JKA 24न्यूज़ (जनजन का आसरा) भोपाल-मध्यप्रदेश...
भोपाल@ चुनाव आयोग के तारीखों के एलान के बाद मध्यप्रदेश उपचुनावों की सरगर्मी बढ़ गई हैं कांग्रेस और भाजपा ने उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं दोनों ही पार्टी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं हालांकि मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव के नतीजों से दोनों पार्टियों को कोई फर्क नही पड़ेगा। फिर भी कांग्रेस और भाजपा 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में उपचुनावों में जीत की रणनीति बना रही हैं।
मध्यप्रदेश के खण्डवा लोकसभा सीट और जोबट, रेगाँव पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना हैं चारो सीटें सांसद और विधायकों के निधन से खाली हुई हैं इनमें सबसे अहम खण्डवा लोकसभा सीट हैं जो 6 बार के सांसद और मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नन्दकुमार सिंह चौहान के कोरोना-काल मे निधन से खाली हुई हैं यहाँ से भाजपा की तरफ से नन्दकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान दावेदार थे इसके अलावा मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस भी इस सीट से दावेदारी कर रही थी लेकिन भाजपा हाई-कमान ने ज्ञानेश्वर पाटिल को खण्डवा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार दिया हैं। वहीं दूसरी तरफ खण्डवा से कांग्रेस की तरफ से अरुण यादव ने दावेदारी जताई थी लेकिन ऐन-वक्त पर अरुण यादव ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और अपना नाम वापिस ले लिया। अरुण यादव ने ऐसा क्यों किया ये तो पता नही चला हैं लेकिन कांग्रेस हाई-कमान की तरफ से आदेश हुआ होगा, तभी खण्डवा में कांग्रेस प्रत्याशी की सभा को संबोधित करते हुए अरुण यादव ने कहा था हर बार फसल में उगाता हूँ और काट कोई और लेता हैं इस बात से पता चलता है की अरुण यादव को खण्डवा लोकसभा सीट से चुनाव नही लड़ने का कितना मलाल हो रहा हैं।
सत्तारूढ़ भाजपा ने खण्डवा लोकसभा सीट से ज्ञानेश्वर पाटिल को टिकट दिया हैं जोबट विधानसभा सीट से सुलोचना रावत को चुनाव मैदान में उतारा हैं जो कांग्रेस छोड़कर उपचुनाव को देखते हुए भाजपा में शामिल हुई हैं रेगाँव से प्रतिमा बागरी और पृथ्वीपुर विधानसभा सीट से शिशुपाल यादव को अपना प्रत्याशी बनाया हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस ने खण्डवा लोकसभा सीट से राजनारायण सिंह को चुनाव मैदान में उतारा हैं जोबट विधानसभा सीट से महेश पटेल को टिकट दिया गया हैं रेगाँव से कल्पना वर्मा और पृथ्वीपुर विधानसभ सीट से दिवंगत कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर के पुत्र नितेन्द्र सिंह राठौर को अपना उम्मीदवार बनाया हैं।
मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनावों की मतदान तिथि 31 अक्टूबर रखी गई हैं वही चुनाव के नतीजें 2 नवम्बर को घोषित किए जाएंगे, कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठा का विषय हैं और दोनों पार्टियां इस चुनाव को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देख रही हैं भारतीय जनता पार्टी उपचुनाव को अपनी जन-कल्याणकारी योजनाओं और सफल वेक्सीनेशन अभियान की बुनियाद पर लड़ रही हैं तो वही कांग्रेस इस चुनाव में दमोह विधानसभा उपचुनाव की रणनीति को अपनाकर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही कांग्रेस महँगाई, बिजली के बड़े हुए बिल, खराब और खस्ताहाल सड़क, पैट्रोल, डीज़ल और रसोई-गैस की बढ़ती बेतहाशा वृद्धि को मुद्दा बनाकर प्रदेश की शिवराज सरकार को घेरते हुए मतदाताओ के पास जाएगी और कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएगी। अब देखना ये हैं कि प्रदेश की जनता शिवराज सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर मतदान करती हैं या कांग्रेस के महँगाई और भ्र्ष्टाचार के मुद्दों के पक्ष में मतदान करती हैं।