भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली मैदान पर हों और उनकी चर्चा न हो ऐसा हो नहीं सकता। कोहली अगर बल्ले से शांत हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि वह मैदान पर फील्डिंग करते हुए भी चुप रहें। वह लगातार बोलते रहते हैं। ऐसा ही एक बार फिर एडिलेड टेस्ट मैच में देखने को मिला जहां कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया।
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में बेशक बड़ा स्कोर नहीं कर सके, लेकिन फिर भी वह मैच में पूरी तरह से बने रहे और मेजबान टीम को परेशान किया। कोहली का बल्ला अगर फेल होता है तो इससे उनके बोल-चाल पर फर्क नहीं पड़ता। वह मैदान पर लगातार बोलते रहते हैं और विरोधी टीम के बल्लेबाजों को परेशान करते रहते हैं। ऐसा ही कुछ उन्होंने पहले दिन शुक्रवार को मार्नस लाबुशेन के साथ किया।
एडिलेड टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया कोई बड़ा स्कोर नहीं कर पाई। मेहमान टीम महज 180 रनों पर आउट हो गई। टीम के लिए सबसे ज्यादा 42 रन नीतीश रेड्डी ने बनाए। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्लेबाजी करने आई। जसप्रीत बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को पवेलियन भेज भारत को शुरुआती सफलता दिला दी, लेकिन इसके बाद लाबुशेन और दूसरे सलामी बल्लेबाज नाथन मैक्स्वानी ने पैर जमाए और दिन का खेल खत्म होने तक दूसरा विकेट नहीं गिरने दिया।
'उसे समझ नहीं आ रही'
लाबुशेन ने पैर जमाने की कोशिश की, लेकिन इसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ा। लाबुशेन को बुमराह ने खासा परेशान किया और इसी का फायदा कोहली ने उठाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को परेशान किया। बुमराह के ओवर के दौरान आखिरी गेंद पर लाबुशेन बुरी तरह बीट हो गए। उन्हें समझ नहीं आया था कि गेंद कहां से निकल गई। इसी दौरान कोहली स्टंप के पास से निकले और लाबुशेन के सामने कहते हुए गए, "उसे गेंद समझ नहीं आ रही जैस।"
इसके बाद भी कोहली ने लाबुशेन से कुछ कहा जो स्टंप माइक पर कैद नहीं हुआ, लेकिन कोहली उनसे कुछ कहते हुए हंस रहे थे। लाबुशेन को बुमराह ने तो परेशान किया ही साथ ही मोहम्मद सिराज ने भी उनके लिए परेशानी पैदा की।
ऐसा रहा पहला दिन
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। मिचेल स्टार्क की कहर बरपाती गेंदों ने उनको विकेट पर टिकने नहीं दिया। मैच की पहली ही गेंद पर स्टार्क ने यशस्वी जायसवाल को पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद उन्होंने केएल राहुल और विराट कोहली को आउट किया। उनके बाद स्कॉट बोलैंड ने शुभमन गिल और रोहित शर्मा को पवेलियन भेजा। स्टार्क ने इस मैच में छह विकेट लिए। ये पहली बार है जब स्टार्क ने भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच में पांच या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं।
एडिलेड टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया कोई बड़ा स्कोर नहीं कर पाई। मेहमान टीम महज 180 रनों पर आउट हो गई। टीम के लिए सबसे ज्यादा 42 रन नीतीश रेड्डी ने बनाए। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्लेबाजी करने आई। जसप्रीत बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को पवेलियन भेज भारत को शुरुआती सफलता दिला दी, लेकिन इसके बाद लाबुशेन और दूसरे सलामी बल्लेबाज नाथन मैक्स्वानी ने पैर जमाए और दिन का खेल खत्म होने तक दूसरा विकेट नहीं गिरने दिया।
'उसे समझ नहीं आ रही'
लाबुशेन ने पैर जमाने की कोशिश की, लेकिन इसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ा। लाबुशेन को बुमराह ने खासा परेशान किया और इसी का फायदा कोहली ने उठाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को परेशान किया। बुमराह के ओवर के दौरान आखिरी गेंद पर लाबुशेन बुरी तरह बीट हो गए। उन्हें समझ नहीं आया था कि गेंद कहां से निकल गई। इसी दौरान कोहली स्टंप के पास से निकले और लाबुशेन के सामने कहते हुए गए, "उसे गेंद समझ नहीं आ रही जैस।"
इसके बाद भी कोहली ने लाबुशेन से कुछ कहा जो स्टंप माइक पर कैद नहीं हुआ, लेकिन कोहली उनसे कुछ कहते हुए हंस रहे थे। लाबुशेन को बुमराह ने तो परेशान किया ही साथ ही मोहम्मद सिराज ने भी उनके लिए परेशानी पैदा की।
ऐसा रहा पहला दिन
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। मिचेल स्टार्क की कहर बरपाती गेंदों ने उनको विकेट पर टिकने नहीं दिया। मैच की पहली ही गेंद पर स्टार्क ने यशस्वी जायसवाल को पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद उन्होंने केएल राहुल और विराट कोहली को आउट किया। उनके बाद स्कॉट बोलैंड ने शुभमन गिल और रोहित शर्मा को पवेलियन भेजा। स्टार्क ने इस मैच में छह विकेट लिए। ये पहली बार है जब स्टार्क ने भारत के खिलाफ एक टेस्ट मैच में पांच या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं।