फर्क नहीं पड़ता...' सुंदर की जगह अश्विन को क्यों मिला मौका? सहायक कोच रयान टेन ने अंदरखाने की बताई बात
एडिलेड टेस्ट के लिए भारतीय टीम में तीन बदलाव किए गए। वाशिंगटन सुंदर की जगह अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई थी। सहायक कोच रयान टेन ने इसके पीछे के कारण बताया। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन का मानना है कि अश्विन यहां की पिच पर ज्यादा कारगर होगें। अश्विन का गुलाबी गेंद वाले टेस्ट में बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है।

एडिलेड टेस्ट के लिए भारतीय टीम ने प्लेइंग इलेवन में तीन बदलाव किए। प्लेइंग इलेवन में शुभमन गिल, रोहित शर्मा और आर अश्विन को जगह मिली। अश्विन को वाशिंगटन सुंदर की जगह टीम में शामिल किया। सहायक कोच रयान टेन ने इसके पीछे का कारण बताते हुए अश्विन का समर्थन किया। रयान ने कहा कि टीम मैनेजमेंट को लगता है कि अश्विन दूसरे टेस्ट में प्रभावशाली रहेंगे।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मिली हार के बाद पिंक बॉल टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने दमदार वापसी की। पहले दिन भारत को 180 रन पर समेटने के बाद दिन का खेल समाप्त होने तक 1 विकेट पर 86 रन बना लिए हैं। पहले दिन के मैच के बाद भारतीय टीम के सहायक कोच रयान टेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन का मानना है कि अश्विन यहां की पिच पर ज्यादा कारगर होगें। अश्विन का गुलाबी गेंद वाले टेस्ट में बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है।
'विकेट लेने की संभावना बहुत अधिक'
रयान टेन ने कहा, जब से वह (सुंदर) न्यूजीलैंड सीरीज के बीच में टीम में आए हैं, तब से उन्होंने कोई गलती नहीं की है। मुझे लगता है कि आखिरी टेस्ट में हम बल्लेबाजी को मजबूत करना चाहते थे और पहले टेस्ट में नीतीश को जिस तरह से देखा, उसे देखते हुए हमने सोचा कि हम उस खिलाड़ी को चुन सकते हैं जो इस समय सबसे अच्छा स्पिन गेंदबाजी कर रहा है और हमें लगता है कि इन परिस्थितियों में ऐश (अश्विन) के विकेट लेने की संभावना अधिक है।
'कोई नहीं फर्क पड़ता'
उन्होंने कहा, जब आपको नीतीश के सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने का आत्मविश्वास मिलता है, तो ऐश के आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने से कोई फर्क नहीं पड़ता, और यही हमारी सोच थी। उनके बीच चुनने के लिए बहुत कुछ नहीं है, और हमने सोचा कि ऐश इस विकेट पर थोड़ा अधिक प्रभावी होंगे।गौरतलब हो कि डे-नाइट टेस्ट में अश्विन की साख को नजरअंदाज करना मुश्किल है। 37 वर्षीय अश्विन गुलाबी गेंद के मैच में भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं, जिन्होंने चार मैचों में 13.83 की शानदार औसत से 18 विकेट लिए हैं। एडिलेड में पिछली बार (2020) भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया था और अपने चयन को सही ठहराया था।