रोहित-विराट टेस्‍ट क्रिकेट बचाना चाहते थे, लेकिन खराब माहौल के कारण लिया संन्‍यास; पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने किया दावा

 रोहित-विराट टेस्‍ट क्रिकेट बचाना चाहते थे, लेकिन खराब माहौल के कारण लिया संन्‍यास; पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने किया दावा



भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर ने दावा किया है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टीम में खराब माहौल के कारण टेस्‍ट क्रिकेट से संन्‍यास लिया। रोहित और विराट दोनों ने इस साल इंग्‍लैंड दौरे से पहले क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप से संन्‍यास लिया था। रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों केवल वनडे प्रारूप में सक्रिय हैं। पूर्व क्रिकेटर ने गौतम गंभीर पर निशाना साधा।





रोहित शर्मा और विराट कोहली

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने बड़ा बयान दिया कि विराट कोहली और रोहित शर्मा टेस्‍ट क्रिकेट खेलना चाहते थे, लेकिन टीम के खराब माहौल के चलते उन्‍हें संन्‍यास लेने के लिए मजबूर किया गया। दोनों दिग्‍गज खिलाड़‍ियों ने इस साल इंग्‍लैंड दौरे से पहले संन्‍यास की घोषणा की थी।


टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने दक्षिण अफ्रीका के हाथों पहले टेस्‍ट में मिली शिकस्‍त पर टीम में बदलाव को दोषी ठहराया था, जिससे मनोज तिवारी सहमत नहीं है। तिवारी ने कहा कि बदलाव जैसा शब्‍द हमारे देश में मायने नहीं रखता क्‍योंकि यहां प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।



तिवारी ने ध्‍यान दिलाया कि रोहित और कोहली को फालतू में बदलाव के कारण टीम से बाहर जाना पड़ा, जबकि दोनों क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में अपनी सेवाएं देने के लिए समर्पित थे।
मनोज तिवारी ने क्‍या कहा

मनोज तिवारी ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'यह पूरा बदलाव के दौर की बात से मैं सहमत नहीं हूं। भारत को बदलाव की जरुरत नहीं। न्‍यूजीलैंड या जिम्‍बाब्‍वे को बदलाव की जरुरत है। हमारा घरेलू क्रिकेट प्रतिभाशाली खिलाड़‍ियों से भरा है, जो मौके के इंतजार में हैं।'


उन्‍होंने आगे कहा, 'इस अनावश्‍यक बदलाव के कारण हमारे स्‍टार खिलाड़ी विराट और रोह‍ित जो कि टेस्‍ट क्रिकेट खेलना चाहते थे और इसकी पवित्रता की रक्षा करना चाहते थे, उन्‍हें पीछे जाना पड़ा क्‍योंकि उनके ईर्द-गिर्द माहौल ही ऐसा बना दिया गया।'

गंभीर पर निकाली भड़ास

मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर पर भी जमकर भड़ास निकाली, जिन्‍होंने स्पिन के खिलाफ बल्‍लेबाजों की तकनीक को दोषी ठहराया, लेकिन कोच के रूप में उन्‍हें सुधार के लिए मदद नहीं की।

तिवारी ने कहा, 'आप हारने के बाद खिलाड़‍ियों की तकनीक पर दोष नहीं लगा सकते। कोच के रूप में आपका काम सिखाने का है, आरोप लगाना नहीं। अगर बल्‍लेबाजों का डिफेंस मजबूत नहीं तो मैच से पहले उनकी ट्रेनिंग क्‍यों नहीं हुई? अपने खेलने वाले दिनों में गंभीर खुद स्पिन के अच्‍छे खिलाड़ी थे, तो उन्‍हें ज्‍यादा सिखाना चाहिए। नतीजे भारत के पक्ष में नहीं हैं।'


भारतीय टीम इस समय आलोचनाओं से घिरी हुई है और उस पर दूसरे टेस्‍ट में दमदार वापसी करने का दबाव भी है। टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच शनिवार से गुवाहाटी में दूसरा टेस्‍ट शुरू होगा। भारतीय टीम मैच जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर करने की कोशिश करेगी।

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