17 साल बाद आईपीएल जीतने वाली आरसीबी की टीम जब एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जश्न मना रही थी तब स्टेडियम के बाहर लोगों की भीड़ थी। इसी बीच स्टेडियम के बाहर अफरा-तफरी मच गई थी। इस मामले को लेकर आरसीबी और कर्नाटक सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। इसे लेकर कपिल देव और मदन लाल ने आरसीबी की आलोचना की है।

महान ऑलराउंडर कपिल देव ने गुरुवार को रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आइपीएल जीत के जश्न के दौरान 11 प्रशंसकों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जिंदगी जश्न से ज्यादा महत्वपूर्ण है और सभी को भविष्य में उचित सावधानी बरतने की सलाह दी।
बेंगलुरू में बुधवार को अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के आस-पास के इलाकों में करीब ढाई लाख लोग उमड़ पड़े लेकिन इसके बाद मची अफरातफरी में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए।
'सीखने की जरूरत'
कपिल ने कहा कि मुझे इस बात का बहुत बुरा लग रहा है। मुझे लगता है कि हमें एक-दूसरे से सीखना चाहिए। अगली बार जब ऐसा कुछ (विजय परेड) होगा तो लोगों को अधिक सचेत रहना चाहिए। लोग गलती करते हैं। भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान ने टीमों और अन्य हितधारकों से इस तरह के बड़े कार्यक्रमों के दौरान विवेक बनाए रखने का आग्रह किया। कपिल ने कहा कि गलतियां इतनी बड़ी नहीं होनी चाहिए कि आप मौज-मस्ती कर रहे हों और जान गंवा बैठें। भविष्य में अगर कोई टीम जीतती है तो उसे धैर्य रखना चाहिए। जश्न से ज्यादा जान की अहमियत है। इसे इस तरह से समझा जा सकता है।
आरसीबी और राज्य सरकार पर हो मुकदमावहीं इसी मामले में 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य मदन लाल ने आरसीबी और कर्नाटक सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बिना उचित प्रबंधन के आईपीएल टीम की विजय जश्न आयोजित करने के लिए दोनों को जिम्मेदार ठहराया है, जिसकी वजह से भगदड़ मच गई और 11 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। जब प्रशंसक 18 साल बाद ट्रॉफी जीतने वाली टीम को देखने के लिए स्टेडियम में उमड़े तो भीड़ पर काबू पाना पुलिस और प्रशासन के बस से बाहर हो गया।
मदन लाल का कहना है कि लोग इस घटना को नहीं भूलेंगे। जब बाहर लोग मर रहे थे, अंदर जश्न मनाया जा रहा था। यह वाकई चौंकाने वाला और दिल तोड़ने वाला है। मृतकों के परिवारों को आरसीबी और राज्य सरकार पर ?100 करोड़ का मुकदमा करना चाहिए। इस दुखद हादसे के लिए बीसीसीआइ भी अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।