अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान हादसे के बाद शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच तेजी से चल रही है। सिविल अस्पताल में 19 मृतकों के डीएनए नमूने मिलान किए गए हैं जिनमें से एक शव परिवार को सौंपा गया है। डीएनए जांच में सावधानी बरती जा रही है क्योंकि अधिकांश शव बुरी तरह जल गए हैं। फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं।

गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान के क्रैश होने के बाद शहर के सिविल अस्पताल में शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच का तेजी से हो रहा है।
सिविल अस्पताल के अतिरिक्त मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राजनिश पटेल ने बताया कि शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपेल की जांच चल रही है। अब तक 19 मृतकों के डीएनए नमूने मिलान किए जा चुके हैं। इनमें से एक मृतक के शव को उनके परिवार को सौंप दिया गया है और दो अन्य शवों को आज देर रात तक परिजनों को सौंपने की तैयारी है।
डीएनए जांच में सावधानी बरतने की जरूरतडॉ. राजनिश पटेल ने कहा, "यह एक धीमी प्रक्रिया है और इसे बहुत सावधानी से करना पड़ता है। गलती की कोई गुंजाइश नहीं है।"
उन्होंने बताया कि आज विमान के पिछले हिस्से से एक और शव बरामद हुआ है। यह हादसा इतना भयावह था कि 125,000 लीटर ईंधन के कारण आग इतनी तेज थी कि अधिकांश शव जल गए। शवों की पहचान मुश्किल हो रही है।
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में कसौटी भवन में फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (एफएसएल) की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। परिजनों से डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं ताकि मृतकों की पहचान हो सके। एक परिजन ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के साथ हादसे से पहले सुबह 11:03 बजे एक सेल्फी ली थी, और ठीक अगले दिन उसी समय उन्हें डीएनए नमूना देने के लिए बुलाया गया।