महाराष्ट्र के मालेगांव विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने 17 साल बाद फैसला सुनाया। अदालत ने पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित सहित मुख्य आरोपियों को बरी कर दिया है। फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें अपमानित किया गया आतंकी बनाया गया और उनका जीवन बर्बाद कर दिया गया।

महाराष्ट्र के मालेगांव शहर में हुए एक घातक विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक विशेष अदालत 17 साल बाद आखिरकार 31 जुलाई यानी आज अपना फैसला सुना दिया।
NIA की विशेष अदालत ने पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित (सेवानिवृत्त) सहित इस मामले के सभी सात मुख्य आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का बयान सामने आया है। आइए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा…
'मेरा जीवन बर्बाद कर दिया'
एनआईए की विशेष अदालत के फैसले के बाद पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा का बयान सामने आया है। मालेगांव ब्लास्ट केस में बरी होने के बाद उन्होंने कहा कि मेरा जीवन बर्बाद कर दिया, मुझे अपमानित किया, आतंकी बना दिया।
वहीं, एनआईए कोर्ट में जज को संबोधित करते हुए सांधवी प्रज्ञा सिंह ने कि मैंने शुरू से ही कहा है कि जिन्हें भी जांच के लिए बुलाया जाता है, उसके पीछे कोई आधार होना चाहिए। मुझे जांच के लिए बुलाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया और प्रताड़ित किया गया। इससे मेरा पूरा जीवन बर्बाद हो गया। मैं एक साधु का जीवन जी रही थी, लेकिन मुझे फंसा दिया गया और मुझ पर आरोप लगा दिया गया, और कोई भी स्वेच्छा से हमारे साथ खड़ा नहीं हुआ।
मैं इसलिए जिंदा हूं क्योंकि...
मालेगांव मामले में फैसला आने के बाद पूर्व बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मैं जीवित हूं क्योंकि मैं एक संन्यासी हूं। उन्होंने एक षड्यंत्र के तहत भगवा को बदनाम किया। आज भगवा की जीत हुई है, हिंदुत्व की जीत हुई है, और जो दोषी हैं उन्हें भगवान सजा देंगे। हालांकि, जिन्होंने भारत और भगवा को बदनाम किया, वे आपके द्वारा गलत साबित नहीं हुए हैं।
मामले में फंसाया गया: पुरोहित
वहीं, इस मामले में आरोपी रहे लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने कहा कि उन्हें इस मामले में फंसाया गया है और उन्होंने कहा कि वह पहले की तरह और उसी जोश के साथ देश की सेवा करते रहेंगे।
आगे कहा कि कोई भी जांच एजेंसी गलत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों में काम करने वाले लोग ही गलत होते हैं। यह देश महान है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि गलत लोग न उठें और हम जैसे लोगों को तकलीफ न पहुंचाएं।