2 घंटे में 108 बार सूर्य नमस्कार कर बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, आंध्र प्रदेश के छात्रों का अद्भुत कारनामा

 2 घंटे में 108 बार सूर्य नमस्कार कर बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, आंध्र प्रदेश के छात्रों का अद्भुत कारनामा


विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के अराकू वैली डिग्री कॉलेज में योग - महा सूर्य वंदनम कार्यक्रम के तहत लगभग 20000 आदिवासी छात्रों ने 108 बार सूर्य नमस्कार किए। बता दें कि 13000 से अधिक लड़कियों सहित 20000 प्रतिभागियों ने लगभग दो घंटे तक 108 बार सूर्य नमस्कार किए जिससे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना।

आंध्र प्रदेश में छात्रों ने किया सूर्य नमस्कार (फोटो-एक्स)


विश्व स्वास्थ्य दिवस पर भारत के नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के अराकू वैली डिग्री कॉलेज में 'योग - महा सूर्य वंदनम' कार्यक्रम के तहत लगभग 20,000 आदिवासी छात्रों ने 108 बार सूर्य नमस्कार किए।


13,000 से अधिक लड़कियों सहित 20,000 प्रतिभागियों ने लगभग दो घंटे तक 108 बार सूर्य नमस्कार किए, जिससे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। विश्व स्वास्थ्य दिवस समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम को लंदन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन की प्रबंधक एलिस रेनॉड ने आधिकारिक रूप से मान्यता दी, जिन्होंने जिला कलेक्टर दिनेश कुमार को प्रमाण पत्र प्रदान किया।


'एक नया विश्व रिकॉर्ड है'एएनआई से बात करते हुए एलिस रेनॉड ने कहा, 'मैं वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनियन की प्रबंधक हूं, और मैं आज रात 20,000 छात्रों द्वारा सूर्य नमस्कार किए जाने के प्रदर्शन को देखने के लिए यहां आई थी। यह एक नया विश्व रिकॉर्ड है जो आज रात स्थापित हुआ है। मैं उन्हें बधाई देना चाहती हूं।'


आदिवासी कल्याण मंत्री गुम्मादी संध्या रानी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया, और सूर्य नमस्कार में सक्रिय रूप से भाग लेकर लोगों को प्रेरित किया।


पांच महीनों से कर रहे थे तैयारीप्रतिभागी, मुख्य रूप से जिले के पांच मंडलों के छात्र, पिछले पांच महीनों से इस दिन की तैयारी कर रहे थे रोजाना सुबह 4 बजे उठकर योग का अभ्यास करते थे। सभी प्रतिभागियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा निरंतर निगरानी सहित सामूहिक प्रयास की बड़ी सफलता के रूप में सराहना की गई।


'योग से मिला फायदा'

जिला कलेक्टर दिनेश कुमार ने योग सत्रों के सकारात्मक प्रभाव पर जोर दिया, छात्रों के स्वास्थ्य, सीखने की क्षमता और समग्र प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जिन छात्रों को पहले अक्सर अस्पताल जाना पड़ता था, उनमें चिकित्सा संबंधी जरूरतों में उल्लेखनीय कमी देखी गई है, जो नियमित योग अभ्यास के लाभों को दर्शाता है।

बता दें, मुख्य आयोजक और शारीरिक शिक्षा शिक्षक पतंजलि श्रीनिवास ने शंख बजाकर कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया, जिससे समारोह में एक औपचारिकता जुड़ गई।

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