ढाका कोर्ट ने शाकिब अल हसन को दिया झटका, भ्रष्टाचार के आरोप में देश से बाहर जाने पर लगाई रोक

ढाका कोर्ट ने शाकिब अल हसन को दिया झटका, भ्रष्टाचार के आरोप में देश से बाहर जाने पर लगाई रोक

बांग्लादेश के दिग्गज ऑलराउंडर शाकिब अल हसन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। उनका क्रिकेट करियर कई उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है और इस बीच उन्हें राजनीति करने के भी नुकसान उठाने पड़ रहे हैं। ढाका कोर्ट ने शाकिब को देश से बाहर जाने से मना किया है।

शाकिब अस हसन के बांग्लादेश से बाहर जाने पर लगी रोक

 बांग्लादेश क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ियों में गिने जाने वाले शाकिब अल हसन के लिए हाल का समय कुछ अच्छा नहीं रहा है। देश में हुए तख्तापलट के बाद तो उनकी मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। ढाका कोर्ट ने उनके देश से बाहर जाने पर बैन लगा दिया है। इसका कारण उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप हैं।


हालांकि, ये मामला क्रिकेट से जुड़ा हुआ नहीं है। ये मामला राजनीति का है। शाकिब आवामी लीग के सासंद हैं। इस पार्टी के कुल 15 सदस्यों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं जिसके संबंध में ढाका कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। एंटी करप्शन कमिशन द्वारा दायर की गईं दो याचिकाओं की सुनवाई करते हुए ढाका कोर्ट के स्पेशल जज मोहम्मद जाकिर हुसैन ने ये फैसला सुनाया है।

ये हैं आरोप


याचिका ने शाकिब और बाकी लोगों पर स्टॉक मार्केट में गलत तरीके से निवेश करने के आरोप हैं। ये बांग्लादेश के स्टॉक मार्केट नियमों का उल्लंघन है। कमीशन ने कहा है कि शाकिब और उनके साथियों ने 8.97 करोड़ टका का लेनदेन किया। वहीं 4.48 टका के फंड का निवेश घपले के लिए किया। इसी कारण इन सभी पर 19(1) और 24 (3) नियमों के उल्लंघन के आरोप हैं।

ये याचिका एसीसी के असिस्टेंट डायरेक्टर सज्जाद हुसैन और डिप्टी डायरेक्टर मोहम्मद रोकोनुजमान ने दायर की थी। इन दोनों ने इन सभी पर देश से बाहर जाने पर रोक लगाने की मांग की थी जिसे कोर्ट ने मान लिया। कोर्ट ने इन सभी को देश से बाहर जाने से मना किया।


क्रिकेट पर है संकट

देखना होगा कि इस फैसले का शाकिब के क्रिकेट करियर पर क्या असर होगा। बांग्लादेश के इस दिग्गज ऑलराउंडर ने पाकिस्तान सुपर लीग के बाद से क्रिकेट नहीं खेली हैं। वहीं बांग्लादेश के लिए उन्होंने अक्तूबर 2024 के बाद से क्रिकेट नहीं खेली है। इसके बाद उन पर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने छह महीने का बैन लगा दिया था। इस बैन के खत्म होने के बाद वह पीएसएल में खेलने पहुंचे थे।


शाकिब ने अपने घर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज के बाद संन्यास लेने का फैसला किया था, लेकिन बांग्लादेश के राजनीतिक हालात में वह ऐसा कर नहीं पाए। बांग्लादेश में एक समय आवामी लीग की सरकरा थी जिसकी कमान प्रधानमंत्री शेख हसीना के हाथों में थी। इस सरकार के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन हुआ था जिसका असर शाकिब पर पड़ा था क्योंकि वह इस पार्टी से सांसद थे।

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