‘1 विकेट लेते ही छा जाता है गुरूर, बल्लेबाज हो जाते शर्मिंदा’, धोनी की बॉलिंग को लेकर ये क्या बोल गए रैना?

June 28, 2023

 





Suresh Raina टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी और सुरेश रैना की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। दोनों खिलाड़ियों ने टीम इंडिया के साथ-साथ CSK का ड्रेसिंग रूम भी शेयर किया है। इन दोनों का रिश्तों कितना खास और गहरा है ये इस बात से साबित होता है जब धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया तो उसी दिन सुरेश रैना ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
 टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) और सुरेश रैना (Suresh Raina) की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। दोनों खिलाड़ियों ने टीम इंडिया के साथ-साथ चेन्नई सुपर किंग्स का ड्रेसिंग रूम भी शेयर किया है। इन दोनों का रिश्तों कितना खास और गहरा है ये इस बात से साबित होता है जब धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया, तो उसी दिन सुरेश रैना ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
हाल ही में सुरेश रैना ने एमएस धोनी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि नेट्स पर धोनी की गेंदबाजी का सामना करना सबसे मुश्किल हुआ करता था। उन्होंने साथ ही कहा कि धोनी किसी बल्लेबाज को एक बार आउट कर देते थे तो उसके बाद काफी सम तक उसे इसके लिए चिढ़ाते रहते थे।
Suresh Raina ने MS Dhoni को बताया नेट्स का सबसे खतरनाक बॉलर

दरअसल, सुरेश रैना ने जियो सिनेमा के ऑफिशियल शो ‘होम ऑफ हीरोज’ में एमएस धोनी (MS Dhoni) को लेकर बताया कि धोनी नेट्स में सबसे खतरनाक गेंदबाज हैं, जिन्हें उन्होंने अपने करियर में खेला है।0रैना ने इस दौरान कहा कि अगर धोनी को टेस्ट मैच में गेंदबाजी करने का मौका मिलता है, तो वह इसे मौके को लेने के लिए तैयार हैं और इंग्लैंड में गेंद को अच्छी तरह स्विंग कराने में सक्षम हैं।

इसके साथ ही मिस्टर आईपीएल नाम से मशहूर रैना ने एक किस्सा शेयर करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि मुरलीधरन और मलिंगा दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज हैं, लेकिन नेट्स में एमएस धोनी थे। अगर उन्होंने आपको नेट्स में आउट कर दिया तो आप उनके साथ एक-डेढ़ महीने तक नहीं बैठ पाएंगे, क्योंकि वह हर बात में इशारा करते रहेंगे और याद दिलाएंगे कि उन्होंने आपको कैसे आउट किया। वो बताते रहेंगे कि उन्होंने कैसे आपको आउट किया।

रैना ने आगे कहा कि धोनी ऑफ-स्पिन, मध्यम गति, लेग स्पिन, सब कुछ गेंदबाजी करते थे। नेट्स में, वह अपने फ्रंट फुट नो-बॉल को भी सही ठहराता था। जहां भी उसे विकेट मिलता था चाहे एक टेस्ट मैच में भी क्यों न हो वह इसके लिए हमेशा तैयार रहते थे।

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