20s या 30s में ऐसे होते हैं Arthritis के लक्षण, इग्नोर करने पर मुश्किल हो जाएगा उठना-बैठना

20s या 30s में ऐसे होते हैं Arthritis के लक्षण, इग्नोर करने पर मुश्किल हो जाएगा उठना-बैठना

अर्थराइटिस को आमतौर पर बुजुर्गों की बीमारी माना जाता है। इसके कारण जोड़ों में दर्द और चलने-फिरने में तकलीफ की समस्या हो सकती है। लेकिन आपको बता दें कि कम उम्र में भी अर्थराइटिस आपको अपना शिकार बना सकता है। इसे जुविनाइल अर्थराइटिस कहा जाता है। इसके लक्षणों (Early Arthritis Symptoms) की पहचान करके जल्दी इलाज करवाना जरूरी है। नहीं तो यह समस्या और भी बढ़ सकती है।

Early Arthritis Symptoms: अर्थराइटिस के लक्षणों की जल्दी पहचान करना है जरूरी (Picture Courtesy: Freepik)


 अर्थराइटिस (Arthritis) यानी गठिया आमतौर पर उम्रदराज लोगों से जुड़ी बीमारी मानी जाती है। लेकिन आजकल यह समस्या युवाओं और बच्चों में भी देखी जा रही है। कम उम्र में होने वाले अर्थराइटिस को जुवेनाइल अर्थराइटिस (Juvenile Arthritis) या यंग ऑनसेट अर्थराइटिस (Young-Onset Arthritis) कहा जाता है।


इसके शुरुआती लक्षणों (Arthritis Early Symptoms) को पहचानकर समय पर इलाज शुरू करना जरूरी होता है, वरना यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है।


कम उम्र में अर्थराइटिस के लक्षण (Early Arthritis Symptoms)जोड़ों में दर्द और अकड़न (Joint pain and stiffness)- सबसे पहला और सामान्य लक्षण जोड़ों में दर्द होना है। यह दर्द अक्सर सुबह उठने के बाद या लंबे समय तक बैठे रहने के बाद बढ़ जाता है। जोड़ों में अकड़न महसूस होती है, जो धीरे-धीरे मूवमेंट करने पर कम हो सकती है।
सूजन और रेडनेस (Swelling and redness)- प्रभावित जोड़ों के आसपास सूजन दिखाई दे सकती है। कभी-कभी त्वचा लाल भी हो जाती है और छूने पर गर्म महसूस होती है। यह लक्षण खासतौर से घुटनों, उंगलियों या कलाई में देखने को मिलता है।
थकान और कमजोरी (Fatigue and weakness)- अर्थराइटिस से पीड़ित युवाओं को बिना किसी खास मेहनत के ही थकान महसूस हो सकती है। शरीर में एनर्जी की कमी और सुस्ती बनी रहती है, जिससे रोज की एक्टिविटीज पर भी प्रभाव पड़ता है।
बुखार और वजन घटना (Fever and weight loss)- कुछ मामलों में, जुवेनाइल अर्थराइटिस के साथ हल्का बुखार भी हो सकता है। इसके अलावा, बिना किसी कारण के वजन कम होने लगता है, जो शरीर में सूजन और इम्यून सिस्टम के रिएक्शन के कारण हो सकता है। 

आंखों में समस्याएं (Eye problems)- कुछ प्रकार के अर्थराइटिस (जैसे जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस) में आंखों में सूजन, रेडनेस या धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
चलने-फिरने में तकलीफ (Difficulty walking)- जब जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ जाती है, तो चलने, सीढ़ियां चढ़ने या दौड़ने में परेशानी होने लगती है। कुछ युवाओं को लंगड़ाकर चलने की समस्या भी हो सकती है।
क्या करें अगर ये लक्षण दिखें?

अगर आप में या आपके बच्चे में ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। रुमेटोलॉजिस्ट (गठिया विशेषज्ञ) जांच करके इस कंडिशन को मैनेज करने के लिए दवाएं दे सकते हैं। इलाज में दवाइयां, फिजियोथेरेपी और लाइफस्टाइल में बदलाव शामिल हो सकते हैं।

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