भोपाल / मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव होने में महज कुछ महीनों का समय शेष बचा है और प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टी विपक्ष की कांग्रेस और सत्तापक्ष की भाजपा मध्यप्रदेश में आगामी सरकार बनाने के लिए कमर कस चुकी है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहाँ चुनावी कार्ड खेलते हुए लाड़ली बहना योजना शुरू करके महिला वोटरों को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हुए है वहीं कांग्रेस के कमलनाथ भी कुछ बुनियादी मुद्दों पर प्रदेश की जनता से और खासकर महिलाओं से वादा करके कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना रहे है। शिवराज की घोषणाएं और कमलनाथ के वादे क्या चुनाव जिताने के लिए पर्याप्त है ये तो आने वाला वक्त बताएगा।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना शुरू करके महिलाओं के खाते में हर माह 1000 रुपए डालेंगे। इससे महिलाओं की स्थिति थोड़ी बेहतर होगी। इसी के साथ आगामी योजना पर विचार-विमर्श चल रहा है इस योजना का नाम है लाड़ली लक्ष्मी बेटी योजना, इस योजना के तहत भी प्रदेश की बेटियों के खाते में प्रदेश सरकार हर माह 1000 रुपए डालेगी। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान के तरकश से निकले हुए ये तीर सीधे निशाने पर लग गए तो भाजपा के लिए सरकार बनाना आसान हो जाएगा।
वहीं कांग्रेस की बात करे तो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी भाजपा पर नहले पे दहला मारकर महिला वोटरों को साधने की पुरजोर कोशिश में लगे हुए है। कमलनाथ ने भरे मंच से ऐलान किया की मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो लाड़ली बहना योजना में हम अपनी प्रत्येक बहन को 1500 रुपए देंगे। इसी के साथ रसोई गैस-सिलेंडर 500 रुपए में दिया जाएगा। घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली 300 रुपए में दी जाएगी एवं किसानों का कर्ज़ा माफ किया जाएगा। कमलनाथ के ये चुनावी वादे शिवराज की घोषणाओं पर भारी पड़ेंगे ये चुनावी नतीजे घोषित होने पर पता चलेगा। लेकिन शिवराज की घोषणाएं और कमलनाथ के वादों पर जनता को किस तरह यकीन आएगा। क्योंकि जनता का मिजाज पढ़ पाना किसी भी पार्टी के नेताओ के लिए आसान नही है। लेकिन आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी ये तयशुदा बात है।