देवदत्त और रविचंद्रन की बदौलत फाइनल में पहुंचा कर्नाटक, रोमांचक मुकाबले में दी हरियाणा को मात
विजय हजारे ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में कर्नाटक ने हरियाणा के खिलाफ पांच विकेट से शानदार जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बना ली है। हरियाणा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 237 रन का स्कोर बनाया था। कर्नाटक ने देवदत्त पडिक्कल और रविचंद्रन स्मरण के शानदार अर्धशतकों की बदौलत 47.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। कर्नाटक का फाइनल में दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा।

देवदत्त पडिक्कल और रविचंद्रन स्मरण के शानदार अर्धशतकों की बदौलत कर्नाटक ने बुधवार को हरियाणा को पांच विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा दिया। हरियाणा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 237 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करते हुए कर्नाटक ने 5 विकेट के नुकसान पर 47.2 ओवर में 238 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली।
हरियाणा के 238 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक की शुरुआत खराब रही। कप्तान और टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल पहले ही ओवर में आउट हो गए। हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने शुरुआत में ही अग्रवाल को स्टंप के सामने कैच करा दिया। हालांकि, पडिक्कल (113 गेंद पर 86 रन) और स्मरण (94 गेंद पर 76 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 128 रनों की ठोस साझेदारी करके टीम को संभाला।
कर्नाटक ने पांच विकेट से दर्ज की जीतकर्नाटक 47.2 ओवर में 5 विकेट शेष रहते हुए मामूली लक्ष्य हासिल कर ले। अग्रवाल के जल्दी आउट होने के बाद, केवी अनीश (47 गेंद पर 22 रन) पिच की असंगत उछाल के साथ तालमेल बिठाने में संघर्ष करते रहे। उन्होंने 14 गेंद खेलीं और कभी भी अपनी लय हासिल नहीं कर पाए। हालांकि, पडिक्कल और स्मरण ने अपनी सूझबूझ भरी पारी से टीम के लिए जीत की नींव तैयार कर दी।
अभिलाष ने की घातक गेंदबाजी
इससे पहले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अभिलाष शेट्टी (4/34) की अगुआई में कर्नाटक के गेंदबाजों ने हरियाणा को काबू में रखा। शेट्टी को लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल (2/36) और तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा (2/40) से बहुमूल्य सहयोग मिला। हरियाणा की पारी को हिमांशु राणा (44) और कप्तान अंकित कुमार (48) ने कुछ स्थिरता दी, जिन्होंने दूसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े।
10वें विकेट के लिए हुए महत्वपूर्ण साझेदारीहालांकि, टीम उस नींव को आगे बढ़ाने में संघर्ष करती रही। अनुज ठकराल और अमित राणा के बीच 10वें विकेट के लिए आखिरी समय में 39 रन की साझेदारी ने हरियाणा को 9 विकेट पर 237 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में मदद की। इस रोमांचक जीत के साथ, अब कर्नाटक का खिताबी मुकाबला विदर्भ और महाराष्ट्र के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
हरियाणा के 238 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक की शुरुआत खराब रही। कप्तान और टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल पहले ही ओवर में आउट हो गए। हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने शुरुआत में ही अग्रवाल को स्टंप के सामने कैच करा दिया। हालांकि, पडिक्कल (113 गेंद पर 86 रन) और स्मरण (94 गेंद पर 76 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 128 रनों की ठोस साझेदारी करके टीम को संभाला।
कर्नाटक ने पांच विकेट से दर्ज की जीतकर्नाटक 47.2 ओवर में 5 विकेट शेष रहते हुए मामूली लक्ष्य हासिल कर ले। अग्रवाल के जल्दी आउट होने के बाद, केवी अनीश (47 गेंद पर 22 रन) पिच की असंगत उछाल के साथ तालमेल बिठाने में संघर्ष करते रहे। उन्होंने 14 गेंद खेलीं और कभी भी अपनी लय हासिल नहीं कर पाए। हालांकि, पडिक्कल और स्मरण ने अपनी सूझबूझ भरी पारी से टीम के लिए जीत की नींव तैयार कर दी।
अभिलाष ने की घातक गेंदबाजी
इससे पहले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अभिलाष शेट्टी (4/34) की अगुआई में कर्नाटक के गेंदबाजों ने हरियाणा को काबू में रखा। शेट्टी को लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल (2/36) और तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा (2/40) से बहुमूल्य सहयोग मिला। हरियाणा की पारी को हिमांशु राणा (44) और कप्तान अंकित कुमार (48) ने कुछ स्थिरता दी, जिन्होंने दूसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े।
10वें विकेट के लिए हुए महत्वपूर्ण साझेदारीहालांकि, टीम उस नींव को आगे बढ़ाने में संघर्ष करती रही। अनुज ठकराल और अमित राणा के बीच 10वें विकेट के लिए आखिरी समय में 39 रन की साझेदारी ने हरियाणा को 9 विकेट पर 237 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में मदद की। इस रोमांचक जीत के साथ, अब कर्नाटक का खिताबी मुकाबला विदर्भ और महाराष्ट्र के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।