
त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है। इसे बाहरी प्रदूषण और रसायनों से बचाकर सुरक्षित रखना ही चाहिए, लेकिन ध्यान रहे आप हर दिन क्या खाते हैं, इसका असर भी त्वचा पर पड़ता है।
हम त्वचा को स्वस्थ और कोमल बनाए रखने के लिए उबटन लगाते हैं, तरह-तरह के उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। परंतु यह ऊपरी देखभाल है। त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए आंतरिक रूप से भी देखभाल की ज़रूरत होती है। आप हर दिन क्या खाते हैं उसका असर आपकी त्वचा पर भी पड़ता है जिसका प्रभाव हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है। किसी की त्वचा पर दाग़-धब्बे हो सकते हैं, रूखी या बेजान हो सकती है या फिर झुर्रियां नज़र आ सकती हैं। अगर आपके आहार में महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थों, विटामिन्स, खनिजों और पोषक तत्वों की कमी होगी तो वह त्वचा पर भी नज़र आएगी। सिर्फ़ आहार में पोषक तत्वों में कमी ही नहीं, बल्कि कुछ खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन भी त्वचा को नुक़सान पहुंचाता है। इसीलिए, त्वचा को स्वस्थ रखने लिए इस बात का ख़याल रखना बहुत ज़रूरी है कि आप क्या और कितना खा रहे हैं।
खाना जो अच्छा है।
पानी- जब रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, तो यह ख़ुद को कोलेजन के प्रोटीन से जोड़ लेती है और ऐसे यौगिक उत्पन्न करती है जिससे त्वचा ढीली और झुर्रियों वाली हो जाती है। लेकिन जब हम भरपूर मात्रा में पानी पीते हैं तो रक्त में शर्करा का स्तर कम होता है और झुर्रियां कम होती हैं। इसलिए प्रतिदिन 2 से 3 लीटर पानी ज़रूर पीना चाहिए।
ऑलिव ऑयल और सूखे मेवे- जैतून के तेल में वसा का लगभग 75 फ़ीसदी मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है, जो त्वचा को बेहतर रखने में मदद करता है। इसकी 1-2 चम्मच मात्रा आप प्रतिदिन ले सकते हैं। इसके अलावा सूखे मेवे का सेवन भी त्वचा के लिए बहुत फ़ायदेमंद है।
तिल का तेल- इसमें विटामिन-ई और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो त्वचा को पोषण देते हैं और झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही ये मांसपेशियों और आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है। आप इसका सेवन सलाद में कर सकते हैं। इसे रोज़ 10 से 30 ग्राम तक ले सकते हैं।
विटामिन-सी- त्वचा के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद है। इसमें ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो त्वचा को स्वस्थ और जवां रखने में मदद करते हैं। टमाटर, कीवी, संतरा, आंवला, अंगूर, शिमला मिर्च आदि आहार में शामिल करें। आप हर रोज़ विटामिन-सी से युक्त 2-3 फलों का सेवन कर सकते हैं।
ग्रीन-टी- ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो त्वचा के लिए फ़ायदेमंद होते हैं। जो लोग 12 सप्ताह तक प्रतिदिन पॉलीफेनोल्स युक्त ग्रीन-टी का सेवन करते हैं, उनकी त्वचा अधिक लचीली और चिकनी होती है। उन्हें सूरज की रोशनी से भी कम नुक़सान होता है। आप प्रतिदिन 1-2 कप ग्रीन टी ले सकते हैं। पर ध्यान रहे कि इसका इससे अधिक सेवन नहीं करना है।
डार्क चॉकलेट- इसमें एंटीएजिंग गुण होते हैं जिससे त्वचा में कसाव आता है। चॉकलेट त्वचा को हाइड्रेटेड भी रखती है। आप रोज़ाना डार्क चॉकलेट का एक छोटा-सा टुकड़ा खा सकते हैं।
इन्हें सीमित करें
वसायुक्त प्रोटीन- बड़ी मात्रा में वसायुक्त प्रोटीन जैसे रेड मीट, पिज़्ज़ा, पनीर आदि त्वचा को सुस्त, फूला हुआ बना सकते हैं और इनसे आंखों के नीचे काले घेरे भी हो सकते हैं। आपको प्रतिदिन 13 ग्राम से अधिक वसा का सेवन नहीं करना चाहिए।
कैफीन- कैफीनयुक्त पेय पदार्थ शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं जिससे त्वचा ढीली पड़ सकती है। इसके अलावा, कैफीन तनाव हॉर्मोन के उत्पादन को भी बढ़ाता है जो अक्सर मुंहासे निकलने का कारण बनता है।
प्रोसेस्ड फ़ूड्स- चिप्स और सूखे स्नैक्स आदि में अत्यधिक नमक होता है जो त्वचा में अधिक पानी जमा करता है। इसके कारण त्वचा में सूजन हो सकती है। प्रोसेस्ड भोजन समय से पहले बूढ़ा होने का कारण बन सकते हैं। इसलिए प्रोसेस्ड फूड्स के स्थान पर सिर्फ़ ताजे़ खाद्यों को ही प्राथमिकता देनी चाहिए।
बेक फ़ूड्स, कैंडी और सोडा- अधिकांश कैंडीज़, केक और कुकीज़ में पाई जाने वाली प्रोसेस्ड शक्कर शर्करा के स्तर और सूजन को बढ़ाती है जिससे त्वचा के आवश्यक फाइबर इलास्टिन और कोलेजन को नुक़सान पहुंचता है।
हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स- रिफाइंड अनाज, मीठे अनाज, मैदा, सफ़ेद ब्रेड आदि उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स खाद्यों (जीआई) में शामिल हैं। इनके सेवन से शरीर अधिक इंसुलिन का उत्पादन करता है। यह त्वचा में एंड्रोज़न हॉर्मोन और सीबम के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जिससे मुंहासे हो सकते हैं।