भारत की नकल या मर चुकी अक्ल! कर्ज में डूबा पाकिस्तान क्यों लगा रहा दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा झंडा?

 भारत की नकल या मर चुकी अक्ल! कर्ज में डूबा पाकिस्तान क्यों लगा रहा दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा झंडा?


Pakistan News कर्ज में डूबा पाकिस्तान भारत की नकल करने में उतर चुका है। अब वाघा सीमा पर पाकिस्तान भारत की तर्ज पर दर्शक दीर्घा का निर्माण करेगा। वहीं अपने झंडे की उंचाई भी बढ़ाएगा। इस परियोजना पर पाकिस्तान तीन अरब रुपये खर्च करेगा। जमीनी स्तर पर काम भी तेज हो गया है। सीमा पर पाकिस्तान सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद करेगा।


Attari-Wagah Border: अटारी-वाघा सीमा की फाइल फोटो।

कर्ज में डूबा पाकिस्तान वाघा सीमा पर दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा झंडा लगाएगा। अटारी सीमा पर भारत का का झंडा पाकिस्तान के झंडे से करीब 18 फुट ऊंचा है। भारतीय झंडे की कुल ऊंचाई 418 फुट है।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने ध्वजारोहण किया था। अभी पाकिस्तान में दुनिया का पांचवां सबसे ऊंचे ध्वजस्तंभ है। इसकी ऊंचाई 115 मीटर है। अब वहां की सरकार इसे 135 मीटर करने जा रही है। निर्माण के बाद यह दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा ध्वजस्तंभ बन जाएगा।

वाघा सीमा पर बढ़ाएगा दर्शकों के बैठने की क्षमता

पाकिस्तान अब भारत की नकल करके वाघा सीमा पर दर्शक दीर्घा का निर्माण करेगा। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने भारत से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 'वाघा संयुक्त जांच चौकी विस्तार परियोजना' की औपचारिक शुरुआत भी की है। इसका मुख्य उद्देश्य दर्शकों के बैठने के लिए अधिक स्थान उपलब्ध कराना है।
तीन अरब रुपये होंगे खर्च

एक अधिकारी ने बताया कि बैठक क्षमता को मौजूदा आठ हजार से बढ़ाकर 24 हजार करने का लक्ष्य है। इस परियोजना की लागत तीन अरब पाकिस्तानी रुपये है। इसके पूरा होने की समय सीमा दिसंबर 2025 है। भारत की तरफ अटारी में 30 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है।

जमीनी स्तर पर तेज हुआ काम

पाकिस्तान अधिकारी के मुताबिक परियोजना का उद्देश्य भारत की तरह ही दर्शकों की बैठक क्षमता का विस्तार करना है। पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि इस परियोजना पर फरवरी में हस्ताक्षर हुए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर अब काम तेज हो गया है।
ऐतिहासिक संग्रहालय भी बनेगा

अधिकारी ने बताया कि बैठक क्षमता के अलावा वाघा सीमा के इतिहास को दर्शाने वाला एक अत्याधुनिक ऐतिहासिक संग्रहालय, वीवीआईपी के लिए प्रतीक्षालय और हरित कक्ष भी बनाए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था और भी चाक-चौबंद की जाएगी।

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