कहीं आप भी तो गलत तरीके से नहीं ले रहे सांस? हो जाएं सावधान! द‍िमाग पर पड़ता है सीधा असर

कहीं आप भी तो गलत तरीके से नहीं ले रहे सांस? हो जाएं सावधान! द‍िमाग पर पड़ता है सीधा असर

आजकल की भाग दौड़ भरी ज‍िंदगी में लोग कई तरह की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से जूझ रहे हैं। कई बार सही तरीके से सांस न लेने पर भी आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। आपने देखा होगा क‍ि कई लोग नाक से तो कुछ लोग मुंह से सांस लेते हैं। आपका ये तरीका आपके हेल्‍थ की ओर इशारा करता है। आइए जानते ह‍ैं इनके फायदे और नुकसान-

हमेशा सही तरीके से ही सांस लेना चाह‍िए। (Image Credit- Freepik)

 सांस लेने का तरीका भी हमारे स्‍वस्‍थ और बीमार होने का संकेत देता है। बचपन से घरों में भी बताया गया है और स्‍कूलों में पढ़ाया गया है क‍ि सांस हमेशा नाक से ही लेना चाह‍िए। हालांक‍ि दुन‍िया में कई तरह के लोग रहते हैं, उनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो मुंह से सांस लेते हैं। सांस लेना तो प्राकृत‍ि की देन है। अगर सांसें बंद हुई तो ज‍िंदगी भी खत्‍म। अगर आप भी गलत तरीके से सांस ले रहे हैं तो ये आपके अनहेल्‍दी होने की ओर इशारा कर रहा है।


आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे क‍ि नाक से सांस लेना क्‍यों बेहतर है। साथ ही ये भी जानेंगे क‍ि मुंह से सांस लेने के क्‍या नुकसान हो सकते हैं। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से-


नाक से सांस लेने के फायदेनाक में छोटे-छोटे बाल और म्यूकस (चिपचिपा पदार्थ) मौजूद होते हैं। ये धूल, धुएं और बैक्टीरिया जैसे जहरीले तत्वों को फिल्टर कर देते हैं। इसके अलावा नाक से अंदर आने वाली हवा शरीर के तापमान के अनुसार गर्म हो जाती है, जिससे फेफड़ों को कोई झटका नहीं लगता है।
अगर आप नाक से सांस लेते हैं तो नाइट्रिक ऑक्साइड नाम की गैस बनती है। ये इम्‍युन‍िटी को मजबूत बनाती है। इससे शरीर में संक्रमण से लड़ने की ताकत बढ़ जाती है।
नाक से गहरी और सही तरीके से ली गई सांस पेट की कार्यक्षमता को भी सुधारती है। इससे भोजन अच्छे से पचता है और पेट की समस्याएं कम होती हैं।
जो लोग नाक से सांस लेते हैं, उनकी नींद की गुणवत्ता बेहतर रहती है। वहीं, मुंह से सांस लेने वालों को खर्राटे आने और नींद में बार-बार जागने की समस्या हो सकती है।यह भी पढ़ें: कमजोर फेफड़ों के कारण हो सकता है सांस लेना दूभर, Healthy Lungs के लिए करें 5 योगासन


मुंह से सांस लेने के नुकसानमुंह से सांस लेने पर मुंह और गला दोनाें सूख जाते हैं, जिससे इन्फेक्शन और खराश की समस्या बढ़ जाती है।
लगातार मुंह से सांस लेने की आदत से दांतों और मसूड़ों की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
मुंह से सांस लेने पर शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। इस कारण थकान जल्दी महसूस होती है और दिमाग की एकाग्रता भी कमजोर होती है।
अगर कोई बचपन से लगातार मुंह से सांस ले रहा है तो उसकी चेहरे की बनावट पर भी असर पड़ सकता है। जबड़ा सही तरह से विकसित नहीं होता और दांत टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं।
अगर कोई लंबे समय तक मुंह से सांस लेता है तो उनके चेहरे की हड्डियां प्रभावित होती हैं।
मुंह से सांस लेने से सिरदर्द के साथ-साथ चेहरे की मांसपेशियों और गर्दन में दर्द का खतरा बढ़ सकता है।
सोते समय मुंह से सांस लेने पर मुंह को नम रखने वाली लार सूख जाती है। इससे सांसों में बदबू आती है।
इन ट‍िप्‍स से सही तरीके से लें सांससोते समय मुंह बंद रखने की कोशिश करें।
दिनभर ध्यान दें कि आप नाक से ही सांस ले रहे हैं।
अगर नाक बंद रहती है तो डॉक्टर से सलाह लें और इलाज कराएं।
योग और प्राणायाम से भी सांस लेने की क्षमता बेहतर होती है।

Share this

Related Posts

Previous
Next Post »