IND vs ENG: भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने हैरी ब्रूक को जीवनदान दिए और इसका नतीजा ये रहा कि इस बल्लेबाज ने अच्छी पारी खेली। हालांकि, फिर भी वह शतक से चूक गए।
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यशस्वी, बुमराह और पंत ने कर दी बड़ी गलती
क्रिकेट में एक कहावत आम है। कहा जाता है कि मैच जीतने के लिए कैच पकड़ना जरूरी है। कैच छोड़ोगे तो मैच फिसल जाएगा। इंग्लैंड दौरे पर पहुंची भारत की युवा टीम इस बात से अनजान दिख रही है और कैच पर कैच टपकाए जा रही है। इसका नुकसान उसे भुगतना पड़ा है। हैरी ब्रूक ने इस मैच में शानदार पारी खेली। ब्रूक काफी पहले ही आउट हो गए होते, लेकिन भारत ने उन्हें तीन जीवनदान दिए।
हालांकि तीन जीवनदान के बाद भी ब्रूक शतक नहीं बना सके और तीसरे दिन दूसरे सेशन में 99 रनों पर आउट हुए। ब्रूक यहां तक भी नहीं आ पाते अगर भारतीय फील्डरों ने उनका साथ नहीं दिया होता तो। और अगर ब्रूक पहले ही आउट हो गए होते तो भारत की इस मैच में स्थिति बेहद मजबूत हो सकती थी। अब ब्रूक ने जो रन बनाए हैं वो भारत को भारी पड़ सकते हैं और इससे उनकी बढ़त कम हो सकती है और हो सकता है कि भारत के हिस्से बढ़त भी न आए।
एक नहीं मिले तीन जीवनदान
ब्रूक को पहला जीवनदान मिला था दूसरे दिन आखिरी ओवर में। बुमराह की छोटी गेंद पर मोहम्मद सिराज ने उनका कैच लपक लिया था, लेकिन यहां किस्मत ने उनका साथ दिया। ये गेंद नौ बॉल थी। ब्रूक दूसरे दिन बिना खाता खोले नाबाद लौटे थे। वहीं दूसरे दिन उन्हें एक और जीवनदान मिला जब वह 42 रनों पर थे। रवींद्र जडेजा की गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया जिसे विकेटकीपर पंत अपने दस्तानों में कैद नहीं कर पाए।
ब्रूक को तीसरा जीवनदान 82 के कुल स्कोर पर मिला। इस बार भी गेंदबाज बुमराह थे। ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद को ब्रूक ने खेला और गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया। गेंद गई स्लिप में खड़े यशस्वी के पास जिन्होंने ये कैच टपका दिया। यहां से ब्रूक शतक के करीब पहुंचे। लग रहा था कि वह शतक बना लेंगे। तभी प्रसिद्ध कृष्णा की एक बाउंसर ने उन्हे डीप स्क्वायर लेग पर शार्दुल ठाकुर के हाथों आउट कर दिया। ठाकुर ने इंग्लिश बल्लेबाज को चौथा जीवनदान नहीं दिया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 112 गेंदों का सामना किया जिनमें से 11 पर चौके और दो पर छक्के मारे।
भारतीय फील्डिंग पर उठे सवाल
इस मैच में भारतीय टीम की फील्डिंग सवालों के घेरे में है। टीम के खिलाड़ियों ने कई कैच छोड़े। बेन डकेट को दो जीवनदान मिले और उन्होंने अर्धशतक जमाया। उनको यशस्वी और जडेजा ने जीवनदान दिया था। इंग्लैंड के लिए इस मैच में शतक जमाने वाले ओली पोप को भी जीवनदान मिला।