एक दिन ब्रेक के बाद वायनाड में बचाव अभियान फिर शुरू, अब तक 229 लोगों की मौत
Wayanad Landslide Rescue वायनाड के लैंडस्लाइड प्रभावित एरिया में एक दिन ब्रेक के बाद रविवार को बचावकर्मियों ने फिर से खोज अभियान शुरू कर दिया। इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बायनाड के आपदा प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों का दौरा किया था। पीएम के दौरे को देखते हुए शुक्रवार दोपहर को तलाशी अभियान रोक दिया गया था।

एक दिन आराम के बाद वायनाड के लैंडस्लाइड प्रभावित एरिया में रविवार को फिर से व्यापक खोज अभियान शुरू हो गया। बचावकर्मी विनाशकारी प्राकृतिक आपदा के बाद लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों का दौरा किया था। पीएम के दौरे को देखते हुए शुक्रवार दोपहर को तलाशी अभियान रोक दिया गया था। दरअसल, पीएम की सुरक्षा को देखते हुए इस पूरे क्षेत्र को एसपीजी को सौंपा गया था।
केंद्र केरल को राहत और पुनर्वास में मदद करेगा- पीएम
शनिवार को पीएम मोदी ने भूस्खलन प्रभावित एरिया का दौरा करने के बाद आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार केरल को राहत और पुनर्वास में मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने इस त्रासदी को प्रकृति का उग्र रूप बताया।
भूस्खलन में बचे लोग और पीड़ितों के परिजन अभियान में शामिल
बचाव अभियान में पुलिस और फायर सर्विस के कर्मियों के अलावा, विभिन्न सेवा और युवा संगठनों के स्वयंसेवक, भूस्खलन में बचे लोग और पीड़ितों के परिजन शामिल हैं।
1200 से अधिक कर्मचारी तैनात
वहीं, भूस्खलन की त्रासदी के बाद केंद्र सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना, वायु सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवाओं और सिविल डिफेंस सहित अन्य विभागों के 1,200 से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया है।
केरल सरकार के आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन में 229 लोग मारे गए हैं, जबकि 130 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों का दौरा किया था। पीएम के दौरे को देखते हुए शुक्रवार दोपहर को तलाशी अभियान रोक दिया गया था। दरअसल, पीएम की सुरक्षा को देखते हुए इस पूरे क्षेत्र को एसपीजी को सौंपा गया था।
केंद्र केरल को राहत और पुनर्वास में मदद करेगा- पीएम
शनिवार को पीएम मोदी ने भूस्खलन प्रभावित एरिया का दौरा करने के बाद आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार केरल को राहत और पुनर्वास में मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने इस त्रासदी को प्रकृति का उग्र रूप बताया।
भूस्खलन में बचे लोग और पीड़ितों के परिजन अभियान में शामिल
बचाव अभियान में पुलिस और फायर सर्विस के कर्मियों के अलावा, विभिन्न सेवा और युवा संगठनों के स्वयंसेवक, भूस्खलन में बचे लोग और पीड़ितों के परिजन शामिल हैं।
1200 से अधिक कर्मचारी तैनात
वहीं, भूस्खलन की त्रासदी के बाद केंद्र सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना, वायु सेना, नौसेना, एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवाओं और सिविल डिफेंस सहित अन्य विभागों के 1,200 से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया है।
केरल सरकार के आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन में 229 लोग मारे गए हैं, जबकि 130 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।