33 हजार करोड़ के पार पहुंचा जुलाई में एफपीआई निवेश, विदेशी निवशकों की भारतीय बाजारों में खूब दिलचस्पी
बीते सप्ताह एफपीआई ने कुल पांच में से दो सत्रों में खरीदारी और तीन में बिक्री की। सप्ताह के दौरान एफपीआई ने शुद्ध रूप से 2918.16 करोड़ रुपये का निवेश किया। डेट या बॉन्ड बाजारों की बात करें तो 26 जुलाई तक एफपीआई 19223 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। इसके साथ वर्ष 2024 में डेट बाजारों में एफपीआई का कुल निवेश 87848 करोड़ रुपये हो गया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भारतीय बाजारों में आकर्षण बना हुआ है। यही कारण है कि घरेलू इक्विटी बाजारों में 26 जुलाई तक एफपीआई का शुद्ध निवेश बढ़कर 33,688 करोड़ रुपये हो गया है। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के डाटा के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2024 में अब तक इक्विटी बाजारों में एफपीआई का शुद्ध निवेश 36,888 करोड़ रुपये हो गया है।
बीते सप्ताह एफपीआई ने कुल पांच में से दो सत्रों में खरीदारी और तीन में बिक्री की। सप्ताह के दौरान एफपीआई ने शुद्ध रूप से 2,918.16 करोड़ रुपये का निवेश किया। डेट या बॉन्ड बाजारों की बात करें तो 26 जुलाई तक एफपीआई 19,223 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। इसके साथ वर्ष 2024 में डेट बाजारों में एफपीआई का कुल निवेश 87,848 करोड़ रुपये हो गया है। 2024 में अब तक इक्विटी, डेट, हाइब्रिड और अन्य इंस्ट्रूमेंट में एफपीआइ का निवेश 1.39 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि ज्यादा मूल्यांकन और पहली तिमाही के परिणाम उम्मीद से कम रहने के चलते विदेशी निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं। हालांकि, घरेलू निवेशक कम मूल्य पर खरीदारी की रणनीति अपना रहे हैं। इससे बीते सप्ताह के अंतिम सत्र में बाजारों को बढ़त हासिल करने में मदद मिली है।
बीते सप्ताह निवेश की स्थिति
22 जुलाई 1,824.07
23 जुलाई 8,346.73
24 जुलाई -1,548.64
25 जुलाई -3,508.22
26 जुलाई -2,197.78
बीते सप्ताह एफपीआई ने कुल पांच में से दो सत्रों में खरीदारी और तीन में बिक्री की। सप्ताह के दौरान एफपीआई ने शुद्ध रूप से 2,918.16 करोड़ रुपये का निवेश किया। डेट या बॉन्ड बाजारों की बात करें तो 26 जुलाई तक एफपीआई 19,223 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं। इसके साथ वर्ष 2024 में डेट बाजारों में एफपीआई का कुल निवेश 87,848 करोड़ रुपये हो गया है। 2024 में अब तक इक्विटी, डेट, हाइब्रिड और अन्य इंस्ट्रूमेंट में एफपीआइ का निवेश 1.39 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि ज्यादा मूल्यांकन और पहली तिमाही के परिणाम उम्मीद से कम रहने के चलते विदेशी निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं। हालांकि, घरेलू निवेशक कम मूल्य पर खरीदारी की रणनीति अपना रहे हैं। इससे बीते सप्ताह के अंतिम सत्र में बाजारों को बढ़त हासिल करने में मदद मिली है।
बीते सप्ताह निवेश की स्थिति
22 जुलाई 1,824.07
23 जुलाई 8,346.73
24 जुलाई -1,548.64
25 जुलाई -3,508.22
26 जुलाई -2,197.78