पहलगाम आतंकी हमले की जांच तेज हो गई है। एनआईए की टीमों ने सबूतों की तलाश में चप्पे-चप्पे को खंगालना शुरू कर दिया है। एनआईए के आईजी डीआईजी और एसपी के नेतृत्व में टीमें हमले के चश्मदीदों से पूछताछ कर रही हैं। उसने घटना का मिनटवार विवरण लिया जा रहा है।

गृह मंत्रालय ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच एनआईए को सौंपी है। एनआईए की टीम घटना से जुड़े हर एक पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है। एक-एक कड़ियों को जोड़ा जा रहा है और चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है।
एएनआई के एक आईजी, डीआईजी और एसपी के नेतृत्व में टीमें उन चश्मदीदों से पूछताछ कर रही हैं, जिन्होंने 22 अप्रैल को हुए हमले को देखा था। उनसे घटना मिनटवार विवरण लिया जा रहा है। बता दें कि घटना पहलगाम स्थित बैसरन घास के मैदान में दोपहर के वक्त हुई थी।
एनआईए जोड़ रही कड़ियांएनआईए ने बयान में कहा, 'जांच कर रही टीमें आतंकवादियों के सुराग के लिए एंट्री और एग्जिट पॉइंट की बारीकी से जांच कर रही हैं। फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की सहायता से टीमें आतंकी साजिश को उजागर करने के लिए सबूतों की तलाश में पूरे इलाके की गहन जांच कर रही हैं।'
पहलगाम में हुए हमले के बाद आतंकवादियों को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है और तलाशी अभियान चला रही है। इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है और पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसमें पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
पाकिस्तान कर रहा सीजफायर उल्लंघनपीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में इस घटना का जिक्र करते हुए पीड़ित परिवारों को न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, 'आतंकी और आतंक के आका चाहते हैं, कश्मीर फिर से तबाह हो जाए और इसलिए इतनी बड़ी साजिश को अंजाम दिया। आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में देश की एकता, 140 करोड़ भारतीयों की एकजुटता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है।
बता दें कि भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर उल्लंघन किया जा रहा है। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान की इस गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है।