भोपाल / देशभर में इस्लाम का मिठास से भरा खुशियों से सराबोर प्रमुख त्यौहार ईद उल फित्र अकीदत और हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
कल शुक्रवार को चाँद दिखने की तस्दीक करते हुए भोपाल शहर काज़ी सै. मुश्ताक अली नदवी ने शनिवार को ईद उल फित्र का त्यौहार मनाने का ऐलान किया था। रमज़ान के पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रखते है विशेष तरावीह की नमाज़ पढ़ते है, कुरआन की तिलावत, ज़िक्र, सदकात, खैरात,ज़कात और सदक़ा-ए-फित्र निकालकर जो मुस्तहिक़ और ज़रूरतमंद होते है उनको पहुँचाकर गरीबो, मिस्कीनों और यतीमो को भी ईद की खुशियों में शामिल करने की थोड़ी सी कोशिश करते है। सदक़ा-ए-फित्र फी नफ़र 50 रुपए रखा गया था जो हर साहिबे-निसाब पर उसकी औलाद की तरफ से ईद की नमाज़ से पहले-पहले अदा करना वाजिब है। ईद की विशेष नमाज़ शहर की हर बड़ी मस्ज़िद में अदा की गई। भोपाल की ऐतिहासिक ईदगाह में ईद की नमाज़ का वक्त 7 बजे रखा गया था ताजुल-मसाज़िद में 7-15 बजे, ज़ामा-मस्ज़िद में 7-30 बजे, मोती-मस्ज़िद में 7-45 बजे और बड़ी मस्ज़िद बाग फरहत अफज़ा में 9 बजे ईद की नमाज़ अदा की गई। वहीं दुआ में हर शख्स के लिए खुशहाली, अमन, चैन, आपसी भाईचारे और सद्भाव कायम करने की अल्लाह से दुआ की गई। नमाज़ की अदायगी के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगो ने आपस मे गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इस दौरान हर शख्स के चेहरे पर खुशियां साफ झलक रही थी। आज हर शख्स खुश था किसी को कोई गम, दुख और दर्द नही था। और खुश क्यों ना हो आखिर अल्लाह से महीने भर के रोज़े, तरावीह, नमाज़, तिलावत, ज़िक्र, सदकात, खैरात और ज़कात देने का ईनाम जो मिला है।