भारत में खेलने को लेकर चिंतित नहीं हैं निकोलस पूरन, बताया LSG का कौन सा फैसला कर गया बैकफायर
आईपीएल-2025 को बीच में ही रोक दिया गया था। अब ये लीग दोबारा शुरू हो रही है लेकिन कई विदेशी खिलाड़ी अब लौट नहीं रहे हैं। हालांकि वेस्टइंडीज के निकोलस पूरन ने कहा है कि वह भारत में खेलने को लेकर चिंतित नहीं हैं। उन्होंने टीम के प्रदर्शन को लेकर भी बात की है।

वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन ब्रेक के बाद आईपीएल में फिर अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाने को तैयार हैं। निकोलस ने कहा कि उन्हें भारत में खेलने को लेकर किसी तरह की चिंता नहीं और उन्हें यहां खेलना पसंद है। निकोलस ने कहा कि लखनऊ सुपरजायंट्स का भारतीय तेज गेंदबाजों पर भरोसा करने का निर्णय गलत साबित हुआ, जिसका टीम को खामियाजा उठाना पड़ा। निकोलस से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की।
पेश हैं निकोलस पूरन से बातचीत के प्रमुख अंश:-
सवाल: आपको भारत में वापस लौटकर कैसा लग रहा है। उम्मीद है कि आप भी अन्य क्रिकेटरों की तरह आईपीएल दोबारा शुरू होने को लेकर उत्साहित होंगे?
जवाब: बिल्कुल, मैं फिर से आईपीएल का हिस्सा बनकर बेहद उत्साहित हूं। मुझे भारत में खेलना हमेशा ही पसंद रहा है। अब ब्रेक के बाद टूर्नामेंट फिर से शुरू होगा और मैं अपनी लय को जारी रखते हुए टीम की जीत में योगदान देना चाहूंगा।
सवाल: लखनऊ सुपरजायंट्स के साथ आपकी यात्रा कैसी रही और इस सत्र के नए कप्तान ऋषभ पंत के बारे में आप क्या कहेंगे?जवाब: लखनऊ के साथ मेरा सफर काफी अच्छा रहा है। ये विशेष फ्रेंचाइजी है। भले ही यह नई टीम है, लेकिन जिस तरह से एलएसजी के टीम मालिक व प्रबंधन खिलाड़ियों का खयाल रखता है, वह शानदार है। मैं दूसरी फ्रेंचाइजियों के लिए भी खेल चुका हूं, लेकिन एलएसजी काफी बेहतर टीम है। जहां तक ऋषभ की बात है तो वह भी शानदार कप्तान और खिलाड़ी हैं। वह मैदान के बाहर और अंदर हमेशा ही मदद के लिए तैयार रहते हैं। उनका टीम में होना काफी अच्छा है।
सवाल: आपके अनुसार लखनऊ के प्लेऑफ में पहुंचने की कितनी संभावना है?
जवाब: कुछ मैच हमारे पक्ष में नहीं गए, लेकिन अभी हमारे तीन मैच शेष हैं और हम उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। हमारा प्रयास तीनों मैचों को जीतना होगा, जो सबसे जरूरी है। हमारा जीतना ही हमारी संभावना है। हम बस इतना ही कर सकते हैं।
सवाल: एलएलजी के लिए अब तक का सफर का उतार-चढ़ाव भरा रहा है। क्या आपको लगता है कि ब्रेक से आपकी टीम को फिर से फॉर्म पाने में मदद मिलेगी?जवाब- मुझे उम्मीद है। कई खिलाड़ी अपने परिवार के साथ समय बिताकर आए हैं। सभी बड़े फोकस हैं और उम्मीद है कि यह एक सप्ताह का ब्रेक से टीम को अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। हम अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।
सवाल: कई विदेशी खिलाड़ी आईपीएल खेलने नहीं लौट रहे हैं। इस बारे में क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: मैं दूसरों के बारे में नहीं बता सकता, लेकिन मैं यहां हूं क्योंकि मुझे अपना काम खत्म करना है। मुझे अपनी टीम को बाकी मैचों में जीत दिलानी है, जो मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। दूसरे खिलाड़ियों के अलग मत हो सकते हैं। उनका वापस लौटना या नहीं लौटना उनका निजी फैसला है। मैं इसका सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे भारत में खेलने को लेकर चिंता नहीं है। मैं यहां वापस आकर खुश हूं।
सवाल: लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत की फॉर्म बेहद खराब रही है। इस बारे में आप क्या कहेंगे? बल्लेबाजी को लेकर आप दोनों की बातचीत होती है क्या?जवाब: पंत की फॉर्म को लेकर मैं बस यही कहूंगा कि यह खेल है। एक दिन आपके लिए अच्छा होता है तो दूसरा दिन खराब। पंत पिच पर मुश्किल समय से गुजर रहे हैं और हर क्रिकेटर कभी न कभी इस स्थिति से गुजरता है। फॉर्म वापस पाने में केवल एक अच्छी पारी की जरूरत होती है। उम्मीद है कि ऋषभ भी जल्द इससे निकल जाएंगे। क्रिकेट में कहा जाता है कि फॉर्म इज टेंपरेरी, क्लास इज परमानेंट। वहीं बल्लेबाजी को लेकर हमारी काफी बातचीत होती है।
सवाल: लखनऊ की गेंदबाजी इस सत्र में बड़ी समस्या रही है, विशेष तौर पर तेज गेंदबाजी। मयंक यादव दो मैच के बाद फिर आईपीएल से हट गए हैं। टीम की गेंदबाजी को कैसे देखते है?जवाब: बिल्कुल, इसमें छुपाने जैसी कोई बात नहीं है। गेंदबाजी टीम की समस्या रही है। टीम प्रबंधन ने स्थानीय गेंदबाजों पर भरोसा जताने का निर्णय लिया था, जो बैकफायर कर गया। मयंक का चोटिल होना टीम के लिए बड़ा झटका है। वह तेज गेंदबाजी की अहम कड़ी हैं और सत्र की शुरुआत में उनका न होना भी टीम के इस प्रदर्शन का बड़ा कारण रहा है लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि खेल में चोट लगती रहती है और इस पर किसी का नियंत्रण नहीं होता। बहरहाल, इसे हमें स्वीकार करना होगा। हां गेंदबाजी इकाई हमारे लिए चुनौती रही है।
सवाल: क्या आपको लगता है कि आईपीएल के इस अंतिम चरण में पिचें स्पिनरों के लिए अधिक मददगार रहेंगी?जवाब: ईमानदारी से कहूं तो मैं इसको लेकर आश्वस्त नहीं हूं। पिचें किसको मदद करेंगी, ये कहना मेरे लिए मुश्किल होगा।