नेशनल डॉक्टर्स डे हर साल 1 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन डॉक्टरों को सम्मानित करने और उनके काम की सराहना करने के लिए मनाया जाता है। 1 जुलाई को ही प्रसिद्ध फिजीशियन डॉ. बिधान चंद्र राय का जन्म हुआ था और इसी दिन उनका निधन भी हुआ था। उनके योगदान को सम्मान देने के लिए यह दिन मनाया जाता है।

जब भी हम बीमार होते हैं तो सबसे पहले दिमाग में डॉक्टर का नाम ही आता है। डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। इस बात में कोई शक नहीं है कि भगवान ही हमें जिंदगी देते हैं। लेकिन इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता है कि डॉक्टर हमें दोबारा नई जिंदगी देने का काम करते हैं। डॉक्टर ही हमें बड़ी से बड़ी बीमारियों से बाहर निकालते हैं।
जीवन को आसान बनाने के लिए शरीर का स्वस्थ रहना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। अगर आप बीमारियों से दूर रहेंगे तो जिंदगी के हर एक पल को खुशी-खुशी जी पाएंगे। डॉक्टर ही हमें बीमारियों से दूर रखते हैं। आज के समय में दुनिया की आधे से ज्यादा जनसंख्या किसी न किसी बीमारी की गिरफ्त में है। ऐसे में डॉक्टर ही हमारे पास एकमात्र सहारा हैं। डॉक्टरों को सम्मानित करने और उनके काम की सराहना करने के ही उद्देश्य से हर साल एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे (National Doctor's Day 2025) मनाया जाता है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डॉक्टर्स डे मनाने के लिए एक जुलाई की तारीख ही क्यों चुनी गई। अगर नहीं, तो आपको ये लेख जरूर पढ़ना चाहिए। हम आपको बताएंगे कि भारत में एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे क्यों मनाया जाता है। इसका महत्व क्या है और इस साल ये दिन किस थीम के साथ सेलिब्रेट किया जा रहा है। आइए जानते हैं विस्तार से -
क्यों एक जुलाई को मनाया जाता है डॉक्टर्स डे?
आपको बता दें कि पूरी दुनिया में डॉक्टर्स डे अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है। भारत में एक जुलाई को ही नेशनल डॉक्टर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। बताया जाता है कि इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए एक जुलाई की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि इसी दिन यानी कि 1 जुलाई 1882 में इंडिया के फेमस फिजीशियन डॉ. बिधान चंद्र राय का जन्म हुआ था। उनका निधन भी एक जुलाई को ही 1962 में हुआ था।
क्या है इसका मकसद?फिजीशियन डॉ. बिधान चंद्र राय का मेडिकल फील्ड में अहम योगदान रहा है। उनके योगदान को सम्मान देने के लिए ही हर साल एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत हुई। इस दिन को मनाने का मकसद डॉक्टरों को सम्मानित करना है। साथ ही उनके काम की सराहना करनी है। इस दिन हॉस्पिटल्स में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इस साल की थीम क्या है?
आपको बता दें कि हर साल डॉक्टर्स डे को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। साल 2025 में नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम है- “Behind the Mask: Who Heals the Healers?”
जीवन को आसान बनाने के लिए शरीर का स्वस्थ रहना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। अगर आप बीमारियों से दूर रहेंगे तो जिंदगी के हर एक पल को खुशी-खुशी जी पाएंगे। डॉक्टर ही हमें बीमारियों से दूर रखते हैं। आज के समय में दुनिया की आधे से ज्यादा जनसंख्या किसी न किसी बीमारी की गिरफ्त में है। ऐसे में डॉक्टर ही हमारे पास एकमात्र सहारा हैं। डॉक्टरों को सम्मानित करने और उनके काम की सराहना करने के ही उद्देश्य से हर साल एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे (National Doctor's Day 2025) मनाया जाता है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डॉक्टर्स डे मनाने के लिए एक जुलाई की तारीख ही क्यों चुनी गई। अगर नहीं, तो आपको ये लेख जरूर पढ़ना चाहिए। हम आपको बताएंगे कि भारत में एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे क्यों मनाया जाता है। इसका महत्व क्या है और इस साल ये दिन किस थीम के साथ सेलिब्रेट किया जा रहा है। आइए जानते हैं विस्तार से -
क्यों एक जुलाई को मनाया जाता है डॉक्टर्स डे?
आपको बता दें कि पूरी दुनिया में डॉक्टर्स डे अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है। भारत में एक जुलाई को ही नेशनल डॉक्टर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। बताया जाता है कि इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए एक जुलाई की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि इसी दिन यानी कि 1 जुलाई 1882 में इंडिया के फेमस फिजीशियन डॉ. बिधान चंद्र राय का जन्म हुआ था। उनका निधन भी एक जुलाई को ही 1962 में हुआ था।
क्या है इसका मकसद?फिजीशियन डॉ. बिधान चंद्र राय का मेडिकल फील्ड में अहम योगदान रहा है। उनके योगदान को सम्मान देने के लिए ही हर साल एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत हुई। इस दिन को मनाने का मकसद डॉक्टरों को सम्मानित करना है। साथ ही उनके काम की सराहना करनी है। इस दिन हॉस्पिटल्स में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इस साल की थीम क्या है?
आपको बता दें कि हर साल डॉक्टर्स डे को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। साल 2025 में नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम है- “Behind the Mask: Who Heals the Healers?”