आपका ट्रेन टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं... अब 4 घंटे पहले नहीं मिलेगी जानकारी; देशभर में बदलने जा रहा नियम
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक नई पहल की है। अब वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को ट्रेन के रवाना होने से 24 घंटे पहले टिकट की पुष्टि की जानकारी मिलेगी जो पहले 4 घंटे पहले दी जाती थी। यह प्रयोग बीकानेर डिवीजन में शुरू किया गया है। रेलवे का कहना है कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है।

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक नया कदम उठाया है। अब वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को उनकी टिकट की पुष्टि की खबर ट्रेन के रवाना होने से 24 घंटे पहले दी जाएगी। अभी तक यह जानकारी सिर्फ 4 घंटे पहले दी जाती थी।
रेल मंत्रालय ने बताया कि यह एक प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है, ताकि यात्रियों को अपनी यात्रा की बेहतर योजना बनाने में मदद मिले। इस नए प्रयोग से उन यात्रियों को राहत मिलेगी, जो वेटिंग टिकट की वजह से अपनी यात्रा को लेकर अनिश्चित रहते हैं। मंत्रालय के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि यह योजना तभी स्थायी होगी, जब यात्रियों से अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा।
पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत बीकानेर डिवीजन सेरेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना और प्रचार), दिलीप कुमार ने कहा, "हमने बीकानेर डिवीजन में इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जहां ट्रेन के रवाना होने से 24 घंटे पहले चार्ट तैयार किए जा रहे हैं। अभी तक यह काम 4 घंटे पहले होता था।"
उन्होंने आगे कहा, "यह यात्रियों की परेशानियों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है, जो वेटिंग टिकट की वजह से अपनी यात्रा को लेकर अनिश्चित रहते हैं। अब अगर उन्हें 24 घंटे पहले पता चल जाए कि उनकी टिकट पक्की हो गई है, तो वे अपनी यात्रा की बेहतर योजना बना सकते हैं।"
टिकट रद करने की नीति में बदलाव नहींहालांकि, अगर टिकट पक्की होने के बाद यात्री इसे रद करता है, तो उसे टिकट की राशि का एक बड़ा हिस्सा जुर्माने के तौर पर गंवाना पड़ेगा।
रेलवे की रद करने की नीति के मुताबिक, अगर टिकट ट्रेन के रवाना होने से 48 घंटे से 12 घंटे पहले रद की जाती है, तो यात्री को टिकट की राशि का सिर्फ 25 फीसदी हिस्सा वापस मिलेगा। वहीं, अगर रद्दीकरण 12 घंटे से 4 घंटे पहले होता है, तो 50 फीसदी राशि ही वापस मिलेगी। अधिकारियों ने बताया, "रद होने वाली सीटों या बर्थ को मौजूदा बुकिंग सिस्टम के जरिए भरा जाएगा।"
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यात्रियों की सुविधा पहली प्राथमिकताइस नई पहल का मकसद यात्रियों को बेहतर अनुभव देना है। रेलवे का कहना है कि अगर यह प्रयोग सफल रहा, तो इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे इस नए सिस्टम का इस्तेमाल करें और अपनी राय साझा करें, ताकि रेलवे इसे और बेहतर बना सके।