विश्व मौसम विज्ञान संगठन की महासचिव सेलेस्ट साउलो ने आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आईएमडी ने अपनी विरासत को समर्पण के साथ बनाए रखा है और तकनीकी नवाचार को अपनाया है। मौसम विभाग का उद्देश्य है कि तीन दिनों तक 100 प्रतिशत पांच दिनों तक 90 प्रतिशत सात दिनों तक 80 प्रतिशत और दस दिनों तक 70 प्रतिशत पूर्वानुमान सटीकता प्राप्त की जाए।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों में मौसम संबंधी उपकरणों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जिससे कई शहरों में स्थानीय मौसम पूर्वानुमान में सुधार हुआ है।
आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देशभर में डापलर मौसम रडार की संख्या मात्र 15 थी, जो अब बढ़कर 39 हो गई है। स्वचालित मौसम स्टेशनों की संख्या 700 से बढ़कर 1,500 हो गई है, जो 2014 की तुलना में दोगुनी से भी अधिक है।
भारत की प्रतिबद्धता की तारीफउन्होंने बताया कि नाउकास्ट जोकि तीन घंटे पहले तक का मौसम पूर्वानुमान प्रदान करता है, को 2014 में 120 शहरों से बढ़ाकर अब 1,200 शहरों तक विस्तारित किया गया है।
इस मौके पर विश्व मौसम विज्ञान संगठन की महासचिव सेलेस्ट साउलो ने आईएमडी की यात्रा की प्रशंसा करते हुए इसे मौसम पूर्वानुमान के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि आईएमडी ने अपनी विरासत को समर्पण के साथ बनाए रखा है और तकनीकी नवाचार को अपनाया है।
2024 सबसे गर्म वर्षसाउलो ने कहा कि पेरिस समझौता गंभीर खतरे में है और दुनिया को वर्ष 2025 को ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने एवं नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ने की रफ्तार तेज करने के वास्ते निर्णायक जलवायु कार्रवाई के वर्ष के रूप में चिह्नित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि 2024 भारत और विश्व स्तर पर भी अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा।
भारत ने 2047 तक खराब मौसम की घटनाओं का 100 प्रतिशत सटीक अनुमान और उनसे होने वाली मृत्यु को शून्य तक लाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
पूर्वानुमान होगा सटीकविजन-2047 के अनुसार, मौसम विभाग का उद्देश्य है कि तीन दिनों तक 100 प्रतिशत, पांच दिनों तक 90 प्रतिशत, सात दिनों तक 80 प्रतिशत और दस दिनों तक 70 प्रतिशत पूर्वानुमान सटीकता प्राप्त की जाए।
इस योजना के तहत, उपग्रहों और रडार जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर गांव स्तर तक अवलोकन प्रणालियों का विस्तार किया जाएगा। उधर, पहली बार, आईएमडी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में अपनी खुद की झांकी प्रदर्शित करेगा।
आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देशभर में डापलर मौसम रडार की संख्या मात्र 15 थी, जो अब बढ़कर 39 हो गई है। स्वचालित मौसम स्टेशनों की संख्या 700 से बढ़कर 1,500 हो गई है, जो 2014 की तुलना में दोगुनी से भी अधिक है।
भारत की प्रतिबद्धता की तारीफउन्होंने बताया कि नाउकास्ट जोकि तीन घंटे पहले तक का मौसम पूर्वानुमान प्रदान करता है, को 2014 में 120 शहरों से बढ़ाकर अब 1,200 शहरों तक विस्तारित किया गया है।
इस मौके पर विश्व मौसम विज्ञान संगठन की महासचिव सेलेस्ट साउलो ने आईएमडी की यात्रा की प्रशंसा करते हुए इसे मौसम पूर्वानुमान के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि आईएमडी ने अपनी विरासत को समर्पण के साथ बनाए रखा है और तकनीकी नवाचार को अपनाया है।
2024 सबसे गर्म वर्षसाउलो ने कहा कि पेरिस समझौता गंभीर खतरे में है और दुनिया को वर्ष 2025 को ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने एवं नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ने की रफ्तार तेज करने के वास्ते निर्णायक जलवायु कार्रवाई के वर्ष के रूप में चिह्नित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि 2024 भारत और विश्व स्तर पर भी अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा।
भारत ने 2047 तक खराब मौसम की घटनाओं का 100 प्रतिशत सटीक अनुमान और उनसे होने वाली मृत्यु को शून्य तक लाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
पूर्वानुमान होगा सटीकविजन-2047 के अनुसार, मौसम विभाग का उद्देश्य है कि तीन दिनों तक 100 प्रतिशत, पांच दिनों तक 90 प्रतिशत, सात दिनों तक 80 प्रतिशत और दस दिनों तक 70 प्रतिशत पूर्वानुमान सटीकता प्राप्त की जाए।
इस योजना के तहत, उपग्रहों और रडार जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर गांव स्तर तक अवलोकन प्रणालियों का विस्तार किया जाएगा। उधर, पहली बार, आईएमडी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में अपनी खुद की झांकी प्रदर्शित करेगा।