दुनियाभर में Mpox के संक्रमण को लेकर चिंता के बादल घिरे हुए हैं। Mpox वायरस का नया स्ट्रेन पिछले वेरिएंट की तुलना में काफी खतरनाक है और इसकी मृत्यु दर भी काफी ज्यादा है। हाल ही में थाईलैंड में इस स्ट्रेन का मामला सामने आया है जो एशिया का पहला नए वेरिएंट का मामला है। इसलिए Mpox Virus new Variant के बारे में कुछ जरूरी बातों पता होनी चाहिए।

Mpox Virus New Variant: कोविड के बाद अब Mpox का कहर दुनिया पर मंडरा रहा है। ये मंकी पॉक्स वायरस के कारण होने वाली एक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति के शरीर पर रैश, दाने, बुखार और सांस लेने में परेशानी होने जैसी समस्याएं हो रही हैं। इसके कारण अभी तक दुनियाभर में लगभग 500 से ज्यादा मौतें हो चुकी है, जिसके कारण इस बीमारी का डर लोगों को और ज्यादा सता रहा है। इसको फैलने से रोकने के लिए कई देशों ने बाहर से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग भी शुरू कर दी है और अस्पतालों में भी Mpox के लिए अलग बेड बनाए गए हैं, ताकि अगर इसका मामला सामने आता है, तो उसका बेहतर इलाज किया जा सके।
नया वेरिएंट है ज्यादा खतरनाक
आपको बता दें कि साल 2022 और 2023 में भी Mpox के मामले आ रहे थे। तब Mpox का इन्फेक्शन Clade 2 variant के कारण हो रहा था, जो नए वेरिएंट की तुलना में कम खतरनाक था। भारत में भी Mpox के मामले सामने आए थे, लेकिन वे सभी पुराने वेरिएंट की वजह से थे और आखिरी मामला मार्च 2024 में मिला था। हाल फिलहाल में भारत में Mpox का मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, नए वेरिएंट- के बारे में कुछ अहम बातों के बारे में जानकारी होना जरूरी है। आइए जानें।
थाईलैंड में भी सामने आया Mpox का मामला
Clade 1b strain का सबसे पहला मामला, अफ्रीकी देशों में सामने आया, जहां इस वायरस की वजह से हालात काफी बुरे हैं। कॉन्गो, रवांडा, युगांडा और केन्या में इस वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अफ्रीकी देशों के अलावा, स्वीडन और
गंभीर लक्षण आ रहे हैं सामने
Clade 1b वेरिएंट पिछले वेरिएंट Clade 2 की तुलना में काफी स्ट्रॉग है। इसके कारण Mpox के लक्षण (Monkeypox Virus Symptoms) काफी गंभीर हैं। इस इन्फेक्शन के कारण बुखार, रैश और निमोनिया जैसी श्वांस प्रणाली से जुड़ी परेशानियां लोगों में नजर आ रही हैं।
नए वेरिएंट की मृत्यु दर ज्यादा
इस नए स्ट्रेन के कारण मौत के मामले भी ज्यादा सामने आ रहे हैं, क्योंकि ये रेस्पिरेटरी सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा रहा है और इससे रिकवर करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे दावे सामने आ रहे हैं कि इस वायरस की मृत्यु दर 10 प्रतिशत है।
नया वेरिएंट है ज्यादा खतरनाक
आपको बता दें कि साल 2022 और 2023 में भी Mpox के मामले आ रहे थे। तब Mpox का इन्फेक्शन Clade 2 variant के कारण हो रहा था, जो नए वेरिएंट की तुलना में कम खतरनाक था। भारत में भी Mpox के मामले सामने आए थे, लेकिन वे सभी पुराने वेरिएंट की वजह से थे और आखिरी मामला मार्च 2024 में मिला था। हाल फिलहाल में भारत में Mpox का मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, नए वेरिएंट- के बारे में कुछ अहम बातों के बारे में जानकारी होना जरूरी है। आइए जानें।
थाईलैंड में भी सामने आया Mpox का मामला
Clade 1b strain का सबसे पहला मामला, अफ्रीकी देशों में सामने आया, जहां इस वायरस की वजह से हालात काफी बुरे हैं। कॉन्गो, रवांडा, युगांडा और केन्या में इस वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अफ्रीकी देशों के अलावा, स्वीडन और
गंभीर लक्षण आ रहे हैं सामने
Clade 1b वेरिएंट पिछले वेरिएंट Clade 2 की तुलना में काफी स्ट्रॉग है। इसके कारण Mpox के लक्षण (Monkeypox Virus Symptoms) काफी गंभीर हैं। इस इन्फेक्शन के कारण बुखार, रैश और निमोनिया जैसी श्वांस प्रणाली से जुड़ी परेशानियां लोगों में नजर आ रही हैं।
नए वेरिएंट की मृत्यु दर ज्यादा
इस नए स्ट्रेन के कारण मौत के मामले भी ज्यादा सामने आ रहे हैं, क्योंकि ये रेस्पिरेटरी सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा रहा है और इससे रिकवर करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे दावे सामने आ रहे हैं कि इस वायरस की मृत्यु दर 10 प्रतिशत है।