मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसकी वजह से कई खतरनाक बीमारियां जैसे- डायबिटीज हाई बीपी और कैंसर भी हो सकता है। इसलिए भारत में बढ़ते मोटापे के मामले एक गंभीर चिंता का विषय है। इस बारे में मन की बात में पीएम मोदी ने भी चिंता जताई है (PM Narendra Modi Concern on Obesity)। आइए जानते हैं मोटापे के कारण और इससे बचने के तरीके (Obesity Prevention Tips)।

HIGHLIGHTSमोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है।
मोटापे को बढ़ने से रोकने के लिए खान-पान में सुधार सबसे जरूरी है।
मोटापे से बचने के लिए फिजिकली एक्टिव रहना भी काफी जरूरी है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Obesity Prevention Tips: भारत में मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभर रहा है। शहरी क्षेत्रों में लगभग एक-तिहाई आबादी मोटापे की श्रेणी में आती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी 'मन की बात' में इस ओर ध्यान आकर्षित (Fitness Awareness In India) करते हुए कहा था कि एडिबल ऑयल की खपत में केवल 10% की कमी भी लंबे समय में स्वास्थ्य लाभ दे सकती है।
आपको बता दें कि मोटापा सिर्फ वजन बढ़ने की समस्या नहीं है, बल्कि यह डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके अलावा, मोटापा कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है।
इसलिए यह समझना जरूरी है कि भारत में मोटापे के मामले क्यों बढ़ रहे हैं और इन्हें कैसे रोका जा सकता है। इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. मोहित शर्मा (अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद में इंटरनल मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट) और डॉ. शाश्वत चटर्जी (CMRI Kolkata के गैस्ट्रो साइंस विभाग के कंसल्टेंट) से बात की। आइए जानें इस बारे में डॉक्टर्स ने क्या बताया।
भारत में बढ़ती मोटापे की मारभारत में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इंडियन जर्नल ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन के अनुसार, देश में 135 मिलियन से ज्यादा लोग मोटापे से प्रभावित हैं। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-5) के आंकड़े भी बताते हैं कि पिछले दो दशकों में भारत में मोटापे की दर लगभग दोगुनी हो गई है।
शहरी पुरुषों में 22% और महिलाओं में 24% लोग ज्यादा वजन या मोटापे की श्रेणी में आते हैं। यह कंडिशन हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, जोड़ों की समस्याओं और कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को बढ़ा रही है।
क्यों तेजी से बढ़ रहा है मोटापा?मोटापे के बढ़ते मामलों के पीछे कई कारण हैं। पहला, खानपान की गलत आदतें। आजकल लोग प्रोसेस्ड और जंक फूड ज्यादा खाने लगे हैं, जो कैलोरी और अनहेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं। दूसरा, फिजिकल एक्टिविटी की कमी। मॉडर्न लाइफस्टाइल में लोग फिजिकल रूप से एक्टिव नहीं रह गए हैं। तीसरा, स्ट्रेस और नींद की कमी भी मोटापे को बढ़ावा देती है।
मोटापे से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
मोटापे को रोकने के लिए सबसे पहले, खानपान में सुधार करना जरूरी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, डेली कैलोरी का 30% से कम फैट से आना चाहिए और ट्रांस फैट को पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
एडिबल ऑयल की खपत में 10% की कमी करके भी वजन कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। सेचुरेटेड फैट्स की जगह अनसेचुरेटेड फैट्स को डाइट में शामिल करना और तेल की मात्रा कम करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा।
दूसरा, फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देना। द लैंसेट की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिजिकली एक्टिव न रहना दुनिया भर में 9% समय से पहले होने वाली मौतों का कारण है। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मीडियम इंटेंसिटी वाली फिजिकल एक्टिविटी, जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या स्विमिंग, हेल्थ रिस्क्स को कम कर सकती हैं।
तीसरा, मानसिक स्वास्थ्य और नींद का ध्यान रखना। तनाव और नींद की कमी भी वजन बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट और अच्छी नींद लेना भी मोटापे को रोकने के लिए जरूरी है।
छोटे-छोटे बदलाव, जैसे बैलेंस्ड डाइट, नियमित एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेजमेंट, आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ भारत का निर्माण कर सकते हैं। आज का छोटा कदम कल के बड़े बदलाव की नींव रख सकता है।