी। सूर्यकांत को प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा। उसने दावा किया कि, मुझे छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने के लिए आयकर अफसरों ने साम-दाम दंड भेद अपनाया। वहीं उसने गिरफ्तारी के बाद जान का खतरा बताया था।
 एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

 एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

राज्यपाल श्री रमेन डेका

‘एक पेड़ मां के नाम’ पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने लगाया कचनार का पौधा

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने दुर्ग प्रवास के दौरान आज तितुरडीह स्थित कृष्ण कुंज में ’एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत कचनार के पौधे का रोपण किया। विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने भी जामुन का पौधा लगाया। इस अवसर पर दुर्ग जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया


मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहां अपने निवास में श्रद्धेय स्वर्गीय श्री कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती के अवसर पर उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया है। 
         इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वर्गीय श्री ठाकरे का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादयी है। अनुशासित जीवन और राष्ट्र प्रथम की भावना को उन्होंने आत्मसात किया था।  मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक है और समाज के लिए उनका योगदान अतुलनीय है।