IND Vs AUS 2nd Test Team India Defeat Reason एडिलेड में टीम इंडिया ने जिस तरह से पहली पारी में फ्लॉप प्रदर्शन दिखाया था तभी से ये माना जा रहा था कि मैच भारत के हाथ से लगभग फिसल चुका है। यशस्वी हो या गिल हो या केएल विराट हो हर कोई बल्ले से फेल रहा नंबर 6 पर रोहित भी फ्लॉप रहे।

Team India Reasons of Lose Match Vs Aus 2nd Test। 4 साल बाद भी भारतीय टीम एडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई टीम से टेस्ट मैच नहीं जीत सका। भारत- ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। पर्थ में 295 रनों से जीत दर्ज करने वाली टीम इंडिया एडिलेड में फर्श पर पहुंच गई।
पिंक बॉल के सामने भारतीय बैटर्स बेबस नजर आए। इस मैच में कंगारू टीम के बैटर्स और बॉलर्स, दोनों का प्रदर्शन देखने लायक रहा। ट्रेविस हेड ने बल्ले से कमाल का शतक जड़ा और टीम ने भारत को मात देकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली।
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पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में जहां यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के बल्ले से शतक निकला था, जबकि बुमराह ने 8 विकेट लिए थे, तो वहीं, एडिलेड में यशस्वी-विराट का बल्ला खामोश रहा और एडिलेड में वह जीरो साबित हुए।
पर्थ के अर्श से एडिलेड के फर्श तक… Team India की हार के 5 बड़े कारण जानें
1. भारतीय टीम का बैटिंग ऑर्डर बुरी तरह फ्लॉप
भारतीय टीम की बल्लेबाजी दोनों पारियों में पूरी तरह से फ्लॉप रही। पहली पारी में टीम इंडिया 180 रन पर सिमट गई थी तो दूसरी पारी में भारत 175 रन पर ढेर हो गई। पहली पारी में यशस्वी जायसवाल पहली गेंद पर गोल्डन डक पर आउट हुए। उनके बाद केएल राहुल के बल्ले से 37 और गिल ने 31 रन बनाए। विराट कोहली 7 रन बनाकर आउट हुए। पंत के बल्ले से 21 रन निकले।
सिर्फ नीतीश रेड्डा का बल्ला चला, जिन्होंने दोनों ही पारियों में 42-42 रन बनाए। दोनों पारियों में रोहित शर्मा नंबर-6 पर फेल रहे। पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 6 रन बनाकर कप्तान रोहित सस्त में आउट हुए। इस तरह पिंक बॉल के सामने भारतीय बैटर्स बेबस रहे।
2. टॉस जीतकर बैटिंग का फैसलाभारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा की एडिलेड टेस्ट मैच में वापसी के बाद हर किसी को उम्मीद थी कि टीम पर्थ से भी शानदार तरीके से जीत हासिल करेगी, लेकिन हुआ क्या रोहित ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया, जो कि उनके लिए बिल्कुल काम नहीं आया। टीम इंडिया पहले बैटिंग करके फिसड्डी साबित हुई।
3. कप्तानी रणनीति फेल, गौतम गंभीर का मास्टर प्लान समझ से परे!कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर की रणनीति फ्लॉप रही। जहां रोहित शर्मा ने ये प्लान बनाया था कि पर्थ में जिस तरह से केएल राहुल ने ओपनिंग करते हुए प्रदर्शन किया था, उसके बाद उन्हें ओपनिंग से नहीं हटाना चाहिए और उन्होंने ये फैसला किया कि वह खुद मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करने आएंगे, लेकिन हुआ क्या केएल राहुल एडिलेड में दोनों पारियों में ओपनिंग में फ्लॉप रह।
हर मैच में हर ओपनिंग मजबूत हो तो आगे वाले खिलाड़ियों को बिना किसी प्रेशर के खेलने में दिक्कत नहीं होती। एडिलेड में हुआ क्या, ओपनिंग फ्लॉप रही, तो उसके बाद बाकी खिलाड़ियों पर पूरा प्रेशर आ गया। ऐसे में गंभीर और रोहित का मास्टर प्लान एडिलेड में फेल रहा।
4. ट्रेविस हेड बने कालएडिलेड टेस्ट में ट्रेविस हेड का बल्ला खूब गरजा। उन्होंने पहली पारी में 141 गेंदों पर 17 चौके और 4 छक्कों की मदद से 140 रन बनाए। उनके अलावा मार्नस लाबुशेन ने 64 रन की पारी खेली और टीम को 337 रन के स्कोर तक पहुंचाया। इस तरह भारतीय गेंदबाजों के लिए ट्रेविस हेड काल बनकर आए।
5. भारतीय स्पिन गेंदबाजों उम्मीद के मुताबिक कुछ नहीं कर सके कमालएडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ भारत के स्पिन गेंदबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। आर अश्विन दोनों पारियों में केवल 1 विकेट ले सके।
पिंक बॉल के सामने भारतीय बैटर्स बेबस नजर आए। इस मैच में कंगारू टीम के बैटर्स और बॉलर्स, दोनों का प्रदर्शन देखने लायक रहा। ट्रेविस हेड ने बल्ले से कमाल का शतक जड़ा और टीम ने भारत को मात देकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली।
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पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में जहां यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के बल्ले से शतक निकला था, जबकि बुमराह ने 8 विकेट लिए थे, तो वहीं, एडिलेड में यशस्वी-विराट का बल्ला खामोश रहा और एडिलेड में वह जीरो साबित हुए।
पर्थ के अर्श से एडिलेड के फर्श तक… Team India की हार के 5 बड़े कारण जानें

1. भारतीय टीम का बैटिंग ऑर्डर बुरी तरह फ्लॉप
भारतीय टीम की बल्लेबाजी दोनों पारियों में पूरी तरह से फ्लॉप रही। पहली पारी में टीम इंडिया 180 रन पर सिमट गई थी तो दूसरी पारी में भारत 175 रन पर ढेर हो गई। पहली पारी में यशस्वी जायसवाल पहली गेंद पर गोल्डन डक पर आउट हुए। उनके बाद केएल राहुल के बल्ले से 37 और गिल ने 31 रन बनाए। विराट कोहली 7 रन बनाकर आउट हुए। पंत के बल्ले से 21 रन निकले।
सिर्फ नीतीश रेड्डा का बल्ला चला, जिन्होंने दोनों ही पारियों में 42-42 रन बनाए। दोनों पारियों में रोहित शर्मा नंबर-6 पर फेल रहे। पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 6 रन बनाकर कप्तान रोहित सस्त में आउट हुए। इस तरह पिंक बॉल के सामने भारतीय बैटर्स बेबस रहे।
2. टॉस जीतकर बैटिंग का फैसलाभारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा की एडिलेड टेस्ट मैच में वापसी के बाद हर किसी को उम्मीद थी कि टीम पर्थ से भी शानदार तरीके से जीत हासिल करेगी, लेकिन हुआ क्या रोहित ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया, जो कि उनके लिए बिल्कुल काम नहीं आया। टीम इंडिया पहले बैटिंग करके फिसड्डी साबित हुई।
3. कप्तानी रणनीति फेल, गौतम गंभीर का मास्टर प्लान समझ से परे!कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर की रणनीति फ्लॉप रही। जहां रोहित शर्मा ने ये प्लान बनाया था कि पर्थ में जिस तरह से केएल राहुल ने ओपनिंग करते हुए प्रदर्शन किया था, उसके बाद उन्हें ओपनिंग से नहीं हटाना चाहिए और उन्होंने ये फैसला किया कि वह खुद मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करने आएंगे, लेकिन हुआ क्या केएल राहुल एडिलेड में दोनों पारियों में ओपनिंग में फ्लॉप रह।
हर मैच में हर ओपनिंग मजबूत हो तो आगे वाले खिलाड़ियों को बिना किसी प्रेशर के खेलने में दिक्कत नहीं होती। एडिलेड में हुआ क्या, ओपनिंग फ्लॉप रही, तो उसके बाद बाकी खिलाड़ियों पर पूरा प्रेशर आ गया। ऐसे में गंभीर और रोहित का मास्टर प्लान एडिलेड में फेल रहा।
4. ट्रेविस हेड बने कालएडिलेड टेस्ट में ट्रेविस हेड का बल्ला खूब गरजा। उन्होंने पहली पारी में 141 गेंदों पर 17 चौके और 4 छक्कों की मदद से 140 रन बनाए। उनके अलावा मार्नस लाबुशेन ने 64 रन की पारी खेली और टीम को 337 रन के स्कोर तक पहुंचाया। इस तरह भारतीय गेंदबाजों के लिए ट्रेविस हेड काल बनकर आए।
5. भारतीय स्पिन गेंदबाजों उम्मीद के मुताबिक कुछ नहीं कर सके कमालएडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ भारत के स्पिन गेंदबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। आर अश्विन दोनों पारियों में केवल 1 विकेट ले सके।