'क्या इंग्लैंड का खिलाड़ी 90 रन पर मैदान छोड़कर जाता', जडेजा-सुंदर के शतक का गंभीर ने दिया मुंहतोड़ जवाब
चौथे टेस्ट के पांचवें दिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के मैच को ड्रॉ करने के प्रयास पर भारतीय बल्लेबाज रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की असहमति का भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल ने समर्थन किया है। प्रेस कान्फ्रेंस में कोच गंभीर ने कहा कि अगर इंग्लैंड का कोई खिलाड़ी 90 रन पर बल्लेबाजी कर रहा होता तो क्या वह मैदान छोड़कर चला जाता?

चौथे टेस्ट के पांचवें दिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के मैच को ड्रॉ करने के प्रयास पर भारतीय बल्लेबाज रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की असहमति का भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल ने समर्थन किया है। मैच के बाद प्रेस कान्फ्रेंस में कोच गंभीर ने कहा कि अगर इंग्लैंड का कोई खिलाड़ी 90 रन पर बल्लेबाजी कर रहा होता तो क्या वह मैदान छोड़कर चला जाता? क्या ये खिलाड़ी शतक के हकदार नहीं हैं?
कान्फ्रेंस में कप्तान गिल ने भी कहा कि यह खिलाड़ियों पर निर्भर था और जडेजा और सुंदर दोनों ही 90 के पार थे, इसलिए वे शतक बनाने के हकदार थे। इससे पहले मैदान पर जब जडेजा ने शतक से पहले ड्रॉ के लिए मना किया तो स्टोक्स ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि क्या आप हैरी ब्रूक के विरुद्ध शतक बनाना चाहते हैं?
इस पर जडेजा ने बस इतना ही कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकता। इस मामले में स्टोक्स ने मैच के बाद में कहा कि हमने खेल को जितना हो सके उतना आगे बढ़ाया। जैसे ही ड्रा निश्चित लगने लगा, मैं अपने गेंदबाजों को पांचवें टेस्ट से पहले यहां कम समय के लिए जोखिम में नहीं डालना चाहता था। विरोध जताने के लिए, स्टोक्स ने हैरी ब्रूक को आक्रमण पर लगाया और जडेजा ने उन पर छक्का जड़कर अपना तीसरा टेस्ट शतक पूरा किया।