IND vs ENG 1st test Day 4: पहले दिन जहां भारत का जलवा देखने को मिला तो दूसरे और तीसरे दिन इंग्लैंड का पलड़ा भारी रहा। चौथे दिन भारत ने एक बार फिर दम दिखाया और इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया।

केएल राहुल और ऋषभ पंत की शतकीय पारियों के दम पर भारत ने हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। टीम इंडिया ने इंग्लैंड के सामने 371 रनों का टारगेट रखा है जिसके जवाब में मेजबान टीम ने चौथे दिन सोमवार का खत्म होने तक बिना विकेट खोए 21 रन बना लिए हैं। अभी वह टारगेट से 350 रन पीछे है।
भारत ने दूसरी पारी में 364 रन बनाए। उसके पास पहली पारी के आधार पर छह रनों की बढ़त थी जिसके दम पर उसने इंग्लैंड को 371 रनों का टारगेट दिया। भारत को यहां तक पहुंचाया राहुल के 137 रन औऱ पंत के 118 रनों ने। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी हुई। इसी ने इंग्लैंड को परेशान किया। जैसे ही ये साझेदारी टूटी भारतीय टीम कमजोर पड़ती चली गई और नतीजा ये रहा कि एक समय आसानी से 400 के पार जाती दिख रही मेहमान टीम पहले ही सिमट गई।
पंत और राहुल ने संभाला मोर्चा
भारत ने दिन की शुरुआत दो विकेट के नुकसान पर 90 रनों के साथ की थी। कप्तान शुभमन गिल छह और राहुल 47 रन बनाकर उतरे थे। गिल और राहुल दोनों से बड़ी पारियों की उम्मीद थी। राहुल तो इसमें सफल रहे वहीं गिल फ्लॉप। बायडर्न कार्स ने गिल की पारी का अंत कर दिया। गिल आठ रन ही बना सके और 92 के कुल स्कोर पर आउट हुए। उनके बाद उतरे पंत ने राहुल का अच्छे से साथ दिया। कप्तान के जाने के बाद जरूरत थी कि दोनों विकेट पर पैर जमाएं और लंबी पारियां खेलें।
राहुल इस काम में माहिर हैं। वहीं पंत ने भी स्थिति के हिसाब से अपने आप को बदला और पहले सेशन में कोई जोखिम नहीं लिया। वह अपने तूफानी अंदाज को पीछे रख आराम से बल्लेबाजी कर रहे थे। कई मारने वाली गेंदों पर भी पंत ने रोका। अर्धशतक पूरा करने के बाद पंत कुछ आक्रामक हुए और कुछ लंबे शॉट्स मारे। जैसे ही बाएं हाथ का ये बल्लेबाज शतक के करीब पहुंचा तभी आराम से खेलने लगा। पंत ने आखिरकार शतक पूरा किया और वह इंग्लैंड में टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जमाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बने। शतक के बाद पंत ने हाथ खोले और तभी आउट हो गए। शोएब बशीर ने जैक क्रॉली के हाथों उनको कैच कराया।
राहुल ने भी दिखाया रंग
पंत ने जिस तरह की बल्लेबाजी की उसे देख राहुल को अपना खेल खेलने का समय मिला। पहली पारी में राहुल अर्धशतक के करीब आकर आउट हो गए थे। दूसरी पारी में ऐसा नहीं हुआ। वह आराम से बल्लेबाजी करते रहे और पहले अर्धशतक पूरा किया । दूसरे सेशन में आकर उन्होंने शतक भी जमाया जो उनका इंग्लैंड में तीसरा शतक है। राहुल का पारी का अंत 333 के कुल स्कोर पर हुआ। कार्स की ऑफ स्टम्प के बाहर पटकी छोटी गेंद को राहुल ने कट खेला और तभी गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टम्प पर जा लगी।
बिखर गई टीम इंडिया
राहुल के जाने के बाद भारत के ढेर होने में ज्यादा समय नहीं लगा। करुण नायर फिर मौके का फायदा नहीं उठा सके। उन्हें क्रिस वोक्स ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। नायर ने 20 रन बनाए। फिर जोश टंग ने 91वें ओवर में भारत के तीन विकेट झटक उसे बैकफुट पर धकेल दिया। टंग ने पहले शार्दुल ठाकुर को आउट किया जो चार रन बना सके। अगली गेंद पर उन्होंने मोहम्मद सिराज को पवेलियन की राह दिखाई। वह हैट्रिक पर थे जो बुमराह ने पूरी नहीं होने दी। हालांकि, अगली गेंद पर बुमराह भी बिना खाता खोले आउट हो गए। जडेजा ने प्रसिद्ध कृष्णा के साथ मिलकर 15 रन और जोड़े जिसमें सारे रन जडेजा ने ही बनाए। बशीर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में कृष्णा आउट हो गए।
इंग्लैंड के लिए कार्स और टंग ने तीन-तीन विकेट लिए। बशीर ने दो कामयाबी हासिल की। वोक्स और स्टोक्स को एक-एक सफलता मिली।
इंग्लैंड ने दिखाए तेवर
आखिरी आधे घंटे के लिए इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी करने उतरी और उसने बता दिया कि वह आक्रामक खेल दिखाएगी। बेन डकेट और जैक क्रॉली ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ चढ़कर बल्लेबाजी की। डकेट ने रवींद्र जडेजा पर स्वीप तक मारे तो रफ के होते हुए हिम्मत वाली बात है। क्रॉली 12 रन बनाकर लौटे हैं तो डकेट नौ रन बनाकर नाबाद गए हैं।