मैनचेस्टर में ताजा हो गया सिडनी टेस्ट का 10 साल पुराना जख्म, बड़े नुकसान की सुनाई दी आहट

 मैनचेस्टर में ताजा हो गया सिडनी टेस्ट का 10 साल पुराना जख्म, बड़े नुकसान की सुनाई दी आहट


भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाज मैनचेस्टर में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में अभी तक बुरी तरह से फेल रहे हैं। इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने उनकी एक न चली और इसी कारण टीम इंडिया ने वो कर दिया है जो 10 साल पहले हुआ था। वो काम जो भी टीम नहीं करना चाहेगी।

भारतीय टीम के गेंदबाजों का हुआ बुरा हाल


 इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम का बुरा हाल कर दिया है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम ने सात विकेट खोकर 544 रन बना लिए हैं। इसी के साथ भारत को एक बड़े नुकसान की आहट सुनाई दे रही जिसमें भारत के 10 साल पुराने जख्म को ताजा कर दिया है।

इंग्लैंड की तरफ से जो रूट ने 150 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने 248 गेंदों का सामना करते हुए 14 चौके मारे। उनके अलावा कप्तान बेन स्टोक्स ने नाबाद 77 रन बनाए हैं। वह रिटायर हुए हैं और दोबारा बल्लेबाजी करने आएंगे। इन दोनों के अलावा बेन डकेट ने 100 गेंदों पर 94 और जैक क्रॉली ने 113 गेंदों पर 84 रन बनाए हैं।


10 साल बाद हुआ ऐसा

इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय खिलाड़ियों को परेशान कर रहे थे। ओल्ड ट्रेफर्ड की पिच पर उनके लिए रन बनाना आसान हो रहा था और इसी कारण भारत ने वो काम कर दिखाया जो 10 साल पहले हुए था। भारत ने दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में 500 से ज्यादा रन दे दिए। ये 10 साल में पहली बार है जब भारत ने विदेशी जमीन पर 500 से ज्यादा रन बनवा दिए हैं। इससे पहले 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में भारत ने पहली पारी में 572 रन बनवा दिए थे।

सिडनी मैच ड्रॉ रहा था और अगर इंग्लैंड के खिलाफ खेला जा रहा मैच भी ड्रॉ रहता है तो फिर भारत का 2007 के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने का सपना टूट सकता है जो उसका बहुत बड़ा नुकसान होगा। भारत सीरीज में 1-2 से पीछे है। अगर ये मैच ड्रॉ होता है तो फिर भारत अगर आखिरी मैच भी जीत जाता है तो सीरीज 2-2 से ड्रॉ ही रहेगी।

गेंदबाजी बेअसर

भारतीय टीम की गेंदबाजी इस मैच में अभी तक बेअसर साबित हुई है। जसप्रीत बुमराह भी अपना कमाल नहीं दिखा सके। मोहम्मद सिराज ने भी जरूरत पड़ने पर शुरुआती विकेट नहीं दिलाए। वहीं अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे अंशुल कंबोज भी बेअसर दिखे। उनकी गेंदों में न स्पीड नजर आई और न ही बल्लेबाजों को परेशान करने वाली स्किल। स्पिनरों ने कुछ राहत दिलाई लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।

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