भारत-न्‍यूजीलैंड के मैच में अगर बारिश हुई तो क्या होगा अंजाम, फाइनल के लिए है रिजर्व-डे?

 भारत-न्‍यूजीलैंड के मैच में अगर बारिश हुई तो क्या होगा अंजाम, फाइनल के लिए है रिजर्व-डे?


भारत और न्यूजीलैंड के बीच रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला जाना है। इस फाइनल मैच पर सभी की नजरें हैं क्योंकि न्यूजीलैंड वो टीम है जिसने कई बार भारत के सपने को चकनाचूर किया है और एक बार फिर इसी टीम से सामना है लेकिन इसके अलावा नजरें बारिश पर हैं और इस बात पर हैं कि क्या इस मैच के लिए रिजर्व-डे है या नहीं

भारत और न्यूजीलैंड के बीच होना है फाइनल


 भारतीय क्रिकेट टीम ने लगातार तीसरी बार और कुल पांचवीं बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है। इस खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया रविवार को न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ये मुकाबला होगा और ऐसा दूसरी बार होगा जब ये दोनों इस टूर्नामेंट के फाइनल में भिडेंगी। इससे पहले साल 2000 में दोंनों फाइनल में टकरा चुकी हैं। लेकिन सभी के मन में एक सवाल है। अगर फाइनल के दिन बारिश आ गई तो क्या होगा? क्या फाइनल के लिए रिजर्व-डे है?


भारत ने न्यूजीलैंड को ग्रुप स्टेज में मात दी थी। इस मैच में भारत ने एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल की थी। हालांकि, फाइनल की बात अलग है और कीवी टीम का इतिहास रहा है कि वह आईसीसी इवेंट्स में अधिकतर मौकों पर नॉकआउट मैचों में भारत पर हावी रही है।

मुश्किल न हो जाए फाइनल

इस टूर्नामेंट में कई मैच बारिश की भेंट चढ़े हैं, लेकिन वो सभी मैच पाकिस्तान में खेले गए थे। भारत ने अपने सभी मैच दुबई में खेले हैं। यहां एक भी मैच में बारिश ने दस्तक नहीं दी है। फाइनल में भी इसकी उम्मीद नहीं है। फिर भी अगर बारिश आ जाती है या किसी करणवश तय दिन मैच नहीं हो पाता है तो फिर आईसीसी ने फाइनल के लिए रिजर्व-डे रखा है। अगर किसी कारण से रविवार को मैच हो नहीं पाता है या पूरा नहीं हो पाता है तो फिर सोमवार को रिजर्व-डे के दिन मैच होगा।

इस मैच के लिए आईसीसी ने जो समय सीमा तय की है वो बाकी मैचों से दो घंटे ज्यादा है। यानी अगर बाकी मैचों को जिस तय समय में पूरा न होने पर रद्द घोषित कर दिया जाता था उससे दो घंटे का ज्यादा समय फाइनल को मिलेगा ताकि मैच उसी दिन पूरा करने की कोशिश की जा सके।

ओवरों को लेकर भी बदले नियम

आईसीसी ने फाइनल में ओवरों को लेकर भी नियम बदले हैं। बाकी मैचों में डकवर्त लुइस नियम के तहत मैच का फैसला करने के लिए कम से कम 20 ओवर प्रति पारी का खेल होना जरूरी था। फाइनल के लिए ओवरों की संख्या बढ़ा दी गई है और उसे 25 ओवर प्रति पारी कर दिया गया है। अगर तय दिन मैच रुकता है और पूरा नहीं हो पाता है तो फिर अगले दिन मैच वहीं से शुरू होगा जहां पहले दिन रुका था।

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