कर्नाटक सरकार द्वारा नियुक्त न्यायमूर्ति जान माइकल डीकुन्हा आयोग ने चिन्नास्वामी स्टेडियम को जनसभा के लिए अनुपयुक्त और असुरक्षित घोषित किया है। इससे इस साल के अंत में होने वाले महिला विश्व कप मैचों सहित कुछ बड़े मुकाबलों पर संदेह के बादल छा गए हैं। इस साल के अंत में आईसीसी महिला विश्व कप का शुरुआती और फाइनल चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाला है।

कर्नाटक सरकार द्वारा नियुक्त न्यायमूर्ति जान माइकल डी'कुन्हा आयोग ने चिन्नास्वामी स्टेडियम को जनसभा के लिए 'अनुपयुक्त और असुरक्षित' घोषित किया है। इससे इस साल के अंत में होने वाले महिला विश्व कप मैचों सहित कुछ बड़े मुकाबलों पर संदेह के बादल छा गए हैं।
11 फैंस की हो गई थी मौत
इस साल के अंत में आईसीसी महिला विश्व कप का शुरुआती और फाइनल चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाला है। यह टिप्पणी तथा राज्य सरकार द्वारा इसे स्वीकार करने से उन मैचों पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है।
आरसीबी के पहले आईपीएल खिताब के जश्न में शामिल होने के लिए स्टेडियम के पास उमड़ी भीड़ में भगदड़ मचने से 11 प्रशंसकों की मौत और कई अन्य घायल होने के बाद राज्य सरकार ने एक सदस्यीय आयोग का गठन किया था।
कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की
आयोग ने कहा, स्टेडियम का डिजाइन और संरचना बड़ी संख्या में दर्शकों के लिए अनुपयुक्त और असुरक्षित है। आयोग यह सिफारिश करता है कि स्टेडियम अधिकारी उन आयोजनों को स्थानांतरित करने पर विचार करें जिनसे बड़ी भीड़ खींचने की उम्मीद है।
इस तरह के आयोजन ऐसे स्थानों पर जो दर्शकों की बड़ी संख्या के लिए बेहतर अनुकूल हैं। आयोग ने कानूनी कार्रवाई की सिफारिश भी की है, जबकि डीएनए ने आयोग के निष्कर्षों के खिलाफ कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है।