ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर समस्या है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। यह दिमाग में असामान्य कोशिकाओं के बढ़ने के कारण होता है और जानलेवा हो सकता है। इनके लक्षणों को समय पर पहचान कर इलाज कराना जरूरी है। इससे आप अपनी लाइफ को बचा सकते हैं। आइए जानते हैं-

आज के समय में ब्रेन ट्यूमर एक गंभीर समस्या बन चुकी है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो इससे मरीज की जान भी जा सकती है। हैरान करने वाली बात तो ये है कि यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों में देखने को मिल रही है। दुनियाभर में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह ब्रेन में अनियंत्रित सेल्स के बढ़ने के कारण होता है।
अगर आप खुद को इस गंभीर बीमारी से बचाना चाहते हैं या बीमारी होने पर समय से इलाज कराना चाहते हैं तो जरूरी है कि इनके लक्षणों को पहचान लिया जाए। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। आज हम आपको ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणाें के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
क्या है ब्रेन ट्यूमर?ये बीमारी तब होती है जब दिमाग में असामान्य तरीके से सेल्स बढ़ने लगते हैं। ये एक तरह का कैंसर ही है। क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, कई मामलों में कैंसर के ये सेल्स तेज गति से बढ़त हैं तो कभी इन्हें बढ़ने में समय लगता है। हालांकि, ये दोनों ही मामलों में जानलेवा साबित हो सकता हैं। ये ब्रेन ट्यूमर के एक तिहाई हिस्से में ही होता है। इससे आपका दिमाग ठीक तरह से काम नहीं कर पाता है।
किसे होता है ज्यादा खतरा?
वैसो तो ये बीमारी किसी को भी प्रभावित कर सकती है लेकिन इससे पुरुषों को ज्यादा खतरा होता है। मेनिन्जियोमा, ये ब्रेन ट्यूमर का ही एक प्रकार है जो महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। ब्रेन ट्यूमर चाहे Cancerous हो या Non Cancerous हो, ये कई गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इससे आपको कमजोरी महसूस हो सकती है। इसके साथ ही चलने में कठिनाई, बैलेंस बनाने में समस्या या साफ दिखाई देने में दिक्कतें हो सकती हैं।
ब्रेन ट्यूमर के प्रकारब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं। पहला Benign तो दूसरा Malignant। Benign में ट्यूमर काफी धीरे बढ़ते हैं तो वहीं Malignant में ट्यूमर की वृद्धि काफी तेज होती है। ये ब्रेन के कई हिस्सों में फैल जाते हैं।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणसुबह के समय तेज सिरदर्द होना।
दौरे आना।
सोचने, बोलने या समझने में कठिनाई होना।
शरीर का एक हिस्सा कमजोर होना।
चक्कर आना।
आंखों की रोशनी कम होना।
सुनने में दिक्कत होना।
हाथ पैर का सुन्न होना।
उल्टी आना।
याददाश्त कमजोर होना।
ब्रेन ट्यूमर का इलाजसर्जरी
रेडिएशन थेरेपी
कीमोथेरेपी
स्टेरॉइड थेरेपी
स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
पैलिएटिव केयर
बायोप्सी
अगर आप खुद को इस गंभीर बीमारी से बचाना चाहते हैं या बीमारी होने पर समय से इलाज कराना चाहते हैं तो जरूरी है कि इनके लक्षणों को पहचान लिया जाए। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। आज हम आपको ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणाें के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
क्या है ब्रेन ट्यूमर?ये बीमारी तब होती है जब दिमाग में असामान्य तरीके से सेल्स बढ़ने लगते हैं। ये एक तरह का कैंसर ही है। क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, कई मामलों में कैंसर के ये सेल्स तेज गति से बढ़त हैं तो कभी इन्हें बढ़ने में समय लगता है। हालांकि, ये दोनों ही मामलों में जानलेवा साबित हो सकता हैं। ये ब्रेन ट्यूमर के एक तिहाई हिस्से में ही होता है। इससे आपका दिमाग ठीक तरह से काम नहीं कर पाता है।
किसे होता है ज्यादा खतरा?
वैसो तो ये बीमारी किसी को भी प्रभावित कर सकती है लेकिन इससे पुरुषों को ज्यादा खतरा होता है। मेनिन्जियोमा, ये ब्रेन ट्यूमर का ही एक प्रकार है जो महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है। ब्रेन ट्यूमर चाहे Cancerous हो या Non Cancerous हो, ये कई गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इससे आपको कमजोरी महसूस हो सकती है। इसके साथ ही चलने में कठिनाई, बैलेंस बनाने में समस्या या साफ दिखाई देने में दिक्कतें हो सकती हैं।
ब्रेन ट्यूमर के प्रकारब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं। पहला Benign तो दूसरा Malignant। Benign में ट्यूमर काफी धीरे बढ़ते हैं तो वहीं Malignant में ट्यूमर की वृद्धि काफी तेज होती है। ये ब्रेन के कई हिस्सों में फैल जाते हैं।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणसुबह के समय तेज सिरदर्द होना।
दौरे आना।
सोचने, बोलने या समझने में कठिनाई होना।
शरीर का एक हिस्सा कमजोर होना।
चक्कर आना।
आंखों की रोशनी कम होना।
सुनने में दिक्कत होना।
हाथ पैर का सुन्न होना।
उल्टी आना।
याददाश्त कमजोर होना।
ब्रेन ट्यूमर का इलाजसर्जरी
रेडिएशन थेरेपी
कीमोथेरेपी
स्टेरॉइड थेरेपी
स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
पैलिएटिव केयर
बायोप्सी